घटना स्थल से नक्सलियों की हथियार फैक्ट्री लेथ मशीन, बैरल ग्रेनेड लांचर के खाली खोखे, जनरेटर, स्प्रिंग, पाइप सेल बरामद किया गया है
जगदलपुर। प्रदेश के बस्तर संभाग में माओवादियों के खिलाफ चल रहे अभियान में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस बार नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ के कोड़तामेटा क्षेत्र के घमंडी व हिकुलनार के जंगल में हथियार बनाने के अस्थायी अड्डे को ध्वस्त कर दिया गया है। इस अड्डे में नक्सलियों के शीर्ष स्तर के केंद्रीय समिति के नेता सोनू उर्फ भूपति, कोसा व माड़ डिविजन की प्रभारी दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य माड़ डिवीजन की सचिव रनिता उर्फ जयमति सहित 70 से 80 नक्सली उपस्थित मौजू थे।
जानकारी अनुसार सुरक्षा बलों के लगातार 72 घंटे अभियान के दौरान नक्सलियों को सुरक्षा बलों के आने की भनक लगते ही वे वहां से भागने लगे, पर माओवादियों की पीछे रही टीम के साथ सुरक्षा बलों की मुठभेड़ हुई। उसके बाद घटना स्थल की जांच में पुलिस को हथियार फैक्ट्री लेथ मशीन, बीजीएल (बैरल ग्रेनेड लांचर) के खाली खोखे, जनरेटर, स्प्रिंग, खाली पाइप सेल बरामद हुआ है।
बता दें कि नक्सली इनका उपयोग देशी हथियार बनाने के लिए करते थे। मुठभेड़ में मारे गए सभी नक्सली पीपुल्स लिब्रेशन गुरिल्ला आर्मी कंपनी नंबर एक के सदस्य थे। तीन घायल नक्सली को भी सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से पकड़ा है।
ये चीजें बरामद
पुलिस ने बताया कि घटना के अलग-अलग जगहों से एक 303 रायफल, दो 315 बोर रायफल, दो मजल लोडिंग रायफल, एक बीजीएल लांचर, छह बीजीएल सेल व भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ सहित अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामान मिले हैं। घटनास्थल के आसपास बड़े इलाके में खून के धब्बे दिखाई दिये हैं, अनुमान लगाया जा रहा है कि मुठभेड़ में बड़ी संख्या में अन्य नक्सली घायल अथवा मारे गए हैं।