रायपुर। उच्च शिक्षा को लेकर बड़ी खुशखबरी सामने आई है। मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन यानी एमसीए की पढ़ाई अब फार्मेसी, एग्रीकल्चर समेत अन्य ग्रेजुएट भी कर सकेंगे, क्योंकि एमसीए को लेकर नया नियम लागू कर दिया गया है। इससे युवाओं के लिए नई राह खुलेगी। आगे बड़ा अवसर मिलेगा।
इस नियम की शर्तें हैं कि बारहवीं में एक पेपर मैथ्स होना चाहिए। एमसीए के प्रवेश नियम में बदलाव किया गया है। शिक्षा सत्र 2024-25 में इसी नियम के तहत एडमिशन होंगे। इसी तरह पहले बीई, बीटेक, बीएससी, बीकॉम, बीए, बी.वोकेशनल, बीसीए ग्रेजुएट होना अनिवार्य था, लेकिन अब इसमें संशोधन किया गया है।
इसमें पिछले साल की तरह इस बार भी सभी शर्तें हैं, इसमें सिर्फ अन्य संकाय/विषय में ग्रेजुएट होना भी शामिल किया गया है। जानकारों का कहना है कि इन शब्दों के जुडऩे से अब कोई भी स्नातक एमसीए में प्रवेश के लिए पात्र हो गए हैं। इसका फायदा उन्हें मिलेगा एमसीए जो करना चाहते थे, लेकिन दूसरे विषय में ग्रेजुएट होने की वजह से अपात्र हो रहे थे।
50 फीसदी नंबर अनारक्षित वर्ग को
इसी तरह प्रवेश के लिए स्नातक में न्यूनतम 50 फीसदी नंबर अनारक्षित वर्ग और 45 फीसदी नंबर आरक्षित वर्ग के लिए निर्धारित है। ऐसे ही गणित से संबंधित गणित के अन्य विषय जैसे, बिजनेस गणित, बेसिक गणित मान्य नहीं होंगे, जबकि उच्च गणित मान्य किए जाएंगे। प्रदेश में एमसीए की करीब साढ़े पांच सौ सीटें हैं। इनमें एडमिशन के लिए व्यापमं की ओर से हर साल एमसीए की प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। जबकि तकनीकी शिक्षा संचालनालय, रायपुर से काउंसिलिंग होती है। वहीं दूसरी ओर इंजीनियरिंग (बी.टेक) में लेटरल एंट्री से प्रवेश को लेकर भी नियम में संशोधन किया गया है। इसके अनुसार बी.वॉक व डी.वॉक पास छात्र भी बी.टेक में लेटरल एंट्री से प्रवेश ले सकेंगे।
जून में व्यापमं लेगा परीक्षा
एमसीए में प्रवेश के लिए काउंसिलिंग की प्रक्रिया अगस्त के पहले सप्ताह से शुरू होने की संभावना है। जून में व्यापमं की ओर से इसकी प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई थी। अब मॉडल उत्तर जारी किए गए हैं। इसी लेकर संभावना है कि इसके रिजल्ट इसी महीने जारी होंगे।
देखें व्यापमं की वेबसाइट
वहीं दूसरी ओर प्री.एमसीए के मॉडल उत्तर पर दावा-आपत्ति की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए ऑनलाइन आपत्ति 8 मई दोपहर 3 बजे तक दर्ज की जा सकती है। इसके लिए प्रति प्रश्न 50 रुपए है। हालांकि, आपत्ति सही पाए जाने की स्थिति में यह शुल्क अभ्यर्थियों को वापस उनके बैंक एकाउंट में भेज दिया जाएगा। डाक एवं व्यापमं दफ्तर में स्वयं उपस्थित होकर दावा-आपत्ति मान्य नहीं होगी। इस संबंध में विस्तृत जानकारी व्यापमं की वेबसाइट पर उपलब्ध है।