Friday, January 3, 2025
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यहां स्थित हैं हनुमान जी की चमत्कारिक मूर्ति, दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है आकार, पूरी होती है हर मन्नत

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0 80 साल पहले एक पेड़ के नीचे दिखाई दी थी बजरंग बली की प्रतिमा, अब बन चुका है भव्य मंदिर, हर मंगलवार व शनिवार को लगती है श्रद्धालुओं की भीड़

अंबिकापुर. छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में हनुमान जी की चमत्कारिक मूर्ति है। इस मूर्ति का आकार अपने आप बढ़ता ही जा रहा है। 80 साल पहले एक पेड़ के नीचे हनुमान जी की 1 फीट की मूर्ति देखी गई थी। तब से इसकी पूजा की जा रही है। धीरे-धीरे लोगों ने यहां भव्य मंदिर बना दिया। पेड़ सूख गया, अब हनुमान जी की प्रतिमा की ऊंचाई साढ़े 3 फीट से भी अधिक की हो चुकी है। इसे लोग चमत्कार ही मान रहे हैं। इसकी चर्चा दूर-दूर तक है। मंदिर के पुजारी का कहना है कि यहां सच्चे मन से मांगी गई मन्नत एक साल के भीतर पूरी हो जाती है।

सरगुजा जिले के लुंड्रा विकासखंड अंतर्गत लमगांव के चोरकीडीह में हनुमान जी की 80 साल पुरानी प्रतिमा है। पूर्व के पुजारी ने इस मंदिर की स्थापना की थी।

यह स्थल अंबिकापुर से 19 किलोमीटर दूर अंबिकापुर-रायगढ़ नेशनल हाइवे पर स्थित है। हाइवे से बायीं ओर करीब 2 किमी दूर जाने पर भव्य हनुमान जी का मंदिर दिखाई देता है।

हर मंगलवार व शनिवार को यहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है। कोई यहां नारियल चढ़ाता है तो कोई मिठाई, तेल या सिंदूर चढ़ाकर मन्नत मांगता है। मंदिर के पुजारी रमाकांत तिवारी का कहना है कि यहां सच्चे मन से मांगी गई मन्नत 1 साल के भीतर पूरी हो जाती है।

21 साल से चौबीसों घंटे रामचरित मानस पाठ

हनुमान मुदिर के द्वार पर पिछले 21 साल से चौबीसों घंटे सस्वर रामचरित मानस का पाठ चल रहा है। वहीं इतने ही वर्षों से अखंड ज्योत भी जल रही है।

मंदिर के मुख्य द्वार से घुसने के बाद बायीं ओर बगीचा स्थित है, इसमें लोग भंडारा या अन्य धार्मिक आयोजन करते हैं। हनुमान जी के मंदिर के ठीक सामने राम जानकी दरबार है। राम-जानकी दरबार के भीतर राम जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक के चित्र आकर्षक दीवारों पर उकेरे गए हैं।

पति बोला- शराब पीने के लिए पैसे दो, पत्नी बोली- नहीं है, फिर कहा- महतारी वंदन वाला दे दो, मना किया तो पीट-पीटकर मार डाला

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0 शराब पीने का आदी हो चुके एक युवक ने दिया वारदात को अंजाम, पिटाई से गंभीर रूप से घायल पत्नी को अस्पताल में छोड़कर हो गया था फरार, पत्नी ने तोड़ा दम

अंबिकापुर। एक युवक ने अपनी पत्नी को सिर्फ इसलिए मार डाला क्योंकि उसने उसे शराब पीने के लिए पैसे नहीं दिए। पति की नजर महतारी वंदन योजना के तहत मिलने वाली राशि पर थी। पत्नी ने इस पैसे को शराब के लिए देने से इनकार कर दिया था। इस बात से नाराज होकर युवक ने पत्नी की बेदम पिटाई कर दी, फिर गंभीर हालत में उसे ले जाकर अस्पताल में छोड़ दिया। इसी बीच इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामले को विवेचना में लिया है।

शहर के गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत गांधीनगर निवासी सफीरा तिग्गा 42 वर्ष अपने पति सोनू तिग्गा के साथ रहती थी। वह रसोईया थी। उसे महतारी वंदन योजना के तहत 1000 रुपए भी मिलते थे। वहीं उसका पति को शराब पीने की लत थी।

11 अप्रैल को पति ने उससे कहा कि उसे शराब पीने के लिए रुपए चाहिए। इसपर पत्नी बोली कि उसके पास पैसे नहीं हैं। इसके बाद पति ने कहा की महतारी वंदन योजना वाला पैसा तुम्हारे पास होंगे, उसे खाते से निकालकर दे दो।

