Saturday, January 11, 2025
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जम्मू-कश्मीर में तीर्थ यात्रियों से भरी बस पर आतंकी हमला, 10 की मौत, 33 घायल, ड्राइवर को गोली लगने के बाद बस खाई में पलटी

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0 जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में रविवार की शाम घात लगाकर बैठे आतंकियों ने तीर्थ यात्रियों से भरी बस पर की फायरिंग, पीएम मोदी, अमित शाह समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने आतंकियों के इस कायराना हरकत की निंदा की

जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में तीर्थ यात्रियों से भरी बस पर रविवार की शाम आतंकियों ने हमला कर दिया। हमले में बस के ड्राइवर को गोली लगी, इससे बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में पलट गई। इससे 10 तीर्थ यात्रियों की जहां मौत हो गई, वहीं 33 लोग घायल हो गए। सूचना मिलते ही सुरक्षा बलों की टीम मौके पर पहुंची और सर्चिंग शुरू की। देर रात तक सर्चिंग जारी रही। पीएम मोदी, अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने आतंकियों के इस कायराना हरकत की निंदा की है। वहीं अमित शाह ने कहा है कि आतंकियों को इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

तीर्थ यात्रियों से भरी एक बस जम्मू कश्मीर के रियासी जिला स्थित शिवखोड़ी धाम में दर्शन करने गई थी। यहां से 43 तीर्थ यात्री बस में सवार होकर कटरा की ओर जा रहे थे।

इसी बीच शाम करीब सवा 6 बजे शिवखेडी और कटरा के बीच पौनी इलाके की दुर्गम घाटी में घात लगा कर बैठे आतंकियों ने बस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। आतंकियों की गोली लगने से ड्राइवर ने बस से नियंत्रण खो दिया और बस गहरी खाई में पलट गई।

इससे 10 तीर्थ यात्रियों की जहां मौत हो गई, वहीं 33 लोग घायल हो गए। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।

पीएम मोदी के शपथ से एक घंटे पूर्व हमला

आतंकियों ने तीर्थ यात्रियों से भरी बस पर उस समय हमला किया, जब कुछ ही देर बाद पीएम मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले थे। हमले की सूचना मिलते ही सुरक्षा बलों की टीम मौके पर पहुंची और सर्चिंग कार्य शुरू किया। देर रात तक सर्चिंग जारी रही।

PM Modi: पीएम मोदी को कितनी मिलती है सैलरी और सुविधाएं, जानिए, कैसी होती है उनकी सुरक्षा व्यवस्था?

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0 एनडीए ने नरेंद्र मोदी को तीसरी बार चुना है अपना नेता, यानी वे तीसरी बार बन गए हैं देश के प्रधानमंत्री, जानिए बतौर पीएम उन्हें कितनी सैलरी मिलती है और क्या-क्या सुविधाएं दी जाती हैं

प्रधानमंत्री किसी भी देश की सरकार के मुखिया होते हैं। नरेंद्र मोदी तीसरी बार भारत देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ के रहे हैं। एक पीएम के कंधों पर देश की पूरी जिम्मेदारी होती है। देश की जनता के प्रति वह पूरी तरह जवाबदेह होता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि पीएम मोदी को बतौर प्रधानमंत्री कितनी सैलरी मिलती है। सैलरी के अलावा उन्हें कितना भत्ता और सुविधाएं मिलती हैं। वहीं उनका सुरक्षा घेरा कैसा होता है।

भारत में प्रधानमंत्री को इतना मिलती है सैलरी

एक प्रधानमंत्री का वेतन कई हिस्सों में बंटा होता है, ताकि वे जो सेवा और नेतृत्व प्रदान करते हैं, उसका उचित भुगतान हो सके। भारत के प्रधानमंत्री को सालाना 19 लाख 20 हजार रुपये मिलते हैं, यानी प्रतिमाह सैलरी की बात की जाए तो उन्हें 1 लाख 60 हजार रुपए मिलता है।

प्रतिमाह की सैलरी में 50 हजार रुपए मूल वेतन तथा बाकी लाभ और सुविधाएं शामिल होती हैं। इसके अलावा, उन्हें कई अन्य प्रकार के भत्ते और सुविधाएं भी दी जाती हैं।

ये भत्ते उनकी यात्रा, आवास और अन्य जरूरी खर्चों को कवर करने में मदद करते हैं। प्रति माह मूल वेतन से 30 प्रतिशत वेतन कटौती पीएफ, पेंशन और बीमा सहित समेकित निधि में स्थानांतरित की जाती है।

