0 शहर के आकाशवाणी चौक चोपड़ापारा स्थित होटल व स्पोर्ट्स सेंटर में सुबह लगी थी आग, अब तक 14 से 15 दमकल लग चुका है पानी
अंबिकापुर। शहर के आकाशवाणी चौक स्थित होटल राधे कृष्णा और स्पोर्ट्स दुकान में लगी आग को फायर ब्रिगेड की टीम धीरे-धीरे नियंत्रित कर रही है। आग बुझाने दरिमा एयरपोर्ट और सूरजपुर से दमकल की गाड़ियां मंगाई गई हैं। इन सब की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि होटल और स्पोर्ट्स सेंटर की दुकान पीछे तक स्थित हैं। सिर्फ इन्हीं दो संस्थानों में आग से नुकसान हुआ है, बाकी इनसे लगे मकान सुरक्षित हैं। फायर ब्रिगेड की टीम का कहना है कि जल्द ही आग पर काबू पा लिया जाएगा।
हम आपको बताते चलें कि अंबिकापुर में मौजूद फायर ब्रिगेड की गाड़ियां, इस आग पर काबू पाने में मशक्कत कर रही थीं। बार-बार पानी भी खत्म हो जा रहा था। इस वजह से सूरजपुर दरिमा एयरपोर्ट से दमकल की गाड़ियां मंगानी पड़ीं।
0 शहर के आकाशवाणी चौक चोपड़ापारा में स्थित है होटल, शॉर्ट सर्किट से आग लगने की जताई जा रही है संभावना
अंबिकापुर। अंबिकापुर शहर के आकाशवाणी चौक चोपड़ा पर स्थित होटल राधे कृष्णा में सोमवार की सुबह भीषण आग लग गई। होटल की ऊपरी मंजिल पर स्पोर्ट्स सेंटर भी स्थित है। आग लगते ही यहां अफरा तफरी मच गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया। फिलहाल आग बुझाने का काम जारी है।
गौरतलब है कि शहर के चोपड़ापारा में संजय सिंह और प्रमोद सिंह की राधे कृष्णा होटल और उससे सटे बिल्डिंग में स्पोर्ट्स सेंटर की दुकान संचालित है। यहां सोमवार की सुबह 9:50 पर खंभे में हुए शॉर्ट सर्किट से आग लग गई।
देखते-देखते आग ने रौद्र रूप ले लिया। आग ने होटल और स्पोर्ट्स सेंटर दोनों को अपनी चपेट में ले लिया। इससे वहां अफरा तफरी मच गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया।
बताया जा रहा है कि स्पोर्ट्स सेंटर के सामने से ही बिजली के तार गुजरे हुए हैं। यहां शॉर्ट सर्किट से पहले स्पोर्ट्स सेंटर में आग लगी, इसके बाद आग होटल में फैल गई। होटल में 2 लोग रुके हुए थे, जिन्हे समय रहते बाहर निकाल लिया गया था। फिलहाल आग से लाखों रुपए की नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
कई मकान भी चपेट में
होटल और स्पोर्ट्स सेंटर शहर के रिहायशी इलाके में संचालित है। इस वजह से आग होटल के पीछे स्थित मकानों में भी पहुंच गई है। फायरब्रिगेड में बार बार पानी खत्म हो जाने की वजह से आग पर काबू पाना कठिन हो गया है।
इस अव्यवस्था की वजह से भी आग तेजी से फैल रही है। फिलहाल एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है।
0 रायपुर निवासी भाजपा नेता बिलासपुर में स्पा सेंटर का करता है संचालन, कुछ दिनों पूर्व काम की तलाश में दिल्ली से आई युवती को रखा था नौकरी पर, स्पा सेंटर के भीतर ही बलपूर्वक किया बलात्कार
बिलासपुर। बिलासपुर में स्पा सेंटर में काम करने वाली दिल्ली की एक युवती से स्पा सेंटर के संचालक भाजपा नेता ने 31 मई की रात बलात्कार किया। उसने यह बात किसी और को नहीं बताने युवती को धमकी भी दी थी। मामले को रफा-दफा करने में टीआई जुट गए थे। यह बात जब एसपी तक पहुंची तो उन्होंने टीआई को जमकर फटकार लगाई और भाजपा नेता के खिलाफ अपराध दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने भाजपा नेता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