इस पैसे को देने से पत्नी ने मना कर दिया। इससे पति काफी गुस्सा हो गया और पत्नी की बेदम पिटाई कर दी। इससे पत्नी भागकर पड़ोसी के घर चली गई थी।

2 दिन बाद फिर बेदम पीटा, नहीं बची जान

2 दिन तक पत्नी घर नहीं आई तो पत्नी पति वहां पहुंचा और उसे जबरन घर ले आया। फिर इस बात को लेकर उसने पत्नी की बेदम पिटाई कर दी। मारपीट में आई चोट से पत्नी गंभीर रूप से घायल होकर बेसुध पड़ गई।

इसके बाद पति उसे लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचा और यहां भर्ती कराकर भाग निकला। इसी बीच इलाज के दौरान 19 अप्रैल को पत्नी की मौत हो गई। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने आगे की प्रक्रिया पूरी की।

अंबिकापुर में 24 को होगी पीएम मोदी की सभा, स्टेडियम में बनाया जा रहा हेलीपैड, निर्माण रोकने पूर्व डिप्टी सीएम टीएस ने कलेक्टर को लिखा पत्र, कलेक्टर ने कही ये बात

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0 नगर के पीजी कॉलेज मैदान में होगी पीएम की चुनावी सभा, गांधी स्टेडियम में पीेएम मोदी का हेलीकॉप्टर उतारने की तैयारी, हेलीपैड निर्माण का शुरू हुआ विरोध

अंबिकापुर. अंबिकापुर के पीजी कॉलेज मैदान में 24 अप्रैल को पीएम मोदी की चुनावी सभा होगी। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। प्रशासन द्वारा पीएम मोदी का हेलीकॉप्टर गांधी स्टेडियम में उतारने वहां हेलीपैड का निर्माण किया जा रहा है। हेलीपैड निर्माण को लेकर कुछ लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है। लोगों की सूचना पर पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव ने कलेक्टर को पत्र लिखकर तत्काल इस पर रोक लगाने की मांग की है।

कलेक्टर को प्रेषित पत्र में टीएस सिंह देव ने लिखा है कि उन्हें खेल से जुड़े संगठनों खेल प्रेमियों व अन्य लोगों द्वारा यह सूचना दी गई है कि गांधी स्टेडियम में हेलीपैड का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए भारी मात्रा में सामग्री भी गिराई गई है। मैं आपको बताना चाहूंगा कि राजनीतिक रूप से पार्टी लाइन से बाहर आकर हमने भाजपा के दिवंगत नेता स्वर्गीय रवि शंकर त्रिपाठी की पहल पर यह संकल्प लिया था कि गांधी स्टेडियम का उपयोग केवल और केवल खेल गतिविधियों के लिए किया जाएगा। किसी भी धार्मिक राजनीतिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए इसका उपयोग नहीं किया जाएगा। इस पर सबकी सहमति बनी थी। तब से लेकर आज तक हम इस बात का ध्यान रख रहे है।

पीएम का शहर में स्वागत है लेकिन स्टेडियम में हेलीपैड निर्माण का पक्षधर नहीं

डियर स्टूडेंट अपना पत्र में लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी का शहर में स्वागत है लेकिन गांधी स्टेडियम में हेलीपैड निर्माण का पक्षधर नहीं हूं। इसपर मैं विरोध दर्ज कराता हूं। मेरा आपसे आग्रह है कि खेल गतिविधियों का एकमात्र केंद्र जहां पर सुबह शाम खिलाड़ियों से लेकर युवा और गणमान्य नागरिक स्वास्थ्य की दृष्टि से यहां वाकिंग करने आते हैं।

ऐसे मैदान को राजनीतिक कार्यक्रम की दृष्टि से बर्बाद न करें। उन्होंने लिखा है कि हेलीकॉप्टर का निर्माण कहीं भी कराया जा सकता है। पुलिस लाइन और पीजी कॉलेज मैदान में पहले से ही हेलीपैड बना हुआ है। अगर ज्यादा सुविधा न हो तो दरिमा हवाई पट्टी भी नजदीक है।

कलेक्टर बोले विशेष सुरक्षा की वजह से बना रहे वहां

इस मामले में कलेक्टर ने कहां कि विशेष और उच्च सुरक्षा के मद्देनजर स्टेडियम में हेलीपैड का निर्माण कराया जा रहा है। पीएम की सुरक्षा के साथ ही लोगों की सुविधा का भी प्रशासन को ध्यान रखना है। 25 अप्रैल को हम स्टेडियम को वैसी ही स्थिति में कर देंगे।

