Saturday, December 28, 2024
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छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर जवानों ने 4 नक्सलियों को मार गिराया, 36 लाख का था इनाम

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० महाराष्ट्र पुलिस के सी-60 कमांडो की टीम छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से लगे जंगल में निकली थी सर्चिंग पर, अचानक नक्सलियों ने शुरु कर दी थी फायरिंग, जवाबी हमले में मारे गए नक्सली

बीजापुर. छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर बीजापुर से लगे जंगल में मंगलवार की सुबह महाराष्ट्र पुलिस के कमांडो व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। कमांडो की ताबड़तोड़ फायरिंग में 4 खूंखार नक्सली ढेर हो गए। इन नक्सलियों पर 36 लाख का इनाम घोषित था। जवानों की ये कार्रवाई नक्सलियों के लिए लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका माना जा रहा है।

बताया जा रहा है कि मंगलवार की सुबह महाराष्ट्र पुलिस के सी-60 कमांडो सर्चिंग पर जंगल में निकले थे। यह जंगल छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से लगता है।

जवानों को देखते ही जंगल में मौजूद नक्सलियों ने फायरिंग शुरु कर दी। यह देख जवानों ने भी मोर्चा संभाला और ताबड़तोड़ गोलीबारी की। जब मुठभेड़ खत्म हुई तो जवानों ने घटनास्थल पर जाकर देखा तो 4 नक्सली मृत पड़े थे।

उनकी पहचान डीवीसी मेम्बर वर्गीश, डीवीसी मंगतू, प्लाटून सदस्य कुरसम राजू और प्लाटून सदस्य वेंकटेश के रूप में हुई।

36 लाख का था इनाम
मारे गए चारों नक्सलियों पर सरकार द्वारा 36 लाख रुपए का इनाम रखा गया था। नक्सलियों के शव के पास से जवानों ने 1 एके-47 रायफल, एक कार्बाइन, 2 पिस्टल के अलावा भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मिली है।

वीरेंद्र सहवाग के हाथों दिल्ली में सम्मानित हुए अधिवक्ता डीके सोनी, मिला ग्लोबल आइकॉन अवार्ड

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0 प्राइम टाइम रिसर्च मीडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आयोजित समारोह में किया गया सम्मानित, देश के कई राज्यों से अलग-अलग क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों का भी किया गया सम्मान

अंबिकापुर. वीरेंद्र सहवाग ने अधिवक्ता डीके सोनी को ग्लोबल आइकॉन अवार्ड से सम्मानित किया। यह सम्मान दिल्ली के होटल रेसिडेंस ब्लू में प्राइम टाइम रिसर्च मीडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आयोजित समारोह में उन्हें प्रदान किया गया।

गौरतलब है कि डीके सोनी ने अपने उच्च सामाजिक और कानूनी योगदान के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की है, विशेषकर सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार और गड़बडिय़ों के खिलाफ उनके कठोर संघर्ष को माना जाता है।

उनके द्वारा अनेक मामलों में अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ अदालती कार्रवाई भी की गई है। 18 मार्च को डीके सोनी को दिल्ली के होटल रेसिडेंस ब्लू में आयोजित समारोह में वीरेंद्र सहवाग के हाथों सम्मानित किया गया,

जहां प्राइम टाइम रिसर्च मीडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा अन्य क्षेत्रों में भी सामाजिक और कानूनी क्षेत्र में उत्कृष्टता से कार्य करने वालों को अवार्ड दिया गया। इस अवसर पर डीके सोनी के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान को सराहा गया।

अब तक मिल चुके हैं 24 अवार्ड
डीके सोनी की समझदारी, कार्यकुशलता, और समर्पण का प्रमाण है कि उन्हें अब तक राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर 24 अवार्ड मिले हैं। उन्होंने देश और समाज के हित में निरंतर प्रयास किए हैं।

