Conversion: महिला ने थाने में दर्ज कराई थी रिपोर्ट, पति को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करने करा लिया था राजी, अपराध दर्ज होते ही हो गया था फरार
बलरामपुर। छत्तीसगढ़ में धर्म परिवर्तन का खेल लंबे समय से चल रहा है ऐसे लोग भोले भाले ग्रामीणों को तरह-तरह के प्रलोभन देकर अपने धर्म अपनाने दबाव डालते हैं। इसी कड़ी में बलरामपुर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र से एक पास्टर को गिरफ्तार किया गया है जो झाड़फूंक और प्रार्थना की आड़ में लोगों से धर्म परिवर्तन करता था। एक महिला ने उसके खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके पति को उसने धर्म परिवर्तन करने के लिए राजी कर लिया है। पति उसके पास डेढ़ साल से आ जा रहा था। पति अब उन्हें भी धर्म परिवर्तन करने के लिए कह रहा है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी पास्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
राजपुर से लगे ग्राम लडु़वा नवापारा निवासी मती गोंड़ पति धर्मसाय गोंड़ ने एक पास्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महिला ने बताया था कि ग्राम करजी सिंघाडांड निवासी पास्टर रंजीत बड़ा गांव में 3-4 वर्ष पूर्व से घर बनाकर रह रहा है।
वह गांव में लगातार अपने धर्म का प्रचार कर रहा है तथा भोले-भाले लोगों को तरह तरह के प्रलोभन देकर उनका धर्म परिवर्तन करा रहा है। महिला ने बताया कि वह उसके पति सहित अन्य लोगों को कहता है कि मेरा धर्म अपनाओगे तो अमीर बने रहोगे तथा तुम्हे कोई बीमारी नहीं होगी। बच्चे भी स्वस्थ रहेंगे।
कई लोग आ चुके हैं उसके झांसे में
महिला ने बताया कि गांव के कई लोग उसकी बातों में आ चुके हैं। उसने घर में ही मिनी चर्च भी बना लिया है, तथा उसके घर पर प्रार्थना करने के लिए लोग हर रविवार को जाते हैं। उसका पति भी पास्टर रंजीत बड़ा के बातों में आ गया था।
पति करीब डेढ़ साल से उसके घर आना-जाना कर रहा था। वह पास्टर की बातों में पूरी तरह आ चुका था तथा हम लोग से कहता था कि वह अपना धर्म बदल लेगा। इसके साथ ही उन्हें भी धर्म बदलने के लिए वह कहता था।
पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल
पास्टर रंजीत बड़ा को जैसे ही ये बात पता चली कि उसके खिलाफ महिला ने थाने में शिकायत की है तो वह गांव छोड़कर फरार हो गया था। पुलिस FIR दर्ज कर उसकी खोजबीनमें जुटी थी। इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपी पास्टर रंजीत बड़ा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे रविवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
कार्रवाई में थाना प्रभारी भारद्वाज सिंह, दिनेश राजवाडे, राकेश सिंह, श्यामलाल भगत, आरक्षक रिकू गुप्ता, अमृत सिंह, संतोष सिंह, नरेश तिर्की व सुनील तिर्की सक्रिय रहे।
समझाने पर करता था झगड़ा
बताया जा रहा है कि पास्टर रंजीत बड़ा झाडफ़ूंक के बहाने भी लोगों को अपने घर बुलाता था। जो भी व्यक्ति उसके घर जाता, उसे धर्म बदलने का प्रलोभन देता था। कभी-कभी रात में मांदर बजाकर चिल्लाता था और पूरे गांव के लोगों को परेशान करता था। जब लोगों द्वारा उसे समझाने का प्रयास किया गया तो वह विवाद करने लगता था।