CISF defuse bomb सर्चिंग पर निकले जवानों को जमीन में प्लांट किया हुआ प्रेशर बम दिखाई दिया, जिसे राज्य पुलिस बम निरोधक दस्ता की मदद से निष्क्रिय किया गया।
भिलाई. नक्सल प्रभावित किरंदुल में एनएमडीसी लौह अयस्क खदान क्षेत्र की सुरक्षा में तैनात केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों ने नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। दरअसल सर्चिंग पर निकले जवानों को जमीन में प्लांट किया हुआ प्रेशर बम दिखाई दिया, जिसे राज्य पुलिस बम निरोधक दस्ता की मदद से निष्क्रिय किया गया। इसे CISF और पुलिस की बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है। क्योंकि इसके पूर्व नक्सलियों ने आईईडी प्लांट कर कई जवानों को शहीद कर दिया था।
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वजन लगभग 3 किलोग्राम
छत्तीसगढ़ भिलाई CISF आईजी संजय प्रकाश ने पत्रवार्ता में बताया कि किरंदुल में एनएमडीसी लौह अयस्क खदान क्षेत्र की सुरक्षा में तैनात केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल तैनात है। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की नियमित गश्त और तलाशी अभियान के दौरान बीआईओएम किरंदुल जिला दन्तेवाड़ा में आईईडी ढूंढ निकाला। जवानों द्वारा एक प्रेशर आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) वजन लगभग 3 किलोग्राम को सफलतापूर्वक पता लगाया गया और राज्य पुलिस बम निरोधक दस्ता की मदद से निष्क्रिय किया गया।
पहले भी कर चुके ऐसी हरकत
पूर्व में भी नक्सलवादियों द्वारा बैलाडीला पहाडिय़ों में तैनात केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल को क्षति पहुंचाने तथा खदान के सुचारू संचालन को बाधा पहुंचाने के उद्देश्य से कई प्रयास किए है, जिसमें अभी तक 23 से अधिक जवानों ने अपना बलिदान दिया है। पिछले साल सम्पन्न हुए छत्तीसगढ़ राज्य विधानसभा चुनाव-2023 के दौरान भी 2 बार विस्फोटक सामग्री और 1 बार श्रृंखलावार आईईडी को ढूंढा गया। उसे निष्क्रिय करने में केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल इकाई बीआईओएम किरंदुल ने सफलता पाई थी।
उन्होंने कहा कि गुरुवार सुबह नक्सलियों के इस प्रकार के निरन्तर प्रयासों को विफल करते हुए सुबह पुन: एक बार केऔसुब इकाई बीआईओएम किरन्दुल के जवानों को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से नक्सल तत्वों के मंसूबों पर पानी फेरने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मिली है।
CISF के जवान सुरक्षा को लेकर अलर्ट
बीआईओएम किरन्दुल के जवानों ने एक टिफिन में विस्फोटक, डेटोनेटर, कॉर्डटेक्स वायर, छर्रे और ऊर्जा स्त्रोत के रूप में श्रृंखलावार बैटरी की सहायता से निर्मित यह प्रेशर आईईडी उस रास्ते में लगाया गया था, जिसका उपयोग बल सदस्यों द्वारा नियमित गश्त और तलाशी अभियान के दौरान किया जाता है। इस प्रेशर आईईडी की सफलतापूर्वक खोजबीन से बैलाडीला खदान क्षेत्र में जीवित एवं वित्त हानि टालने में कामयाबी मिली है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल इस तरह की किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। विशेष रूप से केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, बैलाडीला की पहाडिय़ों में स्थित लौह अयस्क की खदान, एनएमडीसी कर्मचारी एवं आम जनता की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध हैं।