Wednesday, January 15, 2025
Home Blog Page 116

अब शासकीय कर्मचारी भी आरएसएस के कार्यक्रमों में हो सकेंगे शामिल, केंद्र सरकार ने हटाया प्रतिबंध

0
New Delhi Center decides to lift RSS participation ban on government employees
New Delhi Center decides to lift RSS participation ban on government employees

भूकंप, बाढ़ जैसी आपदाओं के समय संघ के स्वयंसेवक अपनी परवाह किए बिना विपरीत परिस्थितियों में लोगों की जान बचाने में बड़ा काम करते रहे हैं

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को देश में कई आपदाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है। उनकी सेवा भावी गतिविधियां हर वर्ग के लिए आरएसएस के सदस्य सहायक होते हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े शासकीय कर्मचारियों के लिए बड़े उत्साह की सूचना है। केंद्र सरकार ने 58 साल पुराने प्रतिबंध को हटा दिया है। ऐसे में अब उन्हें आरएसएस की गतिविधियों में भाग लेने से कोई रोक नहीं सकेगा।

अब सरकारी कर्मचारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधियों में भाग ले सकेंगे। संघ के कार्यक्रमों में शामिल होने की अनुमति उन्हें मिल गई है। इस निर्णय का संघ ने स्वागत किया है। बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने देश में कई आपदाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

भूकंप, बाढ़ जैसी आपदाओं के समय संघ के स्वयंसेवक अपनी परवाह किए बिना विपरीत परिस्थितियों में लोगों की जान बचाने और नुकसान की भरपाई में स्थानीय प्रशासन से भी आगे बढ़कर काम करते रहे हैं। इस फैसले के बाद सरकारी कर्मचारियों के पास संघ की विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने का अवसर होगा, जिससे सामाजिक सेवा के कार्यों में उनकी भागीदारी बढ़ेगी।

दुबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार हुए मशहूर पाकिस्तानी सिंगर राहत फतेह अली खान

0

BOLLYWOOD DESK . मशहूर पाकिस्तानी गायक राहत फतेह अली खान को दुबई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया है। पाकिस्तानी मीडिया के रिपोर्ट्स के अनुसार यह गिरफ्तारी उनके पूर्व मैनेजर सलमान अहमद की शिकायत के बाद हुई है।कहा जा रहा है कि वह दुबई में विभिन्न संगीत कार्यक्रमों में प्रस्तुति देने गए थे। इस दौरान उनके और उनके पूर्व मैनेजर सलमान अहमद के बीच तनाव चल रहा था। सलमान अहमद ने राहत के खिलाफ दुबई और अन्य शहरों में कानूनी मामले दर्ज कराए हैं, जिसके चलते यह गिरफ्तारी हुई है।

कई बॉलीवुड फिल्मों में दी आवाज

राहत फतेह अली खान एक मशहूर सिंगर हैं, जिनकी दुनियाभर में गजब की फैन फॉलोइंग है। उन्होंने अपनी अद्वितीय गायिकी से न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि भारत और दुनियाभर में भी नाम कमाया है। बॉलीवुड में उनके गाए कई गाने आज भी बहुत लोकप्रिय हैं और उनके फैंस उनकी आवाज के दीवाने हैं। राहत फतेह अली खान की गिरफ्तारी की खबर ने उनके फैंस को चिंतित कर दिया है। अब देखना यह होगा कि इस मामले में आगे क्या होता है और राहत फतेह अली खान इस मुश्किल घड़ी से कैसे बाहर निकलते हैं। उनके फैंस उनकी सलामती और जल्द रिहाई की दुआ कर रहे हैं।

दुनियाभर में फैंस फॉलोइंग

राहत फतेह अली खान की गिरफ्तारी ने संगीत जगत में हलचल मचा दी है। पाकिस्तानी मीडिया और उनके फैंस इस घटना पर लगातार नजऱ रखे हुए हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही स्थिति साफ हो जाएगी और राहत फतेह अली खान अपने फैंस के बीच वापस लौटेंगे।

सीजी बोर्ड की द्वितीय अवसर परीक्षा मंगलवार से, नंबर नहीं बढ़े तो पुरानी मार्कशीट ही रहेगी मान्य

