Woman burnt alive: थाने में शिकायत लेकर पहुंची थी महिला, बताया जा रहा है कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया, इसी वजह से महिला ने उठाया ये कदम
रायपुर। तिल्दा नेवरा थाना क्षेत्र निवासी 22 वर्षीय एक महिला ने मंगलवार की रात थाना परिसर में खुद पर आग (Woman burnt alive) लगा ली। इस दौरान उसकी गोद में 2 माह की उसकी दुधमुंही बच्ची भी थी। जलती हालत में वह दौड़ते हुए थाने के भीतर घुस गई। यह देखकर पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया। फिर उन्होंने महिला से बच्ची को अलग किया और आग बुझाई। आग से महिला और बच्ची झुलस गईं। पुलिस ने दोनों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। यहां से दोनों को अंबेडकर अस्पताल रायपुर के लिए रेफर कर दिया है।
रायपुर जिले के तिल्दा नेवरा थाना क्षेत्र अंतर्गत देवारपारा निवासी 22 वर्षीय महिला नंदिनी सावरा पति नानकुन सावरा मंगलवार की रात थाने में अपनी 2 माह की बेटी को गोद में लेकर पहुंची। इसी बीच उसने खुद पर डीजल छिड़क लिया और माचिस से आग (Woman burnt alive) लगा ली।
जब उसका शरीर जलने लगा (Woman burnt alive) तो वह चिल्लाती हुई थाने के भीतर घुस गई। यह देख पुलिसकर्मी भी हड़बड़ा गए। फिर उन्होंने तत्काल महिला की गोद से बच्ची को अलग किया और आग बुझाई।
Woman burnt alive: महिला और बालिका झुलसी
आग लगाने की घटना (Woman burnt alive) से महिला के शरीर का 15 प्रतिशत हिस्सा झुलस गया, जबकि बालिका का पैर भी झुलस गया है। फिर पुलिस दोनों को स्थानीय अस्पताल लेकर पहुंची, यहां से दोनों को रायपुर के अंबेडकर अस्पताल भेज दिया गया।
शिकायत लेकर पहुंची थी थाना
बताया जा रहा है कि महिला की अपने पति से झगड़ा हुआ था। इसकी शिकायत लेकर वह थाने पहुंची थी। बताया जा रहा है कि पुलिस ने उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। वहीं पुलिस का कहना है कि महिला ने शिकायत दर्ज करानी पहले ही आग (Woman burnt alive) लगा ली।