Saturday, January 11, 2025
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नीट (यूजी) परीक्षा 2024 में अनियमियताओं की जांच के लिए शिक्षा मंत्रालय ने सीबीआई को सौंपी जिम्मेदारी

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Education Ministry NEET exam irregularities CBI investigation
Education Ministry NEET exam irregularities CBI investigation

नई दिल्ली। शिक्षा मंत्रालय ने नीट (यूजी) परीक्षा 2024 में अनियमितता के आरोपों की व्यापक जांच का काम शनिवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा। मंत्रालय की देर रात जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि ‘इस परीक्षा की प्रक्रिया की पारदर्शिता के लिए शिक्षा मंत्रालय ने एक समीक्षा करने के बाद इस मामले की व्यापक जांच करने का दायित्य सीबीबाई को सौंपने का निर्णय लिया है।’

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने नीट परीक्षा का आयोजन 05 मई 2024 को किया था। यह परीक्षा ओएमआर (कलम और कागज ) के माध्यम से की गई थी। इस परीक्षा मे नकल, दूसरे से लिखवाने और अन्य तरह की गड़बड़ियों की शिकायत मिलने के बाद सरकार ने यह निर्णय लिया है।

अलग से लिए गए एक निर्णय में सरकार ने एनटीए के वर्तमान प्रमुख को हटा दिया है। उनकी जगह प्रदीप सिंह खरोला को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। सरकार ने सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम 2024 को भी प्रभावी बना दिया है ताकि परिक्षाओं मे गड़बड़ी करने वाले लोगों से सख्ती से निपटा जा सके।

शिक्षा मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि सरकार परीक्षाओं की पवित्रता को सुनिश्चित कर छात्रों के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्रालय ने फिर कहा है कि परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की गड़बड़ियों में लिप्त पाए गए व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

खाते धारकों के पसीने की कमाई का 52 लाख गबन करने वाले बैंक के दो कर्मचारियों की पुलिस ने की गिरफ्तारी

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Crime Central Cooperative Limited Bank Embezzlement Arrest
Crime Central Cooperative Limited Bank Embezzlement Arrest

रायपुर। समय में काम आए इसलिए लोग अपनी गाढ़ी कमाई का कुछ भाग बैंकों में रख देते हैं, पर सुरक्षित जगह बैकों में भी अमानत पर खयानक हो जाए, तो स्थिति सोचनीय हो जाती है। राजधानी रायपुर के सहकारी केंद्रीय मर्यादित बैंक में ऐसा ही मामला सामने आया है। वहां के खाता धारकों के खाते से वहीं के कर्मचारियों ने लाखों रुपये गबन दिए।
पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि यहां बैंक के अधिकारी और अन्य स्टाफ ने ही मिली भगत कर 52 लाख रुपये का गबन कर दिया। जांच के बाद पुलिस ने बैंक के खाता धारकों के खाते में सेंध लगाने वाले 2 आरोपी बैंक कर्मियों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक पूरा मामला रायपुर के मौहदापारा थाना क्षेत्र का है।

मौहदापारा की शाखा में पकड़ी गड़बड़ी

पुलिस के मुताबिक जिला संहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित मौहदापारा में शाखा प्रबंधक के पद पदस्थ शरदचंद्र गांगने ने इस मामले की रिपोर्ट दर्ज करायी है। उन्होंने बताया कि बैंक की विजिलेंस सेल द्वारा 23 अगस्त 2023 को बैंक की शाखा सीओडी में निरीक्षण के दौरान शाखा में पदस्थ कनिष्ठ लिपिक चन्द्रशेखर डग्गर और शाखा के सेवानिवृत्त सहायक लेखापाल अरूण कुमार बैसवाडे के बचत खाता का परीक्षण किया गया।

