Flood in tripura त्रिपुरा में बाढ़ से हालात बदतर हो गए हैं। बाढ़ के चलते 65 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। उनके लिए राहत शिविर बनाए गए हैं। त्रिपुरा सरकार के अनुसार करीब 450 राहत शिविरों में 50 हजार से अधिक लोग रह रहे हैं। त्रिपुरा में बाढ़ के अलावा भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आई है, जिसमें अब तक कुल 22 लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ से प्रभावित लोगों को रेस्क्यू करने के लिए सेना की भी मदद ली जा रही है।
सेना और एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई है। इस बीच सेना ने शुक्रवार शाम एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने बताया कि 330 लोगों को अभी तक बचाया जा चुका है। त्रिपुरा के बाढ़ प्रभावित इलाकों में असम राइफल्स के जवानों की भी तैनाती की गई है। असम राइफल्स की 2 टुकड़ियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है। इन क्षेत्रों में अमरपुर, भामपुर, बिशलगढ़ और रामनगर शामिल है। यहां पर असम राइफल्स को तैनात किया गया है। Flood in tripura त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा भी लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वे कर रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने बाढ़ग्रस्त गोमती और दक्षिण त्रिपुरा के इलाकों का दौरा किया। त्रिपुरा में अगले आदेश तक सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
Flood in tripura सेना और एनडीआरएफ जुटी
माणिक साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि गोमती जिले के अंतर्गत अमरपुर और कारबुक में गंभीर रूप से प्रभावित लोगों के लिए एमआई-17 हेलीकॉप्टरों का उपयोग करके आवश्यक खाद्य पदार्थों की एयर ड्रॉपिंग की जा रही है। राज्य प्रशासन पूरी स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है। प्रभावित लोगों को बचाने और उन्हें राहत एवं स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए पहले ही पहल की जा चुकी है। लोगों को आश्वासन दिया कि सरकार सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी।f
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अमित शाह ने सीएम से की बात
त्रिपुरा बाढ़ पर गृह मंत्री अमित शाह भी नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने गुरुवार को X पर लिखा, त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा जी से बात की और राज्य में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। Flood in tripura केंद्र राहत और बचाव कार्यों में स्थानीय सरकार की सहायता के लिए नावों और हेलीकॉप्टरों के अलावा एनडीआरएफ की टीमों को राज्य में भेज रहा है। आवश्यकता पड़ने पर केंद्र से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है। संकट की इस घड़ी में मोदी सरकार त्रिपुरा में हमारी बहनों और भाइयों के साथ मजबूती से खड़ी है।