0

भिलाई/रायपुर. छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की बोर्ड परीक्षा में जो छात्र उत्तीर्ण नहीं हो पाए थे, उनको दूसरा मौका देने के लिए बोर्ड की द्वितीय अवसर परीक्षा की शुरुआत मंगलवार से होने जा रही है। २३ जुलाई से कक्षा १२वीं की परीक्षाएं शुरू होंगी जो १२ अगस्त तक चलेंगी। इसी तरह कक्षा १०वीं की परीक्षाओं का आगाज २४ जुलाई से होगा। इसके लिए दुर्ग जिले में १२ केंद्र बनाए गए हैं। इनमें दो केंद्र धमधा ब्लॉक में बनाए गए हैं। वहीं सर्वाधिक ७ केंद्र दुर्ग ब्लॉक में हैं। तीन केंद्र पाटन ब्लॉक में बनाए गए हैं। द्वितीय अवसर परीक्षा में जिले से कक्षा १०वीं के २५५० बच्चे शामिल होंगे, वहीं कक्षा १२वीं के १८३७ बच्चे इस इम्तेहान में बैठेंगे। इन परीक्षाओं में शामिल होने वाले बच्चों को पास होने के लिए हर विषय में ३३ अंक लाना होगा। एडमिट कार्ड जारी कर दिए गए हैं।

…तो पहली मार्कशीट ही मान्य

द्वितीय बोर्ड परीक्षा में शामिल छात्रों के नंबर नहीं बदलने की स्थिति में पहली वाली मार्कशीट ही मान्य होगी। बहुत सारे छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण होने के बाद भी अपने नंबर बढ़ाने के लिए अवसर परीक्षा में बैठ रहे हैं। यदि छात्रों के नंबर नहीं बढ़े तो मार्कशीट भी नहीं बदलेगी। छात्र-छात्राएं जिन विषयों की परीक्षा देना चाहे दे सकते हैं। इसमें विषयों की संख्या निर्धारित नहीं की गई है। चाहें तो सभी विषयों की परीक्षाएं भी दोबारा दी जा सकती है। इसमें दुर्ग जिले से कई बच्चे हैं जो बोर्ड की मुख्य परीक्षा के सभी विषयों में उत्तीर्ण हैं, बावजूद इसके अंक वृद्धि के लिए पूरी परीक्षा दोबारा से दे रहे हैं। बता दें कि सीजी बोर्ड ने सप्लीमेंट्री सिस्टम को खत्म का दिया है, अब बच्चों को इसके बाद द्वितीय अवसर परीक्षा का विकल्प दिया गया है।

इस तरह है टाइम-टेबल

कक्षा १२वीं की परीक्षाएं –

  • 23 जुलाई – हिंदी
  • 25 जुलाई – अंग्रेजी
  • 26 जुलाई – संस्कृत
  • 27 जुलाई – इतिहास, व्यवसाय अध्ययन, कृषि विज्ञान एवं गणित, ड्राइंग।
  • 30 जुलाई – भूगोल, भौतिकशास्त्र।
  • 31 जुलाई – समाज शास्त्र।
  • 6 अगस्त – गणित, कप्यूटर एप्लीकेशन, भारतीय संगीत, स्टेनो टाइपिंग।
  • 8 अगस्त – जीव विज्ञान, अर्थशास्त्र, पशुपालन।
  • 10 अगस्त – रिटेल मार्केटिंग मैनेजमेंट, आईटी, ऑटोमोबाइल।
  • 12 अगस्त – मराठी, उर्दू, पंजाबी, सिंधी, गुजराती, तेलुगु आदि।

कक्षा 10वीं की परीक्षाएं –

  • 24 जुलाई – प्रथम भाषा हिंदी।
    26 जुलाई – द्वितीय भाषा अंग्रेजी।
    29 जुलाई – गणित।
    31 जुलाई – विज्ञान।
    2 अगस्त – व्यवसायिक पाठ्यक्रम।
    5 अगस्त – सामाजिक विज्ञान।
    7 अगस्त – तृतीय भाषा संस्कृत।
    8 अगस्त – केवल स्पेशल बच्चों के लिए संगीत व ड्राइंग।

