Wednesday, January 8, 2025

तहसीलदार साहब से बड़े हुए TI, पहले मार खाई अब इंसाफ भी नहीं मिल रहा, Press conference में रोने लगे, बोले–SP ने मुझे…

Press conference नायब तहसीलदार ने बताया कि, घटना के बाद 22 नवंबर को कलेक्टर की मौजूदगी में एसपी रजनेश सिंह ने स्वीकार किया था कि पुलिस से गलती हुई थी। जिसके लिए उन्होंने खेद भी जाहिर किया था। इस दौरान टीआई तोपसिंह नवरंग ने भी अपनी गलती मानी थी।

बिलासपुर. Press conference छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में नायब तहसीलदार (Naib Tehsildar) की पुलिस थाने में पिटाई का मामला फिर गरमा गया है। बुधवार को पीड़ित नायब तहसीलदार पुष्पराज मिश्रा, उनके भाई और पिता ने प्रेसवार्ता में अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई। नायब तहसीलदार ने कहा कि अभी तक उनके खिलाफ लिखी गई झूठी FIR और समझौते के बाद भी पुलिस केस को खत्म नहीं किया गया है। नायब तहसीलदार ने बताया कि, घटना के बाद 22 नवंबर को कलेक्टर की मौजूदगी में एसपी रजनेश सिंह ने स्वीकार किया था कि पुलिस से गलती हुई थी। Press conference  जिसके लिए उन्होंने खेद भी जाहिर किया था। इस दौरान टीआई तोपसिंह नवरंग ने भी अपनी गलती मानी थी।

तीन दिन में FIR खत्म करने की बात कही थी

पीड़ित ने मीडिया को बताया कि एसपी ने तीन दिन के भीतर झूठी एफआईआर को खत्म करने की बात कही थी। आज तक एफईआर खत्म नहीं किया गया है। मेरी लड़ाई सिस्टम से नहीं, बल्कि पुलिस के एक जिम्मेदार अफसर से है, जिन्होंने अपने पद का दुरुपयोग किया है। Press conference ऐसे अफसर जिन्होंने अपने उच्चाधिकारियों को गुमराह किया। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में सीएसपी की भूमिका भी संदिग्ध है। कलेक्टर-एसपी की मौजूदगी में हुए समझौते के बाद भी पुलिस केस को खत्म नहीं कर रही है।

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परिचय दिया तो बदल गया रवैया

प्रेस क्लब में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि, जब मैं अपने पिता और भाई के साथ था, तब एक आम इंसान की तरह था। लेकिन, Press conference जब उन्हें परिचय दिया और टीआई को इसकी जानकारी दी गई, तब उनका रवैया बदल गया। कार्यपालिक मजिस्ट्रेट होने की बात कहने के बाद टीआई ने उन्हें थाने बुलाया, जिसके बाद अफसरों को बताया गया कि मैं नशे में हूं और पुलिसकर्मियों के साथ दुव्र्यवहार किया। जबकि, ऐसा कुछ हुआ ही नहीं था।

Press conference CSP के सामने पीटा

नायब तहसीलदार पुष्पराज मिश्रा ने बताया कि, थाने में उन्हें रात करीब दो बजे से सुबह चार बजे तक रखा गया था। तब TI तोप सिंह नवरंग के साथ सीएसपी सिद्धार्थ बघेल भी मौजूद थे। हालांकि, उन्होंने मेरे साथ मारपीट नहीं किया और नहीं दुव्र्यवहार किया। Press conference लेकिन, उनकी मौजूदगी में नायब तहसीलदार के साथ अभ्रदता हुई। इसका मतलब साफ है कि उनकी मौन स्वीकृति थी। यही वजह है कि टीआई ने उनके साथ मारपीट और दुव्र्यवहार किया। सीएसपी चाहते तो हस्तक्षेप कर सकते थे। लेकिन, उन्होंने ऐसा नहीं किया।

आदेशों का किया उल्लंघन

Press conference में पुष्पराज ने बताया कि, मुझे एक दिन पहले 30 दिसम्बर को विभागीय जांच के लिए बुलाया गया था। बयान देने से पहले पुलिस की तरफ से बताया कि सरकंडा थाना से मिले सीसी टीवी फुटेज में ऑडियो नहीं है। वीडियो के आधार पर जांच चल रही है। नायब तहसीलदार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का शासन को स्पष्ट आदेश है कि थाना में सीसीटीवी फुटेज का वीडियो के साथ आडियो जरूरी है। Press conference फुटेज और आडियो को कम से कम 18 महीने तक सुरक्षित रखना अनिवार्य है। लेकिन, पुलिस का कहना है कि वीडियो के अलावा उनके पास कोई रिकार्ड नहीं है, जो सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है। उनका आरोप है कि टीआई तोप सिंह नवरंग को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।

संघ के पास जाने मजबूर होना पड़ेगा

नायब तहसीलदार मिश्रा ने अपने अगले कदम के सवाल पर कहा कि, अगर मुझे न्याय नहीं मिलेगा तो मुझे फिर से अपने संघ के पदाधिकारियों के पास जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। संघ के पदाधिकारियों से अपनी बात रखने और बैठक के बाद आने वाले समय में निर्णय लिया जाएगा। हालांकि, संघ के पदाधिकारियों ने मुझे साथ खड़े रहने और न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है।

sankalp

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