रायपुर निवासी भाजपा नेता विश्वजीत सेन गुप्ता 43 वर्ष की बिलासपुर के तारबहार थाना क्षेत्र अंतर्गत व्यापार विहार के पास ब्यूटी पार्लर व स्पा सेंटर है। वह भाजपा किसान मोर्चा में मंडल का एक पदाधिकारी है।
बताया जा रहा है कि कुछ समय पूर्व दिल्ली की एक 24 वर्षीय युवती काम की तलाश में बिलासपुर आई थी। जब वह स्पा सेंटर में पहुंची तो विश्वजीत सेन गुप्ता ने नौकरी दे दी। कई दिनों से युवती वहां काम कर रही थी।
31 मार्च की रात भाजपा नेता स्पा सेंटर में ही था। काम खत्म होने के बाद वह युवती को लेकर खाना खिलाने रेलवे स्टेशन के पास एक होटल ले गया। खाना खाने के बाद दोनों स्पा सेंटर में लौट आए।
धमकी देकर किया बलात्कार
होटल से स्पा सेंटर लौटने के बाद भाजपा नेता ने उससे जबरदस्ती शुरु कर दी। युवती द्वारा विरोध करने पर उसे धमकी दी और उससे बलपूर्वक बलात्कार किया। उसने यह भी कहा कि यदि वह ये बात किसी को बताएगी तो उसे बदनाम कर देगा और काम से भी निकाल देगा।
युवती ने डायल 112 को किया फोन
आरोपी भाजपा नेता रात 3 बजे तक युवती से ज्यादती करता रहा। सुबह करीब 5 बजे युवती ने डायल 112 पर कॉल किया तो पुलिस की टीम स्पॉ सेंटर पहुंची। यहां से पुलिस युवती व भाजपा नेता दोनों को लेकर तारबहार थाने पहुंची।
एसपी ने टीआई को लगाई फटकार
सूत्रों का कहना है कि तारबहार टीआई द्वारा मामले में एफआईआर करने की बजाय उसे रफा-दफा करने का खेल का प्रयास किया जा रहा था। युवती के ऊपर दबाव बनाया जा रहा था।
इसकी भनक जब एसपी रजनेश सिंह को लगी तो उन्होंने टीआई को फटकार लगाई। इसके बाद भाजपा नेता के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है।
0 शराब के नशे में धुत बाइक सवार 3 युवकों ने वारदात को दिया था अंजाम, पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल
धमतरी। धमतरी के केरेगांव में 29 मई की रात बाइक सवार 3 युवकों ने घूरकर देखने पर एक पिकअप ड्राइवर की चाकू मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने हुलिए और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर शुक्रवार को तीनों युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दरअसल तरबूज भरकर जा रहा ड्राइवर ठेले पर अंडा खा रहा था, इसी दौरान 3 युवक वहां पहुंचे तो उन्हें वह देख रहा था। यह बात नशे में धुत युवकों को नागवार गुजरी, फिर वे गरियाबंद का पता पूछने के बहाने से उसकी पिकअप में बैठ गए। 2 युवकों ने उसे कसकर जकड़ लिया और तीसरे ने पूरी ताकत से उसके सीने में चाकू मार दिया। इससे उसकी मौत हो गई थी।
गौरतलब है की मृतक पंकज ध्रुव 29 मई की रात लगभग 8 बजे पिकअप क्रमांक सीजी 05 एक्यू 3416 में ग्राम बिरगुड़ी से कलिन्दर (तरबूज) भरकर राजनांदगांव मंडी जा था। जबकि खलासी पीछे ट्राली तरफ तरबूज के उपर सोया था।
रात्रि करीबन 12.30 बजे केरेगांव का चाय दुकान वाला उसे जगाकर बताया कि 3 लड़के बाइक से आए और तुम्हारे ड्रायवर को चाकू मारकर नगरी तरफ भाग गए। फिर उसने देखा तो ड्रायवर पंकज ध्रुव खून से लथपथ चाय दुकान के सामने हालत में पड़ा था।
चाय दुकान वाले ने बताया कि ड्रायवर गाड़ी खड़ा कर चाय पीने आया था, चाय नही है, बोला तो अंडा खा रहा था कि उसी समय धमतरी तरफ से एक मोटर सायकल में 3 लड़के आए। फिर उन्होंने कुछ पूछताछ की। उसके बाद ड्रायवर अपने गाडी में बैठ गया।
