Saturday, January 11, 2025
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आशा और आंगनबाड़ी कर्मियों की जगी आस, हो सकते हैं नियमित ! केंद्र सरकार का मजदूरों के न्यूनतम वेतन पर मंथन

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Central Government Scheme Dearness Relief Asha Anganwadi Workers
Central Government Scheme Dearness Relief Asha Anganwadi Workers

नई दिल्‍ली। बढ़ती महंगाई और जीवन यापन करने की लागत को देखते हुए यह केंद्र सरकार ने खासकर मजदूरों का स्तर ऊंचा उठाने की योजना पर काम कर रही है। ऐसे में कहा जाए कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में दिहाड़ी मजदूरों को आगे बड़ी राहत मिलेगी। मामले पर बजट से पहले वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ हुई बैठक में मजदूरों का न्‍यूनतम वेतन बढ़ाने पर विचार मंथन किया गया।

बैठक में मनरेगा के तहत काम का समय दोगुना करने की मांग रखी गई है। माना जा रहा है कि इस पर जुलाई में पेश होने वाले बजट में निर्णय हो सकता है। बजट से पहले सभी व्‍यावसायिक और श्रमिक संगठनों ने वित्‍तमंत्री के साथ प्री-बजट बैठक की, जिसमें यह बात रखी गई।

बैठक में विभिन्न संगठनों ने कहा है कि मिनिमम वेज को मौजूदा 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 26 हजार कर दिया जाना चाहिए। बढ़ती महंगाई और जीवन यापन की लागत को देखते हुए महात्‍मा गांधी राष्‍ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी एक्‍ट के तहत साल में काम करने के दिन को भी बढ़ाने की बात रखी गई। बता दें कि मनरेगा के तहत वर्तमान में साल में 100 दिन काम देने की गारंटी मिलती है। इसे बढ़ाकर 200 दिन करने की मांग की गई ताकि मजदूरों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके।

संगठनों ने कई योजनाओं के कर्मियों को स्‍थायी करने की भी मांग की है। इसमें आंगनवाड़ी कार्यकता, आशा कार्यत्री, पैरा टीचर्स शामिल हैं। इन कर्मियों को स्‍थायी करने के साथ पेंशन देने का भी प्रावधान किया जा सकता है। इसके अलावा केंद्र की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की फंडिंग बढ़ाने की भी मांग की गई है।

अन्नदाताओं की बड़ी मांग

इस दौरान संगठनों ने देश के किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए सभी फसलों पर एमएसपी लागू करने और डॉ. एमएस स्‍वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की भी मांग की है। इसमें किसानों से सरकारी खरीद की गारंटी देने सहित उनके लिए सामाजिक सुरक्षा फंड तैयार करने की भी मांग की गई है।

जंगल का संघर्ष छोड़ा, मुख्य धारा से जुड़कर जीवन शांति से जीने के लिए चार नक्सलियों ने किया समर्पण

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Chhattisgarh Sukma Naxalite Maoist surrender the path of peace
Chhattisgarh Sukma Naxalite Maoist surrender the path of peace

सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा में दो महिलाओं समेत चार नक्सलियों ने पुलिस अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया है। पुलिस के अनुसार चार नक्सलियों ने बिना हथियार यहां नक्सल ऑपरेशन कार्यालय में पुलिस अधिकारियों के समक्ष सर्पण किया।

नक्सल ऑपरेशन कार्यालय में डिप्टी कमाण्डेन्ट 74 वाहिनी सीआरपीएफ रवि गणवीर और उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑपरेशन, जिला सुकमा मनीष रात्रे के सामने बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति’’ के तहत सहायता राशि और अन्य सुविधाएंं दी जाएंगी।

उसने कहा, ‘‘प्रतिबंधित माओवादी नक्सल संगठन में सक्रिय दो महिला समेत चार नक्सलियों में हेमला नंदे (एर्रनपल्ली आरपीसी सीएनएम सदस्य) एर्रनपल्ली थाना पामेड़ जिला बीजापुर, नुप्पो सोमड़ी (नागाराम आरपीसी केएमएस उपाध्यक्ष) नागाराम सरपंचपारा थाना चिंतलनार जिला सुकमा, हेमला़ एर्रा (नागाराम आरपीसी मिलिशिया सदस्य) नागाराम थाना चिंतलनार जिला सुकमा और कड़ती हिडिय़ा (नागाराम आरपीसी मिलिशिया सदस्य) शामिल हैं।

