भाजपा कार्यालय में फिर से शुरू होने वाला है सहायता केंद्र, पार्टी कार्यकर्ता भी बता सकेंगे परेशानी
रायपुर। छत्तीसगढ़ के आम लोग विभागवार मंत्रियों से मुलाकात कर सकेंगे, अपनी परेशानियां बता सकेंगे। ये मौका भाजपा के कार्यकर्ताओं को भी मिलेगा। वो भी अपने काम करवा सकेंगे। इसके लिए प्रदेश भाजपा कार्यालय में सहायता केंद्र खुलेंगे। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में ये सेंटर शुरू किया जा रहा है।
कार्यालय के अनुसार यहां हर दिन अलग-अलग विभाग के मंत्री लोगों से मिलेंगे। सहायता केंद्र प्रभारी संजय श्रीवास्तव ने बताया कि 4 जुलाई को मंत्री लखनलाल देवांगन और प्रदेश महामंत्री भरत लाल वर्मा, 5 जुलाई को मंत्री दयालदास बघेल और प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा लोगों से मिलेंगे।
इसके बाद 8 जुलाई को उप मुख्यमंत्री अरुण साव एवं प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा, 9 जुलाई को मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल एवं प्रदेश महामंत्री रामजी भारती कार्यकर्ताओं और आम लोगों से मिलेंगे।
गुरुवार को मिलेंगे मुख्यमंत्री गुरुवार को सुबह 11 बजे से मुख्यमंत्री भी आम लोगों की समस्याएं सुनेंगे। बीते 27 जून से इसकी शुरुआत हो चुकी है। ये जनदर्शन साप्ताहिक होता है। हर गुरुवार को या मुख्यमंत्री की उपलब्धता के आधार पर इसे आयोजित किया जाएगा। लोग यहां आकर सीएम साय से अपनी समस्या बता सकेंगे।
0 लगातार बदल रहा मौसम का मिजाज, कोरिया जिले में आज दिनभर होती रही बारिश
रायपुर। छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में रुक-रुक कर हो रही बारिश से तापमान में भी गिरावट आई है। गुरुवार को राजधानी समेत कई जगहों पर बादल छाए रहे और सुबह से बारिश होती रही। अगले 24 घंटे में सरगुजा और बिलासपुर संभाग के 14 जिलों में भारी बारिश की संभावना है। वहीं, मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी कर भारी बारिश की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में मानसून पूरी तरह से सक्रिय नहीं हुआ है। जून के आखिरी दिनों में बारिश में कमी आई थी. जुलाई में इसकी भरपाई होने की संभावना है।
दो दिन बाद प्रदेश में फिर बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है। रायपुर, दुर्ग और बस्तर में बारिश कम हुई है। राजधानी में अब तक 180.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
अगले 24 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी
प्रदेश के सरगुजा, जशपुर, कोरिया, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बिलासपुर, रायगढ़, सारंगढ़-बिलाईगढ़, सक्ती, मुंगेली, कोरबा पर जांजगीर जिले में एक- दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी वर्षा होने की संभावना है।
सीएमएचओ ने लोगों से अपील करते हुए सांप के काटने की घटना के बाद कई गलतियों की ओर ध्यान आकृष्ट किया, इसके लिए क्या करें और क्या नहीं करें की जानकारी भी सीएमएचओ ने दी है।
रायपुर। बरसात में आकाशीय बिजली और सर्पदंश से बचाव के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. यूएल कौशिक ने सावधानियां बरतने की अपील की है। उन्होंने बताया कि बारिश के मौसम में आकाशीय बिजली गिरने की घटना अधिक होती है। इससे लोगों के साथ ही पशु-पक्षियों की भी मौत हो जाती है, यहां तक कि पेड़ भी झुलस जाते हैं। इसके लिए क्या करें और क्या नहीं करें की जानकारी भी सीएमएचओ ने दी है।