ये है सैलरी का पूरा विवरण

बेसिक मासिक वेतन- 50 हजार रुपए

भत्ते के रूप में

  1. 1. संसदीय भत्ता।
  2. 2. .कार्यालय और घरेलू खर्चों की सुविधा भत्ता।
    3. आधिकारिक यात्रा के लिए दैनिक भत्ता।

ये मिलते हैं लाभ और सुविधाएं-

1.आधिकारिक निवास

  1. सुरक्षा।
  2. परिवहन सुविधाएं।
  3. चिकित्सा सुविधाएं।
  4. सेवानिवृत्ति पर पेंशन लाभ।

प्रधानमंत्री को कई महत्वपूर्ण सुविधाएं दी जाती हैं। इनमें से कुछ प्रमुख सुविधाएं ये हैं-

  1. 1.आवास- प्रधानमंत्री को नई दिल्ली में 7, लोक कल्याण मार्ग पर स्थित आधिकारिक निवास मिलता है। यह निवास एक बड़ा परिसर है जिसमें प्रधानमंत्री और उनके परिवार के रहने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं।

यातायात- प्रधानमंत्री को देश और विदेश में यात्रा के लिए विशेष विमान और हेलीकॉप्टर प्रदान किए जाते हैं। इसके अलावा, दिल्ली में उनके आवागमन के लिए एक विशेष काफिला होता है, जिसमें सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाता है।

    सुरक्षा- प्रधानमंत्री को विशेष सुरक्षा प्रदान की जाती है, जिसमें विशेष सुरक्षा दल (एसपीजी) उनकी सुरक्षा के लिए हर समय तैयार रहते हैं। यह सुरक्षा न केवल उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करती है, बल्कि उनके काम के दौरान भी उन्हें सुरक्षित रखती है।

    चिकित्सा सुविधा- प्रधानमंत्री को उच्चतम स्तर की चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होती हैं। उन्हें एम्स जैसी प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में विशेष उपचार की सुविधा मिलती है, और उनका स्वास्थ्य नियमित रूप से चेकअप किया जाता है।


    अन्य सुविधाएं- प्रधानमंत्री को सरकारी गेस्ट हाउस, क्लब और अन्य सरकारी सुविधाओं का उपयोग करने का अधिकार होता है। इसके अलावा, वे सरकारी कार्यक्रमों और आयोजनों में विशेष अतिथि के रूप में भाग लेते हैं।

      ऐसा होता है प्रधानमंत्री की सुरक्षा का घेरा

      प्रधानमंत्री की सुरक्षा भारत में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण और जटिल होती है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा का मुख्य जिम्मा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के पास होता है। एसपीजी का गठन 1985 में किया गया था और यह भारत के प्रधानमंत्री और उनके निकटतम परिवार के सदस्यों की सुरक्षा के लिए समर्पित है।


      इसके अलावा प्रधानमंत्री की सुरक्षा में अन्य एजेंसियों की भी भूमिका होती है, जैसे-
      1.इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी): खुफिया जानकारी और सुरक्षा इनपुट्स प्रदान करना।
      2. राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी): विशेष स्थितियों में सुरक्षा प्रदान करना।
      3.सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) और सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (सीआईएसएफ)- विशेष आयोजन और यात्राओं के दौरान सुरक्षा में सहयोग करना।
      इनके अलावा, राज्य और स्थानीय पुलिस भी आवश्यकतानुसार सुरक्षा प्रदान करने में सहयोग करती हैं।

      मोदी ने फिर चौंकाया! छग से बृजमोहन या विजय बघेल नहीं, इस सांसद को पीएमओ से आया फोन, लेंगे मंत्री पद की शपथ

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      0 18वीं लोकसभा चुनाव में जीत के साथ ही नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार लेंगे पीएम पद की शपथ, छत्तीसगढ़ से बड़े चेहरों का नाम मंत्रिमंडल में शामिल करने को चल रहा था लेकिन ये मार ले गए बाजी

