Sunday, January 12, 2025
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भाजपा नेता की भतीजी की होटल बेबीलोन में हत्या, युवक की रेलवे ट्रैक पर मिली लाश, दोनों ने होटल में साथ बिताए थे 5 घंटे, CCTV फुटेज आया सामने

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0 युवक और युवती थे अंबिकापुर के रहनेवाले, युवती के नाम से होटल में बुक था कमरा नंबर 416, युवती की हत्या करने के बाद युवक द्वारा आत्महत्या करने की सामने आ रही बात

रायपुर। रायपुर के डब्ल्यूआरएस कॉलोनी से लगे रेलवे ट्रैक पर 7 जुलाई को एक युवक की सर कटी लाश मिली। सूचना पर गंज थाना पुलिस मामले की जांच कर ही रही थी कि होटल बेबीलोन के कमरा नंबर 416 में एक युवती की लाश मिलने की सूचना मिली। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो युवती का शव फर्श पर पड़ा हुआ था। बगल में ही चाकू भी पड़ा था। पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि युवक और युवती दोनों अंबिकापुर के निवासी हैं। इससे पुलिस को यह समझते देर नहीं लगी कि मामला प्रेम प्रसंग का है। पूरी संभावना जताई जा रही है कि युवक ने पहले युवती की हत्या की होगी इसके बाद ट्रेन से कटकर जान दे दी होगी।

रायपुर की गंज थाना पुलिस ने जब अपनी जांच आगे बढ़ाई तो पता चला कि अंबिकापुर निवासी युवती वाणी गोयल ने अपने नाम से होटल बेबीलोन में कमरा नंबर 416 बुक कराया था। वह कैब बुक कर अपने सरस्वतीनगर के मारुति लाइफ स्टाइल स्थित घर से होटल पहुंची थी। यहां विशाल पहले से मौजूद था।

होटल का CCTV चेक करने पर पता चला कि वाणी गोयल अंबिकापुर के ही युवक विशाल गर्ग (जिसकी लाश रेलवे ट्रैक पर मिली) के साथ 6 जुलाई की दोपहर 1 बजकर 39 मिनट पर होटल में दाखिल हुई थी। दोनों करीब 5 घंटे तक कमरे में साथ थे।

इसके बाद CCTV फुटेज में युवक अकेला होटल से निकलता दिखाई दिया। ऐसे में यह पूरी संभावना व्यक्त की जा रही है कि वाणी और विशाल के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ होगा और विशाल ने उसकी हत्या कर दी होगी, फिर ट्रेन से कटकर जान दे दी होगी।

भाजपा सूरजपुर जिलाध्यक्ष की थी भतीजी

बताया जा रहा है की वाणी गोयल भाजपा सूरजपुर जिला अध्यक्ष बाबूलाल गोयल की भतीजी थी। वह अंबिकापुर में रहती थी। वह रायपुर में रहकर 21 दिनों का होटल मैनेजमेंट से जुड़ा कोई कोर्स कर रही थी। 6 जुलाई को उसने परिजन को बताया था कि वह दोस्तों के साथ लंच करने होटल जा रही है।

जब शाम तक वह घर नहीं लौटी तो परिजनों ने उसे कॉल किया लेकिन फोन पर बात नहीं हो सकी। बात में युवती का मोबाइल महाराष्ट्र में मिला। आशंका जताई जा रही है कि हत्या करने के बाद विशाल उसका मोबाइल अपने साथ ले गया होगा और सुसाइड करने से पहले किसी ट्रेन में फेंक दिया होगा।

युवती के गले पर चाकू से कई वार के निशान

वाणी गोयल की लाश होटल बेबीलोन के जिस कमरा नंबर 416 में मिली, उसके लाश के पास ही फल काटने वाला एक चाकू भी पड़ा हुआ था। ऐसे में यह बात भी सामने आ रही है कि दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ होगा।

फिर युवक ने उसका किसी कपड़े से गला घोंट दिया होगा, फिर चाकू से गले पर कई बार कर हत्या कर दी होगी। युवती की लाश अर्धनग्न हालत में थी।

परिजनों ने होटल में की तोड़फोड़

बताया जा रहा है कि वाणी गोयल के परिजनों को उसके होटल बेबीलोन में होने की सूचना उसी दिन मिल गई थी। उन्होंने सरस्वती नगर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। पुलिस ने उसका मोबाइल ट्रेस किया तो होटल बेबीलोन में लोकेशन मिला था।

6 जुलाई की शाम करीब 7 बजे परिजन होटल में पहुंचे थे, यहां उन्होंने होटल प्रबंधन से उसके बारे में पूछताछ की तो उन्होंने कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया। बाद में जब युवती की लाश मिली तो गुस्साए परिजनों ने होटल में जमकर तोड़फोड़ मचाई।