इस दौरान क्या करें.. तत्काल पानी, बिजली के तार, खम्भों, हरे पेड़ों और मोबाईल टावर आदि से दूर हट जाएं। बच्चों को बिजली के उपकरण से दूर रखें। आसमान के नीचे हैं तो अपने हाथों को कानों पर रख लें ताकि बिजली की आवाज से कान के परदे ना फट जाएं। अपनी दोनों एडिय़ों को जोड़कर जमीन पर उकड़ू बैठ जाएं, छतरी या सरिया जैसी कोई चीज है तो अपने से दूर रखें। ऐसी चीजों से अपने आसपास बिजली के गिरने की आशंका सबसे ज्यादा होती है। पराली आदि के ढेर से दूर रहें, नहीं तो इसमें आग लग सकती है। बिजली से चलने वाले यंत्रों व उपकरणों को तत्काल बंद करें, मछूवारे मौसम के पूर्वानुमान के बाद ही तालाब, झिरीया, नदी, नाले में जाएं।
इस समय ये ना करें.. बिजली चमकने के दौरान अगर एक से ज्यादा लोग हों तो एक-दूसरे से दूरी बनाए रखें, एक दूसरे का हाथ बिल्कुल नहीं पकड़ें। खाली पैर पानी का नल नहीं छुएं, दोपहिया वाहन सायकल, ट्रक, नौका, खुले वाहन आदि में सवार होकर खुली जगह पर भ्रमण न करें। कपड़े सुखाने के लिए तार का प्रयोग ना कर जूट या रस्सियों का प्रयोग करें। खिड़कियों, दरवाजे और बरामदे में भी नहीं जाएं, मोबाईल चार्ज या किसी अन्य उपकरण को प्लग करने के साथ उसका इस्तेमाल बिल्कुल ना करें। खुले मैदान में जहां कोई पेड़ या ऊंची रचना हो, वहां खड़े रहने की गलती ना करें।
ये है सर्पदंश के लक्षण डॉ. कौशिक ने बरसात के मौसम में सर्पदंश के लक्षण और बचाव की जानकारी देते हुए बताया कि सांपों के काटने के स्थान पर दांतों के निशान काफी हल्के होते हैं, दंश स्थान पर तीव्र जलन, पलकों का गिरना, अनैच्छिक मल-मूत्र त्याग, मिचली आना, किसी वस्तु का दो दिखलाई देना, अंतिम अवस्था में चेतनाहीनता तथा मांसपेंशियों में ऐंठन, दंश जगह पर तीव्र पीड़ा, खुजलाहट, हाथ-पैरों में झनझनाहट, चक्कर आना, दम घुटना इत्यादि लक्षण हैं।
ये है सर्पदंश से बचाव वहीं सर्पदंश से बचाव के बारे में बताया गया कि कुएं या गड्ढे में अनजाने में हाथ नहीं डालें, बरसात में अंधेरे में नंगे पांव न घूमें, जूते को झड़ाकर पहनें, सांप को पकडऩे या छेडऩे की कोशिश नहीं करें, घरों में गोबर के कंडों के ढेर, पैरा, लकड़ी के गठ्ठे का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें।
सर्पदंश में ये करें.. धीमी गति से रक्त का बहाव और विष का फैलाव धीमा करने के लिए रोगी को दिलासा दें, काटे हुए शरीर के अंग को स्थिर रखकर पट्टी का उपयोग करें, पीडि़त व्यक्ति को लेटे हुए स्थिति में रखकर तत्काल अस्पताल ले जाएं, काटे हुए छोर से अंगूठियां, कंगन, जूते या अन्य दबाव वाले वस्तु को निकालें तथा तत्काल 108 संजीवनी एक्सप्रेस को कॉल करें या नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज कराएं।
सर्पदंश में ये ना करें.. किसी भी बंधन या संपीडन पट्टी को ना लगाएं, काटे गए स्थान पर ज्यादा कसकर न बांधें, जहर को निकालने के लिए चूसना या चीरा देना इत्यादि ना करें, रोगी को मादक पदार्थ या एस्प्रीन न दें, पीडि़त व्यक्ति को चलने ना दें, काटने की जगह पर बर्फ लगाकर इसे ठंडा ना करें तथा बैगा-गुनिया के चक्कर में ना फंसकर झाड़-फूंक न कराएं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की नि:शुल्क स्वास्थ्य परामर्श टोल फ्री नंबर 104 पर डायल कर स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारी ले सकते हैं।
0 अंबिकापुर-बिलासपुर नेशनल हाइवे 130 पर उदयपुर के अलकापुरी के पास हुआ हादसा, मौके पर ही दोनों युवकों की मौत
