0 हिंदू मान्यताओं के अनुसार ग्रहण काल में भोजन करना, नाखून काटना व तेल लगाना माना जाता है अशुभ, इसलिए भूलकर भी नहीं करने चाहिए ये काम
वर्ष 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 4 घंटे 13 मिनट का लगने वाला है। ग्रहण काल में भूलकर भी कुछ ऐसे काम नहीं करने चाहिए, जिसका नकारात्मक प्रभाव पड़े। हालांकि भारत में यह सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं दे रहा है, इस कारण यहां के लोगों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पडऩे वाला है। ऐसे में सूतक काल भी लागू नहीं होगा। अमूमन सूतक काल ग्रहण के 12 घंटे पहले लगता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा निकलती है, जिसका प्रभाव धरती पर रहने वाले सभी जीवों पर पड़ता है। सूर्य ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है। आइए हम जानते हैं वर्ष 2024 का पहला सूर्य ग्रहण किस तिथि व समय पर लगने वाला है तथा इससे जुड़े नियम क्या हैं…
इस तिथि को लग रहा सूर्य ग्रहण
वर्ष 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को लगेगा। सूर्य ग्रहण की शुरुआत रात 9 बजकर 12 मिनट से देर रात 1 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। ग्रहण काल की कुल अवधि 4 घंटे 13 मिनट की होगी।
पंचांग के अनुसार यह ग्रहण मीन राशि और रेवती नक्षत्र में लगेगा। हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, इस वजह से यहां सूतक काल भी लागू नहीं होगा।
जानें, क्या है सूर्य ग्रहण
जब चंद्रमा, पृथ्वी व सूर्य के बीच से गुजरता है। इस दौरान चंद्रमा द्वारा सूर्य की रोशनी को पृथ्वी पर जाने से रोका जाता है, इस घटना को ही सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
इस बार का सूर्य ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण है, जिसे खग्रास सूर्य ग्रहण कहते हैं। 8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण नॉर्थ साउथ पैसिफिक, उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड, आर्कटिक समुद्र, आइसलैंड, उत्तरी अटलांटिक समुद्री क्षेत्र में दिखेगा।
इन नियमों का करें पालन
हिंदू मान्यताओं के अनुसार ग्रहण काल में इन नियमों का पालन करना चाहिए…
- ग्रहण काल में भोजन करना वर्जित माना जाता है, लेकिन श्राद्ध किया जा सकता है।
- सूतक काल के नियम किसी बच्चे, बुजुर्ग या बीमार व्यक्ति पर लागू नहीं होते।
- सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए।
- ग्रहणस काल के दौरान किसी धार्मिक स्थल या यात्रा आदि पर भी जाना भी सही नहीं माना जाता।
- सूर्य ग्रहण के दौरान बाल या नाखून काटने, तेल मालिश करने से भी बचना चाहिए।
- ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को सब्जी इत्यादि काटने से परहेज करना चाहिए। उन्हें विशेष सावधानी भी बरतनी चाहिए।
नोट- ये जानकारी सिर्फ मान्यताओं के आधार पर आपसे साझा किए जा रहे हैं।