ऐसी हिमाकत.. कि कोर्ट परिसर में जज के सामने ही पैरवी कर रहे वकील पर कर दिया हमला

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Raigarh incident crime court premises judge clerk lawyer attack
Raigarh incident crime court premises judge clerk lawyer attack

क्लर्क गोविंद प्रधान के ऊपर उसकी पत्नी ने भरण-पोषण का मुकदमा दायर किया हुआ है, जिसकी पैरवी वरिष्ठ अधिवक्ता आशीष मिश्रा कर रहे हैं

रायगढ। प्रदेश में एक ऐसा मामला आया है जहां कोर्ट परिसर में न्यायाधीश के सामने ही पैरवी कर रहे वकील पर हमला कर दिया गया। सूचना पर कोर्ट परिसर में सारे वकीलों की भीड़ लग गई। यह घटना रायगढ़ न्यायालय परिसर में सुनवाई के दौरान हुई।

जानकारी अऩुसार कोर्ट के क्लर्क ने ही वकील पर हमला कर दिया। एसडीएम कार्यालय में पदस्थ क्लर्क गोविंद प्रधान ने मुकदमे की सुनवाई के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता आशीष मिश्रा पर हमला कर दिया। इस दौरान अधिवक्ता के जूनियर्स ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि पूरी घटना न्यायाधीश के सामने ही हुई।

इधर घटना पर वकीलों ने नाराजगी जाहिर की और कार्रवाई की मांग की है। बताया गया कि क्लर्क गोविंद प्रधान के ऊपर उसकी पत्नी ने भरण-पोषण का मुकदमा दायर किया हुआ है, जिसकी पैरवी वरिष्ठ अधिवक्ता आशीष मिश्रा कर रहे हैं। मुकदमे की सुनवाई के दौरान गोविंद प्रधान ने अधिवक्ता के साथ दुर्व्यवहार करने पर उतारू हो गया।

जुनियरों ने क्लर्क को समझाने का प्रयास किया पर वह हमला कर दिया। इससे कोर्ट का काम बाधित हो गया। इस मामले में न्यायालय की ओर से ज्ञापन जारी किया गया है। हमले की घटना की जानकारी मिलते ही अधिवक्ता एकजुट हो गए और गोविंद पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।

चक्रधरनगर पुलिस ने गोविंद प्रधान को हिरासत में ले लिया है और नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। गोविंद प्रधान ने मुकदमे के दौरान न्यायालय में स्वीकार किया कि उसने दूसरा विवाह कर लिया है। वरिष्ठ अधिवक्ता आशीष मिश्रा ने इस पर जिला कलेक्टर से प्रशासनिक कार्रवाई की मांग की गई है।

बता दें कि क्लर्क प्रधान दो साल पूर्व भी अधिवक्ताओं द्वारा भ्रष्ट बाबुओं के खिलाफ चलाए जा रहे आंदोलन के दौरान अपने दुर्व्यवहार और कटु वचनों के लिए जाना जाता है। वरिष्ठ अधिवक्ता आशीष मिश्रा ने गोविंद के इस कृत्य के लिए कांग्रेस शासन के दौरान उसे बढ़ावा देने को जिम्मेदार ठहराया है। चक्रधरनगर पुलिस अपराध दर्ज कर कार्रवाई में लगी है।

यूक्रेन से MBBS कर कोरबा में इंटर्नशिप कर रहा था, एक समारोह से लौटते समय हाइवा से स्कूटी टकराई और मौत हो गई

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Janjgir-Champa accident, Hiva Scooty collided, death
Janjgir-Champa accident, Hiva Scooty collided, death

नेशनल हाइवे 49 पर सड़क किनारे अंधेरे में बिना इंडिकेटर जलाए हाइवा खड़ा किया गया था

जांजगीर-चांपा। अगर समय आ गया है तो मौत खींच कर ले ही जाती है.. ऐसा ही मामला सामने आया है.. जहां यूक्रेन से MBBS कर लौटा एक युवक कोरबा में इंटर्नशिप कर रहा था, कि वह बड़े हादसे का शिकार हो गया। जांजगीर-चांपा जिले के नेशनल हाइवे 49 पर सड़क किनारे खड़े हाइवा से उसकी स्कूटी टकरा गई औऱ उसकी जान चली गई।

घटना के संबंध में पुलिस ने बताया कि युवक अफरीद गांव से जांजगीर आ रहा था, तभी हादसे का शिकार हो गया। घटना सारागांव थाना क्षेत्र के अफरीफ और हाथनेवार के पास हुआ है। जानकारी अनुसार युवक चनद्रभान लाठिया (33) जो यूक्रेन से एमबीबीएस की पढ़ाई कर कोरबा जिले के अस्पताल में इंटर्नशिप कर रहा था।

