Surajpur police in Action: बिश्रामपुर और करंजी पुलिस की संयुक्त टीम ने की कार्रवाई, कैश, दो फोर व्हीलर, पांच बाइक व 7 मोबाइल किया जब्त
बिश्रामपुर। Surajpur police in Action: सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए जुए के एक बड़े नेटवर्क को पकड़ा है। पकड़े गए जुआरियों में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) का प्रधान आरक्षक और अंबिकापुर के जनपद पंचायत का सदस्य भी शामिल हैं।
पुलिस ने मामले में कुछ 10 लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। यह छापा बिश्रामपुर और करंजी पुलिस (Surajpur police in Action) की संयुक्त टीम द्वारा ग्राम पंचायत खोपा स्थित एक सार्वजनिक स्थान पर मारा गया। यहां जुआरी बेखौफ पत्ती खेल रहे थे।
पुलिस ने जुआरियों से 83 हजार रुपए नगद, एक स्कॉर्पियो, एक ग्रैंड विटारा कार, पांच बाइक और सात मोबाइल फोन जब्त किए हैं। जुए का यह फड़ लंबे समय से चल रहा था और इसकी पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी। मुखबिर की सूचना के आधार पर आज की छापामार कार्रवाई की गई।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पकड़े गए आरोपियों में एसीबी अंबिकापुर का प्रधान आरक्षक 46 वर्षीय शमीउल्ला और अंबिकापुर जनपद सदस्य विकास कुमार के लंबे समय से जुए की गतिविधियों में संलिप्तता की खबर मिल रही थी।
ये क्षे़त्र में अलग-अलग दिन अलग-अलग जगह पर जुए के फड़ में बैठ रहे थे। फड़ को कार्रवाइयों से बचाने का बीड़ा भी यही दोनों उठाए हुए थे। मुखबिर से पुलिस (Surajpur police in Action) को सूचना मिली कि बिश्रामपुर के करंजी चौकी क्षेत्र स्थित ग्राम पंचायत खोपा में स्वास्थ्य केन्द्र के पास स्ट्रीट लाइट के नीचे इन लोगों ने जुए की महफिल सजाई है। इस जानकारी के मिलते ही पुलिस की टीम ने त्वरित कार्रवाई की और जुआरियों को रंगे हाथ पकड़ा।
Surajpur police in Acction: अन्य गिरफ्तार जुआरियों की सूची
पकड़े गए अन्य आठ जुआरियों में बिश्रामपुर का मोहम्मद हुसैन उर्फ मुन्ना (48), भटगांव का प्रशांत पांडेय (45), शिवकुमार अगरिया (52), महेश सिंह (42), शुभम गुप्ता (30), रवि देवांगन (43), प्रहलाद दास (32) और राजीव कुमार (56) शामिल हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ छग जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 की धारा 3 (2) के तहत कार्रवाई की गई है।
Surajpur police in Action: कार्रवाई में ये अफसर रहे सक्रिय
पुलिस की इस कार्रवाई में बिश्रामपुर थाना प्रभारी अलरिक लकड़ा, करंजी चौकी प्रभारी अरुण गुप्ता और प्रधान आरक्षक विकास सिंह शामिल रहे। इस छापे से पुलिस ने जुए के लंबे समय से चल रहे इस फड़ के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की है।