Tuesday, April 29, 2025

Ambikapur Mayor: अंबिकापुर निगम की पहली बैठक में विपक्ष ने काली पट्टी बांधकर जताया विरोध, ये रही वजह

Ambikapur Mayor निगम चुनाव जीतने के बाद महापौर मंजूषा भगत ने गिनम में पहली हिंदू महापौर बनने की बात कही थी जिसे लेकर विपक्षी नेताओं ने आज निगम की पहली बैठक में ही विरोध जताया। सामान्य सभा की बैठक में विपक्ष द्वारा काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया गया।

अंबिकापुर। Ambikapur Mayor निगम चुनाव जीतने के बाद महापौर मंजूषा भगत ने गिनम में पहली हिंदू महापौर बनने की बात कही थी जिसे लेकर विपक्षी नेताओं ने आज निगम की पहली बैठक में ही विरोध जताया। सामान्य सभा की बैठक में विपक्ष द्वारा काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया गया। इस मुद्दे को जब नेता प्रतिपक्ष शफी अहमद ने उठाया तो महापौर मंजूषा भगत ने कहा कि मेरे द्वारा ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है। मैं अपने बयान से किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचाना चाहती थी। महापौर के इस बात से सहमत होकर विपक्षी नेताओं ने अपनी काली पट्टी उतार दी। बैठक की शुरूआत में सभी पार्षदों व अधिकारियों ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मृतकों को अपनी श्रद्धांजलि भी अर्पित की।

Ambikapur Mayor विवादों में घिरी रही महापौर

नवनिर्वाचित महिला महापौर एक के बाद एक विवादों में घिरती रही हैं। Ambikapur Mayor उनके इस बयान को लेकर पहले कांग्रेस ने कलेक्ट्रेट चौक से कोतवाली थाने तक रैली निकाली थी। मेयर मंजूषा भगत के बयान को धार्मिक भेदभाव की भावना से परिपूर्ण बताते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई थी।

दिया था शुद्धिकरण पर बयान

अंबिकापुर नगर निगम की नवनिर्वाचित महिला महापौर मंजूषा भगत ने कहा था कि, वे पदभार ग्रहण करने से पहले दफ्तर का शुद्धिकरण कराएंगी। 10 साल तक नगर निगम के साथ शहर को अशुद्ध किया गया। Ambikapur mayor मंजूषा भगत ने कहा था कि मैं निगम की पहली हिंदू महापौर हूं। रीति-रिवाज के साथ शुद्ध कुर्सी पर बैठूंगी। मंजूषा भगत ने कहा कि वे गंगाजल लेकर आई हैं, कुर्सी पर बैठने से पहले नगर निगम में विशेष पूजा पाठ कराएंगी और निगम का शुद्धिकरण होगा।

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कांग्रेस ने लिया था आड़े हाथ

मेयर मंजूषा भगत ने कहा था कि, वे नगर निगम की पहली हिंदू महापौर है। पदभार ग्रहण करने से पहले निगम का कुंभ से लाए गए गंगाजल से शुद्धिकरण कराएंगी। उन्होंने निगम के आयुक्त को कुर्सी-टेबल तक बदलने के निर्देश दिए थे।

कांग्रेस ने उठाया सवाल

जिला कांग्रेस कमेटी ने महापौर के बयान पर सवाल करते हुए कहा था कि, डॉ. अजय तिर्की और प्रबोध मिंज के महापौर रहने से निगम और शहर अशुद्ध हो जाता है, तो प्रबोध मिंज भाजपा के विधायक हैं। क्या इससे छत्तीसगढ़ विधानसभा भी अशुद्ध हो जाता है। कांग्रेस कमेटी ने कहा था कि, दोनों महापौर सरगुजा की सम्मानित और प्रगतिशील उरांव जनजाति वर्ग से आते हैं। इस जनजाति की एक महिला जनप्रतिनिधि को अपने सजातीय दो जनप्रतिनिधियों के प्रति छुआ-छूत भरा व्यवहार भाजपा के नफरती एजेंडे को सामने लाता है।

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