जहां जमीन को खाली कराया जाना है वहां के मकानों पर लाल निशान लगा दिया गया है। शासन के एक्शन से लोगों की सांसें अटकी हुई हैं
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर अवैध निर्माणों पर बुलडोजर एक्शन होने वाला है। इससे हर वर्ग में दहशत और चिंता की स्थिति है। रिकॉर्ड के अनुसार लगभघ 1000 बड़े बंगलों को ध्वस्त करने की तैयारी की गई है। इसको लेकर एलडीए ने लाल निशान भी लगा दिए हैं।
बताया गया है कि ये कार्रवाई राजधानी लखनऊ के रहीम नगर, खुर्रमनगर में होगी। इन इलाकों में मौजूद बंगले और अपार्टमेंट को पूरी तरह से ध्वस्त किया जाएगा। गाजी हाउस और स्वायल हाइटस भी गिरेगा। इनको गिराने के एलडीए ने बुधवार को लाल निशान लगा दिया। एलडीए की इस कार्रवाई से लोगों में खलबली मच गई है। वहीं, प्राधिकरण ने रहीमनगर, खुर्रमनगर, पंतनगर तथा इन्द्रप्रस्थ कालोनी के सर्वे का काम पूरा कर लिया है।
यहां लगभग एक हजार मकानों पर लाल निशान लगाए गए हैं। किसका कितना मकान नदी के दायरे में आ रहा है, इसे लाल निशान के साथ लिख भी दिया गया है। किसी का पूरा बंगला जा रहा है तो किसी का आधा। किसी का पांच मीटर जा रहा है तो किसी का 15 मीटर। गुरुवार से एलडीए नोटिस के लिए भवन स्वामियों का विवरण जुटाया जाएगा। बचे हुए अबरार नगर के मकानों में भी गुरुवार को लाल निशान लगाया।
कुकरैल नदी के दोनों तरफ के 50- 50 मीटर के दायरे में आने वाले मकानों का एलडीए सर्वे करा रहा है। बुधवार को एलडीए ने जीपीएस व सेटेलाइट आधारित चार मशीनों से यहां का सर्वे कराया। इन चारों मोहल्लों व कालोनियों के सर्वे का काम दोपहर तक ही इन मशीनों से हो गया। मशीनों से सर्वे के बाद जो मकान दायरे में आ रहे हैं उन सभी में लाल निशान लगा दिया गया है।
शानदार महलनुमा बंगला भी जद में
सैकड़ों मकान पूरी तरह जद में आ रहे हैं। शहर के आलीशान बंगलों में से एक गाजी हाउस भी ध्वस्त यहां एक बहुत बड़ा व शानदार महलनुमा बंगला बना है। अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा, ओएसडी रविनन्दन सिंह तथा अधिशासी अभियन्ता राजकुमार ने कहा कि ऐसा बंगला शायद ही शहर में कहीं बना होगा। अधिकारियों ने बताया कि बिना नक्शा पास कराए इसका भी निर्माण किया गया है। इस बंगले का छह मीटर हिस्सा कुकरैल नदी में आ रहा है। इससे यह भी ध्वस्त हो जाएगा। इसकी दीवार पर भी लाल निशान लग चुका है।
दर्जनभर से अधिक अपार्टमेंट भी दायरे में
यहां के 10 से ज्यादा अपार्टमेंट भी नदी के दायरे में आ गये हैं। एक एक अपार्टमेंट में सैकड़ों लोग रह रहे हैं। ऐसे में एलडीए सभी को ध्वस्तीकरण की नोटिस देगा। बाकी भवन स्वामियों व बंगलों को भी नोटिस दी जाएगी। सर्वे का बुधवार को यहां के निवासियों ने भारी विरोध किया। लोगों की एलडीए अधिकारियों से कई बार झड़प हुई। पुलिस ने लोगों को संभाला। एलडीए के अधिकारियों ने लोगों को बताया कि अभी केवल सर्वे हो रहा है। गिराने पर फैसला बाद में होगा। कई झड़प के बावजूद एलडीए ने सर्वे का काम पूरा कर लिया।
विरोध में हुई बड़ी सभा
मकानों में लाल निशान लगाकर इन्हें गिराने के विरोध में बुधवार को पंतनगर में बड़ी सभा हुई। कांग्रेस के पूर्व विधानसभा के प्रत्याशी रहे मुकेश सिंह चौहान, विधायक रविदास मेहरोत्रा तथा सपा से मेयर का चुनाव लड़ी वंदना मिश्रा भी पहुंचीं। मुकेश सिंह चौहान ने कहा कि सरकार गरीबों को हटाने का काम कर रही है। यहां के लोगों के मकानों की रजिस्ट्री है। गाढ़ी कमाई से प्लाट खरीद कर मकान बनाया है। किसी का अवैध कब्जा नहीं है। रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि गरीबों को खत्म करने का प्रयास हो रहा है। अगर अकबर नगर गिराने के दौरान सभी एक जुट हो गए होते तो यह नौबत नहीं आती।
ऐसे में अधिक फोर्स की जरूरत पड़ेगी
स्थानीय निवासियों ने मकानों को तोड़ने के विरोध में संघर्ष समिति बनाने का फैसला किया है। इसके लिए फार्म वितरित किए जा रहे थे। लोगों ने आन्दोलन की तैयारी की है। उधर एलडीए के अधिकारियों को इसकी भनक लग चुकी है। इसलिए एलडीए अब ज्यादा फोर्स के साथ जाएगा। एलडीए अधिकारियों ने कहा कि लोगों ने यहां ग्रीनबेल्ट की भूमि पर बिल्डिंग बनायी है। ग्रीनबेल्ट पर कोई निर्माण नहीं हो सकता है। अधिकारियों ने बताया कि मास्टर प्लान में यहां की जमीन ग्रीनबेल्ट के रूप में दर्ज है। ग्रीन वेल्ट का कोई मुआवजा नहीं दिया जा सकता। ग्रीन वेल्ट पर पौधे लगते हैं निर्माण नहीं।