Sitapur murder case: सर्व आदिवासी द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन और हत्याकांड प्रकरण में लापरवाही पाए जाने पर एसपी ने की कार्रवाई
अंबिकापुर। Sitapur murder case: सीतापुर में हुए संदीप हत्याकांड के मामले ने तूल पकड़ लिया है। सर्व आदिवासी समाज ने इस प्रकरण को लेकर जहां थाने का घेराव कर प्रदर्शन (Sitapur murder case) किया। वहीं मामले की जांच में लापरवाही पाए जाने पर सरगुजा आईजी अंकित गर्ग ने सीतापुर थाने में पदस्थ तत्कालीन एसआई व विवेचना अधिकारी रामचंद्र राय तथा आरक्षक रूपेश महंत को सस्पेंड कर दिया है।
एसआई फिलहाल कोरिया जिले में पदस्थ थे। उन्हें कोरिया पुलिस लाइन में अटैच कर दिया गया है। जबकि आरक्षक रूपेश महंत सीतापुर थाने में ही पदस्थता। उसे अंबिकापुर पुलिस लाइन बुला लिया गया है।
दोनों पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि संदीप की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद भी जांच में हीलाहवाली की गई। वहीं आरोपियों को मृतक के परिजनों की बात पहुंचा दी जाती थी।
Sitapur murder case: ये है मामला
सीतापुर के ग्राम बेलजोरा निवासी राजमिस्त्री दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा की ठेकेदार अभिषेक पांडेय ने अपने 5 कर्मचारियों के साथ मिलकर 7 जून की रात अपने सोनतराई स्थित ऑफिस में बेदम पिटाई की थी।
सभी ने उसे बेसबॉल के बैट और हाथ मुक्के से (Sitapur murder case) जमकर मारा था। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। 8 जून की सुबह उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद आरोपियों ने उसे मैनपाट के लुरैना स्थित नल-जल योजना के ओवरहेड टैंक के फाउंडेशन में डालकर कांक्रीट कर दिया था।
इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर 6 सितंबर को दफन शव को बरामद किया था। इसके बाद 4 आरोपियों को जेल भेज दिया। जबकि मुख्य आरोपी अभिषेक पांडे और उसके कार के चालक राजू की तलाश जारी है।