अंबिकापुर। अंबिकापुर-बिलासपुर नेशनल हाईवे पर उदयपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत अलकापुरी में बुधवार की रात ट्रक और बाइक में आमने-सामने जबरदस्त भिड़ंत हो गई। हादसे में बाइक सवार 2 युवकों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। मृत एक युवक का गला भी कट गया है। सूचना पर उदयपुर पुलिस मौके पर पहुंची और युवकों का शव बरामद कर पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया।
बताया जा रहा है कि उदयपुर से लगे अलकापुरी पेट्रोल पंप के पास यह हादसा रात 9 से 10 बजे के बीच हुआ है। अशोक लीलैंड कंपनी की ट्रक क्रमांक सीजी 15 डीपी 2499 और बाइक सवार 2 युवकों के बीच सीधी भिड़ंत हो गई।
इसमें दोनों युवकों की मौत हो गई। मृत युवकों की शिनाख्त फिलहाल नहीं हो पाई है। पुलिस ने दुर्घटनाकारी ट्रक को जब्त कर लिया है।
रायपुर। उच्च शिक्षा को लेकर बड़ी खुशखबरी सामने आई है। मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन यानी एमसीए की पढ़ाई अब फार्मेसी, एग्रीकल्चर समेत अन्य ग्रेजुएट भी कर सकेंगे, क्योंकि एमसीए को लेकर नया नियम लागू कर दिया गया है। इससे युवाओं के लिए नई राह खुलेगी। आगे बड़ा अवसर मिलेगा।
इस नियम की शर्तें हैं कि बारहवीं में एक पेपर मैथ्स होना चाहिए। एमसीए के प्रवेश नियम में बदलाव किया गया है। शिक्षा सत्र 2024-25 में इसी नियम के तहत एडमिशन होंगे। इसी तरह पहले बीई, बीटेक, बीएससी, बीकॉम, बीए, बी.वोकेशनल, बीसीए ग्रेजुएट होना अनिवार्य था, लेकिन अब इसमें संशोधन किया गया है।
इसमें पिछले साल की तरह इस बार भी सभी शर्तें हैं, इसमें सिर्फ अन्य संकाय/विषय में ग्रेजुएट होना भी शामिल किया गया है। जानकारों का कहना है कि इन शब्दों के जुडऩे से अब कोई भी स्नातक एमसीए में प्रवेश के लिए पात्र हो गए हैं। इसका फायदा उन्हें मिलेगा एमसीए जो करना चाहते थे, लेकिन दूसरे विषय में ग्रेजुएट होने की वजह से अपात्र हो रहे थे।
50 फीसदी नंबर अनारक्षित वर्ग को
इसी तरह प्रवेश के लिए स्नातक में न्यूनतम 50 फीसदी नंबर अनारक्षित वर्ग और 45 फीसदी नंबर आरक्षित वर्ग के लिए निर्धारित है। ऐसे ही गणित से संबंधित गणित के अन्य विषय जैसे, बिजनेस गणित, बेसिक गणित मान्य नहीं होंगे, जबकि उच्च गणित मान्य किए जाएंगे। प्रदेश में एमसीए की करीब साढ़े पांच सौ सीटें हैं। इनमें एडमिशन के लिए व्यापमं की ओर से हर साल एमसीए की प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। जबकि तकनीकी शिक्षा संचालनालय, रायपुर से काउंसिलिंग होती है। वहीं दूसरी ओर इंजीनियरिंग (बी.टेक) में लेटरल एंट्री से प्रवेश को लेकर भी नियम में संशोधन किया गया है। इसके अनुसार बी.वॉक व डी.वॉक पास छात्र भी बी.टेक में लेटरल एंट्री से प्रवेश ले सकेंगे।
जून में व्यापमं लेगा परीक्षा
एमसीए में प्रवेश के लिए काउंसिलिंग की प्रक्रिया अगस्त के पहले सप्ताह से शुरू होने की संभावना है। जून में व्यापमं की ओर से इसकी प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई थी। अब मॉडल उत्तर जारी किए गए हैं। इसी लेकर संभावना है कि इसके रिजल्ट इसी महीने जारी होंगे।
देखें व्यापमं की वेबसाइट
वहीं दूसरी ओर प्री.एमसीए के मॉडल उत्तर पर दावा-आपत्ति की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए ऑनलाइन आपत्ति 8 मई दोपहर 3 बजे तक दर्ज की जा सकती है। इसके लिए प्रति प्रश्न 50 रुपए है। हालांकि, आपत्ति सही पाए जाने की स्थिति में यह शुल्क अभ्यर्थियों को वापस उनके बैंक एकाउंट में भेज दिया जाएगा। डाक एवं व्यापमं दफ्तर में स्वयं उपस्थित होकर दावा-आपत्ति मान्य नहीं होगी। इस संबंध में विस्तृत जानकारी व्यापमं की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
0 राज्य शासन के सामान्य प्रशासन प्रशासन विभाग मंत्रालय ने प्रशासनिक आधार पर जारी किया आदेश
