Sunday, November 24, 2024

पहली बार बीए के छात्र भी पढ़ सकेंगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्टॉक मार्केट और सोशल मीडिया मार्केटिंग जैसे कोर्स

भिलाई . EDUCATION NEWS दुर्ग संभाग के शासकीय और निजी महाविद्यालयों में आगामी सत्र से नई शिक्षा नीति लागू हो चुकी है। इस साल से स्नातक में भी सेमेस्टर परीक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों को पसंद के विषयों का चुनाव करने की आजादी होगी। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग ने सब्जेक्ट्स पूल जारी कर दिया है। वैल्यू एडेड विषयों से लेकर जेनरिक इलेक्टिव तक विषयों की सूची घोषित कर दी गई है। इस साल से विद्यार्थी वैल्यू एडेड विषयों में सोशल मीडिया मार्केटिंग और स्टॉक मार्केट जैसे विषय भी पढ़ेंगे। इसके अलावा बस्तर आर्ट और पब्लिक हाइजीन सरीखे विषयों की तालीम हासिल करने का मौका भी मिलेगा। शिक्षा विभाग से जारी विषय पूल में कला से लेकर गृह विज्ञान तक वैल्यू एडेड और इलेक्टिव के विषय अलग-अलग जारी किए हैं। अब कॉलेज अपनी व्यवस्था के अनुसार इन सब्जेक्ट्स पूल में विषयों का चयन कर विद्यार्थियों को पढ़ाएंगे।

यह होंगे वैल्यू एडिशन कोर्स

सोशल मीडिया मार्केटिंग, डिजिटल मार्केटिंग, डाटा एनालिसिस, हर्बल प्लांट एंड ह्यूमन हेल्थ, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, केमिस्ट्री इन डेली लाइफ, कॉन्सेप्ट ऑफ बिजनेस, स्टॉक मार्केट, कत्थक डांस, बस्तर आर्ट, इमोशनल इंटेलिजेंस, डिजास्टर मैनेजमेंट, आर्ट ऑफ बीइंग हैपी, स्ट्रेस मैनेजमेंट, केयर ऑफ एल्डर, लाइब्रेरी इफार्मेशन, म्यूजिक, स्पोट्र्स एंड हेल्थ लाइफ, पब्लिक हेल्थ हाइजीन और संभाषण कौशल जैसे वैल्यू एडेड कोर्स चुनने का विकल्प होगा।

संभाग के 161 कॉलेजों में लागू

हेमचंद यादव विश्वविद्यालय से संबद्ध १६१ कॉलेजों में पढऩे और पढ़ाने का पैटर्न पूरी तरह से बदल जाएगा। पहले तक जहां पर्यावरण विज्ञान, हिंदी और अंग्रेजी विषयों को फाउंडेशन कोर्स में शामिल किया जाता था, अब यह एबिलिटी इनहैंसमेंट कोर्स यानी एईसी के दायरे में आ जाएंगे। इन तीन कोर्स को चुनना अनिवार्य होगा। सेशन की शुरुआत के साथ नवप्रवेशित विद्यार्थियों को पांच तरह के कोर्स में विभाजित किया जाएगा। जिसमें छात्र अपनी रुचि और क्षमता के हिसाब से विषयों का चयन कर सकेंगे।

इस तरह विभाजित होगी पढ़ाई

  • डिसिप्लनरी स्पेशिफिक कोर्स – विषयों के इस सेक्शन में विद्यार्थी अपने कोर विषय का चुनाव करेंगे। मसलन आट्र्स यानी बीए का विद्यार्थी अपने विषय के चयन करेंगे। यह सेक्शन विभिन्न विषयों में से किसी तीन का चयन करने की आजादी देगा।
  • जेनरिक इलेक्टिव कोर्स – इस सेक्शन में नवप्रवेशित विद्यार्थी अपने मुख्य विषयों के साथ इंटर डिसिप्लनरी विषय भी चुन सकेंगे। मसलन बीकॉम चुनने वाला छात्र बीएससी का विषय मैथ्स भी पढ़ सकेगा। वहीं ऑटर्स के विद्यार्थियों को कॉमर्स का विषय चुनने को मिलेंगे।
  • एबीलिटी इनहैंसमेंट कोर्स – इसमें मुख्य रूप से तीन विषय होंगे। पर्यावरण, हिंदी और अंग्रेजी। इसको पहले फाउंडेशन कोर्स कहा जाता था।
  • स्किल इनहैंसमेंट कोर्स – इस सब्जेक्ट पूल में उन विषयों को शामिल किया गया है, जिनको छात्र अपने कोर विषयों से हटकर चुन सकेगा। इसमें पब्लिक स्पीकिंग, पर्सनैलिटी डेवलपमेंट, डेटा कलेक्शन, सोशल रिसर्च, क्रिएटिव राइटिंग, कंप्यूटर लिट्रेसी और इवेंट मैनेजमेंट जैसे कोर्स शामिल हैं। स्किल इनहैंसमेंट कोर्स का मकसद पढ़ाई के साथ-साथ विद्यार्थियों मेें नई स्किल देना है ताकि रोजगार आसान हो जाए।
sankalp
Aadhunik

Related articles

Shubham
Mishra Sweets