अपराध में पूर्व कर्मचारी भी शामिल
पुलिस जांच में पाया गया कि दोनों के खातों में मासिक वेतन की राशि जमा होने के बावजूद अत्यधिक आर्थिक लेन-देन किया गया था। जांच में सेवानिवृत्त सहायक लेखापाल अरूण कुमार बैसवाडे, चन्द्रशेखर डग्गर और संजय कुमार शर्मा द्वारा अनाधिकृत रूप से वर्ष 2017 से 2022 के दौरान अलग-अलग तिथियों में शाखा के अन्य खातेदारों के खातों से अत्याधिक राशि का आहरण कर लिया गया।

घटना 2023 में सामने आई थी
थाना मौदहापारा में अपराध क्रमांक 200/23 धारा 420, 409, 34 भादवि. का आरोपियों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध किया गया था। एसएसपी संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर एएसपी लखन पटले के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक (कोतवाली) योगेश साहू के पर्यवेक्षण में टीम गठित कर जांच शुरू की गई। टीम के सदस्यों द्वारा आरोपियों की पतासाजी करते हुए प्रकरण में आरोपी अरूण कुमार बैसवाडे एवं संजय कुमार शर्मा को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा पर भेजा गया है।

केंद्र सरकार ने उठाया बड़ा कदम, उच्च शिक्षा सार्वजनिक परीक्षा कानून को तत्काल लागू किया गया, जिम्मेदारी तय

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Higher Education Public Examination Act implemented
Higher Education Public Examination Act implemented

नई दिल्ली। देश में उच्च शिक्षा के इंट्रेंस इग्जाम्स के लगातार पेपर लिक होने की घटना ने इन परीक्षाओँ के प्रति परिक्षार्थियों का विश्वास डगमगा गया है। सालों की मेहनत पर बार-बार पानी फिरने से पालकों का मन भी टूट गया है। वहीं शासन-प्रशासन से भी विश्वास उठ सा गया है। ऐसे में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।

उच्च शिक्षा की प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए केंद्र ने पेपर लीक को लेकर इसे गोपनीय बनाए रखने की चुनौती को तत्परता से स्वीकार करते हुए ठोस निर्णय लिया है। देश में सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम (केंद्रीय भर्ती और केंद्रीय शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश के लिए परीक्षाओं के लिए पेपर लीक विरोधी कानून) 2024 शुक्रवार रात से प्रभावी कर दिया गया है।

आरोपी को मिलेगी तीन साल की कैद और 10 लाख रुपये जुर्माना

सार्वजनिक परीक्षा से पहले बार-बार हो रही गड़बड़ी को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से देर रात इस पर ठोस निर्णय लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस नियम के तहत पेपर लीक करने या उत्तर पुस्तिका के साथ छेड़छाड़ करने पर संंधित आरोपी को कम से कम तीन साल की कैद और 10 लाख रुपये के जुर्माने का प्रावधान किया गया है।

सेवा प्रदाता पर एक करोड़ तक का जुर्माना

वहीं नियमानुसार इसके साथ ही परीक्षा संचालन के लिए नियुक्त सेवा प्रदाता के दोषी पाए जाने पर एक करोड़ रुपए तक जुर्माना लगाया जा सकता है। अब इन परीक्षाओं में कोई भी किसी भी तरह की गड़बड़ी करता पाया जाएगा उसके खिलाफ इस कानून के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस नियम में आएंगीं ये परीक्षाएं

इस कानून के दायरे में संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी), कर्मचारी चयन आयोग(एसएससी), संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई), नीट, सामान्य विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी), रेलवे, बैंकिंग भर्ती परीक्षाएं और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की तरफ से आयोजित सभी परीक्षाएं आएंगी।

राजपत्र अधिसूचना में ये कहा गया है

जानकारी अनुसार केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय की ओर से जारी राजपत्र अधिसूचना में कहा गया है, “सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 (2024 का 1) की धारा 1 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए केंद्र सरकार एतद्द्वारा 21 जून 2024 को उक्त अधिनियम के प्रावधानों के लागू होने की तिथि के रूप में तय करती है।”