      रायपुर। नरेंद्र मोदी को फिर एक बार एनडीए का नेता चुन लिया गया है। आज शाम 7 बजे वे प्रधानमंत्री पद की तीसरी बार शपथ लेंगे। छत्तीसगढ़ से भी किसी एक सांसद को मंत्री बनाए जाने की सुगबुगाहट चल रही थी। इनमें सबसे ज्यादा वोटों से जीतकर आए रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल व दुर्ग सांसद विजय बघेल का नाम सबसे ऊपर चल रहा था। लेकिन पीएम मोदी ने फिर सबको चौंका दिया है। पीएमओ से बिलासपुर सांसद तोखन साहू को फोन आया है। वे आज शाम 7 बजे पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मंत्री पद की शपथ लेंगे।

      मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने को लेकर छत्तीसगढ़ से बृजमोहन अग्रवाल, विजय बघेल समेत बड़े चेहरों के नाम चल रहे थे, लेकिन पीएमओ से फोन बिलासपुर लोकसभा से नवनिर्वाचित सांसद तोखन साहू को आया है।

      तोखन छत्तीसगढ़ में ओबीसी के बड़े समुदाय साहू समाज से हैं। उन्होंने बिलासपुर लोकसभा सीट से ओबीसी समुदाय के ही कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव को हराया है।

      तोखन साहू को 7 लाख 24 हजार 937 मिले, जबकि देवेंद्र यादव को 5 लाख 60 हजार 379 वोट ही मिले। इस प्रकार तोखन साहू ने 1 लाख 64 हजार 558 वोट से जीत दर्ज की।

      कौन हैं तोखन साहू?

      आइए, हम बिलासपुर लोकसभा से नवनिर्वाचित सांसद तोखन साहू के बारे में जानते हैं। तोखन साहू को कुछ माह पहले ही छत्तीसगढ़ भाजपा के किसान मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। तोखन साहू का जन्म मुंगेली जिला के ग्राम डिंडौरी में 15 अक्टूबर 1969 को हुआ था।

      उन्होंने एम. कॉम तक की शिक्षा ग्रहण की है। उनका विवाह लीलावती साहू से हुआ है, जिनसे एक पुत्र व एक पुत्री है। 1994 में लोरमी ब्लॉक के सुरजपुरा गांव के निर्विरोध पंच चुने जाने के साथ उनका राजनैतिक जीवन की शुरुआत हुई।

      30 जनवरी 2005 को लोरमी क्षेत्र के फुलवारीकला से बीडीसी बने। वहीं वर्ष 2013 में लोरमी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। वर्ष 2015 में उन्हें रमन सिंह के कार्यकाल में ेवे संसदीय सचिव भी बने।

      महाराणा प्रताप की जयंती पर सुंदरकांड पाठ व तलवार बाजी आज

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      0 शहर के महाराणा प्रताप चौक पर शाम 5 बजे होगा आयोजन

      अंबिकापुर। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती पर 9 जून रविवार को शाम 5 बजे सुंदरकांड पाठ व तलवार बाजी का आयोजन किया गया है। समाज के लोगों से इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने का आग्रह किया गया है।

      गौरतलब है कि प्रतिवर्ष 9 जून को वीर शिरोमणि शूरवीर महाराणा प्रताप की जयंती मनाई जाती है। इसी कड़ी में आज शाम 5 बजे शहर के महाराणा प्रताप चौक स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाएगा। इस दौरान सुंदरकांड पाठ और युवाओं द्वारा तलवार बाजी का भी आयोजन किया गया है।

      अजब-गजब: भाजपा की जीत पर युवक ने काली मंदिर में काटकर चढ़ाई अपनी अंगुली, कांग्रेसियों की खुशी देख मांगी थी मन्नत

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      0 बलरामपुर जिले के एक युवक की भाजपा और पीएम मोदी के प्रति आस्था देख लोग हैरान, अंगुली काटने के बाद बिगड़ी हालत, मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कराया गया भर्ती, हालत खतरे से बाहर

      अंबिकापुर। लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत से खुश छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले एक युवक ने अपनी अंगुली काटकर काली मां के चरणों में अर्पित कर दी। दरअसल 4 जून मतगणना के दिन भाजपा जब पीछे चल रही थी तो कांग्रेसी कार्यकर्ता काफी खुश थे। इससे वह डिप्रेशन में चला गया था। इसी बीच वह अपने गांव में ही स्थित प्राचीन काली माता के मंदिर में पहुंचा और भाजपा की जीत की मन्नत मांगी, उसने रक्त तिलक चढ़ाने की बात कही थी। शाम को जब परिणाम भाजपा के पक्ष में आया तो रात में ही वह मंदिर पहुंचा और अपनी एक अंगुली काटकर माता के चरणों में अर्पित कर दी। अंगुली काटने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई और उसे मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। अब उसकी हालत खतरे से बाहर है।

      बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम डीपाडीह कला निवासी दुर्गेश पांडेय 30 वर्ष ने लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद अपनी एक अंगुली काटकर काली माता के मंदिर में चढ़ा दी।

      4 जून की रात जब यह खबर इलाके के लोगों को पता चली तो सब हैरान रह गए। अंगुली कटने के बाद जब खून का बहाव नहीं रुका तो परिजनों द्वारा उसे शंकरगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।

      यहां से उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में भर्ती कराया गया। यहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

      नहीं जुड़ पाई अंगुली, लेकिन सरकार बनने की है खुशी

      मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान डॉक्टरों ने अंगुली का ऑपरेशन तो किया, लेकिन काफी देर हो जाने की वजह से अंगुली नही जुड़ पाई। युवक दुर्गेश पांडे को अपनी अंगुली खोने की परवाह नहीं है, बस उसे इस बात की खुशी है कि देश में भाजपा की सरकार बन गई।

      कांग्रेसियों को खुश देख डिप्रेशन में आ गया था दुर्गेश

      दुर्गेश पांडेय का कहना है कि वोटों की गिनती के दिन कांग्रेसी इस बात की खुशी मना रहे थे कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन जीत रही है। उनकी खुशी देख वह डिप्रेशन में आ गया था। इसके बाद वह डीपाडीह कला के सावंत सरना स्थित प्राचीन काली माता के मंदिर पहुंचा और रक्त तिलक कर भाजपा की जीत की मन्नत मांगी।

      मन्नत पूरी होते ही अंगुली काटकर चढ़ाई

      दुर्गेश का कहना है कि शाम को जैसे ही उसे ये बात पता चली कि भाजपा की जीत हो चुकी है और उसकी सरकार बन रही है तो वह काफी खुश हो गया। इसके बाद रात में ही वह मंदिर पहुंचा और अपनी एक अंगुली काटकर काली मां के चरणों में समर्पित कर दी।

      युवक का कहना है कि काली मां के मंदिर के प्रति लोगों की काफी आस्था है। यहां मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है। मेरी भी पूरी हो गई। उसने बताया कि यदि भाजपा की सीट 400 पार हो जाती तो वह और ज्यादा खुश होता।

      सांप ने युवक को डसा तो उसने भी चबा लिया सिर, मरने से बचने युवक ने किया एक आखिरी प्रयास लेकिन दोनों की चली गई जान

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      0 सूरजपुर जिले के भेड़िया गांव में रात को जमीन पर सो रहे युवक को करैत सांप ने डसा, सांप का जहर निकालने ब्लेड से चीरा भी लगाया

      सूरजपुर। सूरजपुर जिले के गांव में जमीन पर सो रहे युवक को शुक्रवार की रात करैत सांप ने डस लिया, इससे युवक की नींद खुल गई। उसने देखा कि पास में ही सांप है, फिर युवक ने सांप का सिर अपने मुंह में लेकर चबा लिया, इससे सांप मर गया। वहीं युवक ने खुद को मौत से बचाने एक आखिरी प्रयास किया। उसने सांप के डसे हुए स्थान पर ब्लेड से चीरा लगाया लेकिन उसका यह प्रयास नाकाफी साबित हुआ। अंततः उसकी भी मौत हो गई।

      सूरजपुर जिले के रेवटी चौकी अंतर्गत ग्राम भेड़िया निवासी कोमा नेताम 32 वर्ष शुक्रवार की रात खाट पर अपने कमरे में सो रहा था। आधी रात उमस भरी गर्मी के चक्कर में उसकी नींद खुली तो वह घर के आंगन में चला गया और जमीन पर चटाई बिछाकर सो गया।

      इसी बीच उसे एक जहरीले सांप ने डस लिया। कुछ काटने का एहसास होने पर युवक की नींद खुल गई, उसने देखा की एक काले कलर का सांप बिस्तर के पास ही है, इससे युवक को लगा कि सांप नहीं उसे डस लिया है। इसके बाद उसने सांप का सिर अपने मुंह में लिया और चबा गया। इससे सांप की मौत हो गई।