नदी, नाले खतरे के निशान से उपर, मार्ग बंद, सुकमा जिला मुख्यालय से 100 से ज्यादा गांवों का टूटा सम्पर्क

0
1 Bastar Division Sukma Rain, River, Drain, Swell, Road Closed, District Headquarters Contact Lost
1 Bastar Division Sukma Rain, River, Drain, Swell, Road Closed, District Headquarters Contact Lost

एनएच- 30 पर पानी एर्राबोर पुल के ऊपर से बह रहा है, वहीं भारी बारिश से यातायात प्रभावित हुआ है। सड़कों पर गाड़ियों की लाइन लगी हुई है।

सुकमा/नवप्रदेश। बस्तर संभाग में अच्छी बारिश हो रही है। लगातर बारिश से नदी व नाले उफान पर हैं। ऐसे में आम जन-जीवन प्रभावित हुआ है। जिला मुख्यालय का कोंटा ब्लाक सहित 100 से ज्यादा गांवों से सम्पर्क टूट चुका है। यहां देखा जाए तो जिले के अंदरूनी क्षेत्र में आज भी ग्रामीण दसवीं सदी जैसी स्थिति में जीवन-यापन करने के लिए मजबूर हैं।

एनएच- 30 पर भरा पानी एर्राबोर पुल के ऊपर से बह रहा था। वहीं भारी बारिश से यातायात प्रभावित हुआ है। सड़कों पर गाड़ियों की लाइन लगी हुई है। इधर पुलिस प्रशासन ने सावधानी के लिए बेरिकेट लगा दिए हैं। पुलिस ने वीडियो जारी कर लोगों से नदी व नालों को पार करते समय सतर्क रहने का निर्देश दिया है।

अधिकारिक जानकारी अनुसार नदी-नाले उफान पर होने के कारण मार्ग बंद होने के कारण एक मरीज को डिस्चार्ज कर वापस गृहग्राम लाया जा रहा था, जिसकी रास्ते में मौत हो गई। मामले पर परिजनों ने बताया कि बढ़ते खर्च के कारण डिस्चार्ज कर वापस लाकर देशी इलाज कराया जाना था। मृतक ग्राम किष्टाराम अडरापेंटा का निवासी रहा।

शव को गृह ग्राम ले जाने की कोशिश की गई पर चारों ओर नदी व नाले भरे हुए थे जिसके कारण 20 किलोमीटर का पैदल सफर तय कर परिजन शव को खाट में लेकर पुल-पुलिया पार कर अपने गृहग्राम पहुंचे।

सुकमा जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर केरलापाल क्षेत्र के पोगाभेज्जी व सिरसट्टी पंचायत है। इन पंचायतों को एनएच 30 केरलापाल से जोड़ती है। ग्रामीण ने बताया कि सरकारी राशन व हाटबाजार से अपनी दैनिक जरूरतों के सामनों की खरीदी के लिए केरलापाल आना पड़ता है। पर यहां तक पहुंचना भी चुनौति भरा काम है। नदी में दो जगह पर पुल के निर्माण की आवश्यकता है। पुल नहीं होने से इस क्षेत्र में गाड़ियां नहीं चलती हैं।

दसवीं सदी में जीवन जीने को मजबूर
वहीं केरलापाल से दो किलोमीटर तक ही पक्की सड़क है उसके बाद भी इन दोनों पंचायत के लिए जाने वाली सड़क बदहाल है। रबडीपारा के पास नाला पार करते ही आगे के लिए पगडंडी नुमा सड़क है। बुनियादी सुविधाओं के अभाव के बीच यहां के ग्रामीण वनोपज के साहरे जीवन यापन कर रहे हैं। जिले के अंदरूनी क्षेत्र में आज भी ग्रामीण दसवीं सदी जैसी स्थिति में जीवन-यापन करने के लिए मजबूर हैं। इन पंचायतों में आज भी ग्रामीणों के चलने के लिए सही तरह से सड़क भी नहीं है। बिजली, पेयजल, शिक्षक, स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव के बीच ग्रामीण रहने के लिए मजबूर हैं।