इस समारोह में डीके सोनी की उपलब्धि का महत्वपूर्ण अभिनंदन किया गया। उनके समर्थन में शुभचिंतकों व कानूनी जानकारों द्वारा उत्साह और सहयोग दिया गया। यह उनके उत्कृष्ट कार्य को और बढ़ावा देगा।

कांग्रेस से 6 साल के लिए निकाले गए पूर्व विधायक का माफीनामा पत्र हो रहा वायरल, हुई वापसी

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0 विधानसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पर लगाए थे ये आरोप, पार्टी ने 6 साल के लिए निष्कासन की की थी कार्रवाई

बैकुंठपुर. विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट नहीं मिलने से नाराज मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक ने पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस मामले में कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय नेतृत्व ने उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था। अब लोकसभा चुनाव से पूर्व विधायक के माफीनामा का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है की पार्टी ने उन्हें माफी देते हुए संगठन में वापस ले लिया है।

गौरतलब है कि मनेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक डॉ विनय जायसवाल को विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया गया था। इससे नाराज होकर उन्होंने चुनाव लड़ने न केवल फार्म खरीद लिया था, बल्कि पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पर आरोप लगाया था कि पैसे देने के बाद भी उन्हें टिकट नहीं दिया गया।

इस मामले में संगठन ने कार्रवाई करते हुए उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। अब उन्हें फिर से पार्टी में वापस ले लिया गया है।

दरअसल प्रदेश अध्यक्ष के नाम लिखा गया माफीनामे का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें पूर्व विधायक डॉक्टर विनय जायसवाल ने लिखा है कि टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने आवेश में राष्ट्रीय सचिव के ऊपर अनर्गल आरोप लगा दिए थे।

Video: तेज हवाओं और बारिश के साथ जमकर गिरे ओले, मौसम में ठंडक

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0 बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के सुलसुली क्षेत्र में सोमवार की दोपहर हुई बारिश, ओले के साथ बच्चों ने की मस्ती

बलरामपुर. सरगुजा संभाग में पिछले 2 दिन से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। रविवार की शाम अंबिकापुर में तेज हवाओं के साथ जमकर बारिश हुई थी। इसी बीच सोमवार की दोपहर बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सुलसुली में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई और जमकर ओले गिरे।

गौरतलब है की तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलों के गिरने से आम की फसल को नुकसान पहुंचा है। आम के बौर झड़ गए, वहीं अन्य फसलों को भी नुकसान हुआ है। इधर ओले के साथ बच्चे मस्ती करते नजर आए।

Video: बारिश में भीगीं 2 युवतियों के बीच हुई लड़ाई, एक ने दूसरी को गोद में उठाया तो दोनों गिर पड़ीं, देखें वीडियो

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0 गांधीनगर स्थित बनारस रोड पर 2 युवतियां आपस में भिड़ीं, नशे में धुत थीं दोनों युवतियां, बीच सड़क युवतियों की लड़ाई का लोगों ने बनाया वीडियो

अंबिकापुर. अंबिकापुर के गांधीनगर में रविवार की शाम 2 लड़कियों के बीच भरी बारिश में लड़ाई हो गई। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने उनका वीडियो बना लिया। अब ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो में दोनों युवतियां नशे में धुत दिखाई दे रही है, उनके कदम लड़खड़ा रहे हैं।

झूमाझटकी के दौरान एक युवती दूसरी को गोद में तो उठा लेती है, लेकिन वह उसे संभाल भी नही पाती और दोनों लड़खड़ाकर गिर जाती हैं। करीब 2 मिनट तक दोनों बारिश में भीगती और लड़ती रहीं।

कुलसचिव का हुआ ट्रांसफर तो छुट्टी के दिन पहुंच गए विश्वविद्यालय, फाइलों से छेड़छाड़ का लगा आरोप

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0 भाजपा नेता की शिकायत के बाद कुलसचिव का किया गया था ट्रांसफर, कुलसचिव के विश्वविद्यालय पहुंचने के बाद बनी रही गहमा-गहमी

