Thursday, November 21, 2024

नाबालिग प्रेमिका.. बालिग प्रेमी ..और वो.. प्रेमजाल में फंसकर विदेश से आया.. जहां कर रहा था मौत उसका इंतजार

डैम में टूकड़ों में मिली युवक की लाश का पुलिस ने किया खुलासा, पैसे की लालच में प्रेमी-प्रेमिका ने की थी हत्या

कोरबा। लालचियों ने खुद का जीवन तो बर्बाद कर दिया, सालों बाद देश वापस आया उसकी भी जान ले ली.. अपने घर के साथ दूसरों का घर उजाड़ने वाले अब जीवन भर जेल की सलाखों के पीछे रहेंगे। वहीं स्वार्थ और लालच में प्रेम शब्द को बदनाम कर दिया.. जी हां हम बताने जा रहे हैं तीन दिन पहले पाली थाना के चैतमा चौकी इलाके के गोपालपुर जलाशय में बैग में मिले लाश के टुकड़ों का।

पुलिस ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है, वहीं हत्यारों को सलाखों के पीछे डाल दिया है। स्वार्थ और लालच में नाबालिग प्रेमिका के साथ मिलकर विदेश में रहने वाले एक युवक को अपनी प्रेमिका के माध्यम से फंसाकर छत्तीसगढ़ बुलाया और हत्या की साजिश रची। इस दौरान उसके पास जो भी चीजें थी उसे लूट लिया गया। उसी पैसे से कई तरह के सामान खरीदे, पर पुलिस की टीम ने भी कड़ी मेहनत कर हत्यारों तक पहुंच ही गई।

हत्या कर साक्ष्य छुपाने के लिए प्रेमी-प्रेमिका ने उसके सभी अंगों को अलग-अलग काटकर दो बैगों में भर कर लाश डैम में फेंका था, पर शव के अवशेष मिलने के तीन दिनों के अंदर पुलिस ने अंधे क़त्ल से पर्दा उठा दिया। हत्या के इस मामले को सुलझाते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक नाबालिग लड़की है, वहीं दूसरा उसका प्रेमी शामिल है।

कोरबा पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हत्या लूटपाट के मकसद से की गई थी। इससे पहले चैतमा की एक लड़की ने मृतक को प्रेमजाल में फांसा लिया था। वह जब मिलने पंहुचा तो साजिश के तहत प्रेमी के साथ मिल उसकी हत्या कर दी गई।

गोपालपुर चौकी चैतमा के डेम से बोरी में कटे हुये कई टुकड़ों में शव मिला, जिसे किसी अज्ञात द्वारा हत्या कर पहचान छिपाने के उद्देश्य से शव को किसी धारदार हथियार से कई टुकडों में काट कर डेम में फेंक दिया गया था। सूचना पर थाना पाली में मर्ग पंजीबद्ध कर कार्रवाई पंचनामा में लिया गया। मृतक का शव दो बोरियों के साथ-साथ एक पिठठूनुमा बैग में गोपालपुर डेम से बरामद किया गया।

ऐसे हुई मृतक की पहचान
शव के टुकड़ों के साथ मिले आधार कार्ड, पासपोर्ड एवं फ्लाईट टिकिट के आधार पर मृतक की पहचान मोहम्म्द वसीम अंसारी पिता मो. जमीर अंसारी लगभग 26 साल निवासी कांतातोला रांची झारखण्ड के रूप में हुई। मो. वसीम पिछले दो वर्षों से सउदी अरब में रह रहा था। मृतक के जुड़े पहलुओं की जांच के बाद यह बात सामने आई कि मृतक की सोशल मीडिया के जरिए ग्राम बांसटाल, चैतमा थाना पाली की एक अवयस्क बालिका से परिचय हुआ था जो एक-दूसरे से चैटिंग करते रहते थे।

विदेश के प्रेमी को ऐसे फांसा जाल में
अवयस्क बालिका और आरोपी रजा खान पिता अब्दुल सत्तार खान उर्फ बादशाह 20 वर्ष निवासी बांसटाल चैतमा थाना पाली, जिला कोरबा एक-दूसरे से प्रेम करते थे। अवयस्क बालिका ने रजा खान को पूर्व प्रेमी मो. वसीम के सउदी अरब से वापस आने की जानकारी दी। सोचा कि विदेश से आ रहा है तो उसके बाद बहुत पैसा होगा। इसी लालच में मो. वसीम अंसारी को एक जुलाई 2024 को फ्लाईट से दिल्ली और दिल्ली से रांची और 2 जुलाई को ट्रेन से बिलासपुर बुलाया।