हनुमान जयंती साल में 2 बार क्यों मनाई जाती है? जानिए इसके पीछे की वजह

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डेस्क न्यूज। हनुमान जी भगवान श्रीराम के परम भक्त हैं। हनुमान जी को कई नामों से जाना जाता है। जैसे- बजरंग बली, पवनपुत्र, हनु, संकट मोचन, केशरी नंदन इत्यादि। वैसे तो आप कभी भी हनुमान की पूजा कर सकते हैं, लेकिन मंगलवार को उनकी पूजा करना सर्वोत्तम माना गया है, क्योंकि यह दिन उन्हें समर्पित है। क्या आप जानते हैं कि हनुमान जयंती एक साल में 2 बार क्यों आती है।आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह…

कार्तिक मास की चतुर्दशी तिथि को हुआ था जन्म

हर साल कार्तिक माह की चतुर्दशी तिथि को हनुमान जयंती मनाई जाती है। वाल्मीकि रामायण के अनुसार हनुमान जी का जन्म कार्तिक माह की चतुर्दशी तिथि को स्वाति नक्षत्र में हुआ था। इस वजह से इस तिथि को इनकी जयंती मनाई जाती है।

दूसरी जयंती के पीछे ये है वजह

पौराणिक कथा के अनुसार, बचपन में एक बार हनुमान जी को भूख लगी थी। उन्होंने आसमान में सूर्यदेव को देखकर फल समझ लिया और उन्हें खाने पहुंच गए। उन्होंने सूर्यदेव को आधा से अधिक निगल लिया, इससे पूरे ब्रह्मांड में अंधेरा छा गया।

यह बात जब देवताओं के राजा इंद्रदेव को पता चली तो उन्होंने हनुमान के मुख पर वज्र से प्रहार कर दिया। वज्र के प्रहार से हनुमान मूर्छित हो गए। यह बात जब पवनदेव तक पहुंची तो उन्होंने पूरे ब्रह्मांड की हवा रोक दी।

इससे धरती पर हाहाकार मच गया। तब ब्रह्मा जी ने उन्हें शांत कराते हुए हनुमान को नया जीवन दिया। ऐसा माना जाता है कि यह जीवनदान चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को उन्हें मिला था। यही वजह है कि हर साल चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि को भी हनुमान जयंती मनाई जाती है।

लोकसभा चुनाव शुरु हो गया है, यदि आपका मतदाता परिचय पत्र कहीं खो गया है तो ऐसे करें डाउनलोड

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0 भारत निर्वाचन आयोग ने जारी किया है पोर्टल, यहां जाकर आप अपना ई-एपिक कार्ड कर सकते हैं डाउनलोड

डेस्क न्यूज. लोकसभा चुनाव शुरु हो गया है। वोटिंग के दौरान मतदाता परिचय पत्र की जरूरत पड़ती है। हालांकि मतदाता परिचय पत्र नहीं होने की स्थिति में निर्वाचन आयोग द्वारा कई विकल्प दिए जाते हैं, जिसे दिखाकर आप वोटिंग कर सकते हैं। फिर भी यदि आपको मतदाता परिचय पत्र कहीं खो गया है तो आप भारत निर्वाचन आयोग के वोटर पोर्टल पर जाकर अपना मतदाता परिचय पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।

ऐसे डाउनलोड कर सकते हैं ई-एपिक

कलेक्टर ने बताया कि ऐसे मतदाता जिनके पास एपिक कार्ड नहीं है, वे भारत निर्वाचन आयोग के पोर्टल voters.eci.gov.in वोटर पोर्टल से अपना ई-एपिक कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। ऐसे मतदाता जिनका मोबाइल नंबर एपिक कार्ड से लिंक नहीं है, वे तत्काल ऑनलाइन फॉर्म 8 के माध्यम से अपना मोबाइल नंबर एपिक कार्ड से लिंक कर अपना ई-एपिक कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।

मतदाता सूची में ऐसे जांचें अपना नाम

मतदाता अपना नाम मतदाता सूची में जांच कर अपनी भाग संख्या, सरल क्रमांक तथा अपने मतदान केंद्र का नाम जान सकते हैं। ऑनलाइन पोर्टल electoralsearch.eci.gov.in के माध्यम से मतदाता अपना पूरा विवरण जांच सकते हैं।