सात अगस्त को होगा हेमचंद यादव विश्वविद्यालय का दूसरा दीक्षांत

0
durg university

भिलाई . हेमचंद यादव विश्वविद्यालय का दूसरा दीक्षांत समारोह सात अगस्त को होगा। इस दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति (राज्यपाल) और मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। दूसरा दीक्षांत समारोह बीआईटी बीआईटी दुर्ग के ऑडिटोरियम में कराया जाएगा। विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा ने अधिकारियों की बैठक लेकर दीक्षांत समारोह की तैयारियां शुरू कराने के निर्देश दिए। इस बैठक में यह तय हुआ है कि कार्यपरिषद, विद्यापरिषद, आमंत्रित अतिथियों, 60 पीएचडी धारकों और 44 स्वर्णपदक पाने वाले छात्र-छात्राओं, स्वर्णपदक दानदाताओं और अग्रणी महाविद्यालयों के प्राचार्यों के लिए आयोजन स्थल में बैठने के लिए पहले से ही स्थान आरक्षित रहेगा।

निकलेगी भव्य शोभायात्रा

दीक्षांत समारोह के दौरान भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस शोभायात्रा का नेतृत्व विश्वविद्यालय के कुलसचिव भूपेंद्र कुलदीप करेंगे। कुलसचिव के पीछे कार्यपरिषद और विद्यापरिषद के सदस्य और सभी संकायों के डीन शामिल होंगे। शोभायात्रा के अंतिम छोर में राज्यपाल, मुख्यमंत्री और कुलपति शामिल होकर इस यात्रा की गरिमा बढ़ाएंगे।

भारतीय परंपरा का ड्रेस कोड

कुलपति डॉ. पल्टा ने बताया कि यह दीक्षांत समारोह भारतीय परम्परा के तहत कराया जाएगा। जिसमें छात्र-छात्राओं का ड्रेस कोड भारतीय ज्ञान परम्परा पर आधारित होगा। इस दौरान एक मुख्य वाचन भी होगा, जिसमें वक्त ज्ञान परंपरा से संबंधित वक्तव्य देंगे। छात्र-छात्राओं के लिए ड्रेस कोड का निर्णय जल्द किया जाएगा। प्रमुख रूप से छात्र कुर्ता पायजामा के साथ सदरी और छात्राएं साड़ी में नजर आएंगी। सभी को पगड़ी भी पहनाई जाएगी।

सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारण

विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने बताया कि दीक्षांत समारोह का लाइव प्रसारण करने विभिन्न सोशल मीडिया का सहारा लिया जाएगा। ऐसे में जो लोग दीक्षांत में शामिल नहीं हो पाएंगे, वे अपने घरों से बैठे-बैठे ही दीक्षांत में अपने लोगों को उपाधि हासिल करते हुए देख पाएंगे। बीआईटी ऑडिटोरियम में बैठक की सीमित व्यवस्था के मद्देनजर यह व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया है। बता दें कि इससे पहले प्रथम दीक्षांत समारोह भी बीआईटी दुर्ग के ऑडिटोरियम में ही कराया गया था, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुुख्य अतिथि पहुंचे थे।

दूसरे दीक्षांत समारोह को लेकर सात अगस्त की सहमति बनी है। कुलाधिपति और मुख्यमंत्री ने भी समारोह में बतौर अतिथि शिरकत की मंजूरी दे दी है। अब विश्वविद्यालय बीआईटी दुर्ग के ऑडिटोरियम में होने वाले इस समारोह के लिए तैयारियों में जुट गया है।
डॉ. अरुणा पल्टा, कुलपति, हेमचंद विश्वविद्यालय

किसी ने WHATSAPP पर मैसेज भेजा और फिर उसे डिलीट कर दिया, अब ऐसे पढ़ सकेंगे डिलीटेड मैसेज, फोटो भी दिखने लगेगी

0

टेक डेस्क . क्या आपके साथ भी कभी ऐसा हुआ है कि किसी ने WHATSAPP पर कोई मैसेज भेजा और आपके देखने से पहले ही उसे डिलीट कर दिया? अगर हां तो ऐसे में आपको भी जिज्ञासा होती होगी कि आखिरी उसने क्या लिखा और क्या भेजा था जिसे डिलीट कर दिया। कायदे से, वॉट्सऐप इन मैसेज को दोबारा पढऩे कोई भी फीचर नहीं देता है, लेकिन हां अब आप इसे देख भी देखते हैं और पढ़ भी। बस आपको कुछ ट्रिक का इस्तेमाल करना होगा। आइए जातने हैं, क्या करना होगा।