प्रेमिका ने बातों में उलझा कर पीछे से कराया वार
रजा खान ने किराये पर बोलेरो वाहन कर प्रेमिका को बिलासपुर ले गया और वसीम को लेकर आरोपी रजा खान के घर आ गई। प्लानिंग के अनुसार रात्रि करीब 11 बजे आरोपी रजा खान की प्रेमिका और मो. वसीम बातें कर रहे थे कि रजा खान ने पीछे से एक लोहे का कत्ता (मुर्गी काटने वाला) से वसीम अंसारी की गर्दन पर पीछे से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।

गंभीर चोट से वसीम तड़पने लगा
गले पर गंभीर चोट से वसीम तड़पने लगा, तो प्रेमिका वसीम का पैर पकड़ी और रजा खान ने ताबड़तोड़ वारकर सिर को धड़ से अलग कर दिया। उसके बाद दोनों ने मिलकर वसीम के हाथ-पैर और धड़ को टुकड़े-टुकड़े में आरी-ब्लेड से काटकर अलग-अलग तीन प्लास्टिक की बोरी और पिट्ठू बैग व एक ट्रॉली बैग में ईंट डालकर बांधकर बांगो जलाशय में फेंक दिया।

बचे तुकड़ों को दूसरे दिन फेंका
वहीं कातिलों ने घटना को अंजाम देते-देते सुबह हो जाने पर शव के अन्य बचे हिस्सों को घर में छिपाकर रखा था, जिसे 3 जुलाई की रात्रि लगभग 11 बजे बाइक से गोपालपुर डेम में फेंक कर घर वापस आ गए।

लूट लिए सोने की सामग्री व 3 लाख रुपए
इस दौरान हत्या के बाद मृतक वसीम की पहनी हुई सोने की चेन और अन्य सामान घर में छिपा कर रख दिया। वहीं प्रेमिका को मृतक के मोबाईल का पासवर्ड पता रहने से वसीम के मोबाईल के यूपीआई आईडी चेक करने पर खाते में 3 लाख रुपए होने की जानकारी हुई। जिसे अपने तथा कुछ अन्य खातों में ट्रांसफर कर प्रेमिका के लिए ज्वेलरी तथा अपने लिए मोबाईल खरीदने के साथ बोलेरो का किराया दिया।

आरोपी को ओड़िशा से लिया ट्रांजिट रिमाण्ड पर
मामले में आरोपी रजा खान पिता अब्दुल सत्तार उर्फ बादशाह को गिरफ्तार कर ओडिशा से ट्रांजिट रिमाण्ड पर लाया गया। उसके बाद आरोपी की निशादेही पर घटना में उपयोग किए गए कत्ता, बाइक व मृतक का मोबाईल जप्त किया गया। आरोपी को न्यायालय में पेश कर प्रकरण की सहअभियुक्ता विधि से संघर्षरत बालिका की सामाजिक प्रास्थिति फार्म भरवाकर किशोर न्याय बोर्ड के सामने प्रस्तुत किया गया।

मामला सुलझाने में इनकी रही भूमिका
इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में नगर पुलिस अधीक्षक दर्री रविंद्र कुमार मीना के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी पाली निरीक्षक चमन लाल सिन्हा, चौकी प्रभारी चैतमा चन्द्रपाल खाण्डे, विमलेश भगत, एएसआई पुरषोत्तम उइके, आरक्षक अनिल कुर्रे, आशीष साहू व सायबर टीम के प्रआ राजेश कंवर, चन्द्रशेखर पाण्डेय, आर रवि चौबे, डेमन ओग्रे, बिरकेश्वर प्रताप सिंह, आलोक टोप्पो, सुशील यादव, मआ सुशमा डहरिया के साथ थाना पाली व चौकी चैतमा के कर्मचारियों की भूमिका रही।

sankalp
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