Ajab-Gajab Demand: जनता-जनार्दन की समस्याओं के निदान और उनसे रूबरू मुलाकात के लिए सुशासन तिहार का आयोजन साय सरकार पूरे प्रदेश में कर रही है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक आवेदन की तस्वीर जमकर वायरल हो रही है, जिसमें स्कूटी की मांग की गई है।
बिलासपुर। Ajab-Gajab Demand: सुशासन तिहार (Sushasan Tihar) शासन-प्रशासन के लिए जी का जंजाल बन गया है। यहां समस्याओं के ऐसे-ऐसे आवेदन आ रहे हैं कि अफसर भी हैरान हैं। इनमें से कई आवेदन तो इतने रोचक हैं, जिन्हें पढ़कर हंसी आने के साथ ही सामने वाले की मनोदशा का अंदाजा लगाया जा सकता है। ऐसा ही एक आवेदन बिलासपुर के तखतपुर से आया है। इसमें एक महिला कोटवार ने सुशासन तिहार में आवेदन देकर सरकार से स्कूटी की मांग की है। यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।
दरअसल, सुशासन तिहार शिविर के दौरान ग्राम पंचायत केकती की महिला कोटवार रुही बाई ने एक आवेदन के माध्यम से बताया कि गांव में मुनादी करने के लिए उन्हें रोज लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। गांव बड़ा होने के कारण पैदल मुनादी में काफी समय और मेहनत लगती है। ऐसे में यदि उन्हें स्कूटी उपलब्ध कराई जाती है तो काम भी आसानी से हो सकेगा और समय की भी बचत होगी।
सोशल मीडिया में वायरल हो रहा लेटर
बता दें कि सोशल मीडिया पर यह आवेदन तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें लोग इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कई लोगों ने इसे एक व्यावहारिक और सशक्त पहल बताया है। फिलहाल प्रशासन की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सुशासन तिहार शिविर में इस तरह के आवेदन का सामने आना निश्चित ही यह दर्शाता है कि जमीनी स्तर पर कार्यरत कर्मियों को किस प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
देखें Viral लेटर

ससुराल जाने में होती है परेशानी, बाइक दिलवा दीजिए साहब…
ज्ञात हो कि ये पहला मामला नहीं है जब सुशासन तिहार के दौरान लोगों ने ऐसी डिमांड रखी है। इससे पहले किसी ने ससुराल जाने के लिए मोटरसाइकिल की मांग की थी। दरअसल, अंबिकापुर जिले के मैनपाट विकासखंड के कदनई ग्राम पंचायत के रहने वाले अंगेश कुमार ठाकुर ने 10 अप्रैल को सुशासन तिहार के अंतर्गत आवेदन देकर मोटरसाइकिल दिलाने की मांग की है। आवेदन में उन्होंने लिखा है कि ससुराल और हाट बाजार जाने के लिए मुझे एक मोटरसाइकिल की आवश्यकता है। क्योंकि मेरे गांव से मेरा ससुराल और बाजार दूर है। मेरी गरीबी हालत को देखकर मुझे 1 नग मोटरसाइकिल प्रदान करें।
जानें क्या है ‘सुशासन तिहार 2025 का मुख्य उद्देश्य
बता दें कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य शासन और नागरिकों के बीच पारदर्शी संवाद स्थापित करना है। समाधान पेटी और ऑनलाइन माध्यम से प्राप्त आवेदनों का निपटारा निर्धारित समय-सीमा में किया जाएगा। साथ ही, इन आवेदनों पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए दो पालियों में कंप्यूटर ऑपरेटरों की ड्यूटी लगाई जाएगी। सभी जनपद कार्यालयों में पर्याप्त कंप्यूटर संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
समाधान शिविर 5 मई से 31 मई तक
प्रत्येक आवेदन की पावती दी जाएगी और संबंधित विभाग एक माह के भीतर समाधान सुनिश्चित करेगा। इसके पश्चात 5 मई से 31 मई तक जिलेभर में समाधान शिविर आयोजित किए जाएंगे, जहां आवेदकों को उनके आवेदनों की स्थिति की जानकारी दी जाएगी। जरूरत पड़ने पर मौके पर ही निराकरण किया जाएगा, लेकिन देखना होगा कि समाधान शिविर कितना कारगर साबित हो पाएगा।