13 फरवरी को मिली राष्ट्रपति से मंजूरी

इस मामले के संबंध में मिली जानकारी अनुसार प्रतियोगी परीक्षाओं में हो रही गड़बड़ियों को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 को पांच फरवरी को लोकसभा में पेश किया था और लोकसभा में यह विधेयक छह फरवरी को पास हो गया था। इसके बाद इसे राज्यसभा में पेश किया गया, जहां पर इसे 9 फरवरी को पास कर दिया गया था। दोनों सदनों से पास होने के बाद इस विधेयक को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास मंजूरी के लिए भेजा गया और उन्होंने 13 फरवरी को इसे मंजूरी प्रदान कर दी थी।

आधी रात से देशभर में में लागू

अब केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी कर इस कानून को शुक्रवार की आधी रात से देशभर में में लागू कर दिया है। इस कानून के तहत पेपर लीक करने या अनुचित साधन का इस्तेमाल करने पर कम से कम तीन साल की सजा और 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाने का प्रावधान है।

प्रदेश में इन 16 अधिकारियों को नई जिम्मेदारियों के साथ नए स्थान पर तबादले

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Raipur administrative process, transfer of officers
Raipur administrative process, transfer of officers

रायपुर। लोकसभा चुनाव के बाद छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक अमले पर शासन की पूरी नजर है। इसी के तहत जिम्मेदार अधिकारियों को जरूरत के मुताबिक तबादले के साथ नई जिम्मेदारी दी जा है। नए आदेश के अनुसार 16 अफसरों का ट्रांसफर किया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर नए स्थान पर तत्काल ज्वाइन करने को कहा है।

ये है अधिकारियों के नए स्थानों के तबादले का आदेश..

5 साल के मासूम बेटे की हत्या कर पिता ने लगा ली फांसी, पत्नी की मौत के बाद था डिप्रेशन में

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0 सरगुजा जिले के सीतापुर इलाके की घटना, घटना से मचा हड़कंप, सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को बरामद कर भिजवाया अस्पताल

अंबिकापुर। सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र से एक लोमहर्षक घटना सामने आई है। यहां एक पिता ने अपने 5 साल के मासूम बेटे की पहले गला दबाकर हत्या कर दी, फिर खुद फांसी के फंदे पर झूल गया। घटना की सूचना मिलते ही गांव के लोग पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पिता-पुत्र के शवों को बरामद कर सीतापुर अस्पताल में भिजवाया। बताया जा रहा है कि युवक के पत्नी की मौत 3 माह पहले हो गई थी इस वजह से वह डिप्रेशन में था।

सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम कोटछाल के बैगापारा निवासी देवकुमार पिता अमर विलास की पत्नी की मौत 3 महीने पहले हो गई थी। इसके बाद से वह अपने 3 बच्चों के साथ रह रहा था। पत्नी की मौत से वह काफी डिप्रेशन में था।

इसी बीच शनिवार की सुबह उसने अपने सबसे छोटे 5 वर्षीय मासूम बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद वह खुद भी फांसी के फंदे पर झूल गया, इससे उसकी भी मौत हो गई।

घर पर रहे दोनों बच्चों ने शोर मचाया तो पड़ोस के लोग दौड़कर वहां पहुंचे। उन्होंने कमरे का नजारा देखा तो उनके होश उड़ गए, फिर इसकी सूचना उन्होंने सीतापुर पुलिस को दी।

पुलिस ने शवों को पहुंचाया अस्पताल

सूचना मिलते हैं सीतापुर पुलिस मौके पर पहुंची और पिता और पुत्र के शवों को बरामद कर सीतापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया। यहां पीएम के पश्चात शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।

फिलहाल युवक के डिप्रेशन में रहने कारण ही इस घटना को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। पुलिस मामले की जांच करता है।

सरकार के मंत्रिमंडल में हो सकते हैं दो मंत्री शामिल, राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की हुई मुलाकात

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Cabinet expansion, Chief Minister CM along with Governor Vishwabhushan Harichandan
Cabinet expansion, Chief Minister CM along with Governor Vishwabhushan Harichandan

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा ने जोर पकड़ा है। चर्चा है कि साय सरकार के मंत्रिमंडल में में दो नए मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। इसमें दो चेहरों को के लिए मंथन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से मुलाकात की है। सीेएम राय सुबह 11 बजे राजभवन पहुंच कर साय कैबिनेट में दो मंत्री पदों को भरने पर चर्चा की है।

