Thursday, November 21, 2024

Durg real hero : दुर्ग के शहीद उमेश को अंतिम विदाई देने उमड़ा पूरा गांव, नम आंखों से लगाए अमर रहे के नारे, एक दिन पहले पत्नी से हुई थी बात

Durg real hero जवान लांस हवलदार उमेश कुमार साहू 19 अक्टूबर को लेह-लद्दाख के बर्फीले पहाड़ी क्षेत्र में मां भारती की रक्षा करते हुए शहीद हो गए।

दुर्ग. Durg real hero छत्तीसगढ़ के दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के ग्राम कोडिय़ा के निवासी और भारतीय सेना के 19 महार रेजीमेंट के वीर जवान लांस हवलदार उमेश कुमार साहू 19 अक्टूबर को लेह-लद्दाख के बर्फीले पहाड़ी क्षेत्र में मां भारती की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। Durg real heroउनका पार्थिव शरीर सोमवार को दुर्ग जिले के पैतृक गांव कोडिय़ा लाया गया। जहां शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा। जहां से शहीद की अंतिम यात्रा गुजरी लोगों की आंखें नम हो गई। भारत माता की जयकारे के साथ लोग शहीद अमर रहे के नारे लगाते रहे।

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कलेक्टर भी पहुंची श्रद्धांजलि देने

Durg real hero गांव कोडिय़ा पहुंचने पर शहीद उमेश के स्वजन, ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान नम आंखों से शहीद को अंतिम विदाई दी गई। सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। दुर्ग कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने भी पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

दुर्ग से कोरिया तक बाइक रैली

इस अवसर पर उनके बलिदान को श्रद्धांजलि देने के लिए दुर्ग से कोरिया तक एक रैली निकाली गई। Durg real hero इस रैली में शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर चल रहे सेना के वाहन के आगे और पीछे युवा बाइक पर सवार होकर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे थे और वीर जवान के सम्मान में नारे लगा रहे थे।

कुछ महीने पहले छोटे भाई को खोया

ग्रामीणों ने बताया कि शहीद उमेश कुमार साहू मध्यम वर्गीय परिवार से थे। उन्होंने कुछ वर्षों में अपने बड़े भाई और मां को खोया, और हाल ही में जून माह में छोटे भाई का भी निधन हुआ। भाई के दशगात्र कार्यक्रम के बाद वह ड्यूटी पर लौटने वाले थे, लेकिन अपने बीमार पिता की देखभाल के कारण छुट्टी बढ़ानी पड़ी। Durg real hero उन्होंने 30 अगस्त को फिर से ड्यूटी जॉइन की और अपने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया। उनके घर में अब अस्वस्थ और आश्रित पिता, पत्नी और उनके दो बच्चे हैं, जिसमें 6 साल की बेटी और 3 साल का बेटा शामिल हैं।

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Durg real hero पत्नी से हुई थी बात

शहीद उमेश की पत्नी ने बताया कि वे ड्यूटी से वापस लौटने के बाद रोज बात करते थे। घटना से एक रात पहले भी उनकी बात हुई थी, जब वे पूरी तरह स्वस्थ थे। शनिवार को आर्मी के अधिकारियों ने बताया कि वह Durg real hero अस्वस्थ हैं और शाम को स्थिति गंभीर बताई गई। रात 9 बजे उन्हें शहीद होने की सूचना मिली।

sankalp
Aadhunik

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