निपटाने की कही बात और मार दिया चाकू
चाय वाले ने बताया कि तीनों लड़के आपस में बात किए कि आज इसको निपटा देते हैं। इसके बाद ड्रायवर के पास जाकर किसी धारदार चाकूनुमा हथियार से ड्रायवर के सीने पर वार कर भाग निकले। ड्राइवर मुझे बचा लो भैया कहते हुए यहां आकर गिर गया। थोडी देर बाद केरेगांव पुलिस मौके पर पहुंची और 108 एम्बुलेंस वाहन से जिला अस्पताल धमतरी लेकर गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। रिपोर्ट पर थाना केरेगांव में धारा 302, 34 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपियों की खोजबीन शुरू की गई।
पुलिस ने 3 आरोपियों को किया गिरफतार
विवेचना के दौरान केरेगांव पुलिस एवं सायबर टीम द्वारा आरोपी चन्द्रेश देवदास पिता चित्रसेन देवदास उम्र 19 वर्ष ब्रम्ह चौक नयापारा, हरीश साहू पिता भूपेन्द्र साहू उम्र 23 वर्ष तथा रोशन यादव पिता स्व० सुमन यादव उम्र 21 वर्ष नयापारा गोकुलपुर धमतरी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने हत्या की बात स्वीकार कर ली। इसके बाद पुलिस ने शुक्रवार को उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
ऐसे की हत्या
आरोपियों ने बताया कि थन में घटना की रात तीनों गरियाबंद मोटर सायकल से निकले थे। मोटर सायकल चन्द्रेश लाया था। कर्मा चौक यादव होटल में अपने मोबाईल को 2500 रूपये में बिक्री कर शराब पीये और गरियाबंद के लिए निकल गये। केरेगांव बस स्टैण्ड में चाय की दुकान खुली देखकर रूके।
उसी दुकान में एक पिकअप का चालक अंडा खा रहा था, जो आरोपियों को घुर कर देखने पर गुस्से में तीनों ने शराब के नशे में मृतक के पिकअप में बैठकर गरियाबंद का रास्ता पूछने के बहाने जाकर रोशन यादव एवं हरीश साहू उसको पकड़कर दबा दिये और चन्द्रेश देवदास अपने पास रखे चाकू से सीने में प्रहार कर दिया।
इसके बाद तीनों गरियाबंद की ओर भाग गये। रातभर एक पेट्रोल पंप में सोये और दूसरे दिन जतमई, घटारानी होते हुये धमतरी वापस आ गये थे।
0 8 साल तक पुलिस विभाग को भी नहीं लगी भनक, एक ही थाने में पदस्थापना के दौरान मोटर व्हीकल एक्ट में लगाए गए जुर्माने की राशि का किया गबन
सूरजपुर। पुलिस विभाग में पदस्थ एक आरक्षक इतना शातिर निकला कि उसने अपने ही विभाग को 17 लाख से अधिक का चूना लगा दिया। यह खेल उसने एक दिन में नहीं, बल्कि एक ही थाने में पदस्थापना के दौरान 8 साल में किया। सबसे बड़ी बात यह है कि पुलिस के किसी भी अधिकारी को इसकी भनक तक नहीं लगी। आरक्षक ने मोटर व्हीकल एक्ट के तहत वाहन चालकों पर लगाए गए जुर्माने की राशि सरकार के खाते में जमा न कर अपनी जेबें भरता रहा। यही नहीं, बैंक का सील फर्जी जमा पर्ची में लगाकर थाने में जमा कर देता था। इससे किसी को शक भी नहीं हुआ। मामले का खुलासा इस साल के ऑडिट में हुआ। इसके बाद पुलिस ने पुख्ता सबूत मिलने के बाद आरोपी आरक्षक को गिरफ्तार कर 30 मई को जेल भेज दिया।
दरअसल आरक्षक दीपक सिंह पिता कामेश्वर सिंह फिलहाल बिश्रामपुर थाने में पदस्थ था। वह वर्ष 2016 से 2022 तक जयनगर थाने में पदस्थ रहा। इस दौरान उसे अधिकारी द्वारा कोर्ट मोहर्रिर का काम दिया गया था।