महिला नक्सलियों और कड़ती हिडिय़ा को आत्मसमर्पण के लिए प्रोत्साहित कराने में 74 वाहिनी सूचना शाखा का विशेष प्रयास रहा है। आत्मसमर्पण करने वाले सदस्य नक्सल संगठन में जुडक़र विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गस्त पार्टी की रेकी कर हमला करना, पुलिस पार्टी के आने-जाने वाले मार्गो में स्पाईक लगाना, मार्गों को खोद कर अवरूद्ध करना, शासन-प्रशासन के विरूद्ध में नक्सली पर्चा-पाम्पलेट लगाना आदि घटनाओं में शामिल रहे हैं।

अब मितानिनों को मानदेय का भुगतान ऑनलाइन किया जाएगा, महतारी वंदन योजना की तर्ज पर बैंक खाते में जाएगी राशि

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Raipur State Government CM Vishnudev Sai Mitanin Honorarium Online
Raipur State Government CM Vishnudev Sai Mitanin Honorarium Online

रायपुर। राज्य सरकार के निर्णय से प्रदेश के मितानिनों को बड़ी राहत मिलने वाली है। सीएम विष्णुदेव साय के निर्णय से उनके खातों में सीधी राशि पहुंचेगी। राज्य की लाखों मितानिनों को बड़ी राहत देते हुए सीएम साय ने कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरूस्त रखने में मितानिन बहनों का बहुत बड़ा योगदान है। ऐसे में उनका खयाल रखना राज्य का कर्तव्य है।

सीएम साय की पहल पर अब राज्य की मितानिन बहनों को महतारी वंदन योजना की तर्ज पर हर माह उनका मानदेय बैंक खाते में मिलने लगेगा। मुख्यमंत्री ने इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री को दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस बात की घोषणा की।

इस पर मंत्री जायसवाल ने कहा कि बहुत जल्द ही मितानिन बहनों को आनलाइन बैंक खाते में भुगतान मिलने लगेगा। जायसवाल ने कहा कि इसकी शुरूआत मुख्यमंत्री साय के हाथों से होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ को स्वस्थ छत्तीसगढ़ बनाने की संकल्पना पर काम कर रहे हैं और इसके लिए प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार सुधार आ रहा है जो निरंतर जारी रहेगा।

बलौदाबाजार में हिंसक प्रदर्शन के बाद जांच रिपोर्ट सामने आई, 12 करोड़ का हुआ नुकसान, 240 गाड़ियां तोड़ीं, 31 कारें जलाईं

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CG Balodabazar incident investigation full report, loss worth crores
CG Balodabazar incident investigation full report, loss worth crores

बलौदाबाजार जिले में हिंसक आंदोलन के मामले में पुलिस ने जांच पूरी कर ली है। नए अधिकारियों की नियुक्ति के बाद जांच रिपोर्ट में अब तक हुए नुकसान का आंकलन कर लिया गया है। गाड़ियों को हुए नुकसान के आंकलन में कलेक्टर व एसपी के मुताबिक कुल 240 गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया गया है। साथ ही हिंसक प्रदर्शन में शामिल 138 की गिरफ्तारी की गई है।

जांच में ये बात भी बताई गई है कि इनमें 31 सरकारी और निजी कारों के साथ एसयूवी जलाई गई है। 60 बाइक-स्कूटर आग के हवाले कर दिए गए। 27 कारें और 122 टूव्हीलर्स को गंभीर नुकसान पहुंचा है। कलेक्टर दीपक सोनी और एसपी विजय अग्रवाल से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि जितनी गाड़ियां पूरी तरह जलीं या तोड़ी गईं, उनमें से फिलहाल केवल 30 का ही बीमा केस बना है। इनमें से 8 को बीमा राशि दे दी गई, बाकी प्रक्रिया में है। ज्यादातर गाड़ियों का इंश्योरेंस समाप्त हो चुका है। प्रशासन उनका मूल्यांकन करवा रहा है, ताकि कुछ क्षतिपूर्ति करवाई जा सके।

रिपोर्ट में ये बात भी सामने आई कि गाड़ियां और कलेक्टर परिसर में जलाए गए भवनों को मिलाकर अब तक 12 करोड़ रुपए के नुकसान का आंकलन हो चुका है। यह अभी बढ़ेगा क्योंकि बड़े पैमाने पर बिजली तथा इंटरनेट लाइनें, उपकरण और फर्नीचर राख हो चुके हैं। बिजली तथा इंटरनेट लाइनें बनवाकर ये सेवाएं भी रीस्टोर करवाने में फंड लग रहा है। इसके अलावा, पूरे परिसर में नए सिरे से कैमरे भी लगवाए जा रहे हैं।

