Friday, September 20, 2024

SECL MoU: ह्दय रोग से जूझ रहे मासूमों के लिए खुशखबरी, मिलेगी ‘धडक़न’, एसईसीएल और सत्य साईं अस्पताल में हुआ एमओयू

SECL MoU: with Satya Sai heart hospital प्रोजेक्ट धडक़न से एसईसीएल के परियोजना प्रभावित क्षेत्रों से जन्मजात हृदय दोष बच्चों की स्क्रीनिंग होगी।

बिलासपुर . SECL MoU: साऊथ ईस्टन कोलफील्ड लिमिटेड यानी एसईसीएल ने सीएसआर गतिविधियों के तहत शुक्रवार को प्रोजेक्ट धडक़न का आगाज किया। प्रोजेक्ट से कोयलांचल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर दिया जाएगा। कोलफील्ड के आसपास के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को नई ताजगी देने काम होंगे। प्रोजेक्ट धडक़न से एसईसीएल के परियोजना प्रभावित क्षेत्रों से जन्मजात हृदय दोष बच्चों की स्क्रीनिंग होगी।

SECL MoU
SECL MoU

(SECL MoU)  इसके अलावा बच्चों को इस बीमारी से निदान देने के लिए व्यवस्थाएं बनाई जाएंगी। सर्जिकल देखभाल भी सीएसआर मद से वहन किया जाएगा। शुक्रवार को एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर और
श्री सत्य साई हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट रायपुर के बीच समझौता (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।

यह भी पढ़ें : Astute criminal: दृश्यम मूवी की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में हत्या! लाश खोजने मैनपाट में 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी खुदवा रहे जमीन

SECL MoU: इन क्षेत्रों में प्रभावित अधिक

इस प्रोजेक्ट के तहत (SECL MoU) एसईसीएल के कोयला खदान प्रभावित क्षेत्रों (रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, सरगुजा और मध्य प्रदेश के अनूपपुर, शहडोल, उमरिया) से चिन्हित जन्मजात हृदय दोष वाले बच्चों को त्वरित उपचार का बंदोबस्त होगा। मशहूर सत्य साईं अस्पाताल में सर्जिकल उपचार मुहैया कराया जाएगा। यह पहल गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करने और आम लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए एक प्रयास के रूप में किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें : Illegal relation: घर में बॉयफ्रेंड के साथ संबंध बनाते पकड़े जाने पर 2 सगी बहनों ने खाया जहर, छोटी की मौत, बड़ी की हालत नाजुक, दोनों प्रेमी गिरफ्तार

एमओयू में यह हुए शामिल

शुक्रवार को हुए एमओयू (SECL MoU) के सादे कार्यक्रम में एसईसीएल के निदेशक कार्मिक (एचआर), बिरंची दास शामिल रहे। सिविल, सीएसआर विभाग के महाप्रबंधक आलोक कुमार के साथ सत्य साईं अस्पताल के ट्रस्ट अधिकारी जगदीश राव की मौजूदगी में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। बता दें कि प्रत्येक कंपनी को अपनी कुल आय का दो फीसदी कार्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी पर खर्च करने कंपनी एक्ट में प्रावधान है। इसी के तहत कोलफील्ड लिमिटेड यह प्रयास कर रहा है।

Related articles

spot_img