रात को अफरीद गांव में अपने रिश्तेदार की शादी में शामिल होने गया था। वहां से रात में जांजगीर लौटते समय दुर्घटना का शिकार हो गया। नेशनल हाइवे 49 पर सड़क किनारे खड़े हाइवा के पीछे स्कूटी टकरा गई और युवक की मौत हो गई। इस दौरान स्कूटी पूरी तरह से टूट-फूट गई और युवक स्कूटी से 20 मीटर दूर सड़क के बीच जाकर मुंह के बल गिर गया।

इस दुर्घटना में युवक का चेहरा, सिर, सीना और अन्य जगहों में गंभीर चोट लगने से मौके पर उसकी मौत हो गई। मामले पर परिजन का आरोप है कि चालक ने सड़क किनारे हाइवा खड़ी कर कोई भी साइड लाइट नहीं जलाया था, जिससे यह हादसा हुआ है। परिजनों के मुताबिक चंद्रभान 30 जून को ही इंटर्नशिप खत्म किया था। 8 जुलाई को मेडिकल के लाइसेंस के लिए उसे रायपुर जाना था।

घटना की जानकारी मिलते ही सारागांव पुलिस मौके पर पहुंच कर शव बरामद किया। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। हाइवा जप्त कर परिजनों की शिकायत पर चालक पर मामला दर्ज किया गया है।

पहले मैच में हार का टीम इंडिया ने लिया बदला, टी-20 में 100 रन से जिम्बॉब्वे को हराया

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Sports Cricket Harare 2nd T20 Match India Zimbabwe
Sports Cricket Harare 2nd T20 Match India Zimbabwe
0 रविवार को भारत-जिम्बॉब्वे के बीच दूसरे टी20 मुकाबले में भारतीय टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया

हरारे। रविवार को भारत-जिम्बॉब्वे के बीच खेले गए दूसरे टी20 मुकाबले में टीम इंडिया ने जिम्बॉब्वे को 100 रन के बड़े अंतर से हराकर अपनी पिछली हार का बदला लिया है। भारतीय बल्लेबाजों ने 20 ओवर में 234 रन बनाए।

हरारे स्पोर्ट्स क्लब में हुए मैच में शुभमन गिल 2 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद अभिषेक शर्मा ने तूफानी शतक ठोका। वह 46 गेंद पर 100 रन की पारी खेलकर आउट हुए। अभिषेक शर्मा टी20 में भारत के लिए तीसरा सबसे तेज शतक बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं, उन्होंने पारी में 7 चौके और 8 छक्के लगाए। इस पारी में उनका स्ट्राइक रेट 212.76 का रहा।

खेल की बेहद खराब शुरुआत
उधर, जिम्बॉब्वे की शुरुआत अच्छी नहीं रही और एक समय 5 ओवर में महज 48 रन पर उसके 4 प्रमुख बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। फिलहाल जिम्बॉब्वे ने 14वें ओवर में 91 रन बना लिए हैं, हालांकि उसके 7 विटेक गिर चुके हैं। भारत की ओर से मुकेश कुमार, आवेश खान ने 2-2 विकेट झटके हैं, जबकि रवि बिश्नोई और वॉशिंगटन सुंदर को एक-एक सफलता मिल चुकी है।

टीम इंडिया ने शानदार पारी खेली
ऋतुराज गायकवाड़ ने 38 गेंद पर अर्धशतक लगाया। उन्होंने 47 गेंद पर 77 रन की पारी खेली। जिसमें 11 चौके और एक छक्का लगाया। रिंकू सिंह ने 22 गेंद पर 48 रन बनाए। पारी में 2 चौके और 5 छक्के लगाए। ऋतुराज और रिंकू में 36 गेंद पर 86 रन की साझेदारी हुई। जिम्बॉब्वे को अभिषेक शर्मा और ऋतुराज गायकवाड़ के दो-दो कैच छोड़ना भारी पड़ा। दोनों ने अच्छी पारियां खेली और भारत को बड़े लक्ष्य तक पहुंचा दिया।

भारत की प्लेइंग इलेवन
शुभमन गिल (कप्तान), बी साई सुंदर्शन, अभिषेक शर्मा, रुतुराज गायकवाड़, रियान पराग, रिंकू सिंह, ध्रुव जुरेल (विकेट कीपर), वाशिंगटन सुंदर, रवि बिश्नोई, आवेश खान, मुकेश कुमार।

जिम्बाब्वे की प्लेइंग इलेवन
तादिवानाशे मारुमानी, इनोसेंट काइया, ब्रायन बेनेट, सिकंदर रजा (कप्तान), डायोन मायर्स, जॉनाथन कैंपबेल, क्लाइव मडेंडे (विकेट कीपर), वेस्ली मधेवेरे, ल्यूक जोंगवे, ब्लेसिंग मुजारबानी, तेंदई चतारा।

देश में बढ़ता खतरा.. दिमाग खाने वाले संक्रमण का फैलाव.. अब तक 22 लोगों की हो चुकी है मौत