10 हजार से ज्यादा फूटेज खंगाले
एसपी अग्रवाल के मुताबिक हिंसक प्रदर्शन में पुलिस ने अब तक 10 हजार से ज्यादा फूटेज और सोशल मीडिया पोस्ट खंगाली हैं। इनसे मिली जानकारी तथा इंटेजिलेंस इनपुट के आधार पर 138 लोगों को हिरासत में लिया गया है। सोशल मीडिया की मानीटरिंग के लिए साइबर विशेषज्ञों की टीम बनाई गई है, जो चौबीसों घंटे हर पोस्ट पर नजर रख रही है। आपत्तिजनक पोस्ट के सोर्स तक जाकर दर्जनों सोशल मीडिया अकाउंट ब्लाक किए जा चुके हैं। ऐसी पोस्ट करने वालों पर प्रतिबंधात्मक धाराओं में कार्रवाई की जा रही है।

अब शहर में शांति है
घटना के सभी पहलुओं को समझने के लिए अलग हमला संबंधित सभी लोगों से बात कर रहा है, ताकि शांति बहाली की जा सके। एसपी अग्रवाल ने बताया कि शहर में शांति स्थापित कर ली गई है। धारा 144 केवल कलेक्टोरेट परिसर से 100 मीटर के दायरे में ही है, बाकी जगह से हटा ली गई है।

केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा राज्यसभा में सदन के नेता चुने गए.. संसद का पहला सत्र होगा हंगामेदार

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Parliament session Union Minister JP Nadda Leader of Rajya Sabha House
Parliament session Union Minister JP Nadda Leader of Rajya Sabha House

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में जेपी नड्डा के बेहतर कार्यप्रणाली से कई राज्यों में अच्छे परिणाम को देखते हुए उन्हें केंद्र सरकार ने नई जिम्मेदारी सौंपी है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री नड्डा को राज्यसभा में सदन का नेता बनाया गया है। वह राज्यसभा में पीयूष गोयल की जगह लेंगे।

हाल ही में नड्डा के पाल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और उर्वरक व रसायन मंत्रालय का जिम्मा है। राज्यसभा की वेबसाइट पर भी नड्डा का नाम बतौर सदन का नेता अपडेट किया गया है। बता दें कि सोमवार से 18वीं लोकसभा का पहला संसद सत्र शुरू हो चुका है। पहले दिन सभी नवनिर्वाचित सांसदों ने सदन की सदस्यता की शपथ ली। सदन का नेता होने के नाते सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सदस्यता की शपथ ली। प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने संसद की कार्यवाही की अध्यक्षता की।

बता दें कि संसद के पहले सत्र से पहले नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ी के बाद से देश का माहौल गर्माया हुआ है। खासकर राजनीतिक खेमा सरकार को घेरने रणनीति बनाई है। ऐसे में माना जा रहा है कि संसद का पहला सत्र काफी हंगामेदार रह सकता है। विपक्षी गठबंधन ने कई मुद्दों पर सरकार के घेराव और हंगामें की तैयारी की है। इसमें नीट, पेपर लीक, रेल हादसे जैसे कई अहम मुद्दे शामिल हैं। बता दें कि पहला संसद सत्र 3 जुलाई तक जारी रहेगा।

ट्रक ने बाइक सवार युवक और महिला को मारी टक्कर, फिर पेड़ से भिड़ गया, 3 की मौत, मातम में बदलीं जन्मदिन की खुशियां

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0 अंबिकापुर-रामानुजगंज नेशनल हाइवे पर भेड़ाघाट के पास रात में हुआ हादसा, ट्रक के क्लीनर की हालत गंभीर, मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल किया गया रेफर

बलरामपुर। रामानुजगंज अंबिकापुर नेशनल हाईवे पर रविवार की रात तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार महिला व युवक को टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद ट्रक सड़क किनारे स्थित पेड़ से टकरा गया। हादसे में बाइक सवार युवक महिला व ट्रक ड्राइवर की मौत हो गई। जबकि ट्रक का क्लीनर गंभीर रूप से घायल हो गया, उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया है। बाइक सवार युवक और महिला जन्मदिन कार्यक्रम में शामिल होने राजपुर आ रहे थे। जैसे ही दोनों की मौत की खबर वहां पहुंची जन्मदिन की खुशियां मातम में बदल गईं।

