Diarrhea in balod: डायरिया के प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग गांव में कैंप लगाकर मरीजों की पहचान कर रहा है। उनका उपचार भी जारी है।
बालोद । तहसील से लगी ग्राम पंचायत टिकरी में चार दिनों से डायरिया का प्रकोप जारी है। शुक्रवार रात को डायरिया के कारण पति-पत्नी 75 वर्षीय धनराज कुर्रे और 70 वर्षीय उर्मिला बाई की मौत हो गई। Diarrhea in balod देर शाम तक उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। लगातार स्वास्थ्य विभाग की माने तो अब तक टिकरी में डायरिया के 100 से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं।
ग्राम पंचायत की लापरवाही के कारण टिकरी में डायरिया थम नहीं रहा है। हर दिन नए-नए मरीज सामने आ रहे हैं। जिस बोर से पीने के पानी की सप्लाई पूरे गांव में की जाती है, वहां ग्राम पंचायत की ओर से नाली बना दी गई है। Diarrhea in balod नाली का गंदा पानी जाम हो गया है। वही गंदा पानी नल जल योजना के तहत पानी के साथ घरों तक पहुंच रहा है। जिसके कारण डायरिया का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है।
Dairiya in balod पति-पत्नी की मौत का जिमेदार कौन?
Diarrhea in balod शुरुआत में डायरिया का प्रकोप बढ़ने लगा। इसके बाद ही सुधार कार्य शुरू कर देना चाहिए था, लेकिन बढ़ते मरीजों के बाद भी पंचायत और प्रशासन नींद से नहीं जागे हैं। पंचायत और पीएचई की लापरवाही कारण 75 वर्षीय धनराज कुर्रे और 70 वर्षीय उर्मिला बाई की मौत हो गई। इन दोनों की मौत का जिमेदार कौन हैं।
पीएचई विभाग ने निभाई औपचारिकता
Diarrhea in balod टिकरी में डायरिया के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पीएचई की ओर से औपचारिकता पूरी की गई। पीने के लिए सप्लाई होने वाले पानी में दवाई डाल दी गई। गंदे पानी की पेयजल के साथ सप्लाई रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए।