Jashpur DFO case इसकी शुरुआत साल 2022 से तब हुई जब पीड़ित महिला रेंज ऑफिसर के पद पर कुनकुरी में पदस्थ थी।
जशपुर। Jashpur DFO case जिले की महिला रेंजर ने डीएफओ पर प्रताड़ना और गलत काम करने के लिए दबाव बनाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। इसकी शिकायत सीएम विष्णु देव साय से लेकर दिल्ली अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष तक की गई है। जैसे ही इस शिकायत का खुलासा हुआ हड़कंप मच गया है। महिला रेंजर ने लिखित शिकायत में बताया कि दो साल से DFO उसे प्रताड़ित कर रहे हैं। इसकी शुरुआत साल 2022 से तब हुई जब पीड़ित महिला रेंज ऑफिसर के पद पर कुनकुरी में पदस्थ थी।
शिकायत लिखी गंभीर बातें
महिला ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब वह कुनकुरी में पदस्थ थी, तब जितेन्द्र उपाध्याय ने वन विश्राम गृह कुनकुरी में कहा कि ‘तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो और गलत काम करने के लिए प्रपोज किया। आरोप है कि जब पीड़िता ने मना किया तो उसे परेशान किया जाने लगा। व्यक्तिगत बदले की भावना से अनर्गल शिकायत भी की गई। उस समय तत्कालीन विधायक को भी इस मामले की शिकायत की गई थी। इसके बाद भी DFO जितेंद्र उपाध्याय ने परेशान करने के उद्देश्य से अपने नाम पर छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों से फर्जी शिकायत करवाई थी।
रेंजर और DFO में हुई हाथापाई
तब महिला ने डर कर अपना ट्रांसफर कुनकुरी से मनोरा करने के लिए आवेदन दिया। महिला रेंजर को कोमनोरा के साथ-साथ जशपुर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। रेंजर ने ये भी आरोप लगाया है कि शासकीय भ्रमण के नाम पर DFO उसे अपने निजी वाहन इनोवा में बैठा कर लोदाम क्षेत्र की ओर ले गए और वहां गलत हरकत करने का प्रयास किया। जिस पर दोनों के बीच हाथापाई भी हुई थी।