Custodial death case: पीएम के बाद डेड़ बॉडी को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने के दौरान पुलिस पर महिलाओं ने किया हमला
बलरामपुर। Custodial death case: बलरामपुर के संतोषीनगर निवासी एनआरएचएम में पदस्थ प्यून गुरुचंद मंडल द्वारा गुरुवार की दोपहर थाने में फांसी लगाकर आत्महत्या मामले में बलरामपुर उबल रहा है। मामले को लेकर गुरुवार की देर शाम उग्र प्रदर्शन कर रही भीड़ (Custodial death case) पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था। इसे लेकर लोगों ने थाने पर पथराव किया था। शुक्रवार को शव का पीएम जिला अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा किया गया।
शव ले जाने के दौरान वहां मौजूद महिलाओं ने जशपुर एएसपी निमिशा पांडेय को चप्पल व डंडे से मारा। महिलाएं जब ईंट पत्थर (Custodial death case) से हमला करने लगीं तो एएसपी व अन्य महिला पुलिसकर्मी भाग खड़ी हुईं। इस दौरान आप गिर गईं थीं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बलरामपुर में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत मामले में मचे बवाल के बाद एसपी ने बलरामपुर थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और आरक्षक अजय यादव को सस्पेंड कर दिया है। इधर एनएचआरसी के प्रावधान के तहत मामले की न्यायिक जांच शुरु हो गई है। वहीं पीसीसी ने अंबिकापुर मेयर डॉ अजय तिर्की के संयोजन में 8 सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है।
Custodial death case: विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने किया पीएम
मृत युवक का शव गुरुवार को बलरामपुर जिला अस्पताल की मार्चयुरी में रखवाया गया था। शुक्रवार को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल से फॉरेसिंक पीएम एक्सपर्ट की 2 सदस्यीय टीम ने पीएम किया।
वहीं मामले की जांच के लिए जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार साहू द्वारा मजिस्ट्रियल जांच के लिए बलरामपुर के न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी दीपक शर्मा को जांच (Custodial death case) अधिकारी नियुक्त किया है। इनकी उपस्थिति में ही पीएम किया गया।
एएसपी पर महिलाओं ने चप्पल और पत्थर से किया हमला
पहले तो मृतक के परिजनों ने शव लेने इंकार कर दिया था। बाद में प्रशासनिक समझाइश के बाद वे शव ले जाने को तैयार हो गए। पीएम के बाद शव (Custodial death case) को अस्पताल से अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था। इसी दौरान अस्पताल परिसर में मौजूद महिलाएं फिर उग्र हो गईं। उन्होंने ड्यूटी पर तैनात जशपुर की एडिशनल एसपी निमिशा पांडेय पर हमला कर दिया।
एएसपी उन्हें शांत रहने तथा पत्थर नहीं मारने के लिए कहती रहीं, लेकिन महिलाओं ने उन्हें हमला जारी रखा। 3-4 महिलाओं ने उन्हें चप्पल व डंडे से मारा। वहीं ईंट पत्थर मारने के दौरान जब वे भागने लगीं तो बाइक से टकराकर गिर गईं। इससे उन्हें चोटें भी आई हैं।
नौकरी व मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन
मृतक के परिजनों ने पीएम के बाद उसका शव लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद काफी संख्या में भीड़ ने एनएच पर (Custodial death case) चक्काजाम कर दिया। इसके बाद प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझाइश देने का प्रयास किया।
इधर परिजनों ने परिवार के एक सदस्य को नौकरी, मुआवजा समेत 5 मांगों को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। करीब डेढ़ घंटे तक चले चक्काजाम के बाद एसडीएम द्वारा निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया गया।