Sanjay leela bhansali संजय लीला भंसाली की फिल्म देवदास का गाना, डोला रे डोला…याद ही होगा। यह ऐसा गीत है, जिसे आज 2024 मेंं लोग वैसे ही गुनगुनाते हैं, जैसे फिल्म देखकर लौटने के बाद। हाल ही में जारी 2000 के दशक के सर्वश्रेष्ठ गानों की फेहरिश्त में डोला रे डोला ने अपना अलग ही मुकाम बनाया है। इस गीत को 8वें स्थान पर रखा गया है। इससे साबित होता है कि इस गाने की फैन फालोइंग आज भी बरकरार है। यह गाने इंडीवायर की टॉप सॉन्ग सूची में शामिल किया गया है। यह गाने अपने आप में एक रत्न की तरह चमका है। बता दें कि इस गाने को मशहूर प्लेबैक सिंगर कविता कृष्णमूर्ति और श्रेया घोषाल ने अपनी आवाज दी है। वहीं केके ने इसे कम्पोज किया है। यह गाना माधुरी दीक्षित और ऐश्वर्या राय बच्चन पर फिल्माया गया, जिसको हर दिल ने खूब प्यार दिया। गीत के हर बोल के साथ इनका म्युजिक इस दौर में भी रौंगटे खड़े करने की क्षमता रखता था। वहीं इस गाने में माधुरी दीक्षित और ऐश्वर्या राय का डांस भी काबिल-ए-तारीफ है। इस गाने को यूट्यूब पर अब तक 70 मिलीयन से अधिक बार खोजा गया है।
Sanjay leela bhansali ने रचा इतिहास
संजय लीला भंसाली को बॉलीवुड में अलग ही चार्म के लिए पहचाना जाता है। वे एक तरफ जहां वें किरदान में जान डाल देते हैं, वहीं गानों को सहेजना का उनका हुनर भी शानदार है। वह एक ऐसे फिल्म निर्माता हैं जिनकी कल्पना और शिल्प समय से परे हैं। उनकी फिल्में जहां मौजूदा सिनेमा से हटकर होती है वहीं उनके बनाए गाने भी जोश से भर देते हैं। देवदास भी उनकी ऐसी ही एक फिल्म है। जिसे अभी भी ऑल टाइम फेवरेट के खिताब से नवाजा गया है।
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गाने में सभ्यता और समाज का संगम
यह गाना पारो के परिवार के दुर्गा पूजा उत्सव की बैकड्रॉप पर आधारित है। इस गीत के पीछे कहानी को बांधने का सलीका भी अपने आप में बेहद खास है। इस गीत में सामाजिक कलंक को दरकिनार करते हुए जश्न मनाने के लिए एक साथ नृत्य करती उन औसतों को दिखाया गया है, जो एक ही व्यक्ति यानी शाहरूख खान से मोहब्बत करती हैं। बंगाली परधानों में सजी माधुरी दीक्षित और ऐश्वर्या राय की साडिय़ां भी उस दौर में बांगला को प्रसिद्ध करने में काफी अहम साबित हुआ था। संजय लीला भंसाली द्वारा खूबसूरती से तैयार किए गए गाने के लिए यह वास्तव में एक सामाजिक मिसाल भी पेश करता है, जिसके हिसाब से सभ्यता और समाज का संगम देखने को मिलता है।