बताया जा रहा है कि एक पद पहले से खाली था और दूसरा बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद उनकी जगह रिक्त हुई है। जानकारी अनुसार संभावित मंत्री के नाम पर पार्टी लेबल पर चर्चा की जा रही है। माना जा रहा है कि दुर्ग के विधायक गजेन्द्र यादव के नाम की चर्चा एक पद के लिए पहले से जारी है।

सबसे अधिक मंथन बृजमोहन के स्थान को लेर

माना जा रहा है कि आरएसएस संगठन इसके लिए समर्थन में है जो उनके नाम को आगे बढ़ा रहा है। दूसरा उनका मजबूत पक्ष दुर्ग से होना है। दुर्ग जिले से एक मंत्री बनाए जाने के फॉर्मूले में उनका नाम तय हो सकता है। दूसरी ओर सबसे अधिक खींचतान बृजमोहन अग्रवाल के स्थान को भरने को लेकर है। कई सीनियर चेहरे हैं, जिनकी दावेदारी मजबूत है।

दावेदारों में ये है मजबूत चेहरा

वहीं भाजपा संगठन के मजबूत दावेदारों में वरिष्ठ नेता विधायक अजय चंद्राकर, राजेश मूणत, अमर अग्रवाल, धरमलाल कौशिक के नाम शामिल हैं। बस्तर से आने वाली लता उसेंडी की भी नाम सामने है। माना जा रहा है कि उन्होंने ओड़िशा चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी निभाई है। रायपुर से मंत्री लिए जाने के समीकरण के बीच रायपुर उत्तर से विधायक चुने गए पुरंदर मिश्रा भी दावेदारों से एक माना जाते हैं।

एसीबी ने एसडीएम को 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार, सहायक रीडर, प्यून और नगर सैनिक भी दबोचे गए

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0 एसडीएम डिप्टी कलेक्टर बीआर खांडे ने जमीन का मामला सुलझाने के बदले ग्रामीण से 50 हजार रुपए की मांगी थी रिश्वत, ग्रामीण ने एसीबी से की थी मामले की शिकायत

अंबिकापुर। एसीबी अंबिकापुर की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सरगुजा जिले के उदयपुर एसडीएम को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दरअसल जमीन का मामला सुलझाने के बदले डिप्टी कलेक्टर उदयपुर एसडीएम बीआर खांडे द्वारा ग्रामीण से 50 हजार रुपए की डिमांड की गई थी। एसीबी की टीम में शुक्रवार की शाम 6 बजे उनके दफ्तर में छापा मारकर रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसडीएम ने रिश्वत अपने सहायक रीडर, प्यून और नगर सैनिक के माध्यम से ली थी।

यही नहीं, एसडीएम ने आदेश पारित करने के एवज में प्रार्थी व उसके परिजनों की 50 डिसमिल जमीन अपने महिला परिचितों के पक्ष में बिक्री आदि कराने पावर ऑफ अटॉर्नी भी निष्पादित करा ली थी। ये दस्तावेज भी एसीबी के हाथ लग गए हैं, इसकी भी जांच की जा रही है। एसीबी की टीम उन्हें गिरफ्तार कर अंबिकापुर स्थित उनके शासकीय बंगले लाई। यहां टीम द्वारा रात 10 बजे तक एसडीएम का बंगला खंगाला गया।

सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम जजगा निवासी कन्हाई राम बंजारा ने 5 जून को अंबिकापुर एसीबी कार्यालय में शिकायत की थी कि उदयपुर एसडीएम कार्यालय में राजस्व से जुड़े प्रकरण में उसके व परिजनों के पक्ष में आदेश पारित करने के लिए एसडीएम बीआर खांडे द्वारा 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है।