रायपुर। राज्य शासन के सामान्य प्रशासन प्रशासन विभाग मंत्रालय ने 3 जून को प्रशासनिक आधार पर 19 प्रशासनिक अधिकारियों का ट्रांसफर किया है।
देखें ट्रांसफर आदेश की सूची…
जिन अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है उनमें सारंगढ़ बिलाईगढ के अपर कलेक्टर शैलाभ कुमार साहू, जांजगीर चांपा अपर कलेक्टर सुश्री लवीना पांडेय समेत अन्य शामिल हैं…
रायपुर। गेट 2025 के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। 30 विषयों के लिए परीक्षा होगी, इसमें से दो में ही शामिल हो सकेंगे। ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट फॉर इंजीनियरिंग (गेट) 2025 के लिए एग्जाम पैटर्न, सिलेबस समेत अन्य को लेकर निर्देश जारी किए गए हैं।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रूड़की की ओर से यह परीक्षा आयोजित की जाएगी। परीक्षा कब होगी, आवेदन कब से भरे जाएंगे। इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है। जानकारी के मुताबिक परीक्षा सीबीटी मोड में होगी। 3 घंटे का पेपर होगा। इसमें जनरल एप्टीट्यूड (जीए) 15 और चयन विषय से 85 अंकों के लिए सवाल पूछे जाएंगे। पेपर में मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन (एमसीक्यू), मल्टीपल सिलेक्ट क्वेश्चन (एमएसक्यू) और न्यूमेरिकल आंसर टाइप क्वेश्चन (एनएटी) पैटर्न में प्रश्न होंगे।
गौरतलब है कि गेट पीजी स्तर की प्रवेश परीक्षा है। इसका आयोजन सात आईआईटी और आईआईएससी बेंगलुरु द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। गेट, आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपलआईटी और गेट स्कोर स्वीकार करने वाले विभिन्न संस्थानों में एमई और एमटेक में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। बीटेक तीसरे वर्ष में पढ़ रहे छात्र गेट के लिए आवेदन कर सकते हैं। विस्तृत जानकारी आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं।
प्रदेश में 6 से 20 जुलाई तक राजस्व पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा जहां राजस्व विभाग का पूरा अमला मौजूद रहेगा
रायपुर। प्रदेश में जमीन भू राजस्व के मामले को लेकर आमजन में खासी परेशानी देखने को मिलती है। जमीन संबंधित फैती हो नामांतरण या फिर बंटवारे को लेकर जनता कभी पटवारी तो कभी तहसील या फिर कमिश्नरी कार्यालय का चक्कर काटते देखा जा सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य शासन ने अच्छी पहल की योजना बनाई है। अब किसानों और भू-स्वामियों को दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण के लिए राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने 6 से 20 जुलाई तक राजस्व पखवाड़ा आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। पखवाड़े के दौरान आयोजित होने वाले शिविरों की जानकारी ग्रामीणों को देने के लिए उन्होंने प्रत्येक ग्राम पंचायतों में कोटवारों के माध्यम से मुनादी कराने के भी निर्देश दिए हैं।
राजस्व पखवाड़े के दौरान आयोजित होने वाले शिविरों में प्राप्त होने वाले आवेदनों जैसे- फौती, नामांतरण एवं बटवारा, अभिलेख त्रुटि सुधार के प्रकरणों का मौके पर ही आनलाईन अपलोड कर हल्का पटवारी द्वारा प्रतिवेदन, पंचनामा कर प्रविष्टि एवं मौके पर ही नोटिस ईश्तहार जारी कर पक्षकारों को तामिली कराकर निराकरण करने को कहा गया है। शिविर स्थल पर ही बी-1, खसरा एवं किसान किताब के प्राप्त आवेदनों का निराकरण किया जाएगा।