नोटिफिकेशन हिस्ट्री

आजकल लगभग सभी स्मार्टफोन में नोटिफिकेशन हिस्ट्री का फीचर्स मिलता है। इसे आप सेटिंग में जाकर नोटिफिकेशन बार में खोज सकते हैं। इसकी मदद से आपके फोन में आने वाली सभी नोटिफिकेशन्स को रिकॉर्ड कर लिया जाता है, जिससे आप नोटिफिकेशन मिस होने पर बाद में भी इसे देख सकते हैं। इस फीचर्स की मदद से आप वॉट्सऐप के डिलीट मैसेज के साथ अन्य एप की नोटिफिकेशन हिस्ट्री भी चैक कर सकते हैं।

ऐसे देख सकेंगे डिलीट मैसेज

वॉट्सऐप के डिलीट मैसेज को देखने के लिए सबसे पहले आपको अपने फोन का नोटिफिकेशन हिस्ट्री ऑप्शन को चालू करना है। इसके लिए आप फोन की सैटिंग को ओपन करके ऑप्शन को टैप करें। अब आपके फोन में जो भी नोटिफिकेशन आएंगे ये उसे नोटिफिकेशन हिस्ट्री में सेव कर लेगा। अब मान लीजिए किसी यूजर में आपको वॉट्सऐप पर मैसेज भेजा है और आपके देखने से पहले ही उसे डिलीट कर दिया है। ऐसे में आपके फोन पर मैसेज नोटिफिकेशन तो आता है पर देखने से पहले ही मैसेज डिटील होने की वजह से आपको मैसेज दिखाई नहीं देता। अब आपको नोटिफिकेशन हिस्ट्री पर जाना है और वहां आप उस मैसेज को देख सकते हैं।

थर्ड पार्टी ऐप का इस्तेमाल

इसके अलावा आप गूगल प्ले स्टोर में मौजूद नोटिफिकेशन सेव ऐप का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इससे आपको वॉट्सऐप पर मिलने वाले हर मैसेज, फोटोज और वीडियो अपने आप सेव होते चले जाएंगे। भले ही भेजने वाला इसे डिलीट कर देता है फिर भी ऐप की मदद से आप इसे देख पाएंगे।

लोकसभा मानसून सत्रः बजट में एनपीएस, आयुष्मान भारत पर हो सकती हैं बड़ी घोषणाएं

0
New Delhi Lok Sabha Monsoon Session Budget
New Delhi Lok Sabha Monsoon Session Budget

वित्त मंत्री सीतारमण 2024-25 के लिए सातवीं बार और नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली राजग सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट मंगलवार 23 जुलाई को पेश करेंगीं

नई दिल्ली। लोकसभा का मानसून सत्र आज सोमवार को शुरू हो चुका है। निर्मला सीतारमण लगातार सातवीं बार बजट पेश करेंगी। वहीं अर्थशास्त्रियों का मानना है कि इस सप्ताह पेश होने वाले आम बजट में नई पेंशन प्रणाली और आयुष्मान भारत जैसी सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं को लेकर कुछ घोषणाएं हो सकती हैं। उनका मानना है कि आयकर के मामले में राहत की उम्मीद कम है।

अर्थशास्त्रियों का यह भी कहना है कि अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए बुनियादी ढांचे पर जोर, ग्रामीण और कृषि संबंधी आवंटन बढ़ने और सूक्ष्म तथा लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाये जाने की संभावना है।

बता दें कि वित्त मंत्री सीतारमण 2024-25 के लिए लगातार सातवीं बार और नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट मंगलवार यानी 23 जुलाई को लोकसभा में पेश करेंगीं। बजट में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को लेकर अर्थशास्त्री और राष्ट्रीय लोक वित्त एवं नीति संस्थान (एनआईपीएफपी) में प्रोफेसर एनआर भानुमूर्ति ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘बजट में एनपीएस और आयुष्मान भारत पर कुछ घोषणाओं की उम्मीद है। पेंशन योजनाओं को लेकर राज्यों के स्तर पर काफी चर्चा हुई है।