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health infection disease brain eating amoeba death aiims kerala
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चिकित्सा जगत के अनुसार इस बीमारी की अब तक कोई दवा नहीं बन पाई है

केरल। स्वास्थ्यगत नई परेशानियां सामने आने लगी है। एक नए संक्रमण का पता चला है जिसका देश में खतरा बढ़ता जा रहा है। यह मामला केरल व चंडीगढ़ में सामने आया है। इसके संक्रमण से लगभग 22 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके लक्ष्ण के अनुसार दो सप्ताह के अंतर में यह दिमाग में सूजन पैदा कर देता है जिसके कारण मरीज की मौत हो जाती है।

इस साल केरल में इस बीमारी से हाल ही में तीसरी मौत हुी है। हालांकि इससे पहले भी देश के अनेक अस्पतालों में अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस बीमारी के मामले सामने आते रहे हैं। केंद्र सरकार के एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) के मुताबिक, अब तक केरल से लेकर हरियाणा और चंडीगढ़ तक 22 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से छह मौत 2021 के बाद दर्ज की गईं।

जानकारी अनुसार केरल के कोझिकोड में दिमाग खाने वाले अमीबा ने एक 14 साल के बच्चे की जान ले ली। मृदुल नाम का यह लड़का एक छोटे तालाब में नहाने गया जिसके बाद वह संक्रमित हुआ। इस बीमारी को अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस (पीएएम) नाम से जानते हैं जो नेगलेरिया फाउलेरी नामक अमीबा की वजह से होती है।

बताया गया कि जब पानी के जरिये यह अमीबा शरीर में पहुंचता है तो महज चार दिन के अंदर यह इंसान के नर्वस सिस्टम यानी दिमाग पर वार करना शुरू कर देता है। केरल में पहला मामला 2016 में सामने आया तब से अब तक यहां आठ मरीज मिले हैं और सभी की मौत हुई है।

नई दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, साल 2019 तक देश में इस बीमारी के 17 मामले सामने आए लेकिन कोरोना महामारी के बाद कई तरह के संक्रमणों में उछाल देखने को मिला है। इसलिए शायद अचानक से बढ़ी इस बीमारी के पीछे यह एक कारण हो सकता है।

26 मई 2019 को हरियाणा में एक आठ माह की बच्ची में यह बीमारी सामने आई। आईसीएमआर की डॉ. निवेदिता बताती हैं कि अभी तक इस बीमारी की कोई दवा या फिर बचाव के लिए टीका मौजूद नहीं है। बावजूद इसके भारत में अब तक सात मरीजों को मौत से बचाया गया है।

इसके लिए अलग-अलग तरह की एंटीबायोटिक देकर इलाज किया जाता है जिसके लिए समय पर बीमारी का पता चलना बहुत जरूरी है। सिरदर्द, ज्वर, मतली और उल्टी आना इसके प्रारंभिक लक्षण हैं जिनके बाद गर्दन में अकड़न, भ्रम, दौरे, मतिभ्रम और आखिर में कोमा की स्थिति देखी जाती है। लक्षण मिलने के 18 दिन के भीतर मरीज की मौत हो सकती हैै।

उन्होंने यह भी बताया कि इलाज के बाद भी 97 प्रतिशत की दर्ज मृत्यु दर के साथ नेगलेरिया फाउलेरी संक्रमण से बचने की संभावना कम रहती है। पूरी दुनिया इसकी चपेट में : 2019 में जारी दिल्ली एम्स के एक अध्ययन में माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. बिजय रंजन ने यह बताया कि संक्रमण की दुर्लभता के बावजूद दुनिया भर में 400 से ज्यादा मामले सामने आए हैं।

1968 से 2019 तक अकेले अमेरिका में 143 मरीज मिले, जिनमें 139 की मौत हुई। पाकिस्तान में 2008 से 2019 तक 147 मरीज मिले। वहीं यूरोप में 24 और आॅस्ट्रेलिया में 19 मामले मिले हैं। अगर एशिया की बात करें तो अकेले सबसे ज्यादा मामले पाकिस्तान, भारत और थाईलैंड में मिले हैं।

…ये है दावा
साल 2015 में पहली बार नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डॉक्टरों ने यह पता लगाया कि उत्तर भारत की मिट्टी में कई तरह का अमीबा मौजूद है जिनमें से नेगलेरिया फाउलेरी है जो अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस बीमारी का कारण है। डॉक्टरों ने साल 2012 से 2013 के बीच हरियाणा के रोहतक और झज्जर के 107 जलाशयों की जांच में इसका पता लगाया। 107 पानी के नमूनों में से 43 (40%) नमूनों में अमीबा मिला।