इसी तरह आय, जाति, निवास प्रमाण-पत्र संबंधी समस्त आवेदनों का शिविर स्थल पर ही लोक सेवा केन्द्र के माध्यम से आनलाईन प्रविष्टि एवं समय-सीमा में शत-प्रतिशत निराकरण करने के निर्देश दिए गए हैं। शिविर में प्राप्त होने वाले आवेदनों एवं उन पर की गई कार्यवाही की जानकारी प्रत्येक दिवस निर्धारित प्रपत्र में कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग अविनाश चंपावत से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्व पखवाड़ा के अंतर्गत राजस्व न्यायालय से संबंधित लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत लोक सेवाओं की अदायगी के लिए समय-सीमा में कार्यवाही की जाएगी। इसी तरह अविवादित नामांतरण और खाता विभाजन, सीमांकन, व्यपवर्तन, वृक्ष कटाई का समय-सीमा के बाहर प्रकरणों तथा सभी राजस्व न्यायालय में शून्य आदेश पत्र वाले प्रकरणों का 15 जुलाई तक शत-प्रतिशत निराकरण करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके साथ ही नगरीय क्षेत्रों के सीमांकन प्रकरणों का भी पूर्ण निराकरण किया जाना है। विवादित नामांतरण, विवादित खाता विभाजन और धारा 115 अंतर्गत अभिलेख त्रुटि हेतु आवेदन प्राप्त कर तथा इसके लिए जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए 31 जुलाई 2024 तक शत-प्रतिशत निराकरण सुनिश्चित किया जाए। निराकरण नहीं करने वाले राजस्व अमले पर अनुशासनात्मक कार्यवाही किया जाएगा।
राजस्व विभाग के सचिव के अनुसार इसी तरह सभी राजस्व न्यायालय में दर्ज ऐसे प्रकरण जिनकी सुनवाई तिथि अद्यतन नहीं है, उनका शत-प्रतिशत सुनवाई तिथि अद्यतन किया जाना सुनिश्चित करेंगे। जनहानि-पशुहानि, फसल क्षति से संबंधी आर.बी.सी. 6-4 के तहत प्राप्त आवेदनों का त्वरित निराकरण करना सुनिश्चित करें। राजस्व अधिकारी अधीनस्त टेबल का निरीक्षण कर निरीक्षण प्रतिवेदन 15 जुलाई तक कलेक्टर को उपलब्ध कराना। राजस्व पखवाड़ा में भू-अर्जन संबंधी प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण तथा भू-अर्जन के प्रकरणों में लिये गये सेवा शुल्क की जानकारी अद्यतन किया जाना सुनिश्चित करें।
राजस्व पखवाड़ा में भू-अभिलेख संबंधी कार्यों के अंतर्गत स्वामित्व योजनांतर्गत भारतीय सर्वेक्षण विभाग से प्राप्त मैप-02 का 31 जुलाई 2024 तक प्रारंभिक प्रकाशन किया जाना है। इसी तरह कोटवारो द्वारा विक्रय की गई कोटवारी और सेवाभूमि के विरूद्ध 31 जुलाई 2024 तक समुचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। वार्षिकी कृषि सांख्यिकी सारणी तथा ऋतु एवं फसल प्रतिवेदन (जिंसवार) वर्ष 2023-24 का 15 जुलाई 2024 तक शत-प्रतिशत जानकारी उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें।
अभिलेख शुद्धता के अंतर्गत संकलन के लिए शेष खसरा, विलोपन योग्य संदिग्ध खसरा, शून्य रकबा वाले खसरा, भूमिस्वामी विहीन खसरा, भूमिस्वामी के विवरण में स्पेशल कैरेक्टर युक्त खसरा, संयुक्त खातेदार का नाम पृथक-पृथक दर्ज न होकर एक साथ दर्ज होने, त्रुटिपूर्ण खसरा, भूमिस्वामी क्रमांक निर्धारण के लिए शेष खसरा की संख्या अंतर्गत 31 जुलाई 2024 तक शत-प्रतिशत निराकरण किया जाना सुनिश्चित करें। नक्शा बटांकन अंतर्गत जुलाई माह में प्रत्येक तहसील में 05 प्रतिशत की प्रगति करना अनिवार्य है तथा भूमिस्वामी के खातों में आधार, मोबाईल नं. किसान किताब एवं जेण्डर की प्रविष्टि 31 जुलाई 2024 तक शत-प्रतिशत करना सुनिश्चित किया जाए।
बिलासपुर। ठगी के नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। कब किस बात पर किस माध्यम से ठगी हो जाए कहा नहीं जा सकता है। इसी तरह का एक मामला क्रिप्टो करंसी ट्रेडिंग का आया है। इंजीनियर से 10 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। क्रिप्टो करंसी ट्रेडिंग में फायदे का लालच देकर ठगी की घटना को अंजाम दिया गया है।
