Mahakumbh पांडे क्षेत्र से आने वालों को भारद्वाज घाट, नागवासुकी घाट, मोरी घाट, काली घाट, राम घाट, हनुमान घाट और अरैल क्षेत्र के प्रवेशको
प्रयागराज। Mahakumbh उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 का अंतिम स्नान बुधवार को महाशिवरात्रि के मौके पर होगा, जिसके लिए बड़ी तैयारी की जा रही है। महाकुंभ के अंतिम स्नान में काफी श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए मंगलवार शाम 4 बजे से कुंभ मेला क्षेत्र को वाहन प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। इसके साथ ही शाम 6 बजे से पूरे प्रयागराज में वाहनों के आने-जाने पर प्रतिबंध होगा। सिर्फ आवश्यक वाहनों को छूट रहेगी।
Mahakumbh मेला पुलिस ने जारी किया बयान
मेला पुलिस ने बताया कि श्रद्धालुओं को अपने प्रवेश बिंदु के आधार पर निकटतम निर्दिष्ट घाटों पर ही स्नान करना चाहिए।पुलिस ने दक्षिणी झूंसी मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं को अरैल घाट, उत्तरी झूंसी मार्ग से आने वालों को हरिश्चंद्र घाट, पुराने जीटी घाट जाने को कहा है। Mahakumbh पांडे क्षेत्र से आने वालों को भारद्वाज घाट, नागवासुकी घाट, मोरी घाट, काली घाट, राम घाट, हनुमान घाट और अरैल क्षेत्र के प्रवेशको को अरैल घाट जाने को कहा है।
इन वाहनों को रहेगी आने-जाने की अनुमति
पुलिस ने बताया कि प्रयागराज Mahakumbh में दूध, सब्जियां, दवाइयां, ईंधन और आपातकालीन वाहनों के आने-जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। डॉक्टर, पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक कर्मचारी जैसे सरकारी कर्मियों भी वाहनों से आ-जा सकेंगे। कक्षा 1 से 8वीं तक की कक्षाएं 26 फरवरी तक ऑनलाइन चलेंगी। पुलिस का कहना है कि भीड़ के घनत्व के आधार पर पंटून पुलों को खोला जाएगा। भीड़ को अनुष्ठान निपटाने के बाद तुरंत लौटने को कहा गया है।
अब तक 63 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं महाकुंभ
हर 12 साल में लगने वाला महाकुंभ इस बार 13 जनवरी से शुरू हुआ, जिसमें 5 शाही स्नान हो चुके हैं। महाकुंभ में अब तक 63 करोड़ लोग पहुंच चुके हैं। Mahakumbh अब 2027 में नासिक में और 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ कुंभ होगा।