Collector become farmar वेश में होने के कारण कोई भी उन्हें पहचान नहीं पाया। उन्होंने सबसे पहले टोकन प्रक्रिया को देखा और यह भी जांचा कि किसानों के साथ वहां कैसा व्यवहार किया जा रहा है।
अंबिकापुर। Collector become farmar सरगुजा जिले में धान खरीदी का काम तेजी से चल रहा है। इसी बीच एक अनोखा नज़ारा देखने को मिला जब जिले के कलेक्टर विलास भोस्कर किसान के भेस में सीतापुर के पेटला धान खरीदी केंद्र पहुंचे। कलेक्टर ने इस दौरान पूरे खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया और समिति प्रबंधकों को सख्त चेतावनी दी कि लापरवाही हुई तो कड़ी कार्रवाई होगी। Collector become farmar कलेक्टर विलास भोस्कर, SDM रवि राही के साथ ट्रैक्टर में धान लोड कर पेटला धान खरीदी केंद्र पहुंचे। किसान के वेश में होने के कारण कोई भी उन्हें पहचान नहीं पाया। Collector become farmar उन्होंने सबसे पहले टोकन प्रक्रिया को देखा और यह भी जांचा कि किसानों के साथ वहां कैसा व्यवहार किया जा रहा है।
Collector become farmar निरीक्षण में क्या दिखा
Collector become farmar कलेक्टर करीब 1 घंटे तक केंद्र का निरीक्षण किया उन्होंने किसानों से बातचीत की और पूछा कि उन्हें कोई परेशानी तो नहीं हो रही है। फिर उन्होंने धान की तौल करवाई और देखा कि तौल की जानकारी पोर्टल पर सही तरीके से अपडेट की जा रही है या नहीं।
समिति प्रबंधकों को दी चेतावनी
कलेक्टर ने समिति प्रबंधकों को सख्त हिदायत दी कि किसानों को खरीदी केंद्र पर कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। Collector become farmar कोचियों और बिचौलियों पर नजर रखें और पूरी प्रक्रिया के दौरान सतर्क रहें। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कोपरेटिव में भी किया निरीक्षण
धान खरीदी केंद्र के निरीक्षण के बाद कलेक्टर विलास भोस्कर सीतापुर की सहकारी बैंक पहुंचे। Collector become farmar यहां भी उन्होंने किसान बनकर लाइन में लगकर पैसे निकालने की प्रक्रिया देखी उन्होंने एक किसान के खाते से पैसे निकालकर गिनकर जांच की। इसके बाद नए पासबुक बनाने की प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी ली।
बैंक कर्मचारियों को दिए निर्देश
बैंक निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने किसानों से बैंक की व्यवस्था के बारे में फीडबैक लिया। Collector become farmar उन्होंने शाखा प्रबंधक को निर्देश दिए कि धान बेचने के बाद किसानों को उनके पैसे निकालने में कोई परेशानी न हो। साथ ही बैंक कर्मचारियों से कहा कि किसानों के साथ संभव मदद करें।