स्मार्ट मतदाता बनने की अपील

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा समय-समय पर मतदाताओं की सुविधा के लिए विभिन्न नवाचार किए हैं, जिसमें मतदाताओं को निर्वाचन, मतदाता सुविधा, मतदान प्रतिशत, निर्वाचन लडऩे वाले अभ्यर्थियों की जानकारी प्राप्त हो सकती है। जिले के कलेक्टर्स द्वारा वोटर पोर्टल, वोटर हेल्पलाइन एप्लीकेशन, सक्षम एप्लीकेशन, केवाईसी एप्लीकेशन, वोटर टर्नआउट एप्लीकेशन के उपयोग से स्मार्ट मतदाता बनने की अपील की है।

सीएम विष्णुदेव साय की मौजूदगी में भाजपा प्रत्याशी चिंतामणि महाराज ने दाखिल किया नामांकन, शहर में निकली विशाल रैली

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0 नामांकन रैली में मंत्री, विधायक समेत काफी संख्या में भाजपाई हुए शामिल, विधानसभा चुनाव से पूर्व चिंतामणि ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में किया था प्रवेश

अंबिकापुर। सरगुजा लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी चिंतामणि महाराज ने प्रदेश के सीएम विष्णु देव साय की उपस्थिति में आज नामांकन दाखिल किया। नामांकन से पूर्व शहर के अग्रसेन भवन से विशाल रैली निकाली गई। रैली अग्रसेन चौक, जय स्तंभ चौक, सदर रोड, महामाया चौक, संगम चौक, देवीगंज रोड होते हुए घड़ी चौक से कला केंद्र मैदान में पहुंची। यहां विजय संकल्प जनसभा को सीएम ने संबोधित किया। इसके बाद चिंतामणि ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया। यह उनका तीसरा नामांकन था।

भाजपा प्रत्याशी के नामांकन रैली में कृषि मंत्री राम विचार नेताम, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, भाजपा सरगुजा लोकसभा के संयोजक कमलभान सिंह, सहसंयोजक अखिलेश सोनी, लोकसभा कलस्टर प्रभारी बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल,

सह कलस्टर प्रभारी रामसेवक पैंकरा, अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल लुण्ड्रा विधायक प्रबोध मिंज, सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो, प्रेम नगर विधायक भूलन सिंह मरावी, सामरी विधायक उद्धेश्वरी पैंकरा,

प्रतापपुर विधायक शकुंतला पोर्ते, सरगुजा जिला अध्यक्ष ललन प्रताप सिंह, बलरामपुर जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश जायसवाल, सूरजपुर जिला अध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल सहित काफी संख्या में भाजपा नेता शामिल हुए।

नीट की तैयारी कर रहीं छात्राएं बोलीं- बस में हमें छेड़ते हैं शिक्षक, मोबाइल पर भेजते हैं गंदे फोटो और मैसेज, मिली ये सजा

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0 छात्राओं की शिकायत पर डीईओ ने आरोपी शिक्षक को कार्य से किया मुक्त, बस में छात्राओं की देखभाल के लिए बीआरपी शिक्षक की लगाई गई थी ड्यूटी

अंबिकापुर। सरगुजा जिला प्रशासन द्वारा नीट परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए अंबिकापुर के मल्टीपरपज स्कूल में निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था की गई है। वहीं बाहरी छात्राओं के लिए आवासीय हॉस्टल की भी व्यवस्था की है। हॉस्टलों से छात्राएं बस से प्रतिदिन कोचिंग आना जाना करती हैं। उनकी देखभाल तथा ड्राइवर ने समय पर छात्राओं को कोचिंग छोड़ा या नहीं, इसकी मॉनिटरिंग के लिए बीआरपी समावेशी शिक्षा के एक शिक्षक की ड्यूटी लगाई थी। उक्त शिक्षक पर कोचिंग की 4 छात्राओं ने छेड़खानी तथा मोबाइल पर गंदे-गंदे मैसेज वह फोटो भेजने का आरोप लगाया है। छात्राओं की शिकायत पर डीईओ ने शिक्षक को कार्य मुक्त कर दिया है।

16 अप्रैल को डीईओ से की गई शिकायत में छात्राओं ने बताया कि बीआरपी शिक्षक अनिलेश तिवारी बस में आने जाने के दौरान उनसे छेड़खानी करते हैं। शुरू में उन्होंने किसी तरह उनका मोबाइल नंबर ले लिया।

