लोकसभा चुनाव के ठीक पहले बड़ी संख्या में एएसपी का तबादला हुआ था
रायपुर। राज्य सरकार ने एएसपी के तबादला आदेश में बदलाव किया है। एएसपी आईआर खान का 6 मार्च 2024 को हुए तबादले में कोंडगांव भेजा गया था, लेकिन अब उनकी पोस्टिंग संशोधित आदेश में बालोद किया गया है। दरअसल लोकसभा चुनाव के ठीक पहले बड़ी संख्या में एएसपी का तबादला हुआ था। एएसपी आईआर खान 6 मार्च को एपीटीसी बोरगांव कोंडगांव तबादला किया गया था।
अपने इस तबादले को आईआर खान ने हाईकोर्ट में चैलेंज किया। जिसके बाद हाईकोर्ट ने 13 मार्च को आदेश जारी कर 10 दिन के भीतर अधिकारियों को इस मामले के निपटारे का निर्देश दिया। लेकिन आदेश का पालन नहीं किया गया। जिसके बाद ASP ने अवमानना याचिका दायर की, जिसके बाद अब आईआर खान को एपीटीसी बोरगांव कोंडगांव से 21वीं वाहिनी कारकाभाट बालोद तबादला किया गया है।
आपको बता दें कि 6 मार्च को जब आईआर खान का तबादला हुआ था, तो वो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय माना रायपुर में पदस्थ थे। जहां से उन्हें एपीटीसी बोरगांव भेजा गया था।
विधानसभा मानसून सत्र के दौरान तीसरे दिन बलौदाबाजार हिंसा को लेकर फिर इंटेलिजेंस फेलियर को लेकर सरकार को विपक्ष ने घेरा
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन कानून व्यवस्था को लेकर सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। सत्र में वरिष्ठ पत्रकार सुनील नामदेव पर कांग्रेस सरकार में हुए द्वेष पूर्ण कार्रवाई का मामला सदन में उठा। रायपुर पश्चिम विधायक राजेश मुणत और विपक्षीय विधायक उमेश पटेल के बीच बहस हुई।
उमेश पटेल ने बलौदाबाजार हिंसा को लेकर फिर इंटेलिजेंस फेलियर को लेकर सरकार को घेरा। पटेल ने कहा साय सरकार पुलिस और इंटेलिजेंस फेलियर को छुपाने की कोशिश कर रही, विधानसभा में तीसरे दिन भी बलौदाबाजार मामले को लेकर चर्चा की मांग की गई।
ग्राहता पर चर्चा को लेकर विपक्ष ने मांग रखी, उमेश पटेल मो कहा कवर्धा जो ग्रह मंत्री का जिला है जहां अपराध बढ़ने का क्या करण है। वहीं डौंडीलोहारा विधायक अनिला भेड़िया ने कहा प्रदेश में साइबर के अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। बालोद जिले में खनन से लेकर नशे का कारोबार खुलेआम किया जा रहा है, लेकिन कार्रवाई शून्य क्यों है। अनिला भेड़िया ने कहा छत्तीसगढ़ को बिहार बना के रख दिए हैं।
सदन में डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया। कहा आठवीं बटालियन आवासीय परिसर में चोरी होने के बाद आज भी आरोपी फरार है। मामले की विवेचना कर उसका खात्मा कर दिया गया। कांग्रेसियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है साय सरकार, हमें अच्छी सुरक्षा व्यवस्था नहीं दी जा रही है।
इधर राजेश मुणत ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि आपकी सरकार के दौरान आप ही की विधायक चन्नी साहू की सुरक्षा व्यवस्था किसने छीनी थी, मेरे से तो 15 दिनों के भीतर ही मेरी सुरक्षा छीन ली गई थी, लेकिन आपकी व्यवस्था हम करवा देंगे।