इसके तहत थाने द्वारा मोटर व्हीकल एक्ट के तहत वसूली गई समंश राशि को उसे चालान के माध्यम से स्टेट बैंक सूरजपुर से शासन के खाता क्रमांक 0041 में जमा करना होता था।
लेकिन आरक्षक के मन में लालच आ गया और उसने 55 प्रकरणों की राशि 17 लाख 4360 रुपए बैंक खाते में जमा न अपने पास रख लिए। वह चालान की प्रति में बैंक का फर्जी सील व मुहर लगाकर थाना व ट्रेजरी में जमा कर दिया करता था। ऐसे में किसी को शक भी नहीं हुआ।
ऑडिट में सामने आया मामला
जब सूरजपुर पुलिस द्वारा ऑडिट कराया गया तो जिला कोषालय में एसबीआई के चालान के माध्यम से जमा की गई राशि में भारी अंतर मिला। जब सूरजपुर जिले के सभी थानों द्वारा जमा की गई राशि का मिलान किया गया, तब पता चला कि जयनगर थाने से मोटर व्हीकल एक्ट के पैसे ही जमा नहीं है।
इसके बाद आरक्षक दीपक सिंह को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसके बाद पुलिस ने उसे धारा 409, 420, 467, 468, 471 के तहत जुर्म दर्ज कर 30 मई को जेल भेज दिया।
0 सेंट्रल जेल में तबियत बिगडऩे के बाद के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाते समय कूदकर हो गया था फरार
अंबिकापुर। सेंट्रल जेल अंबिकापुर में हत्या के मामले में बंद विचाराधीन बंदी की तबियत खराब होने पर बुधवार की शाम मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया जा रहा था। इसी दौरान वह 2 जेल प्रहरियों को चकमा देकर एंबुलेंस से कूदकर फरार हो गया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को लुंड्रा थाना क्षेत्र से गुरुवार की दोपहर दबोच लिया। इस मामले में लापरवाही बरतने पर 2 जेल प्रहरियों को निलंबित कर दिया गया है।
अंबिकापुर से लगे ग्राम चिखलाडीह निवासी संजीव दास हत्या के आरोप में सेंट्रल जेल में बंद है। बुधवार की शाम अचानक उसकी तबियत बिगड़ गई तो जेलर आरआर मतलाम व डॉक्टर शाहरूख फिरदौसी के कहने पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया जा रहा था।
जिस एंबुलेंस से उसे ले जाया जा रहा था, उसमें 2 जेल प्रहरी भी सवार थे। बताया जा रहा है कि दोनों जेल प्रहरी एंबुलेंस में आगे बैठे थे।
जेल प्रहरियों की लापरवाही का नतीजा यह रहा कि हत्या का आरोपी बंदी शाम करीब 7 बजे एंबुलेंस से कूदकर फरार हो गया था। सूचना पर जेल व पुलिस प्रबंधन में हडक़ंप मचा हुआ था।
24 घंटे के भीतर आरोपी गिरफ्तार
हत्या के आरोपी के फरार हो जाने की सूचना पर कोतवाली, गांधीनगर व मणिपुर थाने की पुलिस अलर्ट हो गई। उन्होंने आरोपियों की खोजबीन शुरु की।
इसी बीच गुरुवार की दोपहर पुलिस की टीम ने आरोपी को लुंड्रा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव से गिरफ्तार कर लिया। वहीं लापरवाही बरतने पर जेल अधीक्षक द्वारा दोनों जेल प्रहरियों को निलंबित कर दिया है।
0 बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के युवक समेत अन्य लोगों से पासपोर्ट वेरिफिकेशन कराने के नाम पर मांगे थे 5-5 हजार रुपए, एसीबी से उन्होंने की थी शिकायत
अंबिकापुर। पासपोर्ट वेरिफिकेशन के एवज में 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते पासपोर्ट ऑफिस में पदस्थ जूनियर पासपोर्ट असिस्टेंट ऑफिसर को एसीबी की टीम ने गुरुवार की दोपहर रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। बलरामपुर-रामानुजगंज के दोलंगी निवासी एक युवक समेत अन्य लोगों ने मामले की शिकायत एसीबी से की थी। उन्होंने बताया था कि ऑफिसर द्वारा उनसे 5-5 हजार रुपए की डिमांड की जा रही है।