फिर यह मैसेज करते थे कि डीपी अच्छी है, तबियत कैसी है। बाद में वे गंदे मैसेज और फोटो भेजने लगे। छात्राओं ने बताया कि उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस लाइन डायरेक्टर से भी की थी। दरअसल शिकायत करने वाली छात्राएं हॉस्टल में रहकर नीट की तैयारी में लगी हुई हैं।

डीईओ ने शिक्षक ने किया कार्यमुक्त

छात्राओं की शिकायत पर डीईओ अशोक सिन्हा ने शिक्षक को कार्य मुक्त करते हुए मैनपाट भेज दिया है। उससे जवाब भी मांगा गया है। आगे जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

डीईओ ने बताया कि बस ड्राइवर की देखरेख के लिए शिक्षक को रखा गया था। शिक्षक का काम था कि वह ये देखे कि हॉस्टल से छात्राओं को सही समय पर ड्राइवर कोचिंग ले जा रहा है या नहीं।

दोहरा हत्याकांड: 8 हजार रुपए के लिए पिता और भाई की हत्या, कोर्ट ने सुनाई 2 बार आजीवन कारावास की सजा

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0 3 महीने पहले बड़े भाई को उधर में दी गई रकम को मांगने के दौरान हुआ था विवाद, पिता ने झगड़ा करने से मना किया तो उसे भी मार डाला, वर्ष 2021 में हुई थी घटना

एमसीबी। एमसीबी जिले के जनकपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत वर्ष 2021 में एक युवक ने सिर्फ 8 हजार रुपए के लिए हुए विवाद के बाद अपने बड़े भाई और पिता की हत्या कर दी थी। इस दोहरे हत्याकांड के मामले में कोर्ट ने अहम फैसला सुनाते हुए आरोपी आरोपी को 2 बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। कोर्ट ने आरोपी पर 500-500 रुपए का अर्थदंड भी लगाया है।

एमसीबी जिले के जनकपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जोलगी निवासी चरका राम अपनी पत्नी सुकवरिया बाई के अलावा 2 पुत्र गुलाब बसोर 24 वर्ष व धनजीत 22 वर्ष के साथ रहता था।

10 मई 2021 को घर में शादी की बातचीत चल रही थी। इस दौरान कुछ रिश्तेदार भी आए थे। इसी बीच छोटे भाई धनजीत ने बड़े भाई गुलाब से 8 हजार रुपए की मांग की, ये रुपए उसने 3 महीने पहले ही भाई को दिए थे। इस बात को लेकर दोनों भाइयों के बीच विवाद होने लगा।

यह देख पिता ने धनजीत को झगड़ा करने से मना किया। इससे गुस्सा होकर उसने पिता और बड़े भाई के ऊपर डंडे से ताबड़तोड़ प्रहार कर दिया। इससे दोनों वहीं बेहोश हो गए।

अस्पताल में दोनों ने तोड़ा दम

बेहोशी की हालत में रिश्तेदारों द्वारा पिता-पुत्र को तत्काल जनकपुर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। यहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। मां सुकवारिया की रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 302 के तहत आरोपी धनजीत बसोर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

कोर्ट ने सुनाया अहम फैसला

इस मामले में प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश मनेंद्रगढ़ ने बुधवार को अहम फैसला सुनाया। कोर्ट ने अपराध की प्रकृति व अन्य परिस्थितियों को ध्यान में रख आरोपी धनजीत बसोर को धारा 302 के तहत 2 बार आजीवन कारावास और 500-500 रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई है। अर्थदंड नहीं पटाने पर 2 बार 2-2 साल के अतिरिक्त सश्रम कारावास की सजा भुगतनी पड़ेगी।

छत्तीसगढ़ में एक मंदिर ऐसा भी जहां होती है कुत्ते की पूजा, हर मनोकामना होती है पूरी, वफादार कुत्ते और भगवान शिव को समर्पित है यह मंदिर

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0 कुत्ते की वफादारी से प्रभावित होकर नागवंशियों ने बनवाया था कुकुरदेव मंदिर, मंदिर के गर्भगृह में स्थापित है भगवान शिव और वफादार कुत्ते की मूर्ति

न्यूज डेस्क। छत्तीसगढ़ के बालोद जिला स्थित खपरी गांव में कुकुरदेव मंदिर स्थित है। यहां कुत्ते की पूजा की जाती है। यह मंदिर वफादार कुत्ते व भगवान शिव को समर्पित है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव और वफादार कुत्ते की मूर्ति स्थापित है। इस मंदिर का निर्माण फणी नागवंशियों द्वारा कराया गया था। यहां लोग मनोकामना दीप प्रज्ज्वलित कर पूजा करते हैं। इस दीप को वफादारी की ज्योत भी मानते हैं। ऐसी मान्यता है कि यहां मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है। यही वजह है कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी यहां मत्था टेक चुके हैं।