अंबिकापुर. संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा एक बार फिर सुर्खियों में है। राज्य शासन द्वारा विश्वविद्यालय के कुलसचिव विनोद एक्का का स्थानांतरण रायपुर कर दिया गया है। इसके बाद भी वे रविवार को छुट्टी के दिन वे विश्वविद्यालय पहुंचे। इस दौरान उनपर फाइलों के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा। इस संबंध में कुलपति अशोक सिंह का कहना है कि छुट्टी के दिन आने का कोई मतलब नहीं है। वहीं कुलसचिव का कहना है कि वे पद्भार देने आए थे। इसे लेकर विश्वविद्यालय में गहमा-गहमी की स्थिति बनी रही।

गौरतलब है कि राज्य शासन द्वारा संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के कुल सचिव विनोद एक्का स्थानांतरण 15 मार्च को आयुक्त उच्च शिक्षा संचालनालय रायपुर कर दिया गया है।

इनकी जगह सहायक प्राध्यापक सामाज शास्त्र शासकीय नवीन महाविद्यालय जनकपुर मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी डॉ. शारदा प्रसाद त्रिपाठी को प्रभारी कुलसचिव प्रतिनियुक्ति दी गई है।

स्थानांतरण के बाद भी रविवार को अवकाश के दिन कुलसचिव विश्वविद्यालय पहुंचे और अपने कक्ष में फाइलों को खंगाला। कुछ कर्मचारियों ने इसकी जानकारी कुलपति को दी तो वे भी विश्वविद्यालय पहुंच गए। इस दौरान वहां गहमागहमी की स्थिति बनी रही।

कार्यमुक्त के संबंध में मांगा है मार्गदर्शन
कुलसचिव विनोद एक्का ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांगा है कि उनका स्थानांतरण राज्य शासन द्वारा संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय से आयुक्त उच्च शिक्षा संचालनालय भवन रायपुर कर दिया गया है।

यह आदेश 15 मार्च को जारी किया गया है। मुझे व्हाट्सएप के माध्यम से 16 मार्च की शाम करीब 4 बजे मिला है। इस दौरान आचार संहिता लागू हो गई थी। वर्तमान में विश्वविद्यालय की परीक्षा चल रही है।

फाइलों की कर रहा था लिस्टिंग
कुलसचिव विनोद एक्का ने बताया कि मुझे स्थानांतरण की जानकारी 16 मार्च की शाम करीब 4 बजे मिली है। रात 10 बजे के प्रोफेसर आनंद प्रसाद से कहा कि कुलपति सर से पूछ लीजिए की मेरा स्थानंतरण हो गया है।

आचार संहिता भी लग गया है, क्या करना है। इसपर उन्होंने बताया कि रविवार को नए कुलसचिव पदभार ग्रहण करने आ रहे हैं। यह बात सुनकर ही वे कार्यभार देने विश्वविद्यालय पहुंचा थे। वे फाइलों की लिस्ट तैयार कर रहे थे। मेरे पास छिपाने जैसी कोई फाइल ही नहीं है।

फाइलों से छेड़छाड़ की मिली थी जानकारी
कुल सचिव विनोद एक्का का स्थानांतरण हो गया है। मुझे जानकारी मिली कि रविवार को अवकाश के दिन कुल सचिव विश्वविद्यालय पहुंचे हैं और फाइलों के साथ छेड़छाड़ किया जा रहा है। सूचना पर विश्वविद्यालय पहुंचा। छुट्टी के दिन आने का कोई मतलब नहीं है।
अशोक सिंह, कुलपति, संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय, सरगुजा

पहाड़ी कोरवा जनजाति की अनोखी परंपरा: परिवार के सदस्य की मौत के बाद त्याग देते हैं घर, 500 से 1000 तक का ही लेते हैं कर्ज

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0 विशेष पिछड़ी जनजाति में शामिल हैं पहाड़ी कोरवा, जंगलों व पहाड़ों पर रहना पसंद करता है पहाड़ी कोरवा परिवार, रहन-सहन अन्य लोगों से बिल्कुल अलग