भिलाई . छत्तीसगढ़ में हेल्थकेयर इनोवेशन पर दूसरी गोलमेज चर्चा का आयोजन मंगलवार को आईआईटी भिलाई में किया गया। आईआईटी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन (आईबीआईटीएफ) ने यह कार्यक्रम कराया।आयोजन में एम्स रायपुर, आईआईएम रायपुर और एनआईटी रायपुर का पूर्ण सहयोग रहा। इसमें स्टैनफोर्ड बायोडिजाइन द्वारा सुविधा प्रदान की गई। इस सत्र का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा की वर्तमान स्थिति, सरकारी नीतियों के प्रभाव, स्वास्थ्य सेवा के आधारभूत संरचना, तकनीकी प्रगति, सामुदायिक भागीदारी और छत्तीसगढ़ के लिए वित्तीय सहायता संबंधी रणनीतियों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करना था। आईआईटी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन के सीईओ प्रशांत माथुर के संबोधन के साथ हुई, जिसमें इस आयोजन के उद्देश्यों और महत्व पर प्रकाश डाला गया।
छोटे कंटेनर पहुंचाने उपयोग
इस कार्यक्रम मेंं आईआईटी भिलाई के निदेशक प्रोफेसर राजीव प्रकाश का पूर्ण सहयोग रहा। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान गांवों और दूरदराज के क्षेत्रों में छोटे दवा कंटेनरों को पहुंचाने के लिए ड्रोन टैक्सी तकनीक में प्रगति के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवा ऐप तकनीकों के विकास पर जोर दिया। कार्यक्रम में प्रसिद्ध संस्थानों अस्पतालों और विभिन्न उद्योगों के व्यक्ति उपस्थित थे और विचार-मंथन सत्रों में सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने राज्य के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की और उनके निराकरण के लिए संभावित समाधानों की खोज की।
ड्रोन टेक्नोलॉजी से दवा वितरण
तकनीकी प्रगति पर प्रकाश डालते हुए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज द्वारा दवा वितरण के लिए ड्रोन के उपयोग के बारे में बताते हुए दूरस्थ स्वास्थ्य सेवा में एक अग्रणी उदाहरण के रूप में उद्धृत किया। उन्होंने अग्रणी संस्थानों से स्वास्थ्य सेवा में नवाचार करने का आग्रह किया। ऐसे प्रयासों के लिए पूर्ण सरकारी सहयोग का आश्वासन दिया और उल्लेख किया कि राज्य सरकार सक्रिय रूप से दूरदराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ा रही है। इस पहल में रायपुर और बिलासपुर में 700 बेड के अस्पतालों के साथ-साथ बस्तर और सरगुजा में सुपर-स्पेशिलिटी अस्पतालों के निर्माण की योजना शामिल है।
एम्स रायपुर करेगा सहयोग
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. धीरेन्द्र तिवारी ने ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा चुनौतियों पर प्रकाश डाला। समान स्वास्थ्य सेवा पहुंच सुनिश्चित करने और व्यापक आधारभूत संरचनाओ और कौशल विकास उन्नयन का समर्थन करने के लिए तकनीकों को उन्नत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। एम्स रायपुर के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल ने विशेष रूप से छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में विशेष रूप से अनूठी चुनौतियों वाले स्वास्थ्य सेवा वितरण और परिणामों को बदलने में नवाचार की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने छत्तीसगढ़ की विविध और दूरदराज में रहने वाली आबादी के लिए अनुरूप स्वास्थ्य सेवा समाधानों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। सेवा में सुधार के लिए उपकरण, प्रशिक्षण और प्रौद्योगिकी के साथ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं जैसे फ्रंटलाइन हेल्थकेयर कार्यकर्ताओं को सशक्त बनाने के महत्व पर जोर दिया। एनआईटी रायपुर के निदेशक प्रोफेसर एनवी रमना राव ने स्वास्थ्य सेवा में सहयोग के महत्व का प्रतिध्वनित किया। आईआईएम रायपुर के निदेशक प्रो. राम कुमार काकानी ने 18 अप्रैल में आईआईएम रायपुर में आयोजित छत्तीसगढ़ में हेल्थकेयर इनोवेशन पर पहली गोलमेज चर्चा के सारांश को संक्षेप में बताया।