ऐसी जांच से बचें
दिल्ली एम्स के मुताबिक, पारंपरिक सूक्ष्म जीव विज्ञानी जांच में अक्सर इस बीमारी का पता नहीं चल पाता है। इसलिए पीसीआर के जरिए जल्द ही बीमारी की पहचान हो सकती है। इसे साबित करने के लिए दिल्ली एम्स ने देश का पहला अध्ययन अक्तूबर 2020 में प्रकाशित किया जिसमें 307 मरीज की पारंपरिक जांच में कोई भी इस बीमारी से संक्रमित नहीं मिला लेकिन पीसीआर जांच में तीन मरीज सामने आए।

ऐसे शरीर में प्रवेश करता है अमीबा
दिल्ली एम्स के वरिष्ठ डॉ. शरत कुमार बताते हैं कि मिट्टी से होता हुआ यह नदी या तालाब में पहुंचता है जिसके संपर्क में, नहाने या फिर गोता लगाने से यह अमीबा नाक और मुंह के जरिये इन्सान के शरीर तक पहुंचता है। यह तंत्रिका के माध्यम से मस्तिष्क में चला जाता है जिससे मस्तिष्क के ऊतकों में गंभीर सूजन होती है फिर ये उत्तक नष्ट होने लगते हैं। यह बीमारी कोरोना की तरह एक व्यक्ति से दूसरे में नहीं फैलती।

ऐसे लोगों पर होता है जल्दी अटैक
डॉ. शरत का कहना है कि नेगलेरिया फाउलेरी एकल-कोशिका वाला जीव है। यह बहुत छोटा होता है इसलिए इसे सिर्फ माइक्रोस्कोप से ही देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि भले ही इंसान का शरीर नेगलेरिया फाउलेरी के प्रति संवेदनशील है, फिर भी यह अमीबा संक्रमण अत्यंत दुर्लभ होता है। कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र, नासिका अथवा साइनस की दीर्घकालिक समस्या, गर्म या फिर ताजा जल के संपर्क में आना जैसे कुछ कारक इसकी आशंका को बढ़ा सकते हैं।

अद्भुत… आनंदित.. श्रद्धा से भरी हुई भगवान जगन्नाथ जी की रथयात्रा है बेहद रोचक और आश्चर्य से भरा हुआ

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Sanatan Dharma Faith Belief Jagannathpuri Lord Jagannath Rath Yatra
Sanatan Dharma Faith Belief Jagannathpuri Lord Jagannath Rath Yatra

जगन्नाथपुरी भारत के चार धामों में से एक है जहां आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से पुरी की रथयात्रा शुरू होती है

खबर-नवीस/धर्म डेस्क। आज से जगत के नाथ भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा शुरू हुई। अद्भुत.. आनंदित.. श्रद्धा से भरी हुई भगवान जगन्नाथ की रथ से जुड़ी यात्रा भी बेहद रोचक है। हम इससे जुड़ी कुछ खास बातें बता रहे हैं। आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से पुरी की रथयात्रा शुरू होती है। हर साल आषाढ़ माह में ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ यात्रा निकाली जाती है।जगन्नाथपुरी भारत के चार धामों में से एक है।

श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रसिद्ध हिंदू मंदिर जो भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है। इस सुप्रसिद्ध मंदिर को धरती का वैकुंठ भी कहा जाता है। वहीं, इस स्थान को नीलांचल, नीलगिरी और शाकक्षेत्र जैसे नामों से भी जाना जाता है। इस साल पुरी की जगन्ननाथ यात्रा 7 जुलाई, रविवार से शुरू हुई है। इस रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ का रथ, देवी सुभद्रा का रथ और भगवान बलभद्र का रथ निकाला जाता है। यहां हम बता रहे हैं भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम और बहन सुभद्रा का रथ होता है।

रथों की विशेषताएं..
हर साल पुरी की रथयात्रा आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को प्रारंभ होती है। इस रथ यात्रा के लिए भगवान श्रीकृष्ण, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र के लिए नीम की लकड़ियों से रथ तैयार किए जाता है। सबसे आगे बड़े भाई बलराम का रथ, बीच में बहन सुभद्रा और पीछे जगन्नाथ श्रीकृष्ण का रथ होता है। इन तीनों रथों के अलग-अलग नाम व रंग होते हैं।

हर रथ का अलग महत्व
बलराम जी के रथ को तालध्वज कहा जाता है और इसका रंग लाल और हरा होता है। देवी सुभद्रा के रथ को दर्पदलन या पद्मरथ कहा जाता है और यह रथ काले या नीले रंग का होता है। भगवान जगन्नाथ का रथ नंदिघोष या गरुड़ध्वज कहलाता है और यह रथ पीले या लाल रंग का होता है। नंदिघोष की ऊंजाई 45 फीट होती है, तालध्वज 45 फीट ऊंचा और देवी सुभद्रा का दर्पदलन पथ तकरीबन 44.7 फीट ऊंचा होता है।