अंबिकापुर. सरकार द्वारा पहाड़ी कोरवा को विशेष पिछड़ी जनजाति में शामिल किया गया है। ये दुनिया की चकाचौंध से इतर होते हैं। ये जंगल व पहाड़ों पर रहना पसंद करते हैं। इन्हें बाहरी दुनिया से कोई मतलब नहीं होता। पहाड़ी कोरवाओं की एक खासियत यह है कि उन्हें जितने की जरूरत होती है, उतनी ही कमाई करते हैं। यदि विशेष परिस्थितियों में कर्ज लेने की जरूरत पड़ी तो वे 500 रुपए से लेकर 1000 तक का ही लेते हैं। परिवार के किसी सदस्य की यदि घर पर मृत्यु हो जाती है तो वे उस घर का ही त्याग कर देते हैं।

पहाड़ी कोरवा की जीवन शैली, रहन-सहन व काम करने का तरीका भी अन्य लोगों से अलग होता है। पहाड़ी कोरवा उतना ही कमाते हैं जितने में परिवार का गुजारा हो सके। ये सप्ताह में सिर्फ 2-3 दिन ही काम करते हैं, बाकी दिन आराम करते हैं।

विशेष परिस्थितियों में यदि उन्हें पैसे की जरूरत पड़ गई तो किसी से 500 या 1000 रुपए उधार ले लेते हैं। इससे ज्यादा ये कर्ज लेना भी पसंद नहीं करते। यदि ये कर्ज नहीं चुका पाते हैं तो कर्ज देने वाले के घर हरवाही या मजदूरी कर चुका देते हैं।

जानिए, कैसी होती है इनकी जीवन शैली
पहाड़ी कोरवाओं की जीवन शैली अलग होती है। ये जंगल और पहाड़ों पर रहना पसंद करते हैं। जंगली जानवरों का शिकार व कंद, मूल इनका मुख्य आहार होता है।

पेड़ों के पत्ते, लकडिय़ों व घास-फुस से अपना घर बनाते हैं। परिवार के पुरुष सदस्य कपड़े के नाम पर शरीर पर एक गमछा, लुंगी व टी-शर्ट पहनते हैं, जबकि महिलाएं साड़ी या धोती पहनती हैं। इस जनजाति का खान-पान भी अलग है। ये लोग मिट्टी के बर्तन में खाना बनाते हैं। चोंगी (पत्तों से बना पात्र) में खाना खाते हैं।

ये आम लोगों से दूरी बनाकर रखना पसंद करते हैं। पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोग मनोरंजन और तीज त्यौहार में कर्मा नृत्य करते हैं। इनका कर्मा, सोदे कर्मा नृत्य कहलाता है। एक डंडा गाडक़र उसमें झाड़ू लगाते हैं, फिर धनुष-बाण टांगकर अलग ही वाद्ययंत्र से ये नृत्य करते हैं।

मौत के बाद घर का कर देते हैं त्याग
2010 में पहाड़ी कोरवा जनजाति पर शोध में अनोखी परंपरा सामने आई थी। एक पहाड़ी कोरवा के घर पर अगर किसी सदस्य की मृत्यु हो जाती है तो परिवार वह घर छोड़ देता है। हर मृत्यु के बाद ये लोग नया घर बनाकर रहते हैं। इस परंपरा का आज भी क़रीब 30 प्रतिशत लोग पालन कर रहे हैं।

डीजीपी बनकर किया फोन, कहा- तुम्हारे बेटे को एक गंभीर मामले में किया गया है गिरफ्तार, 1 लाख रुपए भेजो, फिर…

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0 डर से कॉलरीकर्मी ने दो अलग-अलग लोगों से उधार में रुपए लेकर अज्ञात शख्स को दे दिए 1 लाख 20 हजार रुपए