इस पर एसीबी की टीम ने 21 जून को एसडीएम को रंगे हाथों पकडऩे का प्लान बनाया। फिर उन्होंने बनाई कन्हाई राम को शाम 6 बजे एसडीएम कार्यालय भेजा। यहां ग्रामीण एसडीएम के पास रुपए लेकर पहुंचा तो उन्होंने अपने बाबू धरमपाल को लेने के लिए कहा।

इसके बाद धरमपाल द्वारा प्यून अबीर राम को रिश्वत की रकम को अपने पास रख लेने कहा गया। फिर अबीर राम ने रुपए लेकर रख लिए और एसडीएम को जाकर बताया कि मैंने रकम ले ली है। इस पर एसडीएम ने प्यून अबीर राम को कहा कि रुपए को गार्ड नगर सेना के जवान कविनाथ सिंह को दे दो। इस पर प्यून ने 50 हजार रुपए नगर सैनिक को दे दिए।

एसीबी की टीम ने एसडीएम, रीडर, प्यून और गार्ड को किया गिरफ्तार

इसी बीच कार्यालय के आस पास पहले से मौजूद एसीबी की टीम ने रिश्वत की रकम लेन-देन के दौरान एसडीएम बीआर खांडे, बाबू धरमपाल, भृत्य अबीर राम व गार्ड कविनाथ सिंह को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।

एसडीएम ने 50 डिसमिल जमीन भी हड़पी

उदयपुर एसडीएम बीआर खांडे इतना शातिर निकला कि उसने पीड़ित ग्रामीण और उसके परिजन के पक्ष में आदेश करने के की बात कहकर ग्राम जजगा स्थित 50 डिसमिल जमीन को भी अपने महिला परिचितों के पक्ष में बिक्री कराने संबंधी पावर ऑफ अटॉर्नी दिला दी गई थी।

एसडीएम द्वारा भविष्य में उक्त जमीन को अपने नाम रजिस्टर्ड करा लेने का प्लान था। पावर ऑफ अटॉर्नी की प्रति भी एसीबी के हाथ लग गई हे। सभी आरोपियों की संपत्तियों के संबंध में भी एसीबी द्वारा गहन जांच प्रारंभ कर दी गई है।

दुनिया मानती है इनके अभिनय का लोहा.. इस बार कमल हसन को देख दर्शकों के खड़े हो जाएंगे रोंगटे

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Mumbai Entertainment acting prowess Kamal Haasan villain movie Kalki 2898 AD
Mumbai Entertainment acting prowess Kamal Haasan villain movie Kalki 2898 AD
0 नाग अश्विन के निर्देशित फिल्म में वे कल्कि 2898 एडी में खलनायक की भूमिका में नजर आयेंगे

मुंबई। कमल हसन.. फिल्मी दुनिया का ऐसा नाम है जिनकी अपनी एक अलग पहचान है। उनकी अभिनय कला की कोई शानी नहीं है। सात समुंद पार भी उनके करोड़ों प्रशंसक हैं। उनकी कोई भी फिल्म आए प्रशंसक फिल्म देखने टूट पड़ते हैं। हिंदी फिल्मों में शानदार छाप छोड़ चुके दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार कमल हसन की नई फिल्म का प्रशंसकों को बेसब्री से इंतजार है।

नई फिल्म में जिस अभिनय को वे करने जा रहे इस बार वे अलग भूमिका में होंगे। फिल्म कल्कि 2898 एडी में खलनायक की भूमिका में दिखेंगे। हंसी के फव्वारे छोड़ने वाले, कभी जीवन के थपेड़ों से संघर्ष, कभी बदमाशों को सबक सिखाते.. तो कभी भावुक कर देने वाले पल का ऐसा अभिनय कि कोई कह नहीं सकता कि यही कमल हसन है जो एक मां की भी बखूबी रोल अदा कर सकता है।

इस बार के रोल की समीक्षा आगे होगी, पर भारतीय सिनेमा के इतिहास को देखें तो इसमें, खलनायकों ने अक्सर अपने साथ के कलाकारों को जबरदस्त दिल छू जाने वाले संवादों, मक्कारी भरी मुस्कुराहट और स्क्रीन पर हावी होने वाली उपस्थिति के साथ पीछे छोड़ दिया है। फिल्मी दुनिया में देखें तो खलनायकों के बगैर कोई भी फिल्म अधूरी है।