बालोद से 6 किलोमीटर दूर ग्राम खपरी में कुकुर देव मंदिर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 14वीं -15वीं शताब्दी में नागवंशी शासकों द्वारा किया गया था। यह मंदिर राज्य भर में प्रसिद्ध है।

इस मंदिर को देखने व समझने दूर दराज के लोग भी आ चुके हैं। इस मंदिर को वफादारी के लिए जाना जाता है। मंदिर के बाहर ही वफादार कुत्ते की समाधि बनाई गई है।

ऐसी है वफादार कुत्ते की कहानी

खपरी गांव में बंजारों का निवास था। एक बंजारे कुत्ता पाल रखा था। कुत्ता काफी वफादार था। कालांतर में जब क्षेत्र में अकाल पड़ा तो कुत्ते के मालिक ने उसे मालगुजार के पास गिरवी रख दिया था।

एक दिन मालगुजार के घर चोरी हो गई तो कुत्ता मालगुजार को उसे स्थल तक ले गया, जहां चोरों ने चोरी की गई सामग्री छिपा रखी थी। कुत्ते के इस कर्तव्यनिष्ठ व्यवहार से प्रभावित होकर मालगुजार ने उसके गले में पत्र बांधकर उसे उसके स्वामी के पास भेज दिया था।

स्वामी बंजारे ने कुत्ते को मार डाला

जब कुत्ता घर लौट आया तो बंजारे ने यह सोचकर उस पर प्रहार कर दिया कि वह मालगुजार के पास से भाग कर आ गया है। इससे कुत्ते की मौत हो गई। बाद में जब बंजारे ने गले में बंधे पत्र को खोलकर पढ़ा तो उसे अपनी गलती का अहसास हुआ।

मंदिर स्थल पर बनाई गई कुत्ते की समाधि

कुत्ते को मार डालने की खबर जब मालगुजार को पता चली तो वह भी दुखी हुआ। बाद में वफादार कुत्ते की याद में फणि नागवंशी राजाओं ने कुकुरदेव मंदिर का निर्माण कराया।

कुदरगढ़ धाम से लौट रहे बाइक सवार पति-पत्नी व मासूम बच्चे को अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर, पति की मौत, पत्नी गंभीर, बच्चे को…

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0 देर रात हुई दुर्घटना, गंभीर रूप से घायल महिला को जिला अस्पताल किया गया रेफर, मासूम बच्चे को दुर्घटना में नहीं आईं चोटें

सूरजपुर। कुदरगढ़ धाम से पूजा कर लौट रहे बाइक सवार पति-पत्नी वह मासूम बच्चे को अज्ञात वाहन ने मंगलवार के देर रात टक्कर मार दी। हादसे में पति की जहां मौके पर ही मौत हो गई, वहीं पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे में बच्चों को खरोच तक नहीं आई। लोग इसे भगवान का चमत्कार ही मान रहे हैं। इधर गंभीर रूप से घायल महिला को स्थानीय अस्पताल के डॉक्टरों ने जिला अस्पताल सूरजपुर रेफर कर दिया है।

सूरजपुर जिले के ग्राम झांसी निवासी जितेंद्र सिंह 28 वर्ष, अपनी पत्नी तारा सिंह 24 वर्ष व 1 वर्षीय मासूम बेटे के साथ मंगलवार की शाम कुदरगढ़ धाम में माता के दर्शन करने गया था। पूजा करने के बाद रात 11:30 बजे वह बाइक से घर लौट रहा था।

वह कुदरगढ़-इंदरपुर की सड़क से होकर गुजर रहा था, इसी बीच ग्राम इंदरपुर के पास बाइक को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पति पत्नी व बच्चा सड़क पर जा गिरे।

सिर में गंभीर चोट लगने से जितेंद्र सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे में बच्चे को खरोच तक नहीं आई।

स्थानीय लोगों ने पहुंचाया अस्पताल

सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल महिला को स्थानीय लोगों द्वारा ओडगी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल सूरजपुर रेफर कर दिया। हादसे में युवक की मौत से परिजन सदमे में हैं। सूचना पर ओडगी पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ अपराध दर्ज कर उसकी खोजबीन शुरू कर दी है।