स्पोट्र्स डेस्क . कुछ दिनों पहले एक पाकिस्तानी पत्रकार ने महेंद्र सिंह धोनी की तुलना मोहम्मद रिजवान से करके विवाद खड़ा कर दिया था। जिसकी प्रशंसकों ने कड़ी आलोचना की। अब उसी पत्रकार ने भारत के बेहतरीन कप्तानों में से एक सौरव गांगुली की तुलना पाकिस्तानी ओपनर इमाम उल हक से करके फिर से विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने दोनों खिलाडय़िों की तस्वीरें पोस्ट कीं और फैंस से बेहतर खिलाड़ी चुनने को कहा। फैंस को आया गुस्सा यह तुलना फैंस को पसंद नहीं आई और उन्होंने पत्रकार की आलोचना की कि उसने गांगुली की तुलना इमाम से क्या सोचकर की है। जो अभी तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खुद को स्थापित भी नहीं कर पाए हैं। सौरव गांगुली की तुलना इमाम उल हक के साथ देखकर फैंस बौखलाए हुए हैं और लगातार पाकिस्तानी पत्रकार को ट्रोल कर रहे हैं। शायद यह पाकिस्तानी भूल गए हैं कि भारत के लिए सौरव गांगुली ने 113 टेस्ट और 311 वनडे मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने 18,000 से ज़्यादा अंतरराष्ट्रीय रन बनाए। उन्होंने लंबे समय तक भारत की कप्तानी की और टीम को 2003 के वल्र्डकप के फाइनल तक पहुंचाया। दूसरी तरफ 28 वर्षीय इमाम उल हक ने 24 टेस्ट, 72 वनडे और 2 टी 20 मैच खेले हैं और अपने करियर में 5,000 से कम रन बनाए हैं।
इसलिए दादा की तुलना संभव नहीं
भारतीय क्रिकेट में ‘दादा’ के नाम से मशहूर सौरव गांगुली को भारत के सबसे प्रभावशाली क्रिकेट कप्तानों में से एक माना जाता है। उन्होंने बीसीसीआई के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया। 2000 से 2005 तक भारतीय टीम का नेतृत्व करते हुए गांगुली ने अपनी आक्रामक कप्तानी शैली और निडर रवैये से भारतीय क्रिकेट को बदल दिया। गांगुली के नेतृत्व में भारत ने साल 2002 में नेटवेस्ट ट्रॉफी जीती। उनका कार्यकाल वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह, मोहम्मद कैफ, आशीष नेहरा, जहीर खान, युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी जैसी युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है।