तीन किलोमीटर दूर गुंडीचा मंदिर तक यात्रा
जगन्नाथ रथ यात्रा जगन्नाथ मंदिर से शुरू होकर 3 किलोमीटर दूर गुंडीचा मंदिर पहुंचती है। मान्यतानुसार इस स्थान को भगवान जगन्नाथ की मौसी का घर कहा जाता है। एक मान्यता यह भी है कि विश्वकर्मा द्वारा इसी स्थान पर तीनों प्रतिमाओं का निर्माण किया गया था और यह भगवान जगन्नाथ की जन्मस्थली है। यहीं तीनों देवी- देवता 7 दिनों के लिए विश्राम करते हैं। आषाढ़ माह के दसवें दिन विधि-विधान से रथ मुख्य मंदिर की ओर प्रस्थान करते हैं। वापसी की यात्रा को बहुड़ा कहा जाता है।

आषाढ़ मास.. गुप्त नवरात्र पर्व.. मां से कृपा पाने का विशेष समय..

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Ashadh month Gupt Navratri festival special worship of Mother Goddess
Ashadh month Gupt Navratri festival special worship of Mother Goddess

(01) सनातन धर्म के अनुसार वर्ष में 4 नवरात्रि आती हैं जिसमें दो प्रत्यक्ष और दो अप्रत्यक्ष। इस दौरान मां दुर्गे की 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है।

“सर्व मंगल मांगल्ये, शिवे सर्वार्थ साधिके,
शरण्ये त्र्यंबके गौरी, नारायणी नमोस्तुते,

”नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्
छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामी शनैश्चरम्”

अर्थ- जो नीले और काले पर्वत की तरह चमकिला है, सूर्य के पुत्र और यम के बड़े भाई छाया उनकी माँ और मार्तण्ड (सूर्य) के पुत्र , ऐसे शनिदेव को मैं नमन करता हूँ।

खबर-नवीस/धर्म डेस्क। आषाढ मास में मनाई जाने वाली गुप्त नवरात्रि इस बार प्रतिपदा 6 जुलाई शनिवार से शुरू हुई है जो 15 जुलाई सोमवार तक रहेगी। इस बार नवरात्रि का पर्व 10 दिन मनाया जाएगा। पुराणों की मान्यता के अनुसार गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गे की 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है।

वर्ष में 4 नवरात्रि आती हैं जिसमें दो प्रत्यक्ष और दो अप्रत्यक्ष। बता दें, अप्रत्यक्ष नवरात्रि को ही गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। प्रत्यक्ष तौर पर चैत्र और आश्विन की महीने में मनाई जाती हैं, और अप्रत्यक्ष यानी कि गुप्त आषाढ़ और माघ मास में मनाई जाती हैं।

साधना के लिए साधक चले जाते हैं गुप्त स्थान पर
गुप्त नवरात्रि में साधक गुप्त साधनाएं करने शमशान व गुप्त स्थान पर जाते हैं। नवरात्रों में लोग अपनी आध्यात्मिक और मानसिक शक्तियों में वृद्धि करने के लिये अनेक प्रकार के उपवास, संयम, नियम, भजन, पूजन योग साधना आदि करते हैं। सभी नवरात्रों में माता के सभी 51 पीठों पर भक्त विशेष रूप से माता के दर्शनों के लिये एकत्रित होते हैं। माघ एवं आषाढ मास की नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहते हैं, क्योंकि इसमें गुप्त रूप से शिव व शक्ति की उपासना की जाती है, जबकि चैत्र व शारदीय नवरात्रि में सार्वजनिक रूप में माता की भक्ति करने का विधान है। आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि में जहां वामाचार उपासना की जाती है। वहीं माघ मास की गुप्त नवरात्रि में वामाचार पद्धति को अधिक मान्यता नहीं दी गई है। ग्रंथों के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष का भी विशेष महत्व है।

जयन्ती मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु ते।

“सर्वाबाधाविनिर्मुक्तो धनधान्यसुतान्वित:।
मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशय: ॥”

प्रत्यक्ष फल देते हैं गुप्त नवरात्र
गुप्त नवरात्र में दशमहाविद्याओं की साधना कर ऋषि विश्वामित्र अद्भुत शक्तियों के स्वामी बन गए। उनकी सिद्धियों की प्रबलता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने एक नई सृष्टि की रचना तक कर डाली थी। इसी तरह, लंकापति रावण के पुत्र मेघनाद ने अतुलनीय शक्तियां प्राप्त करने के लिए गुप्त नवरात्रों में साधना की थी।शुक्राचार्य ने मेघनाद को परामर्श दिया था कि गुप्त नवरात्रों में अपनी कुलदेवी निकुम्बाला की साधना करके वह अजेय बनाने वाली शक्तियों का स्वामी बन सकता है… गुप्त नवरात्र में दस महाविद्याओं की साधना की जाती है।

