Thursday, November 21, 2024

Durg music college : ये कैसी शिक्षा, सरकार आपने दुर्ग में संगीत कॉलेज तो खोला मगर व्यवस्थाएं देना भूल गए, बिना कक्षाओं के ऑडिटोरियम में लग रही क्लास, बाथरूम को तरसे छात्र

Durg music college दुर्ग संगीत महाविद्यालय की कक्षाएं कभी इधर, उधर के कमरों में लगानी पड़ रही है तो कभी साइंस कॉलेज के पुराने ऑडिटोरियम में कक्षाएं लगाना मजबूरी बन गया है।

दुर्ग। Durg music college उच्च शिक्षा विभाग ने दुर्ग जिले में संगीत महाविद्यालय तो खोल दिया, पर इसकी जरूरतों का ख्याल रखना भूल गए। भवन का इंतजाम किए बिना ही साइंस कॉलेज कैंपस में दो कमरों से संगीत महाविद्यालय की शुरुआत करा दी। अब हालात ये हो गए हैं कि संगीत महाविद्यालय अपनी कक्षाएं लगाने दर-बदर भटकता फिर रहा है। Durg music college दुर्ग संगीत महाविद्यालय की कक्षाएं कभी इधर, उधर के कमरों में लगानी पड़ रही है तो कभी साइंस कॉलेज के पुराने ऑडिटोरियम में कक्षाएं लगाना मजबूरी बन गया है।

इससे भी बड़ी विडंबना यह है कि, साइंस कॉलेज ने संगीत महाविद्यालय को कैंपस में जो दो कमरे दिए हैं, उनमें भी अल्टरनेटिव कक्षाओं का विकल्प है। यानी कॉमर्स की जब तक कक्षाएं पूरी होंगी तब तक संगीत महाविद्यालय के विद्यार्थी अपनी बारी का इंतजार करेंगे। Durg music college कॉमर्स की कक्षा समाप्त होने के बाद उसी कक्ष में सगीत की भी पढ़ाई होगी। अभी साइंस कॉलेज में आंतरिक परीक्षाएं चल रही है। ऐसे में संगीत को दिए गए कमरों में भी परीक्षाएं जारी है।

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Durg music college आंतरिक परीक्षा के चलते ऑक्यूपाइड किए गए कमरों की वजह से संगीत महाविद्यालय की कक्षाएं पुराने ऑडिटोरियम में लगाना  मजबूरी बन गया है। मसला, यह भी है कि संगीत महाविद्यालय को जो दो कमरे दिए गए हैं, वो भी एक साथ नहीं होकर एक इधर तो दूसरा कहीं और है। Durg music college वॉशरूम के लिए भी दोनों कॉलेजों के विद्यार्थियों में क्लैश हो रहा है।

Durg music college नए भवन के लिए प्राचार्य ने किया पत्राचार

Durg music college संगीत महाविद्यालय के खुद के स्थाई भवन के लिए नई प्राचार्य ने हाल ही में दुर्ग तहसीलदार ने मुलाकात कर कॉलेज के लिए जगह की तलाश का आग्रह किया है। तहसीलदार ने उन्हें जगह के विकल्प भी दे दिए, लेकिन जो विकल्प दिए गए वे दुर्ग शहर के न होकर आसपास लगे ग्रामीण क्षेत्रों के थे। Durg music college संगीत महाविद्यालय ने जगह की तलाश के लिए जिला कलेक्टर से लेकर दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव को भी ज्ञापन सौंपा है।

हालांकि, उच्च शिक्षा विभाग ने Durg music college संगीत महाविद्यालय  को नई व्यवस्था बनाने के लिए आसपास के क्षेत्र में किराए का भवन तलाशने का भी विकल्प दिया है। संगीत महाविद्यालय के नियमित संचालन के लिए अभी कम से कम ६ कमरों की जरूरत है, जबकि साइंस कॉलेज कैंपस में सिर्फ दो ही कमरे मिले हैं। कमरों की कमी की वजह से संगीत महाविद्यालय के छात्रों की पढ़ाई में भी बाधा आ रही है। प्राचार्य का डीडीओ पॉवर आना भी अभी बाकी है।

हेमचंद विवि का भवन हो सकता है विकल्प

Durg music college संगीत महाविद्यालय ने उच्च शिक्षा विभाग से हुए पत्राचार में कहा है कि दुर्ग हेमचंद  यादव विश्वविद्यालय पोटियाकला में नया भवन बनकर तैयार हो गया है। ऐसे में वे अपने नए भवन में शिफ्ट हो जाएंगे। इसके बाद विवि का पुराना भवन खाली रहेगा जिसे दुर्ग संगीत महाविद्यालय को दिया जा सकता है। इस संबंध में विभाग विचार कर सकता है। Durg music college हालांकि हेमचंद विश्वविद्यालय भी अपने भवन में कामकाज जारी रखते हुए दो कैंपस से संचालन की तैयारी में है।

बिना संगतकार के संगीत की कक्षाएं

अभी Durg music college संगीत महाविद्यालय में 54 विद्यार्थी तीन कोर्स वोकल म्युजिक, फोक के साथ भरतनाट्यम नृत्य की शिक्षा ले रहे हैं। इसके अलावा सहायक विषय हिंदी व अंग्रेजी की कक्षाएं भी संचालित करनी होती है। उच्च शिक्षा विभाग ने फिलहाल नियमित प्राध्यापकों की भर्ती नहीं की है, इसलिए गेस्ट लेक्चरर से ही काम चलाया जा रहा है। पूर्व में संगीत महाविद्यालय को १८ पदों पर स्वीकृति मिल चुकी है। वर्तमान में संगीत महाविद्यालय संगतकार नहीं है, जो कि कक्षाओं के संचालन के लिए सबसे जरूरी कड़ी है। संगतकार के अभाव में कहीं न कहीं विद्यार्थियों की शिक्षा प्रभावित हो रही है।

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इस तरह है महाविद्यालय का सेटअप

– प्राचार्य – 1

– सहायक प्राध्यापक – 5

– संगतकार शैक्षणिक – 4

– सहायक ग्रेड – 3

– भृत्य – 2

– बुक लिफ्टर – 1

– स्वच्छक – 1

– चौकीदार – 1


संगीत महाविद्यालय के नए भवन के लिए प्रशासन और उच्च शिक्षा विभाग के स्तर पर जगह की तलाश की जा रही है। हाल ही में हमने तहसीलदार से जगह चयन के संबंध में मुलाकात की थी। उच्च शिक्षा विभाग ने टेम्प्रेरी व्यवस्था के तहत किराए के भवन का विकल्प भी दिया है। कक्षाएं नियमित तौर पर संचालित हो रही है।
डॉ. ऋचा ठाकुर, प्राचार्य, संगीत महाविद्यालय दुर्ग

sankalp
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