अंबिकापुर के मुख्य डाकघर परिसर में पासपोर्ट दफ्तर में संकट मोचन राय जूनियर पासपोर्ट असिस्टेंट ऑफिसर के पद पर पदस्थ है। उसके द्वारा पासपोर्ट वेरिफिकेशन कराने आने वाले लोगों से 5-5 हजार रुपए की डिमांड की जा रही थी। नहीं देने पर उन्हें दौड़ाया जा रहा था।
इसकी शिकायत बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के रामचंद्रपुर ब्लॉक के ग्राम दोलंगी निवासी इसरार अंसारी समेत अन्य 4 युवाओं ने एसीबी अंबिकापुर की टीम से की। युवकों ने बताया कि उन्हें एक महीने से ऑफिसर द्वारा कोई न कोई गलती बताकर चक्कर कटवाया जा रहा है।
उसके द्वारा उसने 5-5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई है। शिकायत के बाद एसीबी की टीम ने उसे पकडऩे की योजना बनाई थी।
रिश्वत के रुपए लेते ही दबोचा
तय कार्यक्रम के अनुसार एसीबी की टीम पासपोर्ट ऑफिस में आस-पास ही आम व्यक्ति की तरह तैनात थी। इधर शिकायतकर्ता व अन्य युवक जूनियर पासपोर्ट असिस्टेंट ऑफिसर को रिश्वत के 8 हजार रुपए देने पहुंच गए।
एसीबी की टीम ने उक्त रुपयों में केमिकल लगा दिया था। फिर जैसे ही शिकायत कर्ता ने जूनियर पासपोर्ट असिस्टेंट ऑफिसर को रुपए दिए, पहले से वहां मौजूद एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया। टीम उसे गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है।
0 तबीयत बिगड़ने पर सेंट्रल जेल से मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में कूद कर भाग निकला, जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही आई सामने, खोजबीन में जुटी पुलिस
अंबिकापुर। हत्या के आरोप में अंबिकापुर सेंट्रल जेल में बंद विचाराधीन बंदी की तबियत बिगड़ने पर बुधवार की शाम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ले जाया जा रहा था। इसी दौरान अस्पताल से करीब 300 मीटर पहले वह एंबुलेंस से कूद कर फरार हो गया। जेल प्रहरियों ने उसे दौड़ाया, लेकिन अंधेरे के कारण वह भागते हुए उनकी आंखों से ओझल हो गया। इस मामले में जेल प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
गौरतलब है कि संजीव दास नामक युवक ने किसी व्यक्ति की हत्या कर दी थी।इसके बाद उसे सेंट्रल जेल में बंद किया गया था। बुधवार की शाम उसकी अचानक तबियत बिगड़ गई। इसके बाद जेल प्रशासन द्वारा उसे एंबुलेंस से शाम करीब 7 बजे मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया जा रहा था।
जेल से अस्पताल के रास्ते में बिही बाड़ी केडी हॉस्पिटल के सामने से बंदी एंबुलेंस से कूद कर फरार हो गया। जेल प्रहरियों ने जब यह देखा तो उन्होंने उसे पकड़ने के लिए दौड़ लगाई, लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो सके।
पुलिस को दी गई सूचना
हत्या के आरोपी बंदी के भाग जाने की सूचना जेल प्रहरियों ने जेल प्रबंधन को दी। यह बात सुनकर वहां हड़कंप मच गया। जेल प्रबंधन द्वारा मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस आरोपी की खोजबीन में जुट गई है।
सेंट्रल जेल के बंदियों और कैदियों के मेडिकल कॉलेज अस्पताल से भागने की या कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी कई बंदी प्रहरियों को चकमा देकर भाग चुके हैं।
