CAF jawan firing case: बलरामपुर जिले के भूताही स्थित सीएएफ के 11वीं बी बटालियन कैंप में मिर्च देने से मना करने पर एक जवान ने साथी जवानों पर बरसाईं थी गोलियां
अंबिकापुर। CAF jawan firing case: बलरामपुर रामानुजगंज जिले के भूताही कैंप में सीएएफ के एक जवान ने 18 सितंबर की सुबह खाना खाने के दौरान हुए विवाद में इंसास राइफल से 3 साथी जवानों को गोली मार दी थी। इनमें से 2 जवानों की मौत (CAF jawan firing case) हो गई थी, जबकि एक गंभीर रूप से घायल है। उसे रायपुर रेफर किया गया है।
वारदात के बाद भाग रहे आरोपी को वहां मौजूद राहुल बघेल सहित अन्य जवानों ने दबोच लिया था। पुलिस की शुरुवाती पूछताछ में आरोपी जवान ने बताया कि तीनों उसे अक्सर चढ़ाते थे, इस वजह से उसने उन्हें गोलियां मारी है। मृत जवानों से उसका मनमुटाव चल रहा था।
कैंप में गोली (CAF jawan firing case) लगने से जिन 2 सीएएफ जवानों की मौत हुई है, वे मध्यप्रदेश के रहने वाले थे। मृत जवान रूपेश पटेल 39 वर्ष मैहर पौड़ी जबकि संदीप पाण्डेय 39 वर्ष रीवा के घूरे हटा का निवासी था। पुलिस ने पीएम पश्चात दोनों का शव उनके गृह ग्राम के लिए रवाना कर दिया है।
जबकि दोनों पैरों में गोली लगने से घायल जवान अंबुज शुक्ला को पहले अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया था। यहां से बुधवार की देर रात रायपुर रेफर कर दिया गया।
जवान संदीप पाण्डेय को भी लगी थी गोली
घटना (CAF jawan firing case) के तत्काल बाद यह बात सामने आई थी कि जवान संदीप पाण्डेय की मौत शॉक लगने से हुई है, लेकिन एक्सरे और शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई कि उसे भी गोली मारी गई थी।
फॉरेंसिक एक्सपर्ट का इस मामले में कहना था कि गोली जवान की रीढ़ की हड्डी के बगल से घुसकर आंत को फाड़कर कंधे में फंसी थी। इस वजह से शुरुआती तौर पर शरीर में गोली लगने के कोई निशान नहीं मिले थे।
मामले में बलरामपुर एसपी राजेश अग्रवाल का कहना है कि शुरुवाती पूछताछ में आरोपी जवान ने मृत (CAF jawan firing case) और घायल जवानों से मनमुटाव होने की बात कही है। मामले की जांच की जा रही है।
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पूर्व में भी जवान पर तानी थी राइफल
बताया जा रहा है कि जिस जवान अजय सिदार ने दो जवानों की गोली मारकर हत्या की, उसने पूर्व में भी एक जवान पर राइफल तान दी थी। इस वजह से उसकी राइफल ऑफिशियली छीन ली गई थी। तब से उसे राइफल इश्यू नहीं किया गया था। घटना दिवस के दिन आरोपी ने दूसरे जवान की राइफल से 7 गोली चलाई थी।
CAF jawan firing case: घटना एक नजर में
18 सितंबर की सुबह 11.30 बजे भूताही कैंप में सीएएफ का जवान रायगढ़ के पुसौर निवासी अजय सिदार खाना खा रहा था। जबकि जवान रुपेश पटेल खाना परोस रहा था। इस दौरान अजय सिदार ने मिर्च की मांग की तो रुपेश ने मना (CAF jawan firing case) कर दिया।
इस बात को लेकर दोनों के बीच विवाद होने लगा। इस बीच एक अन्य जवान अंबुज शुक्ला ने रुपेश पटेल का सपोर्ट कर दिया। इससे अजय सिदार और गुस्सा हो गया। फिर वह खाना छोडक़र उठ गया और अन्य जवान की इंसास रायफल से रुपेश पटेल पर गोलियां बरसा दीं।
इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि उसने अंबुज शुक्ला के पैरों में भी गोलियां (CAF jawan firing case) मारी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। जबकि गोली लगने से संदीप पाण्डेय की भी अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई।