Death injection: पाइल्स की बीमारी से पीडि़त शिक्षिका पति के साथ पहुंची थी मेडिकल दुकान, दर्द से राहत देने के नाम पर मेडिकल दुकान संचालक ने लगाए थे 2 इंजेक्शन, एसडीएम ने सील की दुकान
बलरामपुर। पाइल्स की बीमारी से पीडि़त एक शिक्षिका बुधवार को अपने शिक्षक पति के साथ एक मेडिकल दुकान में पहुंची। यहां मेडिकल संचालक से बीमारी के बारे में बताया तो उसने कहा कि उसके पास इसका इलाज है। दर्द से तत्काल राहत मिल जाएगी। इसके बाद उसने शिक्षिका को 2 इंजेक्शन लगाए। इंजेक्शन लगते ही शिक्षिका बेहोश (Death injection) हो गई। पति द्वारा उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया जा रहा था कि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। पति की शिकायत पर गुरुवार को एसडीएम समेत स्वास्थ्य विभाग टीम मेडिकल दुकान पहुंची और दुकान को सील कर दिया।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के शंकरगढ़ थाना अंतर्गत ग्राम भैरवपुर निवासी गायत्री मिंज पति लवकुश राम 40 वर्ष शिक्षिका थी। पति भी शिक्षक है। शिक्षिका पाइल्स बीमारी से जूझ रही थी। बुधवार को जब दर्द बढ़ा तो वह पति के साथ शंकरगढ़ के ग्राम बचवार स्थित लक्ष्मी मेडिकल स्टोर में पहुंची।
यहां उसने मेडिकल दुकान संचालक अशोक विश्वास को बीमारी व दर्द के बारे में जानकारी दी। इस पर संचालक ने कहा कि उसके पास इसका इलाज है। दर्द से भी तत्काल राहत मिल जाएगी। इस पर उसने शिक्षिका को 2 इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगते ही शिक्षिका की तबियत और खराब हो गई और कुछ ही देर बाद वह बेहोश हो गई।
Death injection: अस्पताल ले जाते तोड़ा दम
हालत बिगड़ती देख पति द्वारा उसे इलाज के लिए अंबिकापुर ले जाया जा रहा था। इसी बीच ग्राम कोटागहना में ही शाम करीब 5.30 बजे उसकी मौत हो गई। इसकी सूचना शिक्षिका के पति (Death injection) ने शंकरगढ़ थाने में दी। सूचना मिलते ही गुरुवार को पुलिस ने पीएम पश्चात शव परिजन को सौंप दिया।
प्रशासन ने मेडिकल दुकान किया सील
इधर घटना (Death injection) की जानकारी मिलने के बाद प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम लक्ष्मी मेडिकल स्टोर पहुंची। यहां मेडिकल संचालक से पूछताछ के बाद देर शाम एसडीएम आनंद राम नेताम, बीएमओ, नायब तहसीलदार टिकेंद्र राणा व शंकरगढ़ पुलिस की मौजूदगी में लक्ष्मी मेडिकल स्टोर को सील कर दिया गया।
एसडीएम बोले- जांच के बाद होगी कार्रवाई
इस संबंध में एसडीएम आनंद राम नेताम ने का कहना है कि मृतका (Death injection) के परिजन ने मेडिकल दुकान संचालक अशोक विश्वास पर गलत इलाज करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। फिलहाल मेडिकल दुकान को सील किया गया है। अग्रिम कार्रवाई के लिए जांच प्रतिवेदन उच्च कार्यालय को भेजा जाएगा। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।