केंद्र सरकार ने एनपीएस (नई पेंशन प्रणाली) को लेकर समिति भी गठित की थी। प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत के बारे में कुछ बातें कही हैं। ऐसे में दोनों योजनाओं में कुछ घोषणाओं की उम्मीद की जा सकती है।”

70 साल से ऊपर के सभी नागरिकों को मिलेगी बड़ी राहत
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए कहा था कि 70 साल से ऊपर के सभी नागरिकों को पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज के लिए आयुष्मान योजना के दायरे में लाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा था कि पार्टी का ध्यान निवेश के जरिये लोगों के मान-सम्मान और बेहतर जीवन तथा रोजगार सुनिश्चित करने पर है।

हमें स्वास्थ्य कर्मियों की आवश्यकता है
एनपीएस और आयुष्मान भारत के बारे में अर्थशास्त्री और शोध संस्थान आरआईएस (विकासशील देशों की अनुसंधान एवं सूचना प्रणाली) के महानिदेशक सचिन चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘यह काफी महत्वपूर्ण क्षेत्र है। प्रमुख कार्यक्रम पहले से ही पूर्ण लक्ष्य तक पहुंचने के करीब हैं, इस दिशा में नए उपायों की उम्मीद की जा सकती है।” इस संबंध में एनआईपीएफपी में प्रोफेसर लेखा चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘महामारी के बाद की राजकोषीय रणनीति में सामाजिक सुरक्षा योजनाएं महत्वपूर्ण हैं। हालांकि, स्वास्थ्य क्षेत्र में बीमा योजनाएं इस प्रणाली को और अधिक महंगा बनाती हैं। बीमा योजनाओं के बजाय हमें मजबूत स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य कर्मियों की आवश्यकता है।”

जीएसटी परिषद को अपनी दरों को कम करने विचार करना चाहिए
लोकसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने के बीच बजट में कर मोर्चे पर राहत के बारे में पूछे जाने पर भानुमूर्ति कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि चुनाव नतीजों का प्रत्यक्ष कर नीति पर असर पड़ेगा। चूंकि निजी खपत चिंता का विषय है, ऐसे में जीएसटी परिषद को अपनी दरों को कम करने पर विचार करना चाहिए, खासकर तब जब कर संग्रह रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है।” चतुर्वेदी ने भी कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि बजट में इस संबंध में कुछ होगा।”

खर्च करने लायक आय में वृद्धि होगी
म्यूनिख स्थित इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस की संचालन प्रबंधन मंडल की सदस्य भी जिम्मेदारी निभा रही चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘कर दरों में कमी से लोगों के हाथों में खर्च करने लायक आय में वृद्धि होगी और यह उपभोग को बढ़ावा दे सकता है। लेकिन हमें ध्यान रखना होगा कि देश की आबादी का केवल एक छोटा हिस्सा (लगभग चार प्रतिशत) ही आयकर अदा करता है।”

तीन प्राथमिकताएं महत्वपूर्ण
बजट में प्राथमिकता के बारे में आरबीआई निदेशक मंडल के सदस्य की भी जिम्मेदारी निभा रहे चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘बजट में पहले से चिन्हित सभी सात प्राथमिकताओं, समावेशी विकास, अंतिम छोर तक पहुंच, बुनियादी ढांचा और निवेश, क्षमता का उपयोग, हरित विकास, युवा शक्ति और वित्तीय क्षेत्र के विस्तार… पर ध्यान जारी रखा जाना चाहिए। ” उन्होंने कहा, ‘‘इस संदर्भ में, बजट के लिए तीन प्राथमिकताएं महत्वपूर्ण हैं।

प्राथमिकताओं में ये शामिल
पहला, पूंजीगत व्यय को संदर्भ बिंदु के रूप में रखते हुए बुनियादी ढांचे के विकास पर लगातार ध्यान देना। दूसरा, ग्रामीण और कृषि संबंधी आवंटन को बढ़ावा देना और अंत में, सूक्ष्म और लघु उद्यमों को अधिक प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। इन तीन उपायों से न केवल अन्य क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा बल्कि अर्थव्यवस्था में रोजगार भी बढ़ेगा।”