सूरजपुर. साइबर क्राइम व ठगी के मामले इन दिनों काफी बढ़ चुके हैं। पढ़े-लिखे लोग भी इसके शिकार हो रहे हैं और अपनी मोटी कमाई गवां रहे हैं। इसी कड़ी में बिश्रामपुर क्षेत्र के गायत्री कोल माइंस में कार्यरत एक कॉलरीकर्मी 1 लाख 20 हजार रुपए ठगी का शिकार हो गया। दरअसल अज्ञात व्यक्ति ने शनिवार की सुबह उसे व्हाट्सएप कॉल कहा कि वह डीजीपी बोल रहा है। उसका बेटा एक गंभीर मामले में पकड़ा गया है, यदि वह उसे बचाना चाहते हैं तो तत्काल 1 लाख रुपए भेजे। इसके बाद कॉलरीकर्मी ने उसके खाते में फोन पे के माध्यम से 1 लाख 20 हजार रुपए भेज दिए।

सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर 1 सी कालोनी क्वार्टर नंबर 95 निवासी रामाशीष पाल पिता नार सिंह गायत्री भूमिगत खदान में कार्यालय अधीक्षक के पद पर कार्यरत है। 16 मार्च की सुबह 10 बजे उसके मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा व्हाट्सएप कॉल किया गया।

कॉल करने वाले ने खुद को डीजीपी बताया और धमकी दी कि तुम्हारे पुत्र को एक गंभीर मामले में गिरफ्तार किया गया है। यदि अपने पुत्र को मामले में बचाना चाहते हैं तो 1 लाख रुपए तत्काल देना होगा। ये बात सुनकर वह डर गया और उसकी बातों में फंस गया।

1 लाख 20 हजार रुपए देने के बाद हुआ ठगी का एहसास
फोन से डरे कॉलरीकर्मी ने अपने परिचित कृपाशंकर से 40 हजार रुपए व सचिन वर्मा से 80 हजार रुपए उधार लेकर उनके ही फोन पे के माध्यम से भिजवाया।

बाद में ठगी के शिकार होने के एहसास होने पर उसने मामले की सूचना बिश्रामपुर थाना में दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

गर्लफ्रेंड का ब्लेड से गला रेतकर ब्वायफ्रेंड ने लगाई फांसी, एक ही जगह मिली दोनों की लाश

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0 प्रेमिका का गला रेतने के बाद खुद का भी रेत लिया था गला, जब मौत नहीं आई तो लगा ली फांसी, लडक़ी की तय होने वाली थी शादी, यह बात लडक़े को पता चलने पर उठाया कदम

सूरजपुर. बिश्रामपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत दतिमा-बिश्रामपुर मुख्य मार्ग पर रेलवे फाटक से लगे बांसबाड़ी में शनिवार को एक प्रेमी जोड़े की लाश मिली। बताया जा रहा है कि युवती की शादी तय होने वाली थी, यह बात जब युवक को पता चली तो उसने युवती को मिलने बुलाया था। इसके बाद उसने युवती का ब्लेड से गला रेत दिया और खुद भी गला रेत लिया। जब उसकी मौत नहीं हुई तो उसने फांसी लगा ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शव को बरामद कर पीएम के लिए भेजा। प्रथमदृष्ट्या प्रेम प्रसंग में हत्या के बाद आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है।

सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत दतिमा-बिश्रामपुर मुख्य मार्ग पर कुमदा रेलवे फाटक के समीप बांसबाड़ी में शनिवार की दोपहर फायर वाचर बांस बाड़ी की ओर गया था।

यहां उसकी नजर एक गड्ढे के पास पेड़ पर फांसी पर लटके युवक के शव पर पड़ी तो उसने बिश्रामपुर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि गड्ढे में एक युवती का भी गला रेता हुआ शव पड़ा है। युवक-युवती का शव मिलने से क्षेत्र में हडक़ंप मच गया।

