0 तेंदूपत्ता तोड़कर लौट के दौरान हुआ हादसा, एक ही गांव की थे सभी मृतक, दुर्घटना में 8 लोग घायल, इनमें से 4 गंभीर रूप से घायलों को हायर सेंटर किया गया रेफर
कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में सोमवार की दोपहर एक बड़ा सड़क हादसा हो गया, इसमें 18 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 16 महिलाएं व बच्चियां शामिल हैं। वही 8 घायलों में 4 की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है। उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है। हादसा उस वक्त हुआ, जब ग्रामीण तेंदूपत्ता तोड़कर वापस गांव लौट रहे थे। इसी दौरान रास्ते में पिकअप नियंत्रित होकर पलट गई। इस घटना पर सीएम विष्णुदेव साय और दोनों डिप्टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने गहरा दुख जताया है।
कवर्धा जिले सेमहरा गांव के रहने वाले आदिवासी समाज के 40 की संख्या में ग्रामीण महिलाएं, पुरुष व बच्चे के तेंदूपत्ता तोड़ने सुबह जंगल की ओर गए थे।तेंदूपत्ता तोड़ने के बाद सभी पिकअप क्रमांक सीजी 09 जेडी 5670 में सवार होकर गांव लौट रहे थे।
पिकअप कुकदुर थाना क्षेत्र के ग्राम बाहपानी के पास पहुंची ही थी कि वह अनियंत्रित होकर 20 फीट गहरी खाई में पलट गई। हादसे में पिकअप में सवार 18 लोगों की मौत हो गई।
इनमें से 13 की मौत मौके पर ही हो गई थी, जबकि 5 ने अस्पताल में दम तोड़ा। मृतकों में मां-बेटी व 3 बच्चियों सहित 16 महिलाएं वह 2 पुरुष शामिल हैं। जबकि 8 लोग घायल हैं घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ये हैं मृतकों के नाम
पिकअप हादसे में मरने वालों में 35 वर्षीय जानिया बाई पिता जनऊ गोंड, मीला बाई पति बंजारी 48 वर्ष, टीकू बाई पति गुलाब 40 वर्ष, सिरदारी पिता सिलाब गोंड 45 वर्ष, मुंगिया बाई पति बजरू 60 वर्ष, झंगलो बाई पति धनी राम 62 वर्ष, दिया बाई पति तिरीत गोंड 50 वर्ष,
किरण पिता शिवनाथ 15 वर्ष, पटोरिन बाई पति दयाराम गोंड 35 वर्ष, शांति बाई पति शिवनाथ 35 वर्ष, धनैया बाई पति सिरदारी 48 वर्ष, प्यारी बाई पति फूलचंद 40 वर्ष और उसकी बेटी 15 वर्षीय सोनम,
विस्मत बाई 45 वर्ष, लीला बाई पति मानसिंह 35 वर्ष और उसकी बेटी 13 वर्षीय भारती, परसदिया बाई पति रामचंद्र 30 वर्ष, सुनती बाई पति मदन सिंह 45 वर्ष शामिल हैं।