कुछ दीर्घकालिक सुधार करने पर होनी चाहिए
भानुमूर्ति ने कहा, ‘‘प्राथमिकता वृद्धि के लिए मध्यम अवधि की नीतियों के साथ निरंतरता बनाए रखने और विकसित भारत की दिशा में कुछ दीर्घकालिक सुधार करने पर होनी चाहिए। इसके अलावा राज्यों के पूंजीगत व्यय को समर्थन प्रदान करने के साथ-साथ सार्वजनिक पूंजीगत व्यय जारी रखकर अर्थव्यवस्था की संभावित वृद्धि दर आठ प्रतिशत लाने पर होनी चाहिए।” चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘यह आर्थिक वृद्धि को बढ़ाने वाला बजट होगा। हालांकि, वित्त मंत्री के लिए राजकोषीय मजबूती के रास्ते से हटने की गुंजाइश बहुत कम है।”

कावड़ यात्रा : सुप्रीम कोर्ट ने कहा, दुकानदारों को नाम की तख्तियां लगाने मजबूर नहीं कर सकते…, तीन राज्यों को नोटिस

0

नई दिल्ली/लखनऊ . कावड़ यात्रा के दौरान रास्त में नासीर फल दुकान, शाहीद नाश्ता जैसी स्टिकर लगाकर मुस्लिम खाद्य सामाग्री विक्रताओं का सामाजिक बहिष्कार करने वाले मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। कोर्ट ने कहा है कि दुकानों को पहचान बताने की जरूरत नहीं है। अपनी पसंद की दुकान से खाद्य सामाग्री खरीदना व्यक्तिगत निर्णय हो सकता है, लेकिन दुकानदार या कर्मचारियों के नाम लिखकर इसे चस्पा करना सही नहीं है। कोर्ट ने मामले यूपी, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है। एनजीओ एसोसिएशन ऑफ सिविल राइट्स की तरफ से इसको लेकर एक याचिका दाखिल की गई है। कोर्ट ने इस मामले में 26 जुलाई तक जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि खाद्य विक्रेताओं को उनके नाम लिखने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता।

मुसलमानों का आर्थिक बहिष्कार

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि यात्रा मार्ग की दुकानों व ढाबों पर नाम लिखने के आदेश से अल्पसंख्यकों की पहचान उजागर करके उनका आर्थिक बहिष्कार किया जा रहा है. जो एक चिंताजनक स्थिति है। सिंघवी ने कोर्ट से कहा कि हिंदु भी बहुत से शुद्ध शाकाहारी रेस्टोरेंट चलाते हैं। इनमें मुस्लिम कर्मचारी भी कम करते हैं। क्या ये कहा जा सकता है कि मैं वहां खाना नहीं खाऊंगा, क्योंकि खाना मुसलमानों या दलित बनाकर परोस रहे हैं।

विशेष समुदाय बनेंगे निशाना

सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता के वकील से पूछा कि क्या ये एक प्रेस स्टेटमेंट था या फिर औपचारिक आदेश? इस पर अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि ये पहले प्रेस स्टेटमेंट था, लेकिन जब इस पर आक्रोश जाहिर होने लगा तो कहा गया कि ये स्वैच्छिक है, सख्ती से पालन कराया जा रहा है। सिंघवी ने कहा कि कांवड़ यात्रा दशकों से सावन में होती आ रही है। इसमें सभी धर्मों के लोग मदद करते हैं। अब उन्हें इससे बाहर किया जा रह है।

इस जगह से हुई थी मामले की शुरुआत

कांवड़ यात्रियों के रास्ते में पडऩे वाले ढाबों, दुकानों पर नाम लिखने की आदेश की शुरुआत मुजफ्फर नगर से हुई थी। यहां के एसएसपी अभिषेक सिंह ने होटल ढाबों, यहां तक कि फल बेचने वाले ठेलों पर भी अपना नाम लिखने के आदेश जारी किए थे। जिससे कांवड़ यात्री अपनी पसंद की दुकान से सामान खरीदें। इसी के बाद से थोड़ा विवाद शुरू हुआ, लेकिन जब सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूरे यूपी में इसे लागू किया तो व्यापक विरोध शुरू हुआ। विपक्षी पार्टियों कांग्रेस, सपा, बसपा के अलावा बीजेपी की सहयोगी पार्टियों रालोद के अध्यक्ष जयंत चौधरी और जेडीयू ने भी इस सवाल उठा दिए थे। यूपी से शुरू हुए इस आदेश को उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सरकार ने भी लागू कर दिया था।