EDUCATION DESK . छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) से प्री इंजीनियरिंग टेस्ट यानी पीईटी के नतीजे जारी होने के बाद अगस्त में काउंसलिंग का आगाज होगा। इस साल तकनीकी कॉलेजों में प्रवेश ग्राफ बेहतर रहने की उम्मीद है। एक्सपर्ट कह रहे हैं कि कंप्यूटर साइंस का क्रेज बूम पर है, लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बाद सबसे ज्यादा रुझान साइबर सिक्योरिटी की तरफ है। जब इंडस्ट्रीज में भी इस कोर्स के एक्सपर्ट की खूब डिमांड है। इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन में अब रोजगार की संभावनाएं बढ़ गई है। बीते दो साल के आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में सबसे ज्यादा कंप्यूटर साइंस से जुड़े ब्रान्च और फिर माइनिंग में बीटेक पसंदीदा ब्रांच बना हुआ है। इसके साथ ही बीटेक एग्रीकल्चर भी इंजीनियरिंग का हॉट केक ब्रांच है।
इस साल होगा बेहतर प्रवेश
बीते साल इंजीनियरिंग की काउंसलिंग के बाद बीटेक ब्रांचेस में 48.80 फीसदी एडमिशन हुए थे। यह आंकड़ा इस साल और बढ़ेगा। इसके लिए इंजीनियरिंग कॉलेजों ने खुद को अपग्रेड किया है। बेहतर फैकल्टी और प्रयोगशालाओं के साथ स्टूडेंट्स को अच्छा प्लेसमेंट देने की कोशिश होगी।
नियम में हुए तीन बड़े बदलाव
शून्य पर भी प्रवेश – काउंसलिंग के नए नियम से पीईटी की परीक्षा में शून्य अंक वाले छात्रों को भी इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन मिल सकेगा। पहले 10 फीसदी अंक जरूरी थे।
डीवीसी सेंटर बंद – इस साल आपको सिर्फ काउंसलिंग का रजिस्ट्रेशन करना होगा। दस्तावेज सत्यापन केंद्र जाने जरूरत नहीं होगी, क्योंकि इस साल से डीवीसी बंद किया गया है।
आयु का बंधन नहीं – इंजीनियरिंग सहित तमाम संकायों में प्रवेश के लिए पहले एक निश्चित आयु सीमा का बंधन होता था, जिसे अब हटा दिया गया है। यानी अब आपकी आयु 19 वर्ष है या 79 आप एडमिशन ले सकेंगे।
माइनिंग में लड़कियां आगे
प्रदेश में माइनिंग इंजीनियरिंग के लिए लड़कियों को भी पात्रता दे दी गई हैं। अब छात्राएं भी माइनिंग एक्सपर्ट बनकर खदानों की महारत हासिल करेंगी। पहले तक माइनिंग इंजीनियरिंग में सिर्फ लडक़ों को एडमिशन दिया जाता था, जिसको सरकार ने बदलते हुए इसमें लड़कियों को भी बराबर का हकदार माना और उनके लिए एडमिशन की राहें खोली हैं। प्रदेश में माइनिंग इंजीनियरिंग बिलासपुर जीईसी, जगदलपुर जीईसी और भिलाई के रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज में संचालित हैं, जिसको हर साल शानदार रिस्पॉंस मिल रहा है।