झारखंड के गढ़वा निवासी रतन केशरी 32 वर्ष अपनी बड़ी मां उषा देवी 60 वर्ष को लेकर बलरामपुर जिले के राजपुर निवासी रिश्तेदार बबलू केशरी के घर जन्मदिन की पार्टी में शामिल होने रविवार की रात आ रहा था।

दोनों रात करीब 8 बजे बलरामपुर और राजपुर के बीच स्थित भेड़ाघाट के पास पहुंचे ही थे कि अंबिकापुर की ओर से तेज रफ्तार में आ रहे ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

इधर टक्कर मारने के बाद ट्रक भी सड़क किनारे स्थित पेड़ से जा टकराया। हादसे में ट्रक ड्राइवर बबलू यादव 35 वर्ष की भी मौत हो गई, जबकि ट्रक का क्लीनर अभय 22 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गया। ट्रक में लोहे का एंगल भरा था, वह रायपुर से बिहार जा रहा था।

ट्रक में फंस गया था ड्राइवर का शव

हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और घायल क्लीनर को निकालकर अस्पताल पहुंचाया यहां उसके गंभीर हालत को देखते हुए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया।

हादसे के बाद ट्रक ड्राइवर का शॉप ट्रक में ही काफी देर तक फंसा रहा, जिसे बाद में पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद निकलवाया।

इधर युवक और महिला की मौत की खबर से राजपुर स्थित बबलू केसरी के घर जन्मदिन की खुशियां माता में बदल गईं। पुलिस ने सोमवार को तेलुगु के सॉन्ग का पीएम कराया और शव उनके परिजनों को सौंप दिया।

तेज बारिश के दौरान पेड़ के नीचे बैठे युवकों पर गिरी बिजली, तीन झुलस गए, एक की मौत

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1 Gaurela Pendra Marwahi incident rain lightning death 1
1 Gaurela Pendra Marwahi incident rain lightning death 1

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही/नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ में बारिश का समय आ गया है। तेज हवाओं और बादलों में गर्जना होने लगी है। इसके साथ ही आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं भी होने लगी है। ऐसा ही मामला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में सामने आया है। जहां मानसून की पहली बारिश के साथ ही बिजली गिरी है। इस घटना में एक युवक की मौत हो गई, वहीं उसके दो साथी झुलस गए।

झुलसे युवकों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस के अनुसार पेण्ड्रा थाना क्षेत्र के मझगवां गांव के रहने वाले तीन दोस्त मना सिंह, नरेंद्र सिंह और लल्लू यादव शनिवार शाम अपने गांव मझगवां से बगड़ी जलाशय मछली पकड़ने निकले थे। जब ये तीनों मछली पकड़ रहे थे तभी अचानक मौसम बदला और तेज गर्जना के साथ बारिश शुरू हो गई, जिसके बाद तीनों साथी बारिश से बचने के लिए बगड़ी जलाशय से सेवरा की ओर जाने वाले सड़क किनारे एक बड़े से बरगद के पेड़ के नीचे रुक गए।

इसी दौरान तेज गर्जना के साथ बिजली गिरी जिससे मना सिंह की मौके पर मौत हो गई वहीं नरेंद्र और लल्लू झुलस गए। बाद में गांव के लोगों को घटना की जानकारी मिलने पर सभी को 108 की मदद से तत्काल जिला अस्पताल लाया गया जहां पर जांच उपरांत डॉक्टरों ने मना राम को मृत घोषित कर दिया। बिजली की चपेट में आने से झुलसे दोनों युवक की हालत खतरे से बाहर बताई जाती है।

छत्तीसगढ़ का विश्वप्रसिद्ध ‘बस्तर गोंचा’ उत्सव में जुटे लोग, 27 दिनों तक चलेगा आयोजन, 22 विग्रहों को तीन रथों में किया विराजित

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Chhattisgarh Bastar's world famous 'Bastar Goncha' inaugurated
Chhattisgarh Bastar's world famous 'Bastar Goncha' inaugurated

