0 प्रारंभिक जांच में काम के दौरान बिना सूचना अचानक बिजली सप्लाई शुरू करने की बात आई सामने
कांकेर। जिले में विद्युत संधारण के दौरान फिर बड़ी लापरवाही सामने आई है। लाइनमैन की करंट लगने से जान चली गई। इसमें विभागीय समन्वय की कमी सामने आई है। बताया जाता है कि सुधार कार्य करने लाइनमैन खंभे पर चढ़ा था कि बिना किसी सूचना व संबंधितों से चर्चा किए बगैर अचानक बिजली सप्लाई शुरू कर दी गई। घटना के बाद लाइनमैन काफी देर तक खंभे से चिपका रहा।
घटना कोयलीबेड़ा थाना क्षेत्र का है। बारिश से कोयलीबेड़ा क्षेत्र में बिजली वितरण का काम ठप हो गया था। उसी को दुरूस्त करने लाइनमैन खंभे पर चढ़ा था। सुलंगी गांव क्षेत्र के लाइनमैन किशुन दर्रो की जिम्मेदारी में है। बिजली गुल होने पर वह खंभे पर चढ़ कर तारों को ठीक कर रहा था। इसी समय विभाग के लोगों ने अचानक गांव में बिजली की लाइन शुरू कर दी।
इससे बिजली के तार में करंट प्रवाहित होने लगा और चिपक कर उसकी मौत हो गई। बिजली सप्लाई बंद न किए जाने से मृतक किशुन का शव देर तक खंभे से चिपका रहा। आधे घंटे के बाद बिजली बंद कर उसका शव नीचे उतारा गया और स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। यहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना के संबंध में थाना प्रभारी मालिक राम ने बताया कि बिजली विभाग के जेईई ने सूचना दी कि सुलंगी गांव में करंट लगने से लाइनमैन की मौत हो गई है। उसके बाद टीम भेजी गई, फिर खंभे से शव उतार कर पीएम के लिए भेजा गया।
प्रारंभिक जांच में विभागीय लापरवाही आई सामने
मामले की प्रारंभिक जांच में बिजली विभाग की लापरवाही सामने आई है। विभाग अपने कर्मचारियों को बिना सुरक्षा उपकरण जान जोखिम में डालकर बिजली के काम करवा रहा है। ऐसी घटना पहले भी हो चुकी है, पर भी लाइनमैनों की जान की सुरक्षा को लेकर विभाग गंभीर नहीं है।