0 ख़बर-नवीस की समीक्षा में पंचायत 3 वेब सीरीज़ को मिले 3.5/5 स्टार
मनोरंजन डेस्क। ‘पंचायत 3’ अपने पहले के सीज़न्स की ऊंचाइयों को पूरी तरह से नहीं छू पाता, लेकिन यह अब भी एक मजेदार और दिलचस्प अनुभव प्रदान करता है। इस सीजन में कहानी और किरदारों की गहराई बरकरार है, जो दर्शकों को फुलेरा गांव की जिंदगी में फिर से खो जाने का मौका देती है।
कहानी की शुरुआत वहीं से होती है, जहां दूसरा सीजन खत्म हुआ था। अभिषेक त्रिपाठी (जीतेंद्र कुमार) एक बार फिर फुलेरा पंचायत के सचिव के रूप में नजर आते हैं। उनके संघर्षों और प्रयासों को देखना दर्शकों के लिए आकर्षक रहता है।
इस बार, कुछ नए ट्विस्ट और टर्न्स जोड़े गए हैं, जो कहानी को और भी रोचक बनाते हैं। पंचायत के अन्य सदस्यों जैसे प्रधान जी (रघुबीर यादव), मनुका (नीना गुप्ता) और विकास (चंदन रॉय) के साथ अभिषेक के संबंधों की गहराई को और भी अच्छे से दिखाया गया है।
हालांकि, कुछ जगहों पर कहानी धीमी लग सकती है, लेकिन यह धीमापन भी अपने तरीके से दर्शकों को कहानी के साथ जोड़े रखने में सफल होता है। फुलेरा गांव की सादगी और वहां के लोगों का जीवन, उनकी छोटी-बड़ी समस्याएं और उनके समाधान, सभी को बड़े ही सरल और स्वाभाविक तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
अभिनय की बात करें तो, सभी कलाकारों ने अपने-अपने किरदारों में जान डाल दी है। जितेंद्र कुमार ने अभिषेक त्रिपाठी के रूप में एक बार फिर बेहतरीन प्रदर्शन किया है। रघुबीर यादव और नीना गुप्ता ने भी अपने-अपने किरदारों को बखूबी निभाया है। चंदन रॉय ने विकास के किरदार में फिर से अपनी छाप छोड़ी है।
दीपक के निर्देशन ने फिर फूंकी जान
निर्देशन और संवादों की गुणवत्ता वही पुरानी है, जो दर्शकों को बांधे रखती है। दीपक कुमार मिश्रा ने निर्देशन में एक बार फिर अपनी कुशलता का प्रदर्शन किया है। संवादों में भी वह ताजगी और सरलता बरकरार है, जो दर्शकों को हंसाने और भावुक करने में सफल होती है।
दर्शकों को निराश नहीं करेगी सीरीज़
फुलेरा की जिंदगी, वहां के लोग, उनकी समस्याएं और समाधान, सभी को बड़ी ही खूबसूरती से पर्दे पर उतारा गया है। यदि आपने पिछले सीज़न्स का आनंद लिया है, तो ‘पंचायत 3’ आपको निराश नहीं करेगा। यह सीजन आपको फुलेरा की एक और यात्रा के लिए उत्सुक छोड़ देगा। आपको उम्मीद से भर देगा कि अगले सीजन में और भी दिलचस्प कहानियां देखने को मिलेंगी।