Sunday, April 13, 2025

High court hearing : उसने दम तोड़ दिया…, आप एम्बुलेंस तक तो दिला नहीं पा रहे विकास क्या खाक करेंगे, जानिए नाराज़ हाइकोर्ट ने सरकार को क्यों कही ये बात

High court hearing छत्तीसगढ़ की बिलासपुर हाईकोर्ट ने मरीजों को एंबुलेंस न मिलने पर राज्य सरकार के प्रति सख्त नाराजगी जताई है। इस मामले पर हाईकोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग और रेलवे से जवाब-तलब किया है। दरअसल दंतेवाड़ा में एंबुलेंस के अभाव में मरीज की मौत और बिलासपुर रेलवे स्टेशन में कैंसर पीड़ित महिला का शव ले जाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिलने को लेकर हाईकोर्ट ने मीडिया रिपोर्ट को जनहित याचिका मानकर सुनवाई की है।

बिलासपुर। High court hearing छत्तीसगढ़ की बिलासपुर हाईकोर्ट ने मरीजों को एंबुलेंस न मिलने पर राज्य सरकार के प्रति सख्त नाराजगी जताई है। इस मामले पर हाईकोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग और रेलवे से जवाब-तलब किया है। दरअसल दंतेवाड़ा में एंबुलेंस के अभाव में मरीज की मौत और बिलासपुर रेलवे स्टेशन में कैंसर पीड़ित महिला का शव ले जाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिलने को लेकर हाईकोर्ट ने मीडिया रिपोर्ट को जनहित याचिका मानकर सुनवाई की है। बिलासपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की डिवीजन बेंच ने कहा है कि राज्य सरकार की मुफ्त योजनओं की सुविधाएं नागरिकों को नहीं मिल पा रही हैं। हाईकोर्ट ने High court hearing इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के सचिव और बिलासपुर रेलवे डीआरएम से जवाब मांगा है।

High court hearing एम्बुलेंस क्यों नहीं दी गई

कोर्ट ने सवाल किया है कि व्यवस्था में सुधार के लिए क्या किया जा रहा है साथ ही इस बात की पूरी जानकारी न्यायालय में प्रस्तुत करने के लिए कहा है। डिवीजन बेंच कहा है कि विभाग यह भी बताए कि इमरजेंसी में एंबुलेंस की सुविधा आखिर उपलब्ध क्यों नहीं हो पाती।

एंबुलेंस के इंतजार में मरीज ने दम तोड़ा

दंतेवाड़ा जिले के गीदम में एंबुलेंस की देरी के चलते मरीज की मौत हो गई। मरीज के परिजन बार-बार एंबुलेंस के लिये 108 नंबर पर कॉल करते रहे।

एंबुलेंस पहुंचने में सुबह से रात हो गई। 11 घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंचने के कारण इलाज में देरी हुई। High court hearing जिससे मरीज की मौत हो गई।

इस घटना से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया था।

ट्रेन में हुई थी कैंसर पीड़ित महिला की मौत

दूसरा मामला बिलासपुर रेल्वे स्टेशन से जुड़ा है, जहां कैंसर पीड़ित महिला के शव को एंबुलेंस ड्राइवर ने ले जाने से मना कर दिया। रायपुर से बिलासपुर ट्रेन में सफर कर रही एक कैंसर पीड़ित महिला रानी बाई, उम्र 62 वर्ष की मौत हो गई।ट्रेन के बिलासपुर पहुंचने पर परिजनों ने शव को उतारकर कुली की मदद से स्ट्रेचर से गेट नंबर एक के बाहर ले लाए। वहां पर एंबुलेंस का ड्राइवर गायब था। थोड़ी देर बाद वह आया, लेकिन शव ले जाने से मना कर दिया। महिला के परिजनों ने परिचितों के जरिए दूसरे एंबुलेंस का इंतजाम किया और वहां से एक घंटे बाद रवाना हुए। High court hearing उन्हें बिलासपुर से शाम वाली ट्रेन पकड़कर बुढ़ार जाना था।

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एंबुलेंस न मिलना गंभीर लापरवाही

हाईकोर्ट ने मीडिया रिपोर्ट पर जनहित याचिका मानकर सुनवाई शुरू की है। कोर्ट ने कहा कि राज्य सरकार कैंसर के मरीज को एंबुलेंस नहीं दिला पा रही है। रेलवे में भी अस्पताल है। इसके बाद भी महिला को एंबुलेंस नहीं मिली। राज्य सरकार की तरफ से कहा गया कि सरकार लोगों को फ्री एंबुलेंस सेवा उपलब्ध करा रही है। जिस पर डिवीजन बेंच ने कहा कि यह तो स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही है। मरीज को एंबुलेंस नहीं मिली तो उसकी जान ही चली गई। हाईकोर्ट ने रेलवे और स्वास्थ्य विभाग से जवाब मांगा है।

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