भिलाई . सरकारी स्कूलों में प्राचार्य, शिक्षक और स्टाफ की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही। ऐसा ही एक मामला सोमवार को पेश आया। इन दिनों सरकारी स्कूलों में शिक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। इसमें स्कूलों में २८ जुलाई तक विभिन्न एक्टिविटीज होनी है। इसके लिए बकायदा स्कूल शिक्षा संचालनालय से पत्र आया है, लेकिन प्राचार्य और शिक्षक गंभीर नहीं है। दरअसल, स्कूलों में शिक्षा सप्ताह का आयोजन हो रहा है या नहीं, परखने के लिए संयुक्त संचालक रूपलाल ठाकुर और उपसंचालक प्रवास कुमार सिंह विभिन्न स्कूलों का निरीक्षण करने पहुंचे। यहीं एक स्कूल स्टेशन मुड़ीपार भी गए। स्कूल पहुंचने पर पता चला कि शाला की प्राचार्य ममता गुप्ता, व्याख्याता गणित आकांक्षा बोरकर, सहायक ग्रेड 2 बलिराम यादव और सहायक ग्रेड 3 शशि शर्मा बिना किसी पूर्व सूचना के स्कूल में अनुपस्थित है। स्टाफ से जानकारी लेने पर पता चला कि यह भी शिक्षक और प्राचार्य हमेशा ऐसा ही करती है। समय पर स्कूल नहीं पहुंचती, न ही पढऩे-पढ़ाने में रुचि लेती है। इस प्रकरण के मद्देनजर संयुक्त संचालक और उपसंचालक ने इन सभी शिक्षक और प्राचार्य का एक दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया है। इसके साथ ही इन अनुपस्थिति शिक्षक और प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
इनसे भी नहीं चेत रहे शिक्षक
अभी कुछ दिन पहले ही संयुक्त संचालक शिक्षा ने दुर्ग संभाग की स्कूलों में पढ़ा रहे ६ शिक्षकों को पर कड़ी कार्रवाई की थी। शाला में उपस्थिति और वक्त पर स्कूल नहीं पहुंचने के मामले में शिक्षकों को सस्पेंड किया गया था। स्कूलों की स्थिति जानने के लिए संभागायुक्त दुर्ग के औचक निरीक्षण में प्राचार्य और शिक्षक गैरहाजिर पाए गए थे। इस तरह के मामलों के बाद भी स्कूलों में शिक्षकों की लापरवाही कम नहीं हुई।
बिना पूर्व सूचना के स्कूलों से गायब रहने वाले प्राचार्य और शिक्षकों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। स्कूलों का लगातार निरीक्षण जारी है। शिक्षा सप्ताह के आयोजन में लापरवाही बरतने पर भी कार्रवाई होगी। रूपलाल ठाकुर, संयुक्त संचालक
Weather Reporter .. लगातार 50 घंटों से जारी बारिश से दुर्ग जिले में दिन और रात को मिलाकर 84.6 यानी करीब साढ़े तीन इंच पानी गिर चुका है। बुधवार को पहले सुबह हल्की बारिश हुई, लेकिन फिर दोपहर से रात 8 बजे तक बारिश थम गई। इस तरह झड़ी से थोड़ा आराम मिला। इसके बाद देर रात दोबारा से बारिश शुरू हो गई। मंगलवार की रात को 44.6 मिलीमीटर बारिश हुई। वहीं बुधवार दोपहर तक 40.2 मिलीमीटर पानी बरसा। सावन के महीने की इस झड़ी ने तापमान में बड़ी गिरावट लाई। बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान औसत से 4.2 डिग्री की गिरावट के बाद 26.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं रात का न्यूनतम तापमान भी 4.1 डिग्री की गिरावट के बाद 20.2 डिग्री पर पहुंचा। कई दिनों से उमस से बेहाल लोगों को ठंडी हवाओं ने बड़ी राहत पहुंचाई। रात को पहले जहां तेज उमस ने परेशान किया हुआ था, वहीं अब दो दिनों की वर्षा के बाद रात में ठंड लगने लगी। बहरहाल, मौसम विभाग ने बारिश को लेकर दुर्ग जिले के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इसमें अगले तीन से चार दिनों में मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
अभी भी सामान्य से 26 फीसदी कम बारिश
