Thursday, November 21, 2024

Digital Arrest in Train : ठगों ने पहली बार ट्रेन में किया डिजिटल अरेस्ट, सुप्रीम कोर्ट से वारंट जारी होने का डर दिखा कर 49 लाख की साइबर ठगी

भिलाई। Digital Arrest in Train साइबर ठगों ने रूआबांधा सेक्टर के रहने वाले और वेस्ट बंगाल खड़गपुर स्थित रश्मि ग्रुप ऑफ कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट इंद्रप्रकाश कश्यप को डिजिटल अरेस्ट (digital arrest) कर 49 लाख की ठगी की गई है। ठग ने मनी लांड्रिंग के मामले में गिरफ्तार जेट एयरवेज के संस्थापक गोयल से पीड़ित को जोड़कर आरोपियों ने शिकार बनाया है। Digital Arrest in Train उन्हें 5 दिन तक डिजिटल अरेस्ट किया था। पुलिस ने प्रकार दर्ज कर जांच में लिया है।

Digital Arrest in Train साइबर ब्रांच के अधिकारी को फोन

Digital Arrest in Train भिलाईनगर TI प्रंशात मिश्रा ने बताया कि रुआंबन्धा सेक्टर निवासी इंद्रप्रकाश कश्यप (51वर्ष ) प्राइवेट कंपनी रश्मी ग्रूप श्याम गोकुलपुर वेस्ट बंगाल में काम करता है। उन्होंने शिकायत कि हैं कि 7 नवंबर को खड़गपुर पश्चिम बंगाल में थे। तभी उनके पास एक फोन आया। फोन पर बात करने वाले ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताते हुए पीड़ित को जानकारी दी। उनके आधार कार्ड से एक सिम जारी करवाकर 29 लोगों को आपत्तिजनक मैसेज भेजे गए हैं। Digital Arrest in Train इसके बाद आरोपी ने मुंबई के कथित साइबर ब्रांच के अधिकारी को फोन ट्रांसफर किया। पीड़ित ने पुलिस को जानकारी दी कि उनके आधार कार्ड से मलाड मुंबई केनरा बैंक में एक खाता खोला गया है और उस खाते से करोड़ों रूपए का संदिग्ध लेनदेन किया गया है।

यह भी पढ़ें :  Ragging in college: होलीक्रॉस की छात्रा बोली- सीनियर्स करती हैं रैगिंग, कभी पैर फंसाकर गिराती हैं तो कभी…, मुझे पीटा और वीडियो भी बनाया

वीडियो कॉल कर गतिविधि पर नजर

आरोपी ने ये भी कहा कि उसमें जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के खाते से भी रुपयों का लेनदेन मिला है। जिसके आधार पर सीबीआई कोलाबा ने एफआईआर की है और सुप्रीम कोर्ट ने उस मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। इस बात को सुनते ही पीड़ित भयभीत हो गए। Digital Arrest in Train इसका फायदा उठाकर आरोपियों ने कहा कि जांच होने तक वे वे उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर रहे हैं। इसके बाद आरोपी समय-समय पर वीडियो कॉल कर उनकी गतिविधि पर नजर रखने लगे। फिर आरोपियों ने बोला कि वे एक एसएसए (सीक्रेट सुपरविजन अकाउंट) खोल रहे हैं। Digital Arrest in Train जिसमें उन्हें अपने सभी खातों में जमा रुपए को ट्रांसफर करना होगा, जिसे दो दिन बाद उन्हें वापस कर दिया जाएगा।

ट्रेन पर भी रखी नजर किया डिजिटल अरेस्ट

पुलिस ने बताया कि Digital Arrest in Train पीड़ित के खातों से संबंधित दस्तावेज भिलाई में थे तो आरोपियों ने उन्हें भिलाई जाने के लिए कहा। ट्रेन में भी आरोपी उन पर नजर रखे रहे। ट्रेन में भी डिजिटल अरेस्ट कर लिया। इसके बाद पीड़ित 11 नवंबर को भिलाई आए और उनके बताए हुए खाते पर 49 लाख 1 हजार 190 रुपए ट्रांसफर कर दिया।

sankalp
Aadhunik

Related articles

Shubham
Mishra Sweets