जगदलपुर (बस्तर)। देश में छत्तीसगढ़ के बस्तर में परंपराएं, संस्कृति और श्रद्धा की अपनी अलग पहचान है। यहां की हर गतिविधि देखने समझने की होती है। इसलिए देश के बाहर भी बस्तर का उत्सव प्रसिद्ध है। एक और धार्मिक आयोजन के बारे में हम बता रहे हैं जो लगभग महीनेभर चलता है। इससे धर्म, श्रद्धा, परंपरा संस्कृति जुड़ी हुई है। हर साल मनाये जाने वाला विश्व प्रसिद्ध अनूठी ‘बस्तर गोंचा’ प्रांरभ हो गया है।

‘बस्तर गोंचा’ में 22 विग्रहों को तीन रथों में विराजित कर परिक्रमा कराया जाता है। बाँस से निर्मित तुपकी से देव विग्रहों को सलामी देना, बस्तर के अलावा भारत में कहीं और परिलक्षित नहीं होता। इस अनूठी परंपरा को देखने देश-विदेश के सैलानी बस्तर खींचे चले आते हैं। जेष्ठ पूर्णिमा के दिन देव स्नान का पालन किया जाता है।

क्षेत्र के वरिष्ठ साहित्यकार रूद्रनारायण पाणीग्रही के अनुसार भगवान जगन्नाथ मंदिर के गर्भ ग्रह से भगवान जगन्नाथ बलभद्र तथा सुभद्रा देवी के विग्रहों को 108 कलश जल से स्नान कराया जाता है। पूजा आराधना के बाद उन्हें अनसर गृह में प्रवेश कराया गया इसके साथ ही आगामी 15 दिनों के लिए दर्शन वर्जित किया जाता है।

छत्तीसगढ़ के रियासत कालीन बस्तर गोंचा अपनी अनोखी परंपराओं के लिए दुनिया में प्रसिद्ध है। लकड़ी से निर्मित विशाल रथों में जगन्नाथ बलभद्र तथा सुभद्रा देवी के 22 प्रतिमाओं को विराजित करके गुंडिचा मंडप में भक्तों के दर्शनार्थ विराजित किया जाता है। साथ ही नौ दिनों तक विभिन्न अनुष्ठानों का आयोजन करते हुए दशमी तिथि को पुनः प्रतिमाओं को विराजित कर श्री मंदिर में स्थापित किया जाता है।

आगामी छह जुलाई को नेत्रोत्सव विधान के साथ पुनः जगन्नाथ बलभद्र तथा सुभद्रा देवी के दर्शन होंगे तथा सात जुलाई को श्री गोंचा रथ यात्रा का पालन किया जाएगा। श्री पाणीग्रही ने बलाया कि इस अवधि में भगवान के दर्शन वर्जित कर दिया जाता है। अनसर काल में भगवान को आयुर्वेद सम्मत जड़ी बूटियों का भोग अर्पित किया जाता है तथा भक्तों को भी काढा के रूप में प्रसाद वितरित किया जाता है। माना जाता है कि वर्षा काल में वर्षा ऋतु के प्रारंभ होते ही इस काढ़ा रुपी औषधि का सेवन लाभकारी माना जाता है।

नगरीय निकायों के चुनाव पार्टी सिम्बल पर लड़ेगी भाजपा, बनाई जा रही ये रणनीति

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Uttarakhand Champawat Nainital Politics BJP Corporation Election Preparation
Uttarakhand Champawat Nainital Politics BJP Corporation Election Preparation
0 पूर्व सांसद ने किया दावा- चारधाम आदि कैलाश यात्रा तीर्थाटन से मजबूत हो रही अर्थव्यवस्था

चम्पावत/नैनीताल। उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी नगर निगमों में होने वाले चुनाव की तैयारी में लग गई है। बैठक, जिम्मेदारी और रणनीति पर विचार मंथन चल रहा है। मामले में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार निकायों के चुनाव पार्टी सिम्बल पर लड़ी जाएगी। इसे लेकर पूर्व सांसद और उत्तराखंड बीज एवं जैविक उत्पादन प्रमाणीकरण परिषद के अध्यक्ष बलराज पासी ने रविवार को कहा कि भाजपा निकायों के चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़ेगी।

पूर्व सांसद ने चम्पावत दौरे के दौरान इस मामले पर कहा कि सरकार जैविक प्रमाणीकरण के जरिए किसानों की आमदनी को बढ़ाने में मदद कर रही है। भाजपा नेता ने कहा कि सभासद से लेकर निकायों के प्रमुखों तक नगर निकाय के चुनाव पार्टी सिंबल पर लड़ेगी। मामले पर उन्होंने बताया कि इसके लिए भाजपा ने संगठनात्मक तैयारी कर ली है।