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक ३२३ मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज हुई है, जो कि कोटे से अभी भी २६ फीसदी कम है। अगले कुछ दिनों में जारी रहने वाली बारिश से इसकी भरपाई की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग का कहना है कि एक्टिव मानसून अगले कुछ दिन ऐसे ही झमाझम बारिश जारी रखेगा। मानसून द्रोणिका और इसके साथ ऊपरी हवा में बने विंड शियर जोन के असर से गुरुवार को भी दुर्ग जिले में बारिश जारी रहेगी। जिले के एक-दो स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान भी लगाया गया है।
अब तक 306.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज
जिले में एक जून से 24 जुलाई तक 306.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। सर्वाधिक वर्षा 521.8 मिमी पाटन तहसील में हुई वहीं न्यूनतम 202.9 मिमी बोरी तहसील में दर्ज की गई है। इसके अलावा तहसील दुर्ग में 269.6 मिमी, तहसील धमधा में 218.2 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 270.0 मिमी और तहसील अहिवारा में 355.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
बॉलीवुड डेस्क . एफआईआर और ‘कहानी घर घर की, जैसे पॉपुलर शोज में काम कर चुकीं एक्ट्रेस कविता कौशिक ने एक्टिंग को अलविदा कह दिया है। उन्होंने टीवी इंडस्ट्री को ही नहीं बल्कि मुंबई को भी छोड़ दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक्ट्रेस मुंबई और लाइमलाइट वल्र्ड को छोडक़र पहाड़ों में बस गई हैं। कविता कौशिक ने एक इंटरव्यू में टीवी इंडस्ट्री में अपने काम के बारे में बात की। इस दौरान एक्ट्रेस ने कहा कि मैं लगातार 30 दिनों तक काम नहीं कर सकती हूं और अब मैं टीवी करना ही नहीं चाहती हूं। मैं वेब शो और फिल्में करने के लिए एकदम तैयार हूं। एक्ट्रेस का कहना है कि वो कोई आम हीरोइन नहीं हैं, जिसे कोई भी आसानी से कास्ट कर लेगा। उनका मानना है कि उनकी पर्सनैलिटी के हिसाब से कुछ ही रोल्स हैं। कविता ने ये भी दावा किया कि उन्हें शैतानी रस्में और डायन जैसे शोज ऑफर होते रहे हैं।
कविता कौशिक ने ना केवल एक्टिंग को छोड़ा है बल्कि उन्होंने तो मुंबई को भी छोड़ दिया है। वो पति रोनित बिस्वास के साथ पहाड़ों में एक शांत जीवन बिता रही हैं। अब एक्टिंग से दूर एक्ट्रेस पति के साथ आयुर्वेदिक बिजनेस कर रही हैं। एक्ट्रेस ने बताया की उन्होंने मुंबई छोड़ दिया और यहां सिर्फ तभी आती हैं जब कोई शूटिंग करनी होती है। केवल ये ही नहीं बल्कि एक्ट्रेस ने यह भी बताया कि वो पहले गोवा भी गई थीं लेकिन वहां उन्हें गर्मी बर्दाश्त नहीं हुई, जिसकी वजह से वो सारा सामान लेकर पहाड़ों (उत्तराखंड) में आ गईं।
पालीटिकल न्यूज . झारखंड के संथाल परगना एवं अन्य इलाकों में बांग्लादेशी घुसपैठ की वजह से डेमोग्राफी में बदलाव और कई मतदान केंद्रों पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बड़ा मुद्दा बना लिया है। पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की अगुवाई में बुधवार को नई दिल्ली में भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात कर उन्हें इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा और मतदाताओं की संख्या में अचानक से हुई भारी बढ़ोतरी की जांच कराने की मांग की है। चुनाव आयोग को 500 पृष्ठों की सर्वे रिपोर्ट सौंपी गई है, जिसके आंकड़े यह बताते हैं कि सैकड़ों बूथों पर अल्पसंख्यक समुदाय के मतदाताओं की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है और हिंदू बहुल मतदान बूथों पर मतदाताओं की संख्या में कमी आई है। जिस तरह से मुस्लिम क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या में अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई है, इसकी जांच होनी चाहिए।