तीन दशक पहले की फिल्मों को देखते हैं, इनमें.. ‘शान’ में गंजे, दुष्ट शाकाल के रूप में कुलभूषण खरबंदा, ‘संघर्ष’ में एक खतरनाक धार्मिक कट्टरपंथी लज्जा शंकर पांडे के रूप में आशुतोष राणा, ‘ओमकारा’ में षड्यंत्रकारी बदमाश लंगड़ा त्यागी के रूप में सैफ अली खान और ‘अग्निपथ’ में क्रूर कांचा चीना के रूप में संजय दत्त ने जबरदस्त छाप छोड़ी है। एक अभिनय सबसे अलग रहा जो प्रतिष्ठित रहा है, वह “मिस्टर इंडिया” का मोगैम्बो है जिसे अमरीश पुरी ने निभाकर अलग पहचान बनाई।

ये हैं फिल्म के निर्देशक, कलाकार

इस फिल्म को नाग अश्विन ने निर्देशित किया है। सायंस फिक्शन महाकाव्य फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ में मंजे हुए कलाकारों में अमिताभ बच्चन, कमल हासन, प्रभास, दीपिका पादुकोण और दिशा पटानी शामिल हैं। वैजयंती मूवीज द्वारा निर्मित ‘कल्कि 2898 एडी’ हिंदी के साथ-साथ तमिल, तेलुगु, मलयाली, कन्नड़ और अंग्रेजी भाषा में 27 जून को रिलीज होगी।

प्रतिष्ठित होने आ रहा एक और किरदार

एक और होनहार किरदार जो प्रतिष्ठित बनने के लिए तैयार है, वह है गिरगिट जैसा दिखने वाला ‘यास्किन’, जिसे भारत की सबसे महत्वाकांक्षी फिल्म कल्कि 2898 एडी में जीवंत किंवदंती कमल हासन ने निभाया है। इस फिल्म में कमल हासन खलनायक की भूमिका यास्किन के किरदार में नजर आयेंगे, जिसने पहले ही चर्चा बटोरी है। उनका अलग अभिनय शारीरिक और मानसिक रूप से बदल जाने की अपनी क्षमता के लिए जाने जाने वाले कमल हासन एक वृद्ध, बनावटी रंग और मुंडा सिर के साथ एक खतरनाक अवतार में दिखाई देते हैं।

हो जाएंगे दर्शकों के रोंगटे खड़े

नई फिल्म में उनके लुक ने दर्शकों के रोंगटे खड़े कर दिए हैं। उन्हें एक खतरनाक इरादे वाले दुनिया को नष्ट करने के उद्देश्य से चरित्र को भयानक प्रतिष्ठित खलनायक के रूप में पेश किया जा रहा है। जहां मोगैम्बो दुनिया पर राज करना चाहता था, वहीं कमल हासन का चरित्र मानवता के लिए खतरा बन गया है।

प्रदेश के पटवारियों को बड़ी राहत, शासन का पक्ष जानने के बाद हाईकोर्ट ने दूसरे जिले में तबादले को गलत माना

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Chhattisgarh Bilaspur Patwari transfer order challenged, High Court hearing decision
Chhattisgarh Bilaspur Patwari transfer order challenged, High Court hearing decision

0 प्रदेश के पटवारियों के लिए हाईकोर्ट से बड़ी राहत वाली खबर आई सामने, छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के आदेश से पटवारियों में खुशी की लहर

बिलासपुर। प्रदेश के पटवारियों के लिए हाईकोर्ट से बड़ी राहत वाली खबर सामने आई है। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के आदेश से पटवारियों में बेहद खुशी है। दूसरे जिले में ट्रांसफर पर भेजे गए पटवारियों को हो रही परेशानियों से छुटकारा जो मिला है। मामले में एक याचिका में तबादला आदेश को चुनौती दी गई थी। दो पक्षों की सुनवाई के बाद कोर्ट ने तबादला आदेश निरस्त कर दिया।