      डसने के स्थान पर चीरा लगाया, लेकिन शरीर में फैल चुका था जहर

      युवक ने खुद को बचाने सांप के डसने के स्थान पर ब्लेड से रात में ही चीरा लगाया। उसने ऐसा इसलिए किया ताकि सांप का जहर खून के साथ शरीर से बाहर निकल जाए, लेकिन जहर उसके पूरे शरीर में फैल चुका था। इस वजह से उसकी भी मौत हो गई। परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों में उसे मृत घोषित कर दिया।

      8 साल से मां के सामने ही पिता करता आ रहा था बेटी से रेप, दादा-दादी के साथ थाने पहुंच बताई पिता की करतूत तो पुलिस भी सिहर उठी

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      0 छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले की 16 वर्षीय किशोरी ने पुलिस को बताई पिता की हैवानियत की कहानी, बोली- 8 साल की उम्र में पिता ने पहली बार किया था रेप, तब से जारी है सिलसिला, मां को भी बताया लेकिन उसने भी पिता का ही दिया साथ

      बिलासपुर। बिलासपुर जिले से पिता-पुत्री के रिश्तों को कलंकित करने वाली घटना सामने आई है। यहां एक पिता हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए बेटी से 8 साल की उम्र से रेप कर रहा था। उसके इस काम में उसकी मां भी साथ देती आ रही थी। अक्सर मां के सामने ही उससे रेप किया जाता था। बेटी की उम्र अब 16 साल की हो चुकी है। 10 दिन पूर्व जब पिता रेप करने की कोशिश करने लगा तो उसने विरोध किया, इस पर पिता ने उसकी डंडे से बेदम पिटाई कर दी। इसके बाद उसने दादा दादी के साथ थाने पहुंच मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। उसकी बातें सुनकर पुलिस भी सिहर उठी।

      16 वर्षीय एक किशोरी अपने दादा दादी के साथ थाने पहुंची और पुलिस से कहा कि उसका पिता उसके साथ बलात्कार करते है। 8 साल से वह ये सब झेल रही है। 27 मई को जब पिता बलात्कार करने की कोशिश करने लगे तो विरोध किया, इस पर उन्होंने उसकी डंडे से पिटाई कर दी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी पिता के खिलाफ अपराध दर्ज किया।

      मां के खिलाफ भी दर्ज हुआ अपराध

      किशोरी ने बताया कि पिता की करतूत जब वह मां से बताती थी तो वह भी चुप रहती थी। अक्सर मां के सामने ही पिता उससे रेप करते थे। डर से वह किसी और से ये बात नहीं बता पाई।

      मामला जब बिलासपुर एसपी रजनेश सिंह के संज्ञान में आया तो उन्होंने पीड़िता की मां के खिलाफ भी सह अभियुक्त के रूप में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए।

      बेटे ने पिता की गला काटकर की हत्या, शव को दफनाने खोदा गड्ढा लेकिन…, फिर कंबल से ढंक कर हुआ फरार, पुलिस ने किया गिरफ्तार

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      0 पिता द्वारा बार-बार टोके जाने से नाराज होकर दिया वारदात को अंजाम, पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल

      अंबिकापुर। उदयपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक युवक ने अपने पिता की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने शव को दफनाने के लिए गड्ढा भी खोदा, लेकिन शव भरी होने के कारण वह उठा नहीं पाया, ऐसे में खाट के नीचे शव को रखा और कंबल से ढक कर फरार हो गया। दूसरा भाई जब 2 दिन तक मिलने पहुंचा और घर में ताला बंदे देखा तो उसे शक हुआ। फिर गांव वालों की मौजूदगी में घर का ताला तोड़कर देखा तो पिता का लहूलुहान शव पड़ा था। रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया है। बताया जा रहा है कि पिता द्वारा बार बार टोके जाने से वह नाराज था।

      उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम दौलतपुर निवासी दशरथ राम 56 वर्ष अपने पुत्र 23 वर्षीय ठाकुर राम के साथ जंगल किनारे झोपड़ी में रहता था। 4 जून को पुत्र ठाकुर राम ने धारदार हथियार से गला काटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उसका शव दफनाने के लिए घर के पीछे गड्ढा खोद दिया।

      जब वह शव को उठाने पहुंचा तो उससे नहीं उठा। इसके बाद वह शव को घर में ही छोड़कर फरार हो गया। इधर दशरथ का छोटा पुत्र रामसुंदर 5 जून को जब मिलने पहुंचा तो घर के बाहर ताला लगा हुआ था। इसके बाद वह लौट गया।