आशंका जताई गई है कि फर्जी दस्तावेज के आधार पर मतदाता बनाए गए हैं। अमूमन पांच वर्षों में मतदाताओं की संख्या में 15 से 20 फीसदी तक वृद्धि होती है, मगर इस बार यह देखा गया है कि कुछ बूथों पर 136 प्रतिशत तक वृद्धि दर्ज हुई है। भाजपा ने राज्य के 10 विधानसभा क्षेत्र में कराए गए सर्वे के आधार पर ऐसे मतदान केंद्रों की सूची सौंपी है, जहां मतदाताओं की संख्या बेहिसाब बढ़ी है।
रिपोर्ट में जिन विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या में वृद्धि का दावा किया गया है, उसमें राजमहल, बरहेट, पाकुड़, महेशपुर, जामताड़ा, मधुपुर, मझगांव, हटिया, बिशुनपुर और लोहरदगा शामिल हैं। बताया गया है कि राजमहल के 168 नंबर बूथ पर मतदाताओं की संख्या 20 से 123.74 प्रतिशत तक बढ़ी है। बरहेट विधानसभा क्षेत्र में 114 नंबर मतदान केंद्र पर 57.72 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। इसी तरह हटिया में बूथ नंबर 163 में 136.5 प्रतिशत, मधुपुर में बूथ नंबर 225 पर 117.62, जामताड़ा में बूथ नंबर 123 पर 68.8 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।
चुनाव आयोग को सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि झारखंड के अति संवेदनशील बूथों पर जांच कराई जाए तो एक सोची-समझी योजना के तहत डेमोग्राफी बदलने का षड्यंत्र सामने आएगा। इसके पीछे की वजह विदेशी घुसपैठ है। इसमें राज्य सरकार की भी भूमिका है। चुनाव आयोग से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, राज्यसभा सांसद आदित्य साहू, प्रदीप वर्मा और राजमहल विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक अनंत ओझा शामिल रहे।
0 मनेंद्रगढ़ मार्ग को बनारस मार्ग से जोडऩे वाले साईं मंदिर रोड पर दोपहर में हुई घटना, मशक्कत के बाद आग पर पाया गया काबू
अंबिकापुर। शहर के मनेंद्रगढ़ मार्ग को बनारस मार्ग से जोडऩे वाली साईं मंदिर सडक़ पर बुधवार की दोपहर एक चलती कार में आग लग गई। कार मालिक ने धुआं उठता देखा तो वह ड्राइविंग सीट से बाहर निकल गया। वह कुछ समझ पाता, इससे पहले ही आग ने लपटों का रूप ले लिया। फिर देखते ही देखते कार कुछ ही मिनटों में जलकर खाक हो गई।
बताया जा रहा है कि कार सवार एक युवक साईं मंदिर की ओर से मनेंद्रगढ़ मार्ग की ओर बुधवार की दोपहर करीब 12 बजे जा रहा था। मनेंद्रगढ़ मार्ग पहुंचने से करीब 50 मीटर पहले कार में अचानक धुआं उठने लगा।
यह देख उसने कार खड़ी कर दी और हड़बड़ाकर बाहर निकला। इसी बीच आग ने भयावह रूप ले लिया और कुछ ही मिनट में कार जलकर खाक हो गई। पास ही स्थित कार वाशिंग के कर्मचारियों ने यह देखा तो उन्होंने आग बुझाना शुरु किया।
जब तब आग पर काबू पाया जाता, कार पूरी तरह जल चुकी थी। कार सवार किस इलाके का रहने वाला है, इसका पता फिलहाल नहीं चल सका है।
मच गई अफरा-तफरी
घटना के दौरान मौके पर अफरा-तफरी मच गई। उस मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालकों के पहिए कुछ देर के लिए थम गए। कार में आग लगी देख आस-पास के दुकानदार भी बाहर निकल आए थे।
