Resign letter: अंबिकापुर जिले में पुलिस विभाग से प्रताड़ित हो कर एक आरक्षक ने एसपी को त्याग पत्र दे दिया है। अमित रजवाड़े का त्यागपत्र सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कई गंभीर बातों का खुलासा किया है।
अंबिकापुर। Resign letter: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले में पुलिस विभाग से प्रताड़ित हो कर एक आरक्षक ने एसपी को त्याग पत्र दे दिया है। आरक्षक ने आईजी के स्टेनो पुष्पेंद्र शर्मा पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। आरक्षक का कहना है कि विभाग के कुछ अधिकारी आरोपियों को संरक्षण देते आ रहे हैं और उसे प्रताडि़त किया जा रहा है। आरक्षक के त्यागपत्र के बाद आईजी ऑफिस के कार्यशैली पर गंभीर सवाल भी उठ रहे है। वहीं अमित रजवाड़े का त्यागपत्र सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, यह त्यागपत्र आरक्षक अमित रजवाड़े का है। पत्र के माध्यम से इन्होंने स्टेनो पर कई गंभीर आरोप लगाए है। आरक्षक का आरोप है कि कई चोरी की शिकायत के बाद भी लुण्ड्रा थाने में FIR दर्ज नहीं होता था। उन्होंने यह भी बताया की कुछ अधिकारी आरोपियों को संरक्षण भी देते थे। बताया जा रहा है कि आईजी एसपी से आरक्षक ने कई बार चोरी के मामले में शिकायत की थी। मामला पूरी तरह से जमीन व घर में चोरी से जुड़ा हुआ है।
स्टोनो ने आरक्षक का बलरामपुर जिला करा दिया था ट्रांसफर
इस पूरे मामले में ये बातें भी सामने आ रही है की सरगुजा जिले के लुण्ड्रा थाने के आरक्षक अमित रजवाड़े का स्टेनो पुष्पेंद्र शर्मा ने बलराम पुर जिला रामानुजगंज में ट्रांसफर करा दिया था। आरक्षक के त्यागपत्र के बाद आईजी ऑफिस के कार्यशैली पर गंभीर सवाल भी उठ रहे है। उसने यह भी लिखा है कि इस संबंध में लुंड्रा थाना प्रभारी से भी पूछताछ की जा सकती है। प्रताडऩा से त्रस्त होकर उसने एसपी से त्याग पत्र (Resign letter) स्वीकार करने का आग्रह किया है।
Resign letter: सोशल मीडिया में वायरल हुआ लेटर
आरक्षक अमित रजवाड़े का त्यागपत्र सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। सरगुजा जिले में पदस्थ आरक्षक अमित कुमार राजवाड़े ने एसपी को सौंपे गए त्याग पत्र (Resign letter) में बताया है कि उससे जमीन देने के नाम पर 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी किया गया था। उसने इस बात की शिकायत 2 अगस्त 2024 को मणिपुर थाने में की थी,पर कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई। इतना ही नहीं एसपी और आईजी से इसकी शिकायत की गई तो आरोपियों पर अपराध भी दर्ज नहीं किया गया।

2 लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवरात चोरी
इसके साथ ही आरक्षक के घर से 2 लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवरात चोरी करवाया गया। इसकी रिपोर्ट उन्होंने लखनपुर थाने में दर्ज कराई, पर यहां अपराध दर्ज किया गया, लेकिन वहां पदस्थ प्रधान आरक्षक मनीष तिवारी ने आरोपियों से घूस लेकर उन्हें गिरफ्तार नहीं किया। उन्होंने ये भी बताया कि उनके घर से मोटर पंप चोरी कराया गया, लेकिन इसकी भी FIR दर्ज नहीं की गई। इन सब हरकतों से त्रस्त होकर आरक्षक ने एसपी से अपना त्यागपत्र स्वीकार करने के लिए आग्रह किया है।