क्रिप्टो करंसी ट्रेडिंग में फायदे का लालच देकर ठगी की घटना को अंजाम दिया गया है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी टेलीग्राम एप ग्रुप पर ट्रेडिंग सिखाता था। शुरूआत में छोटा फायदा दिखा कर झांसे में लिया गया।
अलग-अलग बहानों से इंजीनियर से 10 लाख 88 हजार रुपए ले लिया गया। रकम वापस न आने पर इंजीनियर को ठगी का एहसास हुआ। पूरा मामला सकरी थाना क्षेत्र का है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है।
0 छत्तीसगढ़ शासन के गृह (पुलिस) विभाग के संयुक्त सचिव अभिजीत सिंह ने जारी किया आदेश
रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन ने 2 आईपीएस अफसरों को प्रमोट कर एडीजी से डीजी बनाया है। छत्तीसगढ़ शासन के गृह (पुलिस) विभाग के संयुक्त सचिव अभिजीत सिंह ने 2 जुलाई को एक आदेश जारी कर 1992 बैच के IPS अरुणदेव गौतम और 1994 बैच के IPS हिमांशु गुप्ता को ADG से DG पद पर पदोन्नति दी है।
आईपीएस अरुणदेव गौतम
गौरतलब है कि आईपीएस अरुण देव गौतम छत्तीसगढ़ कैडर के 1992 बैच के आईपीएस है। वे मूलतः उत्तरप्रदेश के रहने वाले है। छत्तीसगढ़ में कई महत्वपूर्ण पोस्टिंग में रहने वाले अरुण देव वर्तमान में गृह जेल एवं परिवहन विभाग के सचिव है। वे संयुक्त राष्ट्र पदक व राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित हो चुके है।
आईपीएस हिमांशु गुप्ता
आईपीएस हिमांशु गुप्ता छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस है। वे मूलतः राजस्थान राज्य के जयपुर के रहने वाले है। वर्तमान में एडीजी स्तर के आईपीएस अफसर हैं। दुर्ग आईजी रहते उनका एडीजी के पद पर प्रमोशन हुआ था।
एडीजी बन जाने के बाद भी सरकार ने उन्हें चार माह तक दुर्ग रेंज का आईजी बना कर रखा था। वर्तमान में एडीजी प्रशासन है। इससे पूर्व वे सरगुजा के IG भी रह चुके हैं।
To provide the best experiences, we use technologies like cookies to store and/or access device information. Consenting to these technologies will allow us to process data such as browsing behavior or unique IDs on this site. Not consenting or withdrawing consent, may adversely affect certain features and functions.
Functional
Always active
The technical storage or access is strictly necessary for the legitimate purpose of enabling the use of a specific service explicitly requested by the subscriber or user, or for the sole purpose of carrying out the transmission of a communication over an electronic communications network.
Preferences
The technical storage or access is necessary for the legitimate purpose of storing preferences that are not requested by the subscriber or user.
Statistics
The technical storage or access that is used exclusively for statistical purposes.The technical storage or access that is used exclusively for anonymous statistical purposes. Without a subpoena, voluntary compliance on the part of your Internet Service Provider, or additional records from a third party, information stored or retrieved for this purpose alone cannot usually be used to identify you.
Marketing
The technical storage or access is required to create user profiles to send advertising, or to track the user on a website or across several websites for similar marketing purposes.