0 कवर्धा में तेंदूपत्ता तोडक़र पिकअप से लौट रहे 19 लोगों की सडक़ दुर्घटना में हो गई थी मौत, 2 लोगों का दूसरे गांव में हुआ दाह संस्कार
कवर्धा। Kawardha Road Accident: छत्तीसगढ़ के लिए सोमवार का दिन काला दिन साबित हुआ। कवर्धा जिले के बाहपानी घाटी से गुजरने के दौरान महिला-पुरुष मजदूरों से भरा पिकअप वाहन पलट गया था। हादसे में 3 मां-बेटियों समेत 19 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर छत्तीसगढ़ के सीएम ने भी शोक जताया था। मंगलवार को पीएम पश्चात ग्राम सेमहारा गांव के 17 मृतकों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। यह दर्दनाक मंजर देख हर कोई रो रहा था। वहीं दो शवों को दूसरे गांव में अंतिम संस्कार किया गया।
कवर्धा के सेमहारा गांव के 30-40 की संख्या में महिला-पुरुष व नाबालिग बेटियां 20 मई की सुबह किराए के पिकअप में सवार होकर तेंदूपत्ता तोडऩे गए थे। दोपहर करीब 2 बजे सभी पिकअप से ही लौट रहे थे।
पिकअप बाहपानी गांव के पास घाटी पर पहुंचा ही था कि वह अनियंत्रित होकर करीब 25 फीट नीचे पलट गया। हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें 17 महिलाएं शामिल थीं। वहीं 8 लोग घायल हो गए थे।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतकों व घायलों को अस्पताल पहुंचाया। इस घटना से हर कोई स्तब्ध और दुखी है। सडक़ दुर्घटना में मारे गए लोगों में 11 लोग एक ही परिवार के थे।
एक ही चिता पर जले 17 शव
सडक़ हादसे में मृत 19 में से 17 शवों का अंतिम संस्कार सेमहारा गांव में एक ही चिता पर मंगलवार की सुबह किया गया। दिल दहला देने वाले इस नजारे से हर किसी की आंखों में आंसू आ गए।
इसमें एक साथ 3 मां-बेटियों शांतिबाई गोंड़ 35 वर्ष और उसकी बेटी किरण 15 वर्ष, प्यारी बाई गोंड 40 वर्ष और बेटी सोमन बाई 16 वर्ष तथा व लीलाबाई 35 वर्ष व उसकी बेटी भारती 15 वर्ष के शव का भी अंतिम संस्कार किया गया।