युवती की पहचान कुमदा बस्ती के देवल्लापारा निवासी 24 वर्षीय पूजा देवांगन पिता परवल देवांगन तथा युवक की पहचान सूरजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत गोपीपुर तेपरा निवासी 25 वर्षीय शिवम पिता राजू पनिका के रूप में हुई। युवती व युवक की गले को ब्लेड से रेता गया था, क्योंकि घटनास्थल पर एक ब्लेड मिला, जिसमें खून लगा था।

ब्लेड से युवती का गला काटकर की होगी आत्महत्या
आशंका जताई जा रही है कि युवक ने पहले युवती का ब्लेड से गला काटा होगा, इसके बाद उसने खुद का भी गला काटने की कोशिश की होगी। जब वह इसमें सफल नहीं हुआ तो उसने फांसी लगा ली होगी।

युवक-युवती के घरवालों का है ये कहना
युवक के घर वालों का कहना था कि उसने दो दिन पहले ही उन्हें युवती पूजा देवांगन से प्रेम प्रसंग की बात बताई थी। युवती की शादी तय होने से वह परेशान था। वहीं युवती के पिता का कहना था कि पूजा की शादी की बात अंबिकापुर में चल रही थी।

युवक शिवम पनिका द्वारा मेरी पुत्री की परिचित गांव के ही रेखा नामक युवती के मोबाइल के माध्यम से संपर्क करके युवती को घटना स्थल बुलाया गया था। जिस पर युवती के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने बिश्रामपुर थाना वे गए थे। इसी बीच दोनों की लाश मिली।

Loksabha Election Dates 2024: 7 चरणों में होगा लोकसभा चुनाव, जानिए छत्तीसगढ़ में कब-कब कितनी सीटों पर होगी वोटिंग

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मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने लोकसभा चुनाव 2024 के तारीखों की की घोषणा, चुनाव की घोषणा के साथ ही देश में आचार संहिता लागू

भारत निर्वाचन आयोग ने 16 मार्च की दोपहर 3 बजे 18वीं लोकसभा के चुनावों की घोषणा कर दी है। चुनाव का ऐलान होते ही पूरे देश में आचार संहिता लागू हो गई है। गौरतलब है कि 16 जून को लोकसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार नव निर्वाचित निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार व सुखबीर सिंह संधू की मौजूदगी में बताया कि इस बार 7 चरणों में लोकसभा चुनाव संपन्न होंगे।

उन्होंने बताया कि हमने 2 साल पहले से 18 वीं लोकसभा के चुनाव की तैयारियां शुरु कर दी थी। इस बार साढ़े 10 लाख पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। जबकि कुल 55 लाख ईवीएम का इस्तेमाल किया जाएगा। चुनाव आयुक्त ने बताया कि हर बूथ पर पानी और शौचालय की व्यवस्था की जाएगी।

पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल, दूसरा चरण 26 अप्रैल, तीसरा चरण 7 मई, चौथा चरण 13 मई, पांचवां चरण 20 मई, छठवां चरण 25 और सांतवा तथा अंतिम चरण का चुनाव 1 जून को होगा। वहीं 4 जून को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे।

97.88 करोड़ मतदाता करेंगे वोटिंग
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि वर्ष 2024 में कुल मतदाताओं की संख्या 96.88 करोड़ है। इनमें पुरुष मतदाता 49.7 करोड़ व महिला मतदाता 47.1 करोड़ हैं। वहीं पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 84 लाख 81 हजार 610 है।

इन तिथियों को इतने सीटों पर होगा चुनाव
पहले चरण में 19 अप्रैल को 102 लोकसभा सीटों पर चुनाव होंगे। इसी प्रकार 26 अप्रैल को 89, 7 मई को 94, 13 मई को 96, 20 मई को 49, 25 मई को 57 तथा 1 अप्रैल को 57 लोकसभा सीटों पर चुनाव होंगे।

छत्तीसगढ़ में 3 चरण में होंगे चुनाव
छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों के लिए 3 चरणों में चुनाव होंगे। पहला चरण 1 अप्रैल को 1 सीट, दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 3 सीट तथा तीसरे चरण में 7 मई को 7 लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग होगी।