Rashan Price Hike रिफाइंड तेल पर सीमा शुल्क को 12.5 से बढ़ाकर 32.5 प्रतिशत कर दिया है। इससे त्योहारी सीजन में यह तेजी 20 रुपए प्रति लीटर या इससे अधिक हो गई है, जिसका सीधा असर घर की रसोई पर पड़ रहा है।
रायपुर। Rashan Price Hike नवरात्र पर्व नजदीक आते ही तेल समेत घरेलू खाद्य पदार्थों की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है। केन्द्र सरकार की ओर से खाद्य तेल पर सीमा शुल्क 20 फीसदी बढ़ाने से घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में 15 से 20 रूपए बढ़ोतरी हुई है। यह बढ़ोतरी पाम और सोयाबीन के तेल में हुई है।
सरकार ने रिफाइंड तेल पर सीमा शुल्क को 12.5 से बढ़ाकर 32.5 प्रतिशत कर दिया है। इससे त्योहारी सीजन में यह तेजी 20 रुपए प्रति लीटर या इससे अधिक हो गई है, जिसका सीधा असर घर की रसोई पर पड़ रहा है।
तेल की कीमतों में बढ़ोतरी ज्यादा
त्यौहारी सीजन में घरेलू खाद्य पदार्थों की कीमत में इजाफा हुआ है। अगस्त माह में रिफाइंड तेल (16 किग्रा) 1700 सौ में बिक रहा था। सितंबर माह में इसकी कीमत बढ़कर 2100 से 2200 रूपए तक पहुंच गई है। Rashan Price Hike इसी तरह अरहर दाल, मूंग दाल, आलू, प्याज समेत अन्य खाद्य पदार्थों की कीमत भी बढ़ी है, जिसका सीधा असर मध्यम वर्गीय परिवार पर पड़ रहा है। सरसों का तेल भी महंगा हो गया है।
Rashan Price Hike सरकार ने पाम, सोया और सूरजमुखी तेल पर सीमा शुल्क 5.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 27.5 प्रतिशत कर दिया है। जबकि रिफाइंड पर यह शुल्क 13.75 प्रतिशत से बढ़ाकर 35.75 प्रतिशत कर दिया है। इससे अन्य खाद्य पदार्थों की अपेक्षा तेल की कीमतों में बढ़ोतरी ज्यादा हुई है। इसका कारण भारी बारिश से सोया, मूंगफली, सरसों आदि की फसल खराब होना बताया जा रहा है।
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Rashan Price Hike कैट ने महंगाई कम करने की मांग की
Rashan Price Hike इधर ऐन त्यौहारी सीजन में केन्द्र द्वारा खाद्य तेलों की कीमतों में 20 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लगाए जाने को लेकर कैट ने नाराजगी जताई है। कैट के सदस्यों ने केन्द्र सरकार से कस्टम ड्यूटी घटाने के साथ ही महंगाई पर अंकुश लगाने की मांग की है। उनका कहना था कि यदि तेल में कस्टम ड्यूटी हटा दी जाए तो महंगाई से लोगों को राहत मिलेगी।