अजब-गजब: पीएम आवास की पहली किश्त खाते में आते ही 11 महिलाएं प्रेमी संग हो गईं फरार, दूसरी किश्त न भेजने पतियों ने लगाई गुहार

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0 शासन द्वारा महिलाओं के खाते में पीएम आवास योजना के तहत बन रहे आवास की पहली किश्त के डाले गए थे 40-40 हजार रुपए

उत्तर प्रदेश। यूपी के महाराजगंज जिला अंतर्गत निचलौल ब्लॉक से एक अनोखा मामला सामने आया है। यह बात जो भी सुन रहा है, वह हैरान है। दरअसल सरकार द्वारा पीएम आवास योजना की पहली किश्त के 40-40 हजार रुपए महिलाओं के खाते में डाले गए थे। खाते में पैसे आने के बाद 11 महिलाएं अपने प्रेमियों के साथ फरार हो गईं। इस बात का पता तब चला, जब फरार महिलाओं के पति विभागीय अधिकारियों के पास पहुंचे। उन्होंने पीएम आवास की दूसरी किश्त नहीं भेजने की गुहार लगाई है।

पीएम आवास योजना की पहले किश्त मिलने के बाद फरार होनेवाली 11 महिलाएं निचलौल ब्लॉक के अलग-अलग गांव की हैं। दरअसल अधिकांश पीएम आवास महिला हितग्राहियों के नाम से अलॉट हैं। ऐसे में उनके बैंक अकाउंट में ही किश्त के पैसे सरकार की ओर से भेजे जाते हैं।

इधर पतियों और परिवार के सदस्यों द्वारा योजना की दूसरी किश्त प्रेमियों संग फरार पत्नियों के खाते में नहीं भेजने की गुहार लगाने के बाद विभाग द्वारा पैसे वसूलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

2350 महिलाओं का बन रहा पीएम आवास

पीएम आवास के लिए निचलौल ब्लॉक के कुल 108 गांवों में वर्ष 2023-24 में 2 हजार 350 महिला हितग्राहियों का चयन हुआ था।

इसमें से लगभग 2 हजार से अधिक का आवास पूरा भी हो चुका है। इसी के तहत 11 महिला लाभार्थियों के खाते में भी आवास की पहली किश्त भेजी गई थी।

कायराना हरकत.. नक्सलियों ने किया सुरक्षा बलों पर क्लेमर माइन से हमला, दो जवान घायल

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CG Rajnandgaon Gadchiroli Naxalite incident Morcha jawan clamor mine attack Abujhmad infected with malaria
CG Rajnandgaon Gadchiroli Naxalite incident Morcha jawan clamor mine attack Abujhmad infected with malaria

जवानों की मुस्तैदी की वजह से नक्सलियों द्वारा किया गया ब्लास्ट असफल हो गया। हमले के बाद फोर्स ने तलाशी अभियान चलाया है।

राजनांदगांव। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के नक्सल मोर्चे पर तैनात सी-60 फोर्स के जवानों पर शनिवार सुबह नक्सलियों ने क्लेमोर माइन से हमला कर दिया जिसमें जवानों को मामूली चोंटे आई हैं। नक्सलियों द्वारा किया गया ब्लास्ट पूरी तरह से असफल रहा। इस हमले के बाद इलाके में फोर्स ने अपनी तलाशी अभियान तेज कर दी है।

इस संबंध में नक्सल रेंज डीआईजी अंकित गोयल ने कहा कि आज सुबह नक्सलियों ने हमला किया, लेकिन सभी जवान सुरक्षित हैं। दो जवानों को मामूली चोटें पहुंची हैं। सर्चिंग अभियान के जरिये नक्सलियों की खोजबीन की जा रही है।

मिली जानकारी के मुताबिक आज सुबह लगभग छह बजे गढ़चिरौली के दोधराज थाना क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ सी-60 के जवान सर्चिंग पर निकले थे। उसी दौरान क्लेमोर माइन के जरिये नक्सलियों ने हमला कर दिया। नक्सलियों ने भामरागढ़ के पामुल गौतम ब्रिज के नजदीक इस घटना को अंजाम दिया।

जवानों की सतर्कता के चलते फोर्स को बड़ा नुकसान नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि बारिश शुरू होते ही नक्सलियों की ‘स्माल एक्शन टीम’ सक्रिय हो गई है। इस घटना के पीछे एक्शन टीम का ही हाथ होना माना जा रहा है। अच्छा हुआ कि बड़ी घटना नहीं घटी नहीं तो बड़ा नुकसान हो जाता।