0 बलरामपुर जिले के सामरी पाठ इलाके से युवक की हत्या करने की सनसनीखेज खबर आई सामने, दोनों हाथ को झोले में भरकर गांव में घूम रहा था मुख्य आरोपी
बलरामपुर। छोटी-मोटी चोरी करने वाले युवक को सबक सिखाने उसके गांव के ही कुछ युवकों ने हैवानियत की हद पार कर दी। उन्होंने पहले तो उसके दोनों हाथ काट दिए, फिर उसका प्राइवेट पार्ट भी काट दिया। इससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई। हैवानियत का खेल यही नहीं थमा, मुख्य आरोपी युवक के दोनों कटे हाथ को झोले में भरकर गांव में घूमता रहा। जब यह बात मृतक के पिता तक पहुंची तो उसे भी धमकी दी गई कि वह थाने में रिपोर्ट दर्ज न कराए, वरना अंजाम बुरा होगा। धमकी से डरे पिता ने मृत बेटे का शव जंगल में दफन कर दिया। जब पुलिस को इसकी भनक लगी तो उन्होंने कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में शव को कब्र से बाहर निकलवाया। पुलिस अब आरोपियों की खोजबीन में जुट गई है।
बलरामपुर जिले के सामरी पाठ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत डूमरखोली के सरनाटोली निवासी विनोद बिरजिया पिता खुलू राम 35 वर्ष को चोरी करने की आदत थी। अपनी नशे की लत पूरी करने वह गांव में अक्सर छोटी-मोटी चोरियां करता था। इससे गांव के लोग भी परेशान थे।
कुछ दिन पूर्व उसने गांव के ही मगधू बिरजिया के घर से महुआ की चोरी कर ली। यह बात मगधू को नागवार गुजरी और उसने विनोद को सबक सिखाने की ठान ली। इसी कड़ी में उसने 18 जुलाई को उसे दिनभर दारू पिलाया और साथ में घुमाया।
फिर वह जंगल में बने अपने एक घर में उसे खाने पीने का नाम पर बुलाया। जब विनोद वहां पहुंचा तो गांव के ही सुखदेव, हरी, लुपन, खुलेस, पवन बिरजिया, रविंद्र सहित अन्य लोग भी पहुंच गए।
नृशंस तरीके से की हत्या
घर के भीतर मगधु व उसके साथियों ने महुआ चोरी का आरोप लगाकर पहले उसे बेदम पीटा, फिर धारदार हथियार से उसके दोनों हाथ काट डाले। इससे वह तड़पने लगा और छोड़ देने की मिन्नते करने लगा,
लेकिन हैवानों के सिर पर खून सवार था। उन्होंने हैवानियत की हद पार करते हुए उसका प्राइवेट पार्ट भी काटकर अलग कर दिया। इससे कुछ देर में ही उसकी मौत हो गई।
कटा हाथ लेकर घूमता रहा, पिता को दी धमकी
मुख्य आरोपी मगधु के मन में पुलिस और कानून का तनिक भी डर नहीं था। यही वजह थी कि वह मृतक विनोद के कटे हुए दोनों हाथ को झोले में लेकर घूमता रहा।
यह बात जब गांव की एक युवक के माध्यम से मृतक के पिता को पता चली तो मुख्य आरोपी ने उसे भी धमकी दी कि वह थाने में रिपोर्ट दर्ज न कराए। फिर मुख्य आरोपी के डर से पिता ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
पुलिस ने कब्र खोदकर निकाली लाश
23 जुलाई को पुलिस को घटना की जानकारी मिली तो थाना प्रभारी अन्य पुलिस कर्मियों के साथ गांव में पहुंचे। वहीं कुसमी तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे। फिर पुलिस ने मृतक विनोद का शव कब्र खुदवा कर बाहर निकलवाया।
पुलिस ने शव को पीएम के लिए भिजवा दिया। वहीं उन्होंने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जबकि मुख्य आरोपी की खोजबीन की जा रही है।
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