      6 जून को वह फिर मिलने पहुंचा था लेकिन बाहर से ताला बंद देख उसे कुछ शक हुआ। घर के भीतर से बदबू भी आ रही थी। इसके बाद उसने गांव वालों की मौजूदगी में ताला तोड़कर भीतर गया तो उसके होश फाख्ता हो गए। खाट के नीचे पिता का शव लहूलुहान हालत में कंबल से ढका हुआ था।

      पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

      दूसरे पत्र रामसुंदर की रिपोर्ट पर उदयपुर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बरामद कर पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया। पुलिस ने आरोपी ठाकुर राम को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि पिता द्वारा किसी भी काम में बार-बार उसे टोका जा रहा था। इससे वह नाराज था, इसी वजह से उसने पिता की हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर शुक्रवार को जेल भेज दिया है।

      गांधीनगर, मणिपुर और महिला थाना समेत 6 टीआई, 6 एसआई और 2 एएसआई के ट्रांसफर आदेश जारी, जानिए, किसे मिला कौन सा थाना

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      0 आचार संहिता खत्म होते ही सरगुजा एसपी विजय अग्रवाल ने जारी किया स्थानांतरण आदेश

      अंबिकापुर। सरगुजा एसपी विजय अग्रवाल ने गांधीनगर, मणिपुर व महिला थाना के टीआई समेत 14 पुलिस अधिकारियों का ट्रांसफर आदेश जारी कर दिया है। इसमें 6 टीआई 6 एसआई और 2 एएसआई शामिल हैं।

      गांधीनगर थाना प्रभारी अश्विनी सिंह को जहां लखनपुर थाना प्रभारी बनाया गया है, वहीं मणिपुर थाने के टीआई प्रदीप जायसवाल को गांधीनगर की कमान सौंपी गई है। महिला थाना टीआई दुर्गेश्वरी चौबे की जगह कोतवाली में पदस्थ सुनीता भारद्वाज को महिला थाना एवम परिवार परामर्श केंद्र की जिम्मेदारी दी गई है।

      देखें तबादला आदेश की पूरी सूची

      अजब-गजब: फॉरेस्ट की जमीन तुम्हारे नाम करवा दूंगा, कहकर बीट गार्ड 7 साल तक पीता रहा 1 लीटर दूध, हैरान करने वाला है ठगी का ये मामला

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      0 उदयपुर थाना क्षेत्र के मानपुर फॉरेस्ट एरिया का है मामला, पीड़ित का कहना है कि न तो उसे जमीन मिली और न ही पैसे, 1 लाख से अधिक का है बकाया

      अंबिकापुर। सरगुजा जिले के उदयपुर थाना क्षेत्र से ठगी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पदस्थ फॉरेस्ट के गार्ड ने एक बुजुर्ग से 7 साल तक दूध लिया, लेकिन उसके पैसे नहीं दिए। गार्ड उसे इस झांसे में रखे रहा कि उसके कब्जे की जमीन वह उसके नाम करवा देगा। लालचवश बुजुर्ग भी दूध देता गया। 7 साल बाद भी उसे न तो जमीन मिली और न ही पैसे। वह अब अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है।

      उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मानपुर निवासी 70 वर्षीय कामेश्वर यादव दूध का व्यवसाय करता है। उसके घर के पास ही फॉरेस्ट एरिया में उसके कब्जे की कुछ जमीन है, जिसे वह अपने नाम करवाना चाहता है।

      उसका कहना है कि अगस्त 2015 में मानपुर बीट में गार्ड के पद पर पदस्थ धनेश्वर पैंकरा को उसने 1 लीटर दूध देना शुरू किया था। 7 साल तक वह उसे दूध देता रहा, लेकिन उसे पैसे नहीं मिले।

      बीट गार्ड उसे यह कहता रहा कि वह फॉरेस्ट की 3 एकड़ जमीन उसके नाम करवा देगा, लेकिन अब तक ना तो उसे जमीन मिली है और नहीं दूध के पैसे मिले। ऐसे में हुआ अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है।

      1 लाख से अधिक के दूध और घी के बचे हैं पैसे

      पीड़ित कामेश्वर का कहना है कि पिछले 7 साल में वह बीट गार्ड को 1 लाख रुपए से अधिक के दूध दे चुका है। इसके अलावा 5 किलो से अधिक घी भी उसने बीट गार्ड को दिए हैं,लेकिन वह पैसे देने का नाम नहीं ले रहा है। वह कहता है कि उसे जमीन दिलवाएगा।