एसटीएफ के 20 जवान मलेरिया से संक्रमित

इधर नक्सल प्रभावित बस्तर जिले में तैनात विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के 20 जवान मलेरिया से संक्रमित पाए गए हैं। दरअसल ये जवान हाल ही में अबूझमाड़ इलाके में नक्सल अभियान में गये हुए थे। अभियान के दौरान अबूझमाड़ के जंगल में मच्छरों के काटने से एसटीएफ के 20 जवान मलेरिया पॉजिटिव पाए गए हैं।

बताया गया है कि बीमार जवानों का उपचार जगदलपुर के अस्पताल में चल रहा है, सभी जवानों की हालत खतरे से बाहर है। इसके अलावा बस्तर संभाग के सुकमा, दंतेवाड़ा बीजापुर, नारायणपुर और कांकेर में भी नक्सल उन्मूलन अभियान से वापस लौटे कुछ जवान मलेरिया पॉजिटिव पाए गये हैं और उन जवानों का भी उपचार स्थानीय जिला अस्पताल में जारी है।

लिया बदला : सोते युवक को दो बार काटा.. तो उन्होंने सांप को तीन बार काट लिया, मर गया सांप

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Surprise incident snake bite, poisonous animal bites young man
Surprise incident snake bite, poisonous animal bites young man

मामला बिहार में सामने आया है। जहां हुई घटना ने लोगों को आश्चर्य में डाल दिया है। सोचने पर मजबूर कर दिया है।

बिहार। जहरीले जीव-जंतुओं के बारिश में निकलने का सिलसिला शुरू हो गया है। ऐसे में कई तरह की घटनाएं सामने आने लगी है। खासकर सांप के काटने के मामले में पीड़ितों की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं सर्प दंश में कई रोचक बातें भी देखने, सुनने को मिल रहे हैं। हालांकि सांप के नाम से ही किसी भी के शरीर में सिहरन पैदा हो जाती है। कहीं सामने सांप दिख जाए तो डर पैदा हो जाता है।

एक मामला बिहार में सामने आया है। जहां हुई घटना ने लोगों को आश्चर्य में डाल दिया है। जो घटना हुई है उसे लेकर सोचने पर मजबूर कर दिया है। युवक के हिम्मत की दाद दी जा रही है, पर इस घटना को सुनकर लोगों के शरीर में सिहरन पैदा हो जा रही है।

जी.. हां.. घटना के अऩुसार यहां सोए हुए एक युवक को जहरीले सांप ने दो बार काट लिया। इस दौरान युवक ने सांप से डरने की बजाय उल्टे सांप को ही उन्होंने तीन बार काट लिया। आश्चर्य की बात ये है कि युवक को कुछ नहीं हुआ, पर सांप मर गया। इस घटना के बाद युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया। युवक सलामत है।

घटना के संबंध में बताया गया कि बिहार के नवादा जिले का रहने वाला संतोष लोहार रेलवे में काम करता है। उसकी लाइन बिछाने की जिम्मेदारी है। चार दिनों पहले रात में संतोष लाइन बिछाने के काम को पूरा करने के बाद अपने बेस कैंप में सो रहा था। इसी दौरान सांप ने उसे काट लिया।

सांप के काटते ही संतोष की नींद खुल गई, तो उसने देखा कि उसे सांप ने काट लिया है। संतोष इस दौरान डरने की बजाय लोहे का सरिया उठाया और उसकी मदद से सांप को पकड़कर उठा लिया, तो सांप ने उसे दोबारा काट लिया। उसके बाद भी संतोष डरा नहीं और उन्होंने उल्टे सांप को ही तीन बार काट लिया। घटना के संबंध में बताया गया कि संतोष ने सांप को इतनी जोर से काटा कि उसकी उसी दौरान मौत हो गई।

उधर जैसे ही इस घटना की जानकारी रेलवे के अधिकारियों को मिली, तो उन्होंने संतोष को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। संतोष ने मीडिया को चर्चा में बताया कि उसके गांव में सांप के जहर से बचने के लिए उल्टे सांप को काटने का टोटका है। उसने बताया कि गांव के लोग कहते हैं कि अगर सांप आपको एक बार काटे, तो आप उसे दो बार काट लें और दो बार काटे तो तीन बार काट लें, इससे आपके शरीर में सांप का ज़हर नहीं फैलेगा, सांप मर जाएगा।

ऐसा आप न करें..
बात बड़ी रोचक है, पर बता दें कि ऐसा करना गलत है, खतरनाक है। संतोष की किश्मत रही कि वह सांप के जहर से बच गया, पर ऐसा होता नहीं है। इससे पहले छत्तीसगढ़ में हाल ही में घटना घटी थी, जिसमें जमीन पर सोते युवक को जहरीले कोबरा ने डर लिया था, युवक ने सांप को चबा डाला था। घटना के बाद सांप के साथ युवक की भी मौत हो गई थी। आपको बता दें कि जब भी सांप काटे तो तत्काल अस्पताल पहुंचें और चिकित्सकीय सहायता लें।