0 4-5 वर्ष से आरोपी महिला के घर पर ही रहकर काम करता था मृतक, अधमरा होते तक चारों ने मिलकर पीटा फिर रस्सी से घोंट दिया गला, पेड़ के पास फेंका शव
सूरजपुर। नाबालिग बेटी के साथ नौकर को घटिया हरकत करते देख विधवा मां का खून खौल उठा। फिर उसने अपनी 2 नाबालिग बेटियों व भाई ने साथ मिलकर उसकी निर्मम हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को उन्होंने शौचालय में करीब 24 घंटे तक रखा। फिर रात में मौका पाकर उसे गांव में एक पेड़ के नीचे शव के गले में रस्सी का फंदा लगाकर फेंक दिया। इस मामले में पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया।
घटना प्रतापपुर थाना क्षेत्र के ग्राम केंवरा की है। दरअसल ग्राम चंदेली निवासी संजय उर्फ मिथुन 35 वर्ष ग्राम केवरा निवासी विधवा भगमेन कोरवा 45 वर्ष के घर पर रहकर पिछले 4-5 साल से काम कर रहा था। उसकी लाश 1 मई की रात गांव में ही आम के पेड़ के नीचे संदिग्ध हालत में मिली थी।
इसकी जानकारी 2 मई की सुबह गांव के पंच विक्रम सिंह ने थाने में दी थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरु की। जांच में यह बात सामने आई कि विधवा की नाबालिग बेटी से 30 मई की रात गलत नीयत से की गई हरकत की वजह से उसकी हत्या की गई है।
इस मामले में पुलिस ने आरोपी महिला भगमेन कोरवा, उसकी 2 नाबालिग बेटी व भाई खीरू 50 वर्ष को गिरफ्तार कर 3 मई को जेल भेज दिया।
विधवा बोली- बेटी को बिस्तर पर खींच रहा था संजय
पुलिस की पूछताछ में विधवा महिला ने बताया कि 30 मई को उसका भाई खीरू घर पर आया था। रात में सभी ने मछली-भात खाया और सभी सोने चले गए। इसी बीच रात करीब 10.30 बजे नाबालिग बेटी के चीखने की आवाज आई। जब कमरे में जाकर देखा तो संजय उसे बिस्तर पर गलत नीयत से खींच रहा था। शोर सुनकर भाई व दूसरी नाबालिग बेटी भी वहां पहुंची। इसके बाद सभी ने मिलकर संजय की हाथ-मुक्के व डंडे से बेदम पिटाई कर दी।
रस्सी से गला घोंटकर की हत्या
आरोपी महिला ने बताया कि पिटाई के बाद वह मवेशी को बांधने वाला नायलॉन की रस्सी ले आई। इसके बाद भाई व बेटियों ने मिलकर उसे संजय के गले में फंसाया और गला घोंट दिया। इससे उसकी मौत हो गई। फिर उन्होंने संजय का शव घर के बाहर बने शौचालय में छिपा दिया।
30 मई की रातभर व 1 मई की दिनभर शव शौचालय में ही पड़ा रहा। फिर रात करीब 9 बजे उन्होंने शव को शौचालय से निकालकर गांव में ही आम के पेड़ के नीचे रख दिया। शव के गले में उन्होंने फांसी का फंदा बना रखा था ताकि मामला आत्महत्या का लगे।