Suicide in police station: thane me पूछताछ के लिए बुलाए गए एनआरएचएम में पदस्थ प्यून द्वारा थाने के बाथरूम में संदिग्ध रूप से फांसी लगाए जाने का मामला
बलरामपुर। Suicide in police station: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर थाने में गुरुवार की दोपहर एक युवक द्वारा फांसी लगा लिए जाने के मामले में जमकर बवाल मचा। शाम तक थाने के सामने चक्का जाम कर रहे लोगों ने टायर जलाकर उग्र प्रदर्शन (Suicide in police station) शुरू कर दिया। इसे रोकने पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज कर दिया तथा आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इससे मामला और बिगड़ गया। गुस्साए लोगों ने थाने में जमकर पथराव किया।
आलम यह हो गया कि थाना परिसर व उसके आसपास के 200 मीटर के इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। इसके बाद देर रात धीरे-धीरे मामला शांत हुआ। इधर मृतक (Suicide in police station) के परिजनों व एनआरएचएम के डॉक्टरों एवं कर्मचारियों ने मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।
बलरामपुर जिले के संतोषी नगर निवासी 30 वर्षीय गुरुचरण मंडल एनआरएचएम कार्यालय में संविदा पर प्यून था। उसकी पत्नी रीना मंडल 29 सितंबर को घर से अचानक गायब हो गई थी। उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट बलरामपुर थाने में उसने दर्ज कराई थी।
शक के आधार पर पुलिस उससे पूछताछ कर रही थी। गुरुवार के दोपहर भी उसे पूछताछ के लिए थाने (Suicide in police station) में बुलाया गया था। इस पर वह अपने ससुर के साथ थाने पहुंचा था। पूछताछ के बीच ही उसने थाने में गमछे के सहारे संदिग्ध रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
थाने का घेराव, घटना स्थल दिखाने की मांग
युवक द्वारा फांसी (Suicide in police station) लगा लिए जाने की खबर जब एनआरएचएम के कर्मचारियों को हुई तो थाने पहुंच गए। उन्होंने घटनास्थल दिखाए जाने की मांग पुलिस से की। वे समझाना चाह रहे थे कि आखिर किन परिस्थितियों में युवक ने आत्महत्या की है। लेकिन पुलिस द्वारा मना किया किए जाने के बाद जमकर बवाल मच गया। कर्मचारी व मृत युवक के परिजनों ने थाने के सामने एनएच पर चक्का जाम कर टायर जला कर प्रदर्शन भी शुरू किया।
पुलिस ने किया लाठी चार्ज, छोड़े टियर गैस
लोगों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने भी मोर्चा संभाल लिया और भीड़ को तीतर बितर करने उन पर लाठी चार्ज कर दिया तथा आंसू गैस के गोले भी छोड़े।इससे आक्रोशित लोग और भड़क (Suicide in police station) गए फिर पुलिस द्वारा थाने के सामने लगाए गए रेलिंग को तोड़ते हुए हुए थाना परिसर में घुस गए और जमकर पथराव किया।
इसे देखते हुए पुलिस ने और फोर्स बुला ली तथा थाना के दोनों ओर करीब 200 मीटर के दायरे में इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया। देर रात तक प्रदर्शन चलता रहा।
Suicide in police station: न्यायिक जांच की मांग
युवक द्वारा आखिर किन परिस्थितियों में थाने के भीतर फांसी लगाई गई? पुलिस ने उसका शव फांसी (Suicide in police station) से उतारने में हड़बड़ी क्यों दिखाई? क्या किसी न्यायिक अधिकारी या पुलिस के आला अधिकारी की मौजूदगी में उसका शव फंदे से उतारा गया, इन सब सवालों को लेकर लोगों ने मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।
इधर पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और जो भी इस मामले में दोषी पुलिसकर्मी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने लोगों से शांति बरतने की अपील की है।