Latest news: युवक के मिलने से परिजन ने ली राहत की सांस, 9 सितंबर को घर में मोबाइल व लेटर छोडक़र लापता हो गया था कांग्रेस का युवा नेता सूरज वर्मा, लिव-इन में रहने वाले दंपती पर प्रताडि़त करने व धमकी देने का लगाया था आरोप
अंबिकापुर। Latest news: शहर के गोधनपुर निवासी कांग्रेस का युवा नेता 9 सितंबर से लापता था। घर पर उसने अपना मोबाइल व एक लेटर छोड़ रखा था। वहीं एसपी कार्यालय का सील लगा एक और आवेदन मिला था। लेटर में उसने शहर के गुदरी चौक के पास लिव-इन-रिलेशनशिप में रहने वाले दंपती व अन्य पर प्रताडि़त करने तथा धमकी देने का आरोप लगाया था। युवक के परिजन की रिपोर्ट पर पुलिस उसकी खोजबीन में जुटी थी। घटना के 5 दिन बाद युवक के मध्यप्रदेश के सतना में होने की जानकारी (Latest news) मिली है। युवक को लाने उसके परिजन रवाना हो चुके हैं।
हम आपको बता दें कि शहर के गोधनपुर निवासी छात्र नेता सूरज वर्मा पिता रामदास वर्मा 23 वर्ष 9 सितंबर से अपना मोबाइल व एक पत्र घर पर छोडकऱ लापता हो गया था। पिता की शिकायत पर पुलिस ने जब उसकी खोजबीन (Latest news) शुरु की तो उसकी बाइक अंबेडकर चौक स्थित पेट्रोल पंप के पास लावारिस हालत में मिली थी।
इसके बाद से उसकी खोजबीन में पुलिस जुटी हुई थी। इसी बीच 14 सितंबर को उसके मध्यप्रदेश के सतना में होने की जानकारी पुलिस को मिली। इसके बाद परिजन व पुलिस की टीम उसे लेने सतना रवाना हो चुके हैं।
(Latest news) पत्र में लिखी थीं ये बातें
पत्र में सूरज वर्मा ने खुद को छात्र राजनीति से ही कांग्रेस से जुड़े होने की बात (Latest news) लिखी थी। साथ ही गुदरी चौक के पास लिव-इन-रिलेशनशिप में रहने वाले महिला-पुरुष सहित अन्य लोगों द्वारा उसे झूठे केस में फंसाने तथा जान से मारने की भी धमकी देने व जलील किए जाने का जिक्र था। उसने भयभीत होने की भी बात लिखी थी। अंत में उसने लिखा है कि मम्मी-पापा मुझे माफ करना भी लिखा था।
एसपी कार्यालय सील लगा आवेदन भी मिला था
पिता रामदास वर्मा ने बताया था कि सूरज के कमरे से एसपी कार्यालय का सील लगा एक आवेदन भी मिला है। इसमें उल्लेख किया गया है कि गुदरी चौक में लिव-इन-रिलेशनशिप में रहने वाले महिला-पुरुष की 2 नाबालिग बेटियां हैं।
इनके माता-पिता शराब पीने के आदी है तथा अनैतिक कार्य (Latest news) भी करते हैं। रुपए के लिए रोज नए-नए लोगों को घर पर बुला देह व्यापार किया जाता है। नाबालिग बेटियों को भी इस दलदल में धकेला जा रहा था। 11 जून 2024 को नाबालिगों ने उसे घटना की जानकारी दी थी।
पुलिस ने गंभीर मामले में भी नहीं दिया ध्यान
आवेदन में यह भी लिखा गया था कि उसने कोतवाली पुलिस को सूचना दी, मगर उसने गंभीर मामला होने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया। इसके बाद वह नाबालिगों को चाइल्ड लाइन (Latest news) ले गया, जहां चाइल्ड लाइन की टीम द्वारा नाबालिग बालिकाओं का बयान दर्ज किया गया और बालिका गृह भेज दिया गया।
कुछ दिनों बाद दोनों बच्चों को छोड़ दिया गया। इसके बाद से दोनों नाबालिगों के माता-पिता, एक ऑटो चालक सहित अन्य लोगों द्वारा उसे झूठे केस में फंसाने, जीवन बर्बाद कर देने, मारने-पीटने की धमकी देते हुए जलील भी किया जा रहा है। सूरज वर्मा ने एसपी से कार्रवाई की मांग भी की थी।