रायपुर . बुधवार को प्रदेश के तमाम सामान्य डिग्री कॉलेजों में प्रवेश समाप्त हो जाएंगे। इसके बाद पहले जहां नए छात्रों के लिए कॉलेज ओरिएंटेशन की व्यवस्था करते थे, वहीं इस साल ओरिएंटेशन के बजाए शिक्षारंभ विशेष सेशन कराया जाएगा। कॉलेजों ने विद्यार्थियों को इस सेशन में रहना अनिवार्य किया है, ताकि उनको इस साल से शुरू हुई नई शिक्षा नीति के हर पहलू, पढ़ाई और परीक्षा, पैटर्न, सिलेबस, मार्किंग बताए जा सके। यह शिक्षारंभ कार्यक्रम पांच अगस्त को एक साथ सभी कॉलेजों कराया जाएगा। इसको लेकर उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों को सूचना दे दी है। साथ ही शिक्षारंभ के लिए इंतजाम करने को कहा गया है। इस कार्यक्रम में शिक्षक नव-प्रवेशित विद्यार्थियों के साथ होंगे और एनईपी से जुड़ी उनकी जिज्ञासाओं को दूर करेंगे। इसी सत्र में विद्यार्थियों को उनके द्वारा चुने गए मुख्य कोर्स के साथ वैल्यु एडेड और स्किल कोर्स के बारे में बताएंगे। यह सेशन इसलिए भी खास है ताकि नव-प्रवेशित विद्यार्थियों को किसी भी तरह की दुविधा न रहे और वे पहले दिन से ही अपनी पढ़ाई को सही तरह से समझ लें।
दिक्कत हुई तो साथ रहेंगे सारथी
कॉलेजों में नई शिक्षा नीति लागू करने के साथ ही उच्च शिक्षा विभाग ने हर कॉलेज से कुछ विद्यार्थियों को एनईपी का एंबेस्डर तैनात किया है। ये एंबेस्डर कॉलेज में आने वाले नव-प्रवेशित विद्यार्थियों होने वाली एकेडमिक दिक्कतों को दूर करने का प्रयास करेंगे। इसमें वे छात्र शामिल सारथी बनाए गए हैं जो उत्कृष्ट व्यक्तित्व, उत्कृष्ट संचार कौशल, संगठनात्मक क्षमता, रचनात्मकता, जिम्मेदारी की भावना और टीमों का नेतृत्व करने की क्षमता रखते हैं।
कॉलेज में बनेंगे हेल्प डेस्क
कॉलेजों में बनेंगे हेल्प डेस्कएनईपी के प्रचार-प्रसार के लिए छात्र समूहों के साथ जुडऩे से लेकर संकाय सदस्यों, प्रशासकों और यूजीसी के बीच सार्थक संवाद स्थापित करना, कैंपस में एनईपी की योजनाओं पर संक्षिप्त नोट्स बनाना। कार्यक्रमों, वाद-विवाद, चर्चाओं, प्रतियोगिताओं, प्रश्नोत्तरी, नुक्कड़़ नाटक के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।