कोर्ट ने सभी पक्षों को सुनने के बाद कहा कि ट्रांसफर आदेश में प्रक्रिया के पालन की अनदेखी की गई है। इस वजह से ट्रांसफर आदेश को निरस्त करने का आदेश दिया गया। कोर्ट ने कहा कि शासन के नियमों के मुताबिक पटवारियों को दूसरे जिलों में तबादला नहीं किया जा सकता है।

राज्य में पटवारियों के हुए तबादले में शासन ने नियमों के पालन की अनदेखी की है। इसलिए हाईकोर्ट में तबादला आदेश को चुनौती दी गई थी। आदेश के मुताबिक राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने 30 सितंबर 2022 को अवर सचिव ने दूसरे जिलों में ट्रांसफर कर दिया था। इससे पटवारी नाराज हो गए।

कोर्ट में पटवारियों ने तबादले के खिलाफ ये दिया तर्क

उसके बाद पटवारियों ने शासन के नियमों का हवाला देते हुए कोर्ट को बताया कि पटवारियों के नियुक्तिकर्ता अधिकारी कलेक्टर हैं। उनकी वरिष्ठता जिले के आधार पर रहती है। जिले से बाहर अगर उनका स्थानांतरण किया जाता है तो वरिष्ठता सूची में वे नीचे चले जाएंगे। यह भी बताया गया कि भू राजस्व संहिता की धारा 104 में नियुक्ति और सेवाओं का अधिकार कलेक्टर को दिया गया है।

ये है ट्रांसफर के नियम

नियमानुसार राजस्व पुस्तक परिपत्र के खंड 5 की कंडिका 16 के संशोधित आदेश में पटवारियों को उनके जिले के भीतर ही कलेक्टर को ही तबादले का अधिकार है। पूर्व में कोर्ट ने स्थानांतरण आदेश पर रोक लगा दी थी।

मामले में हाईकोर्ट के सामने याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने तर्क दिया कि राजस्व पुस्तिका परिपत्र के खंड 5 की कंडिका 16 के संशोधित आदेश में पटवारियों को उनके जिले के भीतर कलेक्टर को ही ट्रांसफर करने का अधिकार है।

राजधानी में डकैती डालने की योजना बना रहे थे, औजारों के साथ नाबालिग सहित तीन लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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Chhattisgarh Raipur Crime, Robbery Plan Tools Arrest
Chhattisgarh Raipur Crime, Robbery Plan Tools Arrest

पुलिस ने घेराबंदी कर 3 लोगों को अरेस्ट किया पर कुछ आरोपी गाड़ी से कूदकर भाग गए

रायपुर। पुलिस की सक्रियता से प्रदेश की राजधानी में बडे वारदात की घटना टल गई। डकैती डालने से पहले ही आरोपी पुलिस के हत्थे चढ गए। मामले में विधानसभा इलाके में पुलिस ने नाबालिग सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार डकैत देर रात पिकअप गाड़ी में बैठकर डकैती की प्लानिंग कर रहे थे। तभी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिल गई। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपियों को दबोच लिया। पूछताछ में मामला सही पाया गया।

पुलिस के अनुसार विधानसभा थाना क्षेत्र में रात को पचेड़ा गांव के पास एक पिकअप गाड़ी में कुछ संदिग्ध लोग मौजूद थे। ये आरोपी कृषि उपज मंडी के पास खड़े हुए थे कि मुखबिर से इसकी सूचना मिल गई, जिसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर 3 लोगों को अरेस्ट किया। हालांकि घेराबंदी के दौरान कुछ आरोपी गाड़ी से कूदकर भाग गए।

आरोपियों से मिली ये चीजें

पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से एक बड़ा हथौड़ा, एक लोहा कटर, बिजली तार काटने का बड़ा कटर, तीन धारदार स्टील का चाकू, एक लोहे का नुकीला छड़, पेंचीस, लोहा कटर, छोटा हथौड़ी पाया गया है। पुलिस ने इस मामले में हेमलाल घृतलहरे, हेमराज घृतलहरे और एक नाबालिग को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।