अच्छी सड़कों से तीर्थाटन हुआ आसान

वहीं पूर्व सांसद पासी ने दावा किया कि भाजपा 10 जुलाई को होने वाली दोनों (बदरीनाथ और मंगलौर) विधानसभा सीटों के उप चुनाव में जीत दर्ज करेगी। पासी ने आगे कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार ने लगातार जनहित में काम कर लोकसभा चुनाव में तीसरी बार शत-प्रतिशत सफलता पाई है।

उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा, आदि कैलाश यात्रा से तीर्थाटन के जरिए अर्थव्यवस्था भी बढ़ रही है। उन्होंने जानकारी दी कि ऑलवैदर रोड के विस्तार से यात्रा सुगम हुई है। दिल्ली-देहरादून का सफर अब दो घंटे में पूरा किया जा सकेगा। जल्द ही कर्ण प्रयाग तक ट्रेन पहुंच जाएगी।

बस्तर संभाग के ग्रामीण आस्था के केन्द्रों पर हरियाली बिखेरने मुख्यमंत्री साय की बड़ी योजना, 7 जिलों में रोपे जाएंगे 5.62 लाख पौधे

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1Bastar Zone Faith Center Hariyali Sapling Plantation, CM Vishnudev Say1
1Bastar Zone Faith Center Hariyali Sapling Plantation, CM Vishnudev Say1

रायपुर। जनजाति समुदाय एवं अन्य परम्परागत वन निवासियों का जल, जंगल और जमीन के साथ-साथ सेवी-अर्जी स्थलों पर अटूट आस्था रखते हैं। देव-माता गुड़ी स्थल के आसपास वृक्षों को देवता समतुल्य मान्यता है। इसी के तहत सीएम विष्णुदेव साय की बड़ी योजना है। बस्तर अंचल के आस्था केन्द्रों के आसपास हरियाली बिखेरी जाएगी। विशेष अभियान चलाकर आस्था केन्द्रों में पौधे लगाए जाएंगे।

योजना के तहत पौधा रोपण के इस मुहिम में जनजाति समुदायों को भी भागीदार बनाया जाएगा। बता दें कि गुड़ी स्थल पर स्थित पेड़ पौधों को बस्तर में संरक्षित रखने की परंपरा है। अभियान में बस्तर अंचल के 7055 देवगुड़ी-मातागुड़ी के आसपास पौधों को रोपा जाएगा। 3455 वन अधिकार मान्यता पत्र स्थलों में पौधारोपण किया जाएगा।

इन सभी क्षेत्रों का कुल रकबा 2607.200 हेक्टेयर है। देवगुड़ी और मातागुड़ी के अलावा प्राचीन स्मारक आदि स्थलों के आसपास भी वृक्षारोपण किया जाएगा। यहां फलदार, छायादार पौधे यथा नीम, आम, जामून, करजी, अमलताश के पौधों के साथ ही ग्रामवासियों के सुझाव अनुसार अन्य पौधे रोपे जाएंगे।

7 जिलों में 5.62 लाख पौधे रोपने के लिए बस्तर कमिश्नर द्वारा रणनीति तैयार की गई है। उन्होंने सातों जिलों में पौधारोपण के लिए जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। यहां के अंचल में पौधारोपण के दिन ग्राम प्रमुख, बैगा, सिरहा, पेरमा, मांझी, चालकी, गुनिया, गायता, पुजारी, पटेल, बजनिया, अटपहरिया और जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाए। वन विभाग के सहयोग से 15 जुलाई तक पौधे लगाने काम पूरा कराने का लक्ष्य है।

बता दें कि बस्तर संभाग में स्थापित आस्था एवं जीवित परम्पराओं के केंद्र मातागुड़ी, देवगुड़ी, गोटूल, प्राचीन मृतक स्मारक, सेवा-अर्जी स्थलों को संरक्षण एवं संवर्धन करने के लिए अनुसूचित जनजाति एवं अन्य परम्परागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम 2006 की धारा 3(1) (5) के तहत् देवी-देवताओं के नाम से ग्राम सभा को 3455 सामुदायिक वनाधिकार पत्र प्रदान किये गये हैं। 3600 गैर वन क्षेत्र में स्थित देवगुड़ी, मातागुड़ी, प्राचीन मृतक स्मारक एवं गोटूल स्थल को राजस्व अभिलेख में प्रविष्टि की जा चुकी है।