0 वाणिज्यिक कर (जीएसटी) विभाग द्वारा कर अपवंचन पर निगरानी तंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में लिया गया महत्वपूर्ण निर्णय
रायपुर। वाणिज्यिक कर (जीएसटी) विभाग द्वारा कर अपवंचन पर निगरानी तंत्र को मजबूत बनाने की दिशा मे महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए राज्य में ई वे बिल के प्रावधानों में दी गई छूट को समाप्त कर दिया है। इसके लिए सरकार ने 24 मई को ही अधिसूचना जारी कर दी है।
गौरतलब है कि राज्य में व्यवसायियों के लिए अब 50 हज़ार रुपये मूल्य से अधिक के गूड्स का परिवहन करने पर ई वे बिल जेनरेट करना आवश्यक होगा। अभी तक राज्य मे एक जिले के भीतर माल के परिवहन करने पर ई वे बिल जारी करना आवश्यक नहीं था।
साथ ही 15 वस्तुओं को छोड़ कर राज्य के भीतर किसी भी वस्तु के परिवहन पर ई वे बिल कि आवश्यकता नहीं थी। वाणिज्यिक कर (जीएसटी) विभाग के इस निर्णय से कुछ व्यवसायियों में नाराजगी देखी जा रही है।
0 अपनी ही निगम की सरकार के खिलाफ कांग्रेसी पार्षद ने खोला मोर्चा, बोले- कई बार इन समस्याओं को लेकर कर चुका हूं शिकायत, लेकिन नहीं दिया जा रहा ध्यान
अम्बिकापुर। सड़क और पानी की समस्या दूर करने की मांग को लेकर कांग्रेसी पार्षद को अपने ही शहर सरकार के खिलाफ धरने पर बैठना पड़ा। पार्षद आज वार्ड वासियों के साथ निगम पहुंचे और कमिश्नर से मिलकर अपनी समस्याएं बताई। उन्होंने कहा कि उनके वार्ड में जहां सड़क की हालत खस्ता है, वहीं कुछ एरिया में 4 महीने से पानी की सप्लाई भी नहीं की जा रही है। इससे वार्ड वासी काफी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि जल्दी इस समस्या से निजात नहीं दिलाया गया तो वे वार्ड वासियों के साथ उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
अंबिकापुर के शहीद वीर नारायण वार्ड क्रमांक 22 के पार्षद सतीश बारी बुधवार को वार्ड वासियों के साथ निगम कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने कमिश्नर से मुलाकात कर अपने वार्ड में सड़क और पानी की समस्या को लेकर बातें रखीं।
उन्होंने कहा कि चांदनी चौक से घुटरापारा तक की सड़क की हालत काफीखराब हो चुकी है, इस पर जगह-जगह गड्ढे हो चुके हैं। इस मार्ग पर हर दिन काफी संख्या में लोगों का आवागमन होता है, ऐसे में दिनभर धूल का गुबार उड़ता रहता है। गड्ढों की वजह से दुर्घटनाएं भी होती है।
चार महीने से पानी की सप्लाई भी नहीं
पार्षद सतीश बारी ने बताया कि पिछले 4 माह से उनके वार्ड के मगरढोढा, शिकारी रोड सनराइज स्कूल के पीछे वाले इलाके घुटरापारा में पिछले4 माह से पानी की सप्लाई बंद है। इससे लोग पानी को तरस रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कई बार इन समस्याओं से निगम प्रशासन को अवगत कराया गया, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जल्द ही इन समस्याओं को दूर करने की मांग उन्होंने कमिश्नर से की है।
निगम के गेट पर दिया धरना
सड़क और पानी की की समस्या लेकर पहुंचे पार्षद ने निगम के गेट केसमने जमीन पर बैठकर सांकेतिक धरना भी दिया। उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही दोनों समस्याएं दूर नहीं की जाती हैं तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।
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