Family suicide जांजगीर-चांपा। जांजगीर सिटी कोतवाली क्षेत्र के बोंगापार क्षेत्र में एक ही परिवार के चार लोगों की खुदखुशी का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां निवासरत एक कांग्रेस कार्यकर्ता, उसकी पत्नी व दो बेटों ने जहर सेवन कर लिया। आनन फानन में इन सभी को अस्पताल पहुंचाया गया जहांFamily suicide इलाज के दौरान एक-एककर चारों की मौत हो गई। सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कर दिया है।
Family suicide बाहर से बंद किया दरवाजा
पुलिस के मुताबिक शहर के बोंगापारा वार्ड 10 निवासी पंचराम पिता स्वर्गीय कपिल यादव (65) अपनी पत्नी दिनेश नंदनी यादव (55), पुत्र नीरज यादव (32) व सूरज यादव (26) की मौत हो गई है।Family suicide मामला 30 अगस्त की दोपहर 12 बजे के बाद परिवार के चारों सदस्यों बीच किसी बात को लेकर आपसी सहमति बनी। इसके बाद छोटा पुत्र नीरज बाहर निकला और सामने मुख्य गेट में ताला बंद कर बगल पड़ोसी के छत से अपने छत पहुंच गया।
इस तरह दिया खुदखुशी को अंजाम
पुलिस ने बताया कि, युवक ने छत के भी दरवाजा में ताला लगा दिया। शाम को उसके रिश्तेदार घर में ताला लगा देखकर पंचराम को फोन किया। पंचराम का मोबाइल स्वीच ऑफ गया। दोनों पुत्र का भी मोबाइल बंद था। परिजनों द्वारा घर के आसपास पूछताछ व घर के बाहर खिड़की से देखने पर अंदर में रहने की आशंका हुई। फिर करीब रात 9 बजे मुख्य गेट का ताला तोड़कर अंदर पहुंचे। Family suicide जहां की स्थिति देखकर सन्न रह गए। अंदर पति-पत्नी बेसुध पड़े थे, साथ ही दोनों पुत्र बेड में सोए हुए थे और आंगन में सब उल्टी किए हुए थे। तबियत खराब होने की स्थिति में परिजनों द्वारा सभी को जिला अस्पताल ले जाया गया। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के दौरान पता चला कि चारों ने जहर सेवन किया है।
उपचार के दौरान हो गई मौत
परिजन इनके जहर सेवन को लेकर गुमराह रहे। जब अस्पताल पहुंचे तो मामला बिगड़ता देख डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद सभी चारों को सिम्स बिलासपुर रेफर कर दिया। जहां Family suicide इलाज के दौरान बड़े पुत्र नीरज यादव की 31 अगस्त को मौत हो गई। वहीं बाकी लोग गंभीर स्थिति में एक निजी अस्पताल बिलासपुर में इलाज चल रहा था। इसी दौरान देर रात तीनों की मौत हो गई।
बढ़ता गया कर्ज, बिजनेस भी ठप पड़ गया
पुलिस ने बताया की, मुताबिक पंचराम यादव कर्ज से लदा हुआा था। साथ ही उसका फेब्रिकेशन के कारोबार में नुकसान होना बताया जा रहा है। इससे उसका मार्केट में कर्ज बढ़ गया था। सूदखोरों के तगादा से परिवार परेशान थे। इससे पूरा परिवार मानसिक तनाव के शिकार थे। फिलहाल परिवार में अब एक भी सदस्य नहीं बचा। Family suicide इसके कारण चारों की एक साथ खुदकुशी की वजह पता नहीं चल पाया है। बताया जा रहा है कि दोनों पुत्र सीधे-साधे व किसी से लेना देना नहीं था।
एक ही परिवार के चार लोगों की खुदकुशी की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है। हर एक एंगल से जांच की जा रही है।
विवेक शुक्ला, एसपी