छत्तीसगढ़ विधानसभा मानसून सत्र : सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर नोंक-झोंक

0
Assembly Monsoon Session Chhattisgarh Clashes between ruling party and opposition
Assembly Monsoon Session Chhattisgarh Clashes between ruling party and opposition

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने लगाए गंभीर आरोप, तो सवाल के जवाब में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा..

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो गया है। प्रथम दिवस आज सोमवार को सत्ता-पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर नोक झोक देखने को मिली। नेता प्रतिपक्ष महंत ने राज्य की विष्णुदेव सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।

बलौदाबाजार हिंसा मामले पर स्थगन प्रस्ताव को लेकर सत्ता पक्ष बोला महंत कि ये सिर्फ बीजेपी का षड्यंत्र है। अब तक 168 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है जिसमें कांग्रेस, भीम आर्मी एवं अन्य दलों के लोग हैं जिन्हे फर्जी तरीके से जेल में डाल दिया गया है। आरोप लगाया कि भाजपा प्रदेश की सद्भावना को बिगाड़ रही है इसलिए इस विषय पर चर्चा कराने की कृपा करें।

महंत के सवाल व आरोप पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने जवाब में कहा कि अभी मामला विचाराधीन है, बलौदाबाजार में आमसभा की अनुमति दी गई थी, रैली की नहीं। सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

Budget 2024 : महिलाओं और बुजुर्गों को फिर मिल सकती है ट्रेनों के रिजर्वेशन में छूट

0
budget 2024

नई दिल्ली . मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार का तीसरा बजट पेश करेंगी। इस बजट में आम जनता भी अपने लिए खास तोहफों की आस लगाए बैठी है। इसी तरह बजट से उद्योग जगत और करदाताओं को भी उम्मीदें हैं। कयास लगाई जा रही है कि इस बजट में वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन टिकट में खास छूट का प्रावधान किया जा सकता हैयह सुविधा बीते चार साल पहले तक मिला करती थी, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया था। अब मोदी सरकार इसे फिर से शुरू करने की तैयारी में है। बजट सत्र के दौरान वित्त मंत्री इसकी घोषणा करते हुए दिख सकती हैं। बता दें कि २०२०-२१ से रेलवे ने बुजुर्गों को ट्रेनों की टिकट में छूट देना बंद कर दिया था। इस समय कोविड चल रहा था, जिसमें यह सुविधाएं बंद की गई थी।

पहले महिलाओं को भी थी छूट

कोविड-19 महामारी से पहले देश में वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं को ट्रेन टिकट पर छूट मिलती थी। मार्च 2020 से यह लाभ बंद कर दिया गया। इससे पहले महिला वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन टिकट पर 50 प्रतिशत की छूट मिलती थी, जबकि पुरुष और ट्रांसजेंडर वरिष्ठ नागरिकों को 40 प्रतिशत की छूट मिलती थी। यह छूट राजधानी और शताब्दी सेवाओं सहित सभी एक्सप्रेस और मेल ट्रेनों पर लागू थी। इसके वापस लिए जाने के बाद से वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन यात्रा के लिए अन्य यात्रियों के बराबर पूरा किराया देना पड़ रहा है। रेलवे के अनुसार, 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के पुरुष और ट्रांसजेंडर व्यक्ति तथा 58 वर्ष या उससे अधिक आयु की महिलाएं वरिष्ठ नागरिक के रूप में योग्य हैं।

रेलवे को वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन टिकट पर दी जाने वाली छूट बंद करने से काफी फायदा हुआ है। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, 1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 के बीच रेलवे ने करीब 8 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को रियायत नहीं दी। इस दौरान रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों से कुल 5,800 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व अर्जित किया। इसमें सब्सिडी खत्म होने से अर्जित 2,242 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय भी शामिल है। संसद के दोनों सदनों समेत विभिन्न मंचों पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए रियायत